LIC IPO लाने के फैसले के खिलाफ दो दिन की हड़ताल का समर्थन करेंगे लाखों बीमा कर्मचारी
LIC IPO : लाने के सरकार के फैसले के खिलाफ एलआईसी कर्मचारियों के एम्पलाई यूनियन ने दिल्ली हेडक्वार्टर में विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए. सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ (LIC IPO) लाने की तैयारी में तेजी से चल रही है. दूसरी ओर सरकार के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है. सरकार ने रविवार को एलआईसी आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास मसौदा दस्तावेज जमा किया. इसके एक दिन बाद यानी सोमवार को ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIIEA) ने एलआईसी मुख्यालय पर सरकार आईपीओ लाने के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया. LIC IPO लाने के सरकार के फैसले के खिलाफ एलआईसी कर्मचारियों के एम्पलाई यूनियन ने दिल्ली हेडक्वार्टर में विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए. एलआईसी कर्मचारी यूनियन ने तय किया है कि वह 28 और 29 मार्च को ट्रेड यूनियन द्वारा बुलाई गई हड़ताल का समर्थन करेंगे और इन 2 दिनों में करीब सवा लाख इंश्योरेंस सेक्टर के कर्मचारी हड़ताल करेंगे. यह भी तय किया गया है कि जिस दिन आईपीओ जारी होगा उस दिन पूरे देश में एलआईसी के कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे.LIC कर्मचारी यूनियन का आरोप है कि सरकार आईपीओ के जरिए एलआईसी का निजीकरण बड़े स्तर पर करने की कवायद में जुटी है. समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, आईपीओ के जरिए सरकार एलआईसी की पांच प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश कर रही है. मसौदा रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय फर्म मिलिमन एडवाइजर्स ने 30 सितंबर 2021 तक एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य लगभग 5.4 लाख करोड़ रुपये आंका है. क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी जीवन बीमा प्रीमियम के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है. गौरतलब है कि एलआईसी के आईपीओ में 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी है. इसमें जीवन बीमा निगम के पॉलिसीधारिकों को भी हिस्सा लेने का मौका दिया जाएगा. उनके लिए 10 फीसदी हिस्सा आरक्षित होगा. उन्हें आईपीओ निर्गम मूल्य में छूट भी दी जाएगी.
The Gautam Adani बने में सबसे अमीर, को पछाड़ ऐसे की ‘दुनिया में सबसे तेज़ कमाई’
Gautam Adani बने Asia में सबसे अमीर : गौतम अडानी (Gautam Adani) ने एक छोटी सी कमोडिटी ट्रेडिंग कंपनी से व्यापार की शुरुआत की थी जिसका उन्होंने कई बंदरगाहों, खानों और ग्रीन एनर्जी (Green Energy) के क्षेत्र में विस्तार किया. भारतीय अरबपति कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) अब मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को पछाड़ कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति (Asia’s Richest Person) बन गए हैं. गौतम अडानी ने एक छोटी सी कमोडिटी ट्रेडिंग कंपनी से व्यापार की शुरुआत की थी जिसका उन्होंने कई बंदरगाहों , खानों और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में विस्तार किया. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार बिलियनर्स इंडेक्स (Billioners Index) के अनुसार 59 साल के महारथी अडानी की संपत्ति (Net Worth) सोमवार को $88.5 बिलियन डॉलर पहुंच गई. उन्होंने मुकेश अंबानी को इस इंडेक्स में पछाड़ दिया. मुकेश अंबानी की संपत्ति (Net Worth) $87.9 बिलियन डॉलर पहुंच गई है. अडानी की निजी संपत्ति में $12 बिलियन का इज़ाफा हुआ है और वो इस साल दुनिया में सबसे तेज़ कमाई करने वाले व्यापारी बन गए हैं. अडानी के कोयला व्यापार को लेकर खासा विवाद हुआ था जहां उनके खनन प्रोजक्ट पर ग्रेटा थनबर्ग समेत कई पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए थे. लेकिन फिर गौतम अडानी ने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए जीवाश्म ईंधन को छोड़ कर आगे बढ़ने का फैसला किया. गौतम अडानी ने नवीकरणीय उर्जा के क्षेत्र में व्यापार विस्तार किया साथ ही एयपोर्ट्स, डेटा सेंटर और रक्षा सौदों में कारोबार बढ़ाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन क्षेत्रों को राष्ट्र निर्माण और लंबे आर्थिक लक्ष्य पाने के लिए प्राथमिकता पर रखा था. मुंबई के ब्रोकरेज कंपनी HDFC Securities Ltd के अध्यक्ष दीपक जसानी कहते हैं, “अडानी समूह सही समय पर लगभग सभी नए सेक्टर्स में मौजूद है. इसने विदेशी निवेशकों को भी आकर्षित किया है. जिन सेक्टर्स में वो काम कर रहे हैं उनके लिए बहुत से धन की ज़रूरत थी लेकिन अडानी को फंड जुटाने में कम ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ” स्टॉक मार्केट में पिछले 2 सालों में अडानी के कुछ शेयरों में 600% तक का इजाफा हुआ है. उन्होंने ग्रीन एनर्जी और इंफ्रा के क्षेत्र पर दांव खेला. भारत सरकार ने 2070 तक नेट-ज़ीरो कार्बन का लक्ष्य रखा है.
The Most Incredible Article About Air India के लिए सरकार को मिली फाइनल पेमेंट,आज से Tata की हो गई एयरलाइन
Air India के लिए सरकार को मिली फाइनल पेमेंट केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि एयर इंडिया को टाटा ग्रुप में वापस पाकर हम पूरी तरह से खुश हैं. हम विश्व स्तरीय एयरलाइन के रूप में सभी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं. सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एयर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा समूह के साथ 18,000 करोड़ रुपये में शेयर खरीद समझौता किया था. सौदे में एयर इंडिया एक्सप्रेस और उसकी इकाई एआईएसएटीएस की बिक्री भी शामिल है. हस्तांतरण प्रक्रिया से पहले, 24 जनवरी को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एयर इंडिया लिमिटेड और एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) द्वारा और उनके बीच एयरलाइन की संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए किए गए समझौते की रूपरेखा को अधिसूचित किया. एआईएएचएल की स्थापना 2019 में सरकार ने एयर इंडिया समूह की ऋण और गैर-प्रमुख संपत्ति रखने के लिए की थी. एयर इंडिया की चार अनुषंगी – एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड, एयरलाइन अलाइड सर्विसेस लिमिटेड, एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ-साथ गैर प्रमुख संपत्तियों आदि को विशेष प्रयोजन इकाई में स्थानांतरित किया गया था. बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में ऋणदाताओं का एक संघ घाटे में चल रही विमानन कंपनी एयर इंडिया के सुचारू परिचालन के लिए टाटा समूह को ऋण प्रदान करने पर सहमत हो गया है. सूत्रों ने बताया कि एसबीआई के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम एयर इंडिया की आवश्यकताओं के अनुसार निश्चित अवधि और कार्यशील पूंजी ऋण दोनों देने पर सहमत हो गया है. सूत्रों के अनुसार पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित सभी बड़े ऋणदाता कंसोर्टियम का हिस्सा हैं.
Reliance न्यूयॉर्क के ‘आलीशान’ मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण, 9.81 करोड़ डॉलर का होगा सौदा
Reliance न्यूयॉर्क के ‘आलीशान’ मैंडरिन ओरिएंटल होटल का करेगा अधिग्रहण मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) न्यूयॉर्क में प्रीमियम लग्जरी होटल मैंडरिन ओरिएंटल (Mandarin Oriental) का अधिग्रहण करने जा रही है. यह सौदा करीब 9.81 करोड़ डॉलर में होगा. मैंडरिन ओरिएंटल अपने बॉलरूम, पांच-सितारा स्पा और खाने-पीने के स्थानों के लिए जाना जाता है. आयरलैंड के अभिनेता लियाम नीसन (Liam Neeson) और अमेरिकी अभिनेत्री लूसी लियू (Lucy Liu) यहां नियमित रूप से आने वाले मेहमानों में शामिल हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज यह अधिग्रहण अपनी एक अनुषंगी के जरिये करेगी. मैंडरिन ओरिएंटल होटल 2003 में बना था. यह 80 कोलंबस सर्किल में स्थित है और इसकी पहचान प्रतिष्ठित लग्जरी होटलों में है. यह प्रिस्टीन सेंट्रल पार्क और कोलंबस सर्किल के पास है. इस होटल में 248 कमरे और सुइट हैं. मैंडरिन ओरिएंटल न्यूयॉर्क 35 से 54 मंजिलों पर है. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘‘रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट्स एंड होल्डिंग्स लिमिटेड (आरआईआईएचएल) ने कोलंबस सेंटर कॉरपोरेशन (केमैन) की संपूर्ण जारी शेयर पूंजी के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है. केमैन आइलैंड में स्थापित इस कंपनी के पास मैंडरिन ओरिएंटल की 73.37 प्रतिशत हिस्सेदारी है. यह सौदा 9.81 करोड़ डॉलर से अधिक में होगा.” एक साल से भी कम समय में रिलायंस द्वारा किसी चर्चित होटल का यह दूसरा अधिग्रहण है. पिछले साल अप्रैल में रिलायंस ने ब्रिटेन में स्टोक पार्क लिमिटेड का अधिग्रहण किया था. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाले Reliance समूह के पास करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये की नकदी है. अंबानी इस नकदी का इस्तेमाल कर ‘बदलाव’ की तैयारी कर रहे हैं. वह समूह के डिजिटल और खुदरा कारोबार को रिलायंस के लिए एक बड़ा स्तंभ बनाना चाहते हैं. इससे रिलायंस समूह की मुनाफे के लिए अपने परंपरागत तेल शोधन कारोबार पर निर्भरता कम होगी. यह सौदा मार्च, 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसके लिए कुछ परंपरागत नियामकीय और मंजूरियां ली जानी हैं.
Income tax रिटर्न फाइल करने की डेडलाइन 15 मार्च तक बढ़ाई गई…..
केंद्र सरकार ने Income tax रिटर्न फाइल करने की डेडलाइन 15 मार्च तक बढ़ा दी है. आयकरदाता अब 15 मार्च 2022 तक ITR फाइल कर सकेंगे. Income tax : केंद्र सरकार ने इन Income tax रिटर्न फाइल करने की डेडलाइन 15 मार्च तक बढ़ा दी है. वित्त मंत्रालय के रेवेन्यू डिपार्टमेंट की ओर से जारीनोटिफिकेशन में यह जानकारी दी गई है. इसके अनुसार, कोरोनावायरस की स्थिति के कारण टैक्सपेयर्स को हो रही परेशानियों को देखते हुए तारीख को बढ़ाया गया है. नोटिफिकेशन में यह भी कहा गया है कि इनकम टैक्स एक्ट 1961 के प्रावधानों के तहत विभिन्न ऑडिट रिपोर्टों की ई-फाइलिंग के दौरान आ रही समस्याएं के कारण भी डेडलाइन बढ़ाई गई है. टैक्सपेयर्स अब 15 मार्च 2022 तक ITR फाइल कर सकेंगे. सरकार का यह फैसला चौकाने वाला है. पिछले साल दिसंबर माह के आखिर में सरकार ने कहा था कि आयकर रिटर्न भरने की समयसीमा बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है और इसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2021 ही है. उन्होंने बताया था कि इस बार भरे गए रिटर्न की संख्या बीते वर्ष के मुकाबले अधिक है.
SBI कस्टमर अलर्ट! 1 फरवरी से IMPS डिजिटल पेमेंट में होंगे कई बदलाव, जान लें कब-कब जेब होगी ढीली
SBI : SBI के ग्राहकों को डिजिटल तरीके से तत्काल पांच लाख रुपये तक भेजने के लिये अगले महीने से कोई शुल्क नहीं देना होगा. अभी IMPS के तहत दो लाख रुपये भेजने के लिये कोई शुल्क नहीं देना होता है. नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के ग्राहकों को डिजिटल तरीके से तत्काल पांच लाख रुपये तक भेजने के लिये अगले महीने से कोई शुल्क नहीं देना होगा. एसबीआई ने मंगलवार को यह घोषणा की. फिलहाल, तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के तहत दो लाख रुपये भेजने के लिये कोई शुल्क नहीं देना होता है. देश के सबसे बड़े बैंक ने एक बयान में कहा कि ग्राहकों को बैंक के डिजिटल तौर-तरीकों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करने को लेकर SBI अब पांच लाख रुपये तक के IMPS लेन-देन के लिये कोई शुल्क नहीं लेगा. यह लेन-देन YONO ऐप, इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिये किया जा सकता है. और क्या-क्या होंगे बदलाव 1. अगर कोई बैंक की शाखा में जाकर IMPS के जरिये पैसा भेजना चाहता है, 1,000 रुपये तक के लिये कोई शुल्क नहीं है. हालांकि, 1 फरवरी से 1,000 रुपये से अधिक और दो लाख रुपये तक के लेन-देन पर दो रुपये से 12 रुपये के सेवा शुल्क के साथ उस पर जीएसटी लगेगा. 2. SBI ने कहा कि उसने दो लाख रुपये से अधिक और पांच लाख रुपये तक के लेन-देन की नई श्रेणी जोड़ी है. शाखा के जरिये इस राशि के लेन-देन को लेकर एक फरवरी से 20 रुपये के साथ जीएसटी लगेगा. 3. अगर ग्राहक पैसा इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या योनो ऐप के माध्यम से भेजते हैं, तो उन्हें कोई शुल्क नहीं देना होगा. 4. एसबीआई के अनुसार, डिजिटल माध्यम से नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिये पैसा भेजने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा. जबकि बैंक शाखा के जरिये एनईएफटी के माध्यम से पैसा भेजने पर 2 से 20 रुपये के अलावा जीएसटी देना होगा. 5. इसी प्रकार, डिजिटल माध्यम से आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) के जरिये पैसा भेजने पर कोई शुल्क नहीं लगेगा. जबकि बैंक शाखा के माध्यम से पैसा भेजने पर 20 से 40 रुपये के अलावा जीएसटी देना होगा.
जीएसटी संग्रह दिसंबर में 13 प्रतिशत बढ़कर 1.29 लाख करोड़ रुपये के पार
दिसंबर, 2021 में जीएसटी संग्रह इससे पिछले साल के 1.15 लाख करोड़ रुपये से 13 प्रतिशत अधिक है. वहीं यह दिसंबर, 2019 से 26 प्रतिशत ज्यादा है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में औसत जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये प्रतिमाह रहा है. नई दिल्ली: माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह दिसंबर, 2021 में इससे पिछले साल के समान महीने की तुलना में 13 प्रतिशत बढ़कर 1.29 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया. वित्त मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी. हालांकि, दिसंबर में जीएसटी संग्रह नवंबर के 1.31 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े से कम रहा है. दिसंबर, 2021 में लगातार छठे महीने सरकार का जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. यह भी पढ़ें Vaishno Devi में भगदड़ : जिंदा बचे लोगों ने खराब इंतजाम को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘दिसंबर, 2021 में सकल जीएसटी संग्रह 1,29,780 करोड़ रुपये रहा. इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का हिस्सा 22,578 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) का हिस्सा 28,658 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) का हिस्सा 69,155 करोड़ रुपये रहा. आईजीएसटी में वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए 37,527 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. इसके अलावा इसमें 9,389 करोड़ रुपये का उपकर (614 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए) भी शामिल है.” दिसंबर, 2021 में जीएसटी संग्रह इससे पिछले साल के 1.15 लाख करोड़ रुपये से 13 प्रतिशत अधिक है. वहीं यह दिसंबर, 2019 से 26 प्रतिशत ज्यादा है. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में औसत जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये प्रतिमाह रहा है. वहीं पहली तिमाही में यह 1.10 लाख करोड़ रुपये और दूसरी तिमाही में 1.15 लाख करोड़ रुपये रहा था. मंत्रालय ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के साथ कर चोरी रोकने के उपायों, विशेषरूप से जाली बिल जारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई से जीएसटी राजस्व बढ़ाने में मदद मिली है. इसके अलावा दरों को युक्तिसंगत बनाने के उपायों से भी जीएसटी संग्रह बढ़ा है.” मंत्रालय ने उम्मीद जताई कि 2021-22 की चौथी तिमाही में भी संग्रह में बढ़ोतरी का यह रुख जारी रहेगा. नवंबर, 2021 में कुल 6.1 करोड़ ई-वे बिल निकाले गए. यह अक्टूबर, 2021 के 7.4 करोड़ के आंकड़े से करीब 17 प्रतिशत कम है. मंत्रालय ने कहा कि कर अनुपालन में सुधार और केंद्र और राज्यों के कर विभागों के बेहतर कर प्रशासन की वजह से जीएसटी संग्रह बढ़ा है. डेलॉयट इंडिया के भागीदार एम एस मणि ने कहा कि ई-वे बिल में कमी के बावजूद जीएसटी राजस्व बढ़ा है. इसकी मुख्य वजह सेवा क्षेत्र से ऊंचे संग्रह के अलावा कर-अपवंचना रोकने के लिए प्रौद्योगिकी आधारित उपायों को लागू करना है. इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि जीएसई ई-वे बिल में कमी के बावजूद सालाना आधार पर और माह-दर-माह आधार जीएसटी संग्रह कुल मिलाकर अच्छा रहा है.
Gold Price Today : आज चमक रहे हैं सोना-चांदी, गोल्ड 48,000 के ऊपर बरकरार, यहां चेक करें लेटेस्ट रेट
Gold Price Today on 28th December, 2021 : गोल्ड और सिल्वर दोनों ही आज अच्छी तेजी दर्ज कर रहे थे. सोमवार को चांदी लाल निशान में दिखी थी. वहीं घरेलू बाजार में इसके हाजिर दामों में भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी, लेकिन आज बाजार संभला नजर आ रहा है. नई दिल्ली: Gold-Silver Price Update : बुलियन मार्केट में मंगलवार यानी 28 दिसंबर, 2021 को अच्छी चमक दिख रही है. गोल्ड और सिल्वर दोनों ही आज अच्छी तेजी दर्ज कर रहे थे. सोमवार को चांदी लाल निशान में दिखी थी. वहीं घरेलू बाजार में इसके हाजिर दामों में भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई थी, लेकिन आज बाजार संभला नजर आ रहा है. सुबह 9.25 पर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोना 111 रुपये या 0.23 % की तेजी लेकर 48,177 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर दर्ज हुआ. इसका एवरेज प्राइस 48,160 था. पिछले सत्र में गोल्ड फ्यूचर की क्लोजिंग 48,066 रुपये पर हुई थी. अगर सिल्वर की बात करें तो 62,301 के स्तर पर बंद हुआ मेटल आज 113 रुपये या 0.18 % की तेजी से 62,414 रुपये प्रति किलोग्राम पर दर्ज हुआ. इसका एवरेज प्राइस 62,443 रुपये पर दर्ज हुआ. अगर GoldPrice.org पर देखें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस दौरान गोल्ड में 0.15% फीसदी की तेजी दर्ज हो रही थी और धातु 1,810.17 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर ट्रेड कर रहा था. वहीं, चांदी 0.58% फीसदी की तेजी के साथ 22.99 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर थी. गिर गए थे चांदी के हाजिर दाम सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 18 रुपये की तेजी के साथ 47,175 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47,157 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं चांदी की कीमत 342 रुपये की गिरावट के साथ 60,710 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई. पिछले कारोबारी सत्र में यह 61,052 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमत Good Returns वेबसाइट पर नजर डालें तो आज 24 कैरेट सोने की कीमत 1 ग्राम पर 4,823, 8 ग्राम पर 38,584, 10 ग्राम पर 48,230 और 100 ग्राम पर 4,82,300 रुपये चल रही है. अगर प्रति 10 ग्राम देखें तो 22 कैरेट सोना 47,310 पर बिक रहा है. अगर प्रमुख शहरों में गोल्ड की कीमतों पर नजर डालें तो दिल्ली में 22 कैरेट के सोने की कीमत 47,610 और 24 कैरेट सोने की कीमत 51,910 चल रही है. मुंबई में 22 कैरेट सोना 47,230 और 24 कैरेट सोना 48,230 पर चल रहा है. कोलकाता में 22 कैरेट सोना 47,410 रुपए है, वहीं 24 कैरेट सोना 50,110 रुपए है. चेन्नई में 22 कैरेट सोने की कीमत 45,560 और 24 कैरेट 49,700 रुपए है. ये कीमतें प्रति 10 ग्राम सोने पर हैं. अगर चांदी की बात करें तो वेबसाइट के मुताबिक, प्रति किलोग्राम चांदी की कीमत 62,500 रुपए प्रति किलो है. दिल्ली में चांदी 62,500 रुपए प्रति किलो बिक रही है. मुंबई और कोलकाता में भी चांदी की कीमत यही है. चेन्नई में चांदी की कीमत 66,300 रुपए प्रति किलो है.
इत्र कारोबारी पीयूष जैन भी हिरासत में, 18 घंटे की रेड में 175 करोड़ रुपए बरामद
आयकर विभाग (Income Tax Department) को नोटों के बंडलों की भरी अलमारी भी मिलने की खबर है। इतना ही नहीं, पीयूष जैन के घर में एक तहखाने की खबरें भी आ रही हैं और मुमकिन है कि रिकवरी की ये रकम और बढ़ सकती है। नई दिल्लीउत्तर प्रदेश में केवल एक इन्सान के यहां इतना कैश निकला है कि यह देश में लगभग 12355 लोगों की कमाई है। यह शख्स हैं इत्र कारोबारी पीयूष जैन, जिनके यहां इनकम टैक्स के छापे (Income Tax Raid on Piyush Jain) पड़े हैं। खबर है कि अब तक करीब 177 करोड़ रुपयों की बरामदगी हो चुकी है। आयकर विभाग को नोटों के बंडलों की भरी अलमारी भी मिलने की खबर है। इतना ही नहीं, उनके घर में एक तहखाने की खबरें भी आ रही हैं और मुमकिन है कि रिकवरी की ये रकम और बढ़ सकती है। अब आप सोच रहे होंगे कि पीयूष जैन के यहां मिला कैश कैसे 12355 लोगों की कमाई हो सकती है? ऐसा देश की प्रति व्यक्ति आय के आधार पर है। दरअसल ताजा आंकड़ों के मुताबिक, साल 2020 में भारत में प्रति व्यक्ति कमाई 1900 डॉलर से अधिक दर्ज की गई, हालांकि यह 2000 डॉलर से कम है। इस बारे में हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा था कि भारत में प्रति व्यक्ति आय 2,000 डॉलर से कम है। अब अगर भारत में प्रति व्यक्ति आय को मोटा मोटी 1900 डॉलर मानकर चलें तो यह भारतीय करेंसी में 143250.50 रुपये बैठती है। अब 177 करोड़ रुपयों को 143250.50 से भाग दें तो परिणाम लगभग 12355 आता है। यानी 177 करोड़ रुपये, प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से भारत में 12355 लोगों की आय हुई। मुंबई, कन्नौज, गुजरात और कानपुर के ठिकानों पर छापेमारीपीयूष जैन पर इनकम टैक्स ने जो छापा मारा है, उसे युपी चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है और कहा जा रहा है कि पीयूष जैन सपा के अखिलेश यादव के करीबी हैं। गुरुवार को आयकर विभाग की टीम ने पीयूष जैन के मुंबई, कन्नौज, गुजरात और कानपुर के ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग की टीम ने पीयूष जैन की फैक्ट्री, कार्यालय, कोल्ड स्टोर और पेट्रोल पंप पर छापेमारी की और इस दौरान करोड़ों की कर चोरी सामने आई। पीयूष जैन के यहां आयकर विभाग के छापे में जो रकम बरामद हुई है, उसे आरबीआई को सौंप जाएगा। 8 मशीनें भी पड़ गईं कमकन्नौज में पीयूष जैन के घर से 4 करोड़ कैश और एक करोड़ के जेवरात बरामद हुए हैं, वहीं कानपुर के घर से 177 करोड़ रुपये रिकवर हुए हैं। कानपुर में छापे के बाद पहली खेप में 13 डिब्बों में पैसे रखे गए थे, वहीं दूसरी खेप में 17 डिब्बों में रखकर पूरी रकम ले जाकर रिजर्व बैंक में जमा कराई जा रही है। आईटी विभाग (Kanpur IT Raids) की रेड के दौरान कानपुर के जूही स्थित आनंदपुरी में पीयूष जैन (Piyush jain) के यहां से इतने पैसे मिले हैं कि बीते 24 घंटे से नोटों को गिनने का सिलसिला जारी है। रुपयों को गिनने के लिए गुरुवार को 6 मशीनें आई थीं, बाद में दो और मशीनें लाई गईं। यह भी पढ़ें: सलमान खान को सांप ने काटा, 6 घंटे अस्पताल में रहने के बाद डिस्चार्ज हुए एक्टर लगभग 40 कंपनियों के मालिकपीयूष जैन का मूल निवास स्थान कन्नौज के छपट्टी मोहल्ले का होली चौक है। वह भारत में इत्र के बड़े व्यवसायियों में शुमार हैं। उनका इत्र एक्सपोर्ट भी किया जाता है। कानपुर और मुंबई में भी पीयूष के परिवार के काफी लोग रहते हैं, साथ ही दफ्तर भी हैं। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज में घर के अलावा कन्नौज में परफ्यूम फैक्ट्री, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप हैं। मुंबई में पीयूष का घर, हेड ऑफिस और शोरूम भी है। जैन की कंपनियां मुंबई में भी रजिस्टर हैं। अधिकारियों के मुताबिक, पीयूष जैन के पास लगभग 40 कंपनियां हैं, जिनमें से 2 मिडिल ईस्ट में हैं। जैन के मुंबई के शोरूम से परफ्यूम पूरे देश और विदेश में बिकता है। आयकर कानून की धारा 132 के तहत आती है रेडइनकम टैक्स रेड आयकर कानून की धारा 132 के तहत आती है। इसके तहत अधिकारी किसी व्यक्ति के बिजनेस या घर कहीं पर भी छापा मार सकता है। रेड किसी भी वक्त हो सकती है और कितनी भी देर तक चल सकती है। इतना ही नहीं, अगर कुछ गड़बड़ पाई जाती है तो जब्ती भी की जा सकती है। पूरे परिसर में मौजूद किसी भी व्यक्ति की तलाशी ली जा सकती है, जिसमें पुलिस की मदद भी ली जाती है। रेड के दौरान अधिकारी जानकारी बाहर निकालने के लिए ताले तक तोड़ सकते हैं।
Amazon पर 202 करोड़ रुपये का जुर्माना, फ्यूचर रिटेल के साथ सौदा निलंबित
Amazon :यह निर्णय यूएस ई-कॉमर्स दिग्गज के नियामक से अप्रूवल लेते समय जानकारियां छुपाने के आरोपों की समीक्षा के बाद लिया गया. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व कदम का अमेजन की कानूनी लड़ाई पर दूरगामी परिणाम हो सकता है, जो अब अलग हो चुके पार्टनर फ्यूचर के साथ है. ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजन (Amazon) को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ( CCI ) से बड़ा झटका लगा है. CCI ने अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन के फ्यूचर ग्रुप के साथ सौदे को मिली मंज़ूरी पर रोक लगा दी है. अमेजन पर 200 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है. 57 पन्नों के आदेश में, सीसीआई ने कहा कि अमेजन डॉट कॉम एनवी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स LL के फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के सौदे के लिए 28 नवंबर, 2019 के आदेश के अनुसार मंजूरी फिलहाल फ्रीज रहेगी. CCI ने माना कि अमेजन (E Commerce Company) ने कुछ प्रासंगिक जानकारी छुपाकर ये मंज़ूरी ली थी. CCI ने कहा कि Amazon ने 2019 के सौदे के “वास्तविक उद्देश्य और विवरण” को छिपाया और गलत प्रतिनिधित्व और सामग्री तथ्यों को दबाने” की कोशिश की. CCI ने कहा कि अब इस सौदे की नए सिरे से जांच करना जरूरी है. इसकी मंजूरी तब तक रुकी रहेगी. ‘सर्दी, नया साल औऱ यात्रा”, Omicron के बढ़ते खतरे के बीच सरकार ने दी सलाह देश की एंटीट्रस्ट बॉडी ने शुक्रवार को Amazon.com की फ्यूचर ग्रुप के साथ 2019 में हुई डील को निलंबित कर दिया. खबर के अनुसार यह निर्णय यूएस ई-कॉमर्स दिग्गज के नियामक से अप्रूवल लेते समय जानकारियां छुपाने के आरोपों की समीक्षा के बाद लिया गया. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व कदम का अमेजन की कानूनी लड़ाई पर दूरगामी परिणाम हो सकता है, जो अब अलग हो चुके पार्टनर फ्यूचर के साथ है.अमेरिकी फर्म ने महीनों तक 2019 में अपने 200 मिलियन डॉलर के निवेश की शर्तों का सफलतापूर्वक उपयोग किया, ताकि फ्यूचर के रिलायंस इंडस्ट्रीज को 3.4 बिलियन डॉलर में खुदरा संपत्ति बेचने के प्रयास को रोक सके. 57-पृष्ठ के आदेश में, CCI ने कहा कि वह “संयोजन (सौदे) की नए सिरे से जांच करना आवश्यक है,” 2019 में दी गई इसकी मंजूरी को तब तक “स्थगित रखा जाएगा”.सीसीआई के आदेश में कहा गया है कि अमेजन ने सौदे के “वास्तविक दायरे को छुपाया” और अनुमोदन की मांग करते हुए “झूठे और गलत बयान” दिए.