Reliance न्यूयॉर्क के ‘आलीशान’ मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण
मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है.
![Reliance न्यूयॉर्क के 'आलीशान' मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण, 9.81 करोड़ डॉलर का होगा सौदा](http://hindustanireporter.in/wp-content/uploads/2022/01/g8muivtg_hotel3_625x300_09_January_22.webp)
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) न्यूयॉर्क में प्रीमियम लग्जरी होटल मैंडरिन ओरिएंटल (Mandarin Oriental) का अधिग्रहण करने जा रही है. यह सौदा करीब 9.81 करोड़ डॉलर में होगा. मैंडरिन ओरिएंटल अपने बॉलरूम, पांच-सितारा स्पा और खाने-पीने के स्थानों के लिए जाना जाता है. आयरलैंड के अभिनेता लियाम नीसन (Liam Neeson) और अमेरिकी अभिनेत्री लूसी लियू (Lucy Liu) यहां नियमित रूप से आने वाले मेहमानों में शामिल हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज यह अधिग्रहण अपनी एक अनुषंगी के जरिये करेगी.
मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. यह 80 कोलंबस सर्किल में स्थित है और इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. यह प्रिस्टीन सेंट्रल पार्क और कोलंबस सर्किल के पास है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है.
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘‘रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड (आरआईआईएचएल) ने कोलंबस सेंटर कॉरपोरेशन (केमैन) की संपूर्ण जारी शेयर पूंजी के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है. केमैन आइलैंड में स्थापित इस कंपनी के पास मैंडरिन ओरिएंटल की 73.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह सौदा 9.81 करोड़ डॉलर से अधिक में होगा.”
एक साल से भी कम समय में रिलायंस द्वारा किसी चर्चित होटल का यह दूसरा अधिग्रहण है. पिछले साल अप्रैल में रिलायंस ने ब्रिटेन में स्टोक पार्क लिमिटेड का अधिग्रहण किया था.
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले Reliance समूह के पास करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये की नकदी है. अंबानी इस नकदी का इस्तेमाल कर ‘बदलाव’ की तैयारी कर रहे हैं. वह समूह के डिजिटल और खुदरा कारोबार को रिलायंस के लिए एक बड़ा स्तंभ बनाना चाहते हैं. इससे रिलायंस समूह की मुनाफे के लिए अपने परंपरागत तेल शोधन कारोबार पर निर्भरता कम होगी. यह सौदा मार्च, 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके लिए कुछ परंपरागत नियामकीय और मंजूरियां ली जानी हैं.