दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो क्रूर पति ने पत्नी को कुएं में लटकाया, वीडियो बनाकर जीजा को भेजा और…

मध्य प्रदेश में राजस्थान की एक लड़की के साथ बेहद दुखद और क्रूर घटना घटी. लड़की का पति बहुत क्रोधित हो गया क्योंकि जब उनकी शादी हुई तो उसे उसके परिवार से कोई पैसा या उपहार नहीं मिला। उसने उसके चारों ओर रस्सी बांध दी और उसे कुएं में लटका दिया। उसने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया और अपने जीजा को भेजकर ढेर सारे पैसे मांगे। राजस्थान के प्रतापगढ़ नामक स्थान की एक महिला के साथ उसके पति ने बहुत बुरा व्यवहार किया। उसने उसे चोट पहुंचाई क्योंकि उसने उसे पैसे नहीं दिए। यहां तक कि उसने उसे कुएं में लटका दिया और उसका वीडियो भी बनाया. वह चाहता था कि उसका परिवार उसे जाने देने के लिए उसे ढेर सारा पैसा दे। इसकी जानकारी प्रतापगढ़ पुलिस को हुई और वह महिला की मदद करने की कोशिश कर रही है। प्रतापगढ़ में पुलिस प्रमुख ने अपनी टीम से उस व्यक्ति से बात करने को कहा जिसे चोट लगी थी ताकि पता चल सके कि क्या हुआ था। उसने महिला से सवाल पूछे और उसने जो कुछ भी हुआ उसे बताया। आहत महिला ने थाने जाकर कहा कि उसके पति ने उसके साथ बहुत बुरा किया है. जिस व्यक्ति को चोट लगी है वह प्रतापगढ़ के कनौरा नामक गांव में रहता है. उनका नाम उषा कीर है. उषा की शादी तीन साल पहले मध्य प्रदेश के जावद के किरपुरा के राकेश कीर से हुई थी। तब से उसका पति उसके साथ बुरा व्यवहार कर रहा है क्योंकि वह उसके परिवार से पैसे चाहता था। 20 अगस्त को कुछ बुरा हुआ. राकेश कीर नाम के शख्स ने एक शादीशुदा महिला को गहरे कुएं में रस्सी से लटका दिया. उसने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर महिला के भाई को भेज दिया. वीडियो में महिला मदद की गुहार लगा रही है. राकेश महिला की सुरक्षा के बदले उसके परिवार से पैसे चाहता था। ये वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मध्य प्रदेश नाम की जगह पर एक बुरी घटना घटी. कोई कुएं में फंस गया था, लेकिन सौभाग्य से उनके परिवार ने उन्हें बचा लिया। इसके बाद फंसे हुए शख्स ने पुलिस को आपबीती बताई और पुलिस अब जांच कर रही है. सोशल मीडिया पर लोग इसके बारे में खूब चर्चा कर रहे हैं. यह कुछ वैसा ही है जैसा कि प्रतापगढ़ में हुआ था, जहां कुछ लोगों ने एक महिला को चोट पहुंचाई और उसके साथ बुरा व्यवहार किया। इससे राजस्थान में काफी बहस और असहमति हो गई है.
आखिर राखी सावंत को देखकर गौहर खान को क्यों आया गुस्सा? खुलेआम दिया ये बयान

राखी सावंत हाल ही में अबाया नामक एक प्रकार के कपड़े पहन रही हैं। इससे गौहर खान काफी नाराज हो गई हैं और उन्होंने राखी को फातिमा कहकर भद्दी-भद्दी बातें कहीं। गौहर खान ने इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और काफी लोग इसे शेयर कर रहे हैं. राखी सावंत और आदिल दुर्रानी कुछ दिनों से एक-दूसरे से बहस कर रहे हैं। हाल ही में राखी मक्का-मदीना की यात्रा पर गईं और वापस आईं। अब, वह चाहती है कि लोग उसे फातिमा कहें और वह अबाया नामक एक विशेष पोशाक पहनती है। राखी के इस ड्रेस पहनने से गौहर खान काफी नाराज हैं और उन्होंने इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा है, जिसे कई लोग शेयर कर रहे हैं. गौहर उस शख्स से खफा हैं जो इस्लाम नाम के एक खास धर्म का मजाक उड़ा रहा है. यह व्यक्ति एक पवित्र स्थान पर भी बहुत उपद्रव और नाटक कर रहा है। गौहर को समझ में नहीं आता कि यह व्यक्ति एक मिनट में कैसे कह सकता है कि वे इस्लाम में विश्वास करते हैं, लेकिन फिर अगले ही मिनट कहते हैं कि उन्होंने वास्तव में इस पर विश्वास करना नहीं चुना। View this post on Instagram A post shared by Gauahar Khan (@gauaharkhan) नाटक तब होता है जब लोग ध्यान आकर्षित करने या दूसरों को उन पर ध्यान दिलाने के लिए कुछ करते या कहते हैं। हो सकता है कि वे जो कहते या करते हैं उसका वास्तव में कोई मतलब न हो, वे बस चाहते हैं कि लोग उनके बारे में बात करें या सोचें कि वे महत्वपूर्ण हैं। गौहर कह रही हैं कि कोई असल में इस्लाम को समझ नहीं रहा है और उसकी सराहना नहीं कर रहा है. वे केवल मुस्लिम होने का दिखावा कर रहे हैं जब यह उनके लिए सुविधाजनक हो। गौहर को लगता है कि सऊदी अरब या भारत में इस्लामी अधिकारियों के लिए इस व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना महत्वपूर्ण है ताकि वे अब इस्लाम का मजाक न बना सकें। View this post on Instagram A post shared by Waahiid Ali Khan (@sshaawntv) नाटक कभी-कभी लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उन्हें किसी चीज़ में दिलचस्पी लेने के लिए बनाया जाता है। गौहर ने कुछ ऐसा लिखा जिसका कोई मतलब नहीं है. वे कह रहे हैं कि कोई केवल यह समझ सकता है कि इस्लाम कितना सुंदर है जब वह ध्यान आकर्षित करना चाहता है या जब इससे उसे लाभ होता है। लेकिन यह सच नहीं है, आप सिर्फ उन कारणों से मुसलमान नहीं बन सकते। गौहर चाहती हैं कि सऊदी अरब या भारत में इस्लामिक अधिकारी इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, ताकि लोग अब इस्लाम का मजाक न उड़ाएं।
नवजात के होंठ और जीभ खा रही थीं चींटियां: झाड़ियों में मिला 7 दिन का बच्चा; 3 दोस्तों ने मुझे उठाया और हॉस्पिटल ले गए

दौसा जिले के बांदीकुई जिले में एक तरफ इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर तो दूसरी तरफ इंसान के रूप में 3 देवदूत भी सामने आए। सोमवार सुबह 11 बजे गांधी पार्क के प्रवेश द्वार के पास एक नवजात शिशु मिला। तेज धूप में पड़े बच्चे के मुंह में चींटियाँ भरी थीं। चिएंटियां बच्चे की जीभ और मूंछों को काट रही थीं। इस बीच तीन दोस्त मोनिका प्रजापत (17), संजय मीना (18) और अजित बैरवा (17) बांदीकुई स्टेशन की तरफ जा रहे थे। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर देश हैरान रह गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। तभी उन्हें गांधी पार्क के गेट के पास से नवजात के कराहने की आवाज आई। त्रिस्तरीय झील तक समुद्र तट तो बच्चे के शरीर को चियांटियां काट रही थीं। बिना वक्त गंवाए उन्होंने बच्चे को गोद में उठा लिया। रूमाल से उसका चेहरा और शरीर साफ किया गया। मुथ और सुपरमार्केट पर लगी चिएंटियां हटाईं और बांदीकुई सरकारी अस्पताल लेकर पहुंच गए। बच्चा बहुत भूखा था और बहुत दर्द कर रहा था। बांदीकुई अस्पताल के कार्यालय के निदेशक मीनार मीनार ने बताया- नवजात शिशु को लेकर तब भी आया जब उसके शरीर पर चिंटियाँ बच्चे चिपकी हुई थीं। बच्चे को दर्द और भूख से पीड़ा हो रही थी। मेडिकल स्टाफ ने बच्चे के शरीर और मुंह से सारी चीजें निकालीं और दूध मंगाकर बच्चे को पिलाया। दूध पीकर बच्चे ने रोना बंद कर दिया। लोगों ने कहा- पहले पुलिस बुलाओ यूक्रेनिया पेजपत ने बताया- मैं अपने दोस्त संजय और अजित के साथ स्कूल यूनिफॉर्म की कंपनी की ओर से रेलवे स्टेशन के पास मार्केट की ओर जा रहा था। रेलवे लाइन से थोड़ी दूर गांधी पार्क के गेट के पास बच्चे के रोने की आवाज तो सोखी थी पार्क के कोई बच्चा रो रहा था, लगातार आ रही थी, हमने अंदर खोजा तो आवाज से आ रही। वहां बच्चा रखा था. बच्चे की हालत देख चिंता हुई, दिल ज़ोरों से देखने लगा। मैंने उसे गोद में उठा लिया। हमने इधर-उधर देखे और पार्क में मौजूद कुछ लोगों के बारे में बताया। उन्होंने सलाह दी कि बच्चा कहाँ था, कहाँ रख दो और पुलिस को बुलाओ। बच्चे को दर्द से पीड़ा हो रही थी। रोये जा रहा था. हम बच्चे को लेकर जिला अस्पताल, बांदीकुई पहुंचे। वहां मौजूद स्टाफ से पूरी बात बताई गई। मेडिकल टीम ने तुरंत शुरू किया बच्चे का इलाज। पुलिस भी अस्पताल में पहुंची। पुलिस को वह जगह दिखाई दी जहां बच्चा मिला था। डॉक्टर और पुलिस इस बच्चे की जान बचाने के लिए अब हमारी सराहना कर रहे हैं। मैं वास्तव में खुश और गौरवान्वित महसूस करता हूं क्योंकि मैंने बच्चे की जान बचाई, लेकिन मैं बता नहीं सकता कि मुझे कितना अच्छा लग रहा है। अरीथ, संजय और अजित त्रिया बीएन जोशी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बांदीकुई के 11वीं कक्षा के छात्र हैं। चावला बांदीकुई के कुम्हार मोहन, संजय गणेश मंदिर के पास और अजित टीकाली इलाके में रहते हैं। इधर, बांदीकुई पुलिस इलाके के सुपरमार्केट में रहती है। पुलिस का कहना है कि सोमवार की सुबह अंधेरे की खाड़ी में शायद ही किसी बच्चे को यहां फेंक दिया गया हो।
क्राइम: मुंबई में 23 साल की एयर होस्टेस की गला रेतकर हत्या, फ्लैट में मिला शव, हड़कंप

पवई नामक स्थान पर पुलिस को बताया गया कि एक महिला की किसी ने गला दबाकर हत्या कर दी है। उन्हें बताया गया कि उसका शव मरोल नामक पड़ोस के एक अपार्टमेंट में है। जब पुलिस वहां पहुंची तो उन्हें महिला का शव उसके ही अपार्टमेंट में मिला। वहां उसके साथ उसकी बहन और एक दोस्त भी रहती थी. महाराष्ट्र में एक हवाई अड्डे के पास मरोल नामक स्थान से कुछ बहुत दुखद और डरावनी खबर है। एयर होस्टेस के रूप में काम करने वाली एक युवती अपने अपार्टमेंट में मृत पाई गई। किसी ने उसका गला काटकर उसे बहुत बुरी तरह चोट पहुंचाई। पुलिस ने सोमवार को इस बारे में सभी को बताया. पुलिस को सूचना मिली कि मरोल नामक स्थान पर एक महिला की किसी ने गला दबाकर हत्या कर दी है. वे तुरंत वहां गए और उसके अपार्टमेंट में उसका शव पाया। वह अपनी बहन और एक दोस्त के साथ अपार्टमेंट में रहती थी। पुलिस कह रही है कि उसकी बहन और दोस्त अभी शहर में नहीं हैं. पवई पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच की पुलिस उस जगह पर है जहां कुछ हुआ था, और वे अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके में पप्पू नाम के शख्स की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. पप्पू 42 साल का था और सुलभ शौचालय के ठेकेदार के रूप में काम करता था। हमें अभी तक नहीं पता कि उसे क्यों मारा गया, लेकिन डॉक्टरों द्वारा उसके शरीर की जांच करने के बाद हमें और अधिक जानकारी मिल सकती है। पप्पू मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था लेकिन जब यह घटना हुई तब वह शास्त्री नगर में रह रहा था।
ओडिशा में 2 घंटे में 61 हजार बार गिरी बिजली, जानें ऐसा कब और क्यों होता है?

पूर्वी भारत के एक स्थान ओडिशा में प्रकाश की बहुत बड़ी चमक और तेज़ आवाज़ें थीं। ऐसा बिजली गिरने की वजह से हुआ, यानी जब बिजली आसमान से ज़मीन पर आती है. ऐसा केवल दो घंटों में 61,000 बार हुआ! दुर्भाग्य से, इन बिजली हमलों के कारण 12 लोग घायल हो गए या उनकी मृत्यु हो गई। आकाशीय बिजली सबसे अधिक कुछ स्थानों पर गिरती है, जैसे ओडिशा। भारत की एक जगह ओडिशा में कुछ बहुत ही डरावना हुआ। महज दो घंटे में 61 हजार बार गिरी बिजली! इससे बहुत से लोगों को डर लगने लगा. सौभाग्य से, ज्यादा लोगों को चोट नहीं आई। 12 लोगों की मौत हो गई और 14 घायल हो गए. सभी को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों का कहना है कि दोपहर 3:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच 61 हजार से ज्यादा बार बिजली गिरी। मौसम के जानकारों का कहना है कि अगले चार दिनों तक ओडिशा में खूब बारिश होने वाली है. ऐसा एक बड़े तूफ़ान के कारण हुआ है जिसके कारण बारिश का मौसम जल्दी शुरू हो गया है। बारिश बहुत तेज़ होगी और कुछ देर तक रहेगी. जब लंबे समय के बाद बारिश का मौसम वापस आता है, तो आमतौर पर बहुत अधिक बिजली गिरती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आसमान में ठंडी और गर्म हवाएं एक दूसरे से टकराती हैं और बिजली चमकाती हैं। बिजली कैसे चमकती है और क्यों गिरती है? खैर, बिजली आकाश में बिजली के एक बड़े विस्फोट की तरह है। ऐसा तब होता है जब आकाश में बड़े बादल होते हैं जिनमें पानी होता है। ये बादल सचमुच बहुत ऊँचे हैं, लगभग 10-12 किलोमीटर! कभी-कभी बादलों से बिजली ज़मीन पर आ जाती है और तभी हमें बिजली चमकती हुई दिखाई देती है। ये बादल वास्तव में आकाश में जमीन से लगभग एक से दो किलोमीटर ऊपर हैं। बादलों का ऊपरी हिस्सा और भी ऊँचा है, ज़मीन से लगभग 12 से 13 किलोमीटर ऊपर। वहां बहुत ठंड है, शून्य से लगभग 35 से 45 डिग्री नीचे। जब बादलों में पानी ऊपर जाता है और जम जाता है, तो वह बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाता है। ये क्रिस्टल जैसे-जैसे बादलों में ऊपर जाते हैं, बड़े होते जाते हैं। अंततः वे इतने बड़े हो जाते हैं कि नीचे गिरने लगते हैं। जब वे एक-दूसरे से टकराते हैं, तो वे बिजली बनाते हैं जिसे इलेक्ट्रॉन कहा जाता है। ऐसा बार-बार होता है, और अधिक से अधिक इलेक्ट्रॉन बनते हैं। आकाश में जब बादल घूमते हैं तो वे धनात्मक और ऋणात्मक आवेश उत्पन्न करते हैं। बादल के शीर्ष और मध्य भागों के बीच आवेश की मात्रा में बहुत बड़ा अंतर होता है। इससे तेज़ विद्युत धारा उत्पन्न होती है, जो बहुत शक्तिशाली हो सकती है। इसमें से कुछ धारा ज़मीन तक पहुँचती है और लोगों और चीज़ों को बहुत अधिक नुकसान पहुँचा सकती है। ऐसा हर साल होता है और दुनिया भर के कई लोगों के लिए बहुत दुख और नुकसान का कारण बनता है। मानचित्र से पता चलता है कि भारत में सबसे अधिक बिजली कहाँ गिरती है। इसमें कहा गया है कि बिजली गिरने की सबसे ज्यादा घटनाएं मध्य प्रदेश में होती हैं, इसके बाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और बंगाल का नंबर आता है। भारत में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक समेत कई राज्यों में बिजली गिर सकती है. भारत में हर साल बिजली गिरने से दुर्भाग्यवश बहुत से लोग घायल हो जाते हैं या मर भी जाते हैं। क्या लोगों को यह जानने का कोई तरीका है कि बिजली कब गिरने वाली है? हां, भारत में उन्होंने एक विशेष प्रणाली बनाई जो लोगों को पहले से बताती है कि बिजली कब गिर सकती है। वे यह दिखाने के लिए विभिन्न रंगों का उपयोग करते हैं कि बिजली कितनी जल्दी गिर सकती है, और वे समय से एक से दो दिन पहले अलर्ट देते हैं। इससे लोगों को आकाशीय बिजली से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है और दुर्घटनाओं से बचाव होता है। इसके अलावा किसी क्षेत्र में बिजली गिरने से तीन घंटे पहले चेतावनी दी जाती है. चेतावनी प्रणाली के पास हमें बिजली गिरने के बारे में पहले से बताने के दो तरीके हैं। बादलों की चाल को देखकर वे अनुमान लगा सकते हैं कि बिजली चमकेगी या बारिश होगी, ऐसा होने से लगभग 30 मिनट पहले। बेहतर सेंसर के साथ, वे 3 या 4 घंटे पहले तक यह भी अनुमान लगा सकते हैं कि बिजली गिरेगी या बारिश होगी। ऐसे विशेष फ़ोन प्रोग्राम हैं जिन्हें ऐप्स कहा जाता है जो फैंसी तकनीक का उपयोग करते हैं। ये ऐप्स हमें भविष्य में होने वाली बिजली जैसी घटनाओं के बारे में बता सकते हैं। भारत सरकार ने आकाशीय बिजली से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए दामिनी नाम से एक ऐप बनाया। यह हमें बता सकता है कि हम जहां हैं उसके 20 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिर सकती है या नहीं। लेकिन कभी-कभी ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यह चेतावनी भेजना कठिन होता है क्योंकि उनके पास संदेश प्राप्त करने का कोई अच्छा तरीका नहीं होता है। बिजली की छड़ बिजली को इमारतों को नुकसान पहुँचाने से कैसे बचाती है? बिजली की छड़ एक विशेष धातु की छड़ होती है, जो आमतौर पर तांबे से बनी होती है, जिसे इमारतों के शीर्ष पर रखा जाता है। इसका एक नुकीला भाग छत के ऊपर चिपक जाता है और दूसरा भाग नीचे जमीन में चला जाता है। यह छड़ बिजली को आकर्षित करने और इमारत से सुरक्षित रूप से दूर ले जाने में मदद करती है, जिससे उसे नुकसान होने से बचाया जा सके। तड़ित चालक एक विशेष उपकरण की तरह होता है जो आकाश से बिजली एकत्र करता है और उसे सुरक्षित रूप से जमीन पर भेजता है। यह हमारे घरों को बिजली से क्षतिग्रस्त होने से बचाने में मदद करता है। लाइटनिंग अरेस्टर लगाकर हम अपने घर को आकाशीय बिजली से सुरक्षित रख सकते हैं। हम आकाशीय बिजली से कैसे सुरक्षित रह सकते हैं? बारिश होने पर पेड़ों के नीचे रहना या तालाबों में तैरना सुरक्षित नहीं है क्योंकि वहां बिजली गिर सकती है। हमें बरसात के
शाहरुख खान- सलमान खान या थलापति विजय नहीं…72 साल के सुपरस्टार हैं भारत के सबसे महंगे एक्टर, लेते हैं 210 करोड़ फीस

भारत में एक ऐसा अभिनेता है जिसे फिल्मों में अभिनय करने के लिए बहुत ज्यादा पैसे मिलते हैं। हाल ही में एक्टर्स को मिलने वाली फीस काफी ज्यादा हो गई है। कुछ अभिनेताओं को तो अपनी हर फिल्म के लिए 100 करोड़ से भी ज्यादा फीस मिलती है। इस लिस्ट में शाहरुख खान, सलमान खान, अक्षय कुमार और थलापति विजय जैसे कुछ मशहूर कलाकार शामिल हैं। लेकिन अब दक्षिण भारत के एक 72 वर्षीय अभिनेता को इन सभी से भी ज्यादा पैसे मिल रहे हैं. बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों के मशहूर कलाकार इस बात को लेकर खूब चर्चा करते हैं कि उन्हें कितना पैसा मिलता है। कुछ सितारों को इतना पैसा मिलता है कि इसका इस्तेमाल दो बड़ी फिल्में बनाने में किया जा सकता है। शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, अक्षय कुमार, थलपति विजय, राम चरण और अल्लू अर्जुन जैसे अभिनेता बहुत अधिक पैसे मांगने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 72 साल के रजनीकांत नाम के सुपरस्टार ने इन मशहूर अभिनेताओं से भी ज्यादा पैसे मांगे थे? उन्होंने जिस फिल्म में काम किया उसके लिए उन्होंने 210 करोड़ रुपये मांगे। पिछले महीने रजनीकांत की जेलर नाम की फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और इसने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। इसने सनी देओल की लोकप्रिय फिल्म गदर 2 से भी ज्यादा कमाई की। लोगों ने फिल्म को खूब पसंद किया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 600 करोड़ का आंकड़ा पार करते हुए जबरदस्त कमाई भी की। अब यह फिल्म इंटरनेट पर ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए देखने के लिए उपलब्ध होगी। फिल्म के निर्माताओं ने इसे ओटीटी पर दिखाने के अधिकार वास्तव में बड़ी रकम, 100 करोड़ में बेचे। लेकिन, कुछ और भी है जिसके बारे में लोग खूब चर्चा कर रहे हैं, भले ही फिल्म वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रही हो। बात इस बारे में है कि फिल्म ‘जेलर’ के लिए रजनीकांत को कितने पैसे मिले थे। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रजनीकांत को इसके लिए 210 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था! यह बहुत पेसा है! उन्हें अन्य प्रसिद्ध अभिनेताओं से भी अधिक पैसा मिला है। पहले थलपति विजय फिल्मों में एक्टिंग के लिए सबसे ज्यादा पैसे लेते थे. दो साल पहले उन्होंने 100 करोड़ की फीस ली थी. लेकिन, जब उनकी फिल्में वास्तव में लोकप्रिय हो गईं और खूब पैसा कमाया, तो उन्होंने और पैसे मांगने का फैसला किया। कहा जा रहा है कि उन्होंने अपनी अगली फिल्म ‘थलापति 68’ के लिए 200 करोड़ रुपये मांगे हैं। लेकिन अब रजनीकांत ने उनसे 210 करोड़ मांगकर बाजी मार ली है.
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण पर विरोध:सरपंच ने जलाई कार, जान से मारने की धमकी; पुलिस का लाठीचार्ज, 20 प्रदर्शनकारी घायल

महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा नामक एक समूह को विशेष मौका देने को लेकर लोग विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान, पुलिस प्रमुख और कुछ अन्य पुलिस अधिकारी उस समय घायल हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया। पुलिस ने हवा में रबर की गोलियां चलाकर प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की. मंगेश साबले, जो फुलंबरी नामक जगह के नेता हैं, ने बहुत ही खतरनाक काम किया। उसने अपनी कार पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी। वहाँ बहुत से लोग थे जो यह सब होते देख रहे थे। साबले ने कहा कि वह अब चुप नहीं बैठने वाले. वह अपनी कार में आग लगाकर यह दिखाना चाहता था कि वह कितना परेशान है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर हालात नहीं बदले तो वह खुद को आग भी लगा सकते हैं। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई. कल प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं और 20 प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके क्योंकि वे मार खाने से नाराज़ थे और इसमें 18 पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए. विरोध कर रहे लोगों ने एक बड़ी सड़क पर कारों को रोक दिया और कुछ बसें जला दीं जो सरकार की थीं. पुलिस अब हिंसा में शामिल 360 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. 29 अगस्त से ही मनोज जारांगे के नेतृत्व में 10 लोगों का समूह खाना न खाकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. वे चाहते हैं कि मराठों को विशेष अधिकार मिले. 1 अगस्त को पुलिस ने मनोज को विरोध प्रदर्शन रोकने की कोशिश की क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. जब पुलिस और प्रदर्शनकारी दोनों का गुस्सा बढ़ने लगा तो पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस छोड़ी और लोगों पर लाठियां बरसाईं. तभी प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया. गांव में रहने वाले लोगों का कहना है कि पुलिस ने हवा में कुछ गोलियां भी चलाईं, लेकिन जिम्मेदार लोगों ने यह नहीं बताया कि यह सच है या नहीं. 31 अगस्त की रात पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे पकड़ में नहीं आये. प्रदर्शनकारी अब बीड जिले में हड़ताल करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन हमें अभी तक पूरी जानकारी नहीं है। कुछ बुरा होने के बाद राज्य के नेता, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा समुदाय को शांत और शांतिपूर्ण रहने के लिए कहा। उन्होंने ग़लत काम करने वाले लोगों को सज़ा देने का वादा किया. लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि मराठा समुदाय को अपने लिए एक विशेष दर्जा मिले।
टीचर करता था गंदी हरकतें! वीडियो भी बनाया, 14 साल के बच्चे ने धारदार हथियार से काटा गला

दिल्ली में एक बहुत ही दुखद स्थिति थी जहां एक 14 वर्षीय लड़के ने अपने शिक्षक को बहुत बुरी तरह चोट पहुंचाई। ट्यूटर लड़के के साथ बुरा काम कर रहा था और अंततः लड़का इसे और बर्दाश्त नहीं कर सका। पुलिस को पता चला कि ट्यूटर लड़के के साथ बहुत बुरा व्यवहार कर रहा था और उसने इसे रिकॉर्ड भी किया। एनडीटीवी नामक एक समाचार चैनल ने बताया कि एक लड़के को एक व्यक्ति को चोट पहुंचाने और संभवतः उसकी हत्या करने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। ऐसा तीन दिन बाद हुआ जब लड़के ने उस आदमी के साथ कुछ बुरा किया क्योंकि वह उससे नाराज़ था। इलाके के पुलिस प्रभारी राजेश देव ने बताया कि 30 अगस्त को किसी ने पुलिस को फोन कर बताया कि उन्होंने जामिया नगर के बाटला हाउस के एक घर के कमरे से खून निकलता देखा है. कमरा भी खुला था. दिल्ली में बहुत बुरा हुआ. एक 14 वर्षीय लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उस पर अपने शिक्षक को चोट पहुँचाने का आरोप था। लेकिन पता चला कि टीचर भी लड़के के साथ बुरा काम कर रही थी। टीचर लड़के के साथ बुरा व्यवहार करती थी और उसका वीडियो भी बनाती थी। एनडीटीवी की एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि एक लड़के को पुलिस शुक्रवार को ले गई क्योंकि उनका मानना था कि उसने खुद से बदला लेने के लिए एक व्यक्ति की हत्या कर दी। उस इलाके के पुलिस प्रभारी ने बताया कि 30 अगस्त को किसी ने उन्हें फोन कर बताया कि जामिया नगर के बाटला हाउस के एक मकान की दूसरी मंजिल पर एक कमरे से खून निकल रहा है और वह कमरा खाली है. खुला। उस व्यक्ति के परिवार के पास केवल एक कमरे वाला एक छोटा सा अपार्टमेंट था। पुलिस ने कहा कि अपार्टमेंट में कोई रह रहा था लेकिन कुछ दिन पहले वे चले गए।
12 साल की नौकरानी पर अत्याचार, पति गिरफ्तार: गौरव को तवे और सिगरेट से दागता था; चार दिन अकेले छोड़कर बेंगलुरु चला गया

नागपुर में, एक बहुत ही दुखद घटना हुई जहां एक 12 वर्षीय लड़की को एक जोड़े द्वारा चोट पहुंचाई गई, जिसे उसकी देखभाल करनी थी। उन्होंने उसे चोट पहुँचाने के लिए गर्म तवे, चाकू और सिगरेट जैसी चीज़ों का इस्तेमाल किया। पुलिस को पता चला कि दंपति लड़की को घर पर अकेला छोड़कर चार दिनों के लिए बेंगलुरु नामक दूसरे शहर चले गए। उन्होंने इस घटना में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. पति-पत्नी तीन साल पहले घर के कामकाज में मदद के लिए बेंगलुरु से एक लड़की को लाए थे। ये सभी नागपुर में अथर्व नगरी सोसायटी नामक जगह पर रहते हैं। जब बिजली ने काम करना बंद कर दिया, तो लड़की ने खिड़की से किसी को बचाने के लिए चिल्लाया। एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में बच्चों की मदद करने वाली शीतल पाटिल ने कहा कि जब कुछ लड़कियां गलती करती थीं, तो वे उन्हें सिगरेट या गर्म तवे से उनकी त्वचा पर निशान बनाकर सजा देती थीं। एक बार की बात है, एक पति-पत्नी बैंगलोर नामक स्थान पर थे। अचानक लाइटें बंद हो गईं और बहुत अंधेरा हो गया। पत्नी बुरी तरह डर गई और खिड़की से मदद के लिए चिल्लाने लगी. सौभाग्य से, पड़ोसियों ने उसकी बात सुन ली और वे तुरंत उसे बचाने आए। वे दरवाजा तोड़कर घर के अंदर चले गए। लेकिन जब उन्होंने लड़की को देखा तो वह बहुत डर गई और हैरान रह गई। उन्होंने देखा कि उसके शरीर पर जले हुए निशान थे। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि पति-पत्नी ने बिजली कंपनी को पैसे नहीं दिए, इसलिए उन्होंने बिजली बंद कर दी. छोटी लड़की के घर में कोई रोशनी या बिजली नहीं थी, और वह केवल रोटी ही खा सकती थी क्योंकि उनके पास कोई अन्य भोजन नहीं था। बेंगलुरु की पुलिस ने किसी को पकड़कर नागपुर की पुलिस को दे दिया. विक्रांत सांगाने नाम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डॉक्टरों को ऐसे संकेत मिले हैं कि लड़की को चोट लगी है. नागपुर की पुलिस ने मदद के लिए बेंगलुरु की पुलिस को बुलाया. बेंगलुरु की पुलिस ने पति-पत्नी को पकड़कर नागपुर की पुलिस को दे दिया. पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच कर रही है. लड़की की माँ और पिता ने कहा कि वे उसके स्कूल के काम में उसकी मदद करेंगे। बेंगलुरु से नागपुर लाने से पहले पति-पत्नी ने लड़की के माता-पिता से एक वादा किया. उन्होंने उसकी शिक्षा का ख्याल रखने और यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि वह सुरक्षित है। लड़की के शरीर पर चोट लगने या जलने के निशान थे। उसे अभी भी चिकित्सा सहायता मिल रही है।
राजस्थान में पत्नी को ग्रामीणों के सामने नंगा घुमाया गया: पीटा और 1KM तक दौड़ाया; पीड़िता से बोले सीएम- सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपये देंगे

राजस्थान के धरियावद नामक स्थान पर एक महिला के साथ बहुत बुरा हुआ। उसके पति ने उसे काफी दूर तक दूसरे लोगों के सामने बिना कपड़ों के दौड़ाया। ये 31 अगस्त को हुआ और इसका एक वीडियो इंटरनेट पर खूब पॉपुलर हुआ. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला और उसके माता-पिता से काफी देर तक बात की. उसने उसे सरकारी नौकरी देने और उसे बेहतर महसूस कराने के लिए ढेर सारे पैसे देने का वादा किया। एसपी अमित कुमार नामक पुलिस अधिकारी ने बताया कि डेढ़ साल पहले ही एक महिला की शादी इसी गांव के एक युवक से हुई थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस समाज में लोग विनम्र और अच्छे आचरण वाले हों, वहां ऐसे बुरे काम करने वाले लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. महिला ने पुलिस को देर रात हुई घटना के बारे में बताया. इसके बाद पुलिस ने उसकी सारी बातें लिखीं और उसका रिकॉर्ड बनाया. उनके पास इसमें शामिल 10 लोगों के नाम हैं. अब तक पुलिस इनमें से 7 को पकड़ चुकी है. जो कुछ हुआ उससे राष्ट्रीय महिला आयोग काफी नाराज है. वे यह पता लगाने के लिए लोगों का एक समूह बना रहे हैं कि क्या हुआ था। उन्होंने राजस्थान के पुलिस प्रमुख से कहा है कि वे इस बारे में तुरंत कुछ करें और उन्हें पांच दिन में रिपोर्ट दें. भाजपा उस व्यक्ति का समर्थन कर रही है जिस पर कुछ गलत करने का आरोप है। सीएम ने धरियावद नामक स्थान पर जाकर उस व्यक्ति से मुलाकात की जिसे चोट लगी थी. सीएम ने कहा कि यह बहुत दुखद बात हुई. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण लोगों को मदद के लिए उस स्थान पर भेजा जहां ऐसा हुआ था. हालाँकि गाँव में संचार के अच्छे तरीके नहीं थे, फिर भी जो लोग क्षेत्र के प्रभारी हैं उन्होंने अच्छा काम किया। उन्होंने उस व्यक्ति को पकड़ लिया जो मुख्य रूप से जिम्मेदार है. सीएम गहलोत कह रहे हैं कि बीजेपी हालात को गंभीरता से नहीं ले रही है और दूसरी घटना से तुलना कर रही है. इससे उन लोगों को अच्छा महसूस हो रहा है जिन्होंने कुछ गलत किया है और यह उचित नहीं है। सीएम गहलोत को लगता है कि बीजेपी जानबूझकर ऐसा कर रही है. इस बीच, जब सीएम गहलोत हेलीकॉप्टर उतरने वाले स्थान से धरियावद गेस्ट हाउस नामक घर में किसी घायल व्यक्ति से मिलने जा रहे थे, तो भाजपा नामक एक अलग राजनीतिक दल के कुछ लोग खुश नहीं थे। बीजेपी के ये लोग सड़क पर चलते वक्त काले कपड़े दिखाकर चिल्ला रहे थे. पुलिस ने जंगल में गलत काम कर रहे एक शख्स को पकड़ लिया, लेकिन ऐसा करते वक्त उन्हें चोट लग गई. शख्स को शुक्रवार रात को पता चला कि पुलिस उन्हें पकड़ने आ रही है तो उन्होंने जंगल में भागने की कोशिश की. जब वे दौड़ रहे थे तो उनके पैरों में चोट लग गई। लेकिन पुलिस फिर भी तीन लोगों को पकड़ने में कामयाब रही. जिस शख्स को चोट लगी है वो अब अस्पताल में इलाज करा रहा है. बाकी जिन लोगों ने गड़बड़ी की उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने छह टीमें बनाई हैं. महिला मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया. पता चला कि उसने भागकर पास के गांव के एक युवक से शादी कर ली है। जब वह एक साल बाद अपने नए पति के साथ वापस आई तो उसके ससुराल वाले उसे जबरदस्ती अपने गांव ले गए। ऐसा होने के बाद पति ने अपने शहर में कई लोगों के सामने पत्नी के कपड़े उतरवाए। इससे वह वास्तव में दुखी हो गई और वह बहुत रोई और जाने देने की मांग की। जो कुछ हो रहा था उसे शहर के कई लोग देखते रहे और फिल्माते रहे, लेकिन किसी ने भी पति को ऐसा करने से नहीं रोका। पत्नी को भी जल्द ही बच्चा होने वाला है, वह पहले से ही छह महीने की गर्भवती है।