Reliance न्‍यूयॉर्क के ‘आलीशान’ मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण, 9.81 करोड़ डॉलर का होगा सौदा

Reliance न्‍यूयॉर्क के ‘आलीशान’ मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है.  रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) न्यूयॉर्क में प्रीमियम लग्जरी होटल मैंडरिन ओरिएंटल (Mandarin Oriental) का अधिग्रहण करने जा रही है. यह सौदा करीब 9.81 करोड़ डॉलर में होगा. मैंडरिन ओरिएंटल अपने बॉलरूम, पांच-सितारा स्पा और खाने-पीने के स्थानों के लिए जाना जाता है. आयरलैंड के अभिनेता लियाम नीसन (Liam Neeson) और अमेरिकी अभिनेत्री लूसी लियू (Lucy Liu) यहां नियमित रूप से आने वाले मेहमानों में शामिल हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज यह अधिग्रहण अपनी एक अनुषंगी के जरिये करेगी. मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. यह 80 कोलंबस सर्किल में स्थित है और इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. यह प्रिस्टीन सेंट्रल पार्क और कोलंबस सर्किल के पास है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है.  मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘‘रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड (आरआईआईएचएल) ने कोलंबस सेंटर कॉरपोरेशन (केमैन) की संपूर्ण जारी शेयर पूंजी के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है. केमैन आइलैंड में स्थापित इस कंपनी के पास मैंडरिन ओरिएंटल की 73.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह सौदा 9.81 करोड़ डॉलर से अधिक में होगा.” एक साल से भी कम समय में रिलायंस द्वारा किसी चर्चित होटल का यह दूसरा अधिग्रहण है. पिछले साल अप्रैल में रिलायंस ने ब्रिटेन में स्टोक पार्क लिमिटेड का अधिग्रहण किया था. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले Reliance समूह के पास करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये की नकदी है.  अंबानी इस नकदी का इस्तेमाल कर ‘बदलाव’ की तैयारी कर रहे हैं. वह समूह के डिजिटल और खुदरा कारोबार को रिलायंस के लिए एक बड़ा स्तंभ बनाना चाहते हैं. इससे रिलायंस समूह की मुनाफे के लिए अपने परंपरागत तेल शोधन कारोबार पर निर्भरता कम होगी. यह सौदा मार्च, 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके लिए कुछ परंपरागत नियामकीय और मंजूरियां ली जानी हैं. 

America नहीं चाहता कि भारत रूस की एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदे: राष्ट्रपति बिडेन के प्रतिनिधि

America नहीं चाहता कि भारत रूस की एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदे : अमेरिका (America) ‘‘नहीं चाहता है” कि भारत रूस (Russia) से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदे लेकिन राष्ट्रपति द्वारा नयी दिल्ली को कात्सा से छूट देने की बढ़ती मांग पर वॉशिंगटन को ‘‘महत्वपूर्ण भू-रणनीतिक परिस्थितियों” को ध्यान में रखना होगा. वॉशिंगटन:  अमेरिका (America) ‘‘नहीं चाहता है” कि भारत रूस (Russia) से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदे लेकिन राष्ट्रपति द्वारा नई दिल्ली को कात्सा से छूट देने की बढ़ती मांग पर वॉशिंगटन को ‘‘महत्वपूर्ण भू-रणनीतिक परिस्थितियों” को ध्यान में रखना होगा. यह बात राष्ट्रपति जो बाइडन के ‘को-ऑर्डिनेटर फॉर सैंक्शंस पॉलिसी’ में प्रतिनिधि ने सांसदों से कही है. रूस से एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए अमेरिका पहले ही तुर्की पर कात्सा (Countering America’s Adversaries Through Sanctions Act) के तहत प्रतिबंध लगा चुका है. भारत ने अक्टूबर 2018 में रूस के साथ पांच अरब डॉलर में एस-400 हवाई रक्षा मिसाइल प्रणाली की पांच इकाइयां खरीदने का समझौता किया था, जबकि ट्रंप प्रशासन ने चेतावनी दी थी कि अगर इस समझौते को अमल में लाया जाता है तो अमेरिका प्रतिबंध लगा सकता है. जो बाइडन प्रशासन ने अभी तक स्पष्ट नहीं किया है कि क्या वह एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए भारत पर काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट (CAATSA) के तहत प्रतिबंध लगाएगा अथवा नहीं. कात्सा एक कठोर अमेरिकी कानून है जो 2017 में बना था और इसमें अमेरिकी प्रशासन के पास उन देशों पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार है जो रूस से बड़े सैन्य साजो-सामान खरीदते हैं. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रतिबंध नीति समन्वय में राष्ट्रपति बाइडन के प्रतिनिधि जेम्स ओ ब्रायन से बुधवार को सुनवाई के दौरान पूछा गया कि तुर्की पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से क्या कोई चेतावनी या सबक मिली है कि भारत के साथ किस तरह का व्यवहार करना है. एस-400 मिसाइल प्रणाली की खरीद के बाद तुर्की पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से इस तरह की आशंका थी कि वॉशिंगटन भारत पर भी इस तरह के प्रतिबंध लगा सकता है. रूस भारत का महत्वपूर्ण हथियार आपूर्तिकर्ता देश है. सांसद टॉड यंग ने ओ ब्रायन से पूछा, ‘‘मेरा मानना है कि उनकी परिस्थितियां काफी अलग हैं और उनकी अलग रक्षा भागीदारी भी है… लेकिन आप कैसे मानते हैं कि हमें अपने दोस्तों पर प्रतिबंध लगाने की संभावना के बारे में सोचना चाहिए?” इसके जवाब में ओ ब्रायन ने कहा कि दोनों स्थितियों की तुलना करना कठिन है. नाटो का सहयोगी तुर्की रक्षा खरीद प्रणाली में अलग हटकर काम कर रहा है और भारत के साथ भागीदारी महत्वपूर्ण है जिसका रूस से पुराना नाता है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह भारत को रूस से हथियार खरीदने के लिए हतोत्साहित कर रहा है और कुछ महत्वपूर्ण भू-रणनीतिक मसले भी हैं, खासकर चीन के साथ संबंधों को लेकर. इसलिए मेरा मानना है कि हमें संतुलन बनाए रखने पर गौर करना होगा.” रिपब्लिकन पार्टी के सांसद टॉड यंग ने रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए भारत के खिलाफ काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट (कात्सा) के तहत प्रतिबंधों में छूट देने का समर्थन करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन को ऐसी किसी भी कार्रवाई का विरोध करना चाहिए जो भारत को क्वाड से दूर कर सकता है. सांसद टॉड यंग ने कहा कि भारत को वर्तमान में रूस एस-400 प्रणाली की आपूर्ति कर रहा है. देश रूस से नए जंगी जहाजों को प्राप्त करने की प्रक्रिया में भी है. उन्होंने बुधवार को कहा, ‘‘ये दोनों भारत के लिए महत्वपूर्ण प्रणाली हैं.” यंग ने कहा, ‘‘चीन के खिलाफ हमारी प्रतिस्पर्धा में भारत एक महत्वपूर्ण सहयोगी है और इसलिए मेरा मानना ​​​​है कि हमें ऐसी किसी भी कार्रवाई का विरोध करना चाहिए जो उन्हें हमसे और क्वाड से दूर कर सकता है. इसलिए हमारे साझा विदेशी नीतिगत हित को देखते हुए मैं भारत के खिलाफ कात्सा प्रतिबंधों में छूट का पुरजोर समर्थन करता हूं.” उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि यहां अधिकांश लोग जानते हैं, भारतीयों के पास पिछले दशकों से बहुत सारी विरासत प्रणालियां हैं और इसके लिए उन्हें रूस की प्रणाली पर निर्भर रहना पड़ता है. भारत चीनी घुसपैठ से अपनी भूमि की रक्षा और हिंद महासागर में चीनी नौसेना के गैरकानूनी दखल को रोकना चाहता है.”

Pushpa: एक्शन, एक्टिंग और म्यूजिक का पावरहाउस है अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा’, बच के रहे बॉलीवुड

Pushpa: The Rise Pushpa हिंदी रिव्यू: अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘Pushpa’ का पहला पार्ट अमेजन प्राइम वीडियो पर हिंदी में रिलीज हो गया है. अभी तक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसका मलयालम, कन्नड, तेलुगू और तमिल वर्जन रिलीज हुए थे. अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा’ का पहला पार्ट अमेजन प्राइम वीडियो पर हिंदी में रिलीज हो गया है. अभी तक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसका मलयालम, कन्नड, तेलुगू और तमिल वर्जन रिलीज हुए थे. इसके हिंदी वर्जन को भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. फिल्म को सुकुमार ने डायरेक्ट किया है. ‘पुष्पा: द राइज’ में अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना और फाहद फासिल लीड रोल में हैं. फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है. फिल्म की अवधि दो घंटे 55 मिनट की है और मसाला फिल्म के हर एंगल को बखूबी दिखाया गया है. इस तरह मसाला फिल्में बनाने वाले बॉलीवुड को साउथ की इन फिल्मों और सितारों से थोड़ा संभलकर रहना चाहिए. पुष्पा की कहानी अल्लू अर्जुन यानी पुष्पराज की है. पुष्पराज को उसके पिता का नाम नहीं मिल पाता है, और उसमें एक गुस्सा रहता है. इस तरह वह अपनी ताकत में यकीन करता है और हर काम को बिंदास अंदाज में निभाता है. एक दिन पुष्पा मजदूरों के उस टेम्पो पर चढ़ जाता है, जिसमें ज्यादा दिहाड़ी मिलती है, लेकिन जोखिम जाता है. इस तरह वह चंदन की लड़की की तस्करी से जुड़ जाता है. धीरे-धीरे Pushpa इस तस्करी के धंधे पर अपना कब्जा जमाता जाता है. इस तरह सुकुमार ने चंदन की तस्करी को लेकर कहानी रची है, और फिल्म में हर वो मसाला डाला है जो फिल्म को कामयाबी की दिशा में ले जाता है. फिर वह चाहे संगीत हो, एक्शन या फिर एक्टिंग. हर मोर्चे पर फिल्म अपनी छाप छोड़ती है.  एक्टिंग के मोर्चे पर अल्लू अर्जन ने धाक जमा दी है. पुष्पा के किरदार में वह गहरे तक उतर गए हैं और उसकी सारी बारीकियों को उन्होंने पकड़ा है. उनका कंधा झुकाकर चलना, दाढ़ी पर हाथ फेरना, बोलना और अंदाज, इस कैरेक्टर को खास बनाती हैं. फिर रश्मिका मंदाना ने भी अपने किरदार से अल्लू अर्जुन का अच्छे से साथ दिया है. फाहद फासिल एक और ऐसे एक्टर हैं फिल्म में जिन्होंने अपने अभिनय से छाप छोड़ी है. पुष्पा जैसी फिल्म देखने के बाद बॉलीवुड को थोड़ा सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि फिल्म के हिंदी वर्जन ने भी बॉक्स ऑफिस पर 80 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. इस तरह साउथ का सिनेमा तेजी से बॉक्स ऑफिस पर हावी होता जा रहा है, जिसकी वजह नहीं कहानियां और उनको मौलिकता के साथ पेश करना.  रेटिंग: 4/5 स्टारडायरेक्टर: सुकुमारकलाकार: अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना और फाहद फासिल

SA vs IND: टेस्ट क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा अनोखा संयोग

SA vs IND SA vs IND 3rd Test: भारत ने साउथ अफ्रीका (South Africa Vs India Cape Town Test) के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन गुरुवार को यहां अपनी दूसरी पारी में 198 रन बनाये SA vs IND 3rd Test: भारत ने साउथ अफ्रीका (South Africa Vs India Cape Town Test) के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन गुरुवार को यहां अपनी दूसरी पारी में 198 रन बनाये. भारत ने इस तरह से साउथ अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखा है. तीन मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है. भारतीय पारी समाप्त होते ही चाय का विश्राम ले लिया गया. भारतीय पारी का आकर्षण ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का शतक रहा जिन्होंने नाबाद 100 रन बनाये. साउथ अफ्रीका की तरफ से मार्को जेनसन ने चार तथा कैगिसो रबाडा और लुंगी एनगिडी ने तीन-तीन विकेट लिये. बता दें कि टेस्ट मैच के दौरान कुछ ऐसा हुआ है जो टेस्ट मैच के इतिहास के 145 साल में पहली बार हुआ है.  SA vs IND: कोहली की DRS विवाद पर हुई आलोचना, अब कप्तान ने दिया जवाब, बोले, बाहर बैठे लोग बस  दऱअसल भारत की दोनों पारियों में सभी 10 बल्लेबाज एक ही तरीके से यानि कैच आउट हुए. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक टेस्ट मैच में एक ही टीम के सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए. भारत की पहली पारी 223 पर सिमटी थी. जिसमें भी सभी भारतीय बल्लेबाज कैच आउट हुए थे. इसके बाद जब भारतीय टीम की दूसरी पारी 198 पर आउट हुए तो इस पारी में भी सभी बल्लेबाज कैच आउट हुए.  बता दें केपटाउन टेस्ट मैच की दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने 100 रनों की नाबाद पारी खेली, यह उनके टेस्ट करियर का चौथा शतक है. इससे पहले पंत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में शतक जमाने का कमाल कर दिखाया है. अपने टेस्ट करियर में पंत ने 2 शतक इंग्लैंड के खिलाफ जमाए हैं. बता दें कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहला टेसट मैच 1877 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. टेस्ट क्रिकेट का पहला टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला गया थआ, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की जीत हुई थी. तब से लेकर केपटाउन में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट मैच से पहले तक कभी भी एक टेस्ट मैच में एक टीम के सभी 20 विकेट एक ही तरह से आउट नहीं हुए थे. 

SA vs IND: कोहली की DRS विवाद पर हुई आलोचना, अब कप्तान ने दिया जवाब, बोले, बाहर बैठे लोग बस …’

कोहली की DRS विवाद पर हुई आलोचना, अब कप्तान ने दिया जवाब, बोले, बाहर बैठे लोग बस भारतीय कप्तान विराट कोहली ने डीआरएस (Virat Kohli on DRS) का विवादित फैसला डीन एल्गर के पक्ष में जाने के बाद प्रसारकों के खिलाफ अपनी टीम के मौखिक हमले का बचाव करते हुए शुक्रवार को कहा कि बाहर बैठे लोग मैदान पर इस तरह के व्यवहार के कारणों को नहीं जानते. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने डीआरएस (Virat Kohli on DRS) का विवादित फैसला डीन एल्गर के पक्ष में जाने के बाद प्रसारकों के खिलाफ अपनी टीम के मौखिक हमले का बचाव करते हुए शुक्रवार को कहा कि बाहर बैठे लोग मैदान पर इस तरह के व्यवहार के कारणों को नहीं जानते. कोहली और उनके साथियों ने तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन अंतिम 45 मिनट के दौरान तब अपना आपा खो दिया जब दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर को विवादास्पद डीआरएस फैसले के कारण क्रीज पर टिके रहे. भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी निराशा स्टंप माइक पर व्यक्त की. भारत तीसरा मैच सात विकेट से हारने के कारण श्रृंखला 2-1 से गंवा बैठा. कोहली ने शुक्रवार को यहां मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। हम जानते हैं कि मैदान पर क्या हुआ और बाहर बैठे लोगों को पता नहीं होता है कि मैदान पर क्या चल रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए मैदान पर हमने जो कुछ किया उसे सही ठहराने की कोशिश करना और यह कहना कि हम भावनाओं में बह गये ……।”  कोहली ने वाक्य पूरा नहीं किया. कोहली ने कहा, ‘‘अगर हम वहां पर हावी हो जाते और तीन विकेट लेते तो संभवत: वह क्षण खेल की दिशा बदल देता. यह घटना 21वें ओवर में घटी जबकि रविचंद्रन अश्विन की उछाल लेती गेंद सीधे एल्गर के पैड पर लगी। अंपायर मारियास इरासमस ने उंगली उठा दी लेकिन एल्गर ने डीआरएस लिया. रीप्ले से हालांकि पता चला कि गेंद विकेट के ऊपर से निकल रही थी और ऐसे में अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा. इस पर भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी निराशा खुलकर व्यक्त की. अब तक 99 टेस्ट खेल चुके कोहली ने कहा कि वह इसे विवाद नहीं बनाना चाहते हैं और उनकी टीम इससे आगे निकल चुकी है. उन्होंने कहा, ‘‘वास्तविकता यह है कि हमने इस टेस्ट मैच में उन पर लंबे समय तक पर्याप्त दबाव नहीं बनाये रखा और इसलिए हम मैच हार गये.

Mumbai में कोरोना के 11317 नए मामले, पिछले 24 घंटे में 17 फीसदी घटे केस

Mumbai : Mumbai में 84,352 एक्टिव केस हैं. जबकि पिछले 24 घंटे में 54,924 कोविड टेस्ट हुए हैं, जो एक दिन पहले के मुकाबले 12.86 फीसदी कम हैं. मुंबई में पॉजिटिविटी रेट 20.60 फीसदी है. जबकि अभी कुल आरक्षित बेड के मुकाबले 16.8 फीसदी ही भरे हैं.  Mumbai में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 11,317 नए मामले मिले हैं, जो गुरुवार के मुकाबले 17 फीसदी कम हैं. पिछले 24 घंटे में मुंबई में कोरोना से 9 मौतें हुई हैं. मुंबई में 84,352 एक्टिव केस हैं. जबकि पिछले 24 घंटे में 54,924 कोविड टेस्ट हुए हैं, जो एक दिन पहले के मुकाबले 12.86 फीसदी कम हैं. मुंबई में पॉजिटिविटी रेट 20.60 फीसदी है. जबकि अभी कुल आरक्षित बेड के मुकाबले 16.8 फीसदी ही भरे हैं. मुंबई में गुरुवार को 13,702 कोरोना केस सामने आए थे. जबकि कोविड से 6 मौतें हुई थीं. Mumbai में एक्टिव केस की तादाद 95,123 तक पहुंच गई है. जबकि कुल कोविड टेस्ट 63,031 गुरुवार को पिछले 24 घंटे में हुए हैं. गुरुवार को 21.73 फीसदी कोविड पॉजिटिविटी रेट था. जबकि कुल उपलब्ध कोविड बेडों में से सिर्फ 17.3 फीसदी ही भरे हैं.0 मुंबई में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में उतार चढ़ाव देखा गया है. हालांकि पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के केस 44-45 हजार के करीब आ रहे हैं, जो चिंताजनक हैं. महाराष्ट्र सरकार ने 15 जनवरी तक मुंबई समेत कई इलाकों में कोविड से जुड़ी कड़ी पाबंदियां लगाई हैं, लेकिन इनका सख्ती से पालन होता नहीं दिख रहा है.  वहीं दिल्‍ली में 24 घंटों में कोरोना के नए केस में कुछ कमी दर्ज की गई है. पिछले 24 घंटों में दिल्‍ली में 24,383 नए कोरोना केस सामने आए है. नए केस घटे हैं, लेकिन पॉजिटिविटी रेट बढ़ा है.  पिछले 24 घंटों में पॉजिटिविटी रेट 30.64% रहा जो कि एक दिन पहले 29.21% था. पिछले 24 घंटों में 34 मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के सर्वाधिक 28,867 नए मामले सामने आए थे, जबकि 31 और मरीजों की इससे मौत हो गई थी.