Car से कॉन्स्टेबल को घसीटने का नया VIDEO:ड्राइवर ने कहा- आज तुझे पटककर ही मानूंगा; उसकी पत्नी बोली- रोज चालान काटते थे
जोधपुर में सीट बेल्ट के लिए टोकने वाले ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को Car से घसीटने का एक नया वीडियो सामने आया है। वहीं 700 मीटर तक कार के बोनट पर कॉन्स्टेबल को घसीटने वाली दंपती को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि ड्राइवर ने कॉन्स्टेबल को टक्कर मारकर धमकी दी थी कि आज तो तुझे पटककर ही मानूंगा। वहीं कार में बैठी ड्राइवर की पत्नी ने पुलिस से कहा कि ये आए दिन चालान काटते रहते हैं, हम क्या करें? सीट बेल्ट नहीं पहना था इसलिए रोकी थी कारमामला जोधपुर शहर के देव नगर थाने के हाउसिंग बोर्ड के पास सेंट्रल एकेडमी स्कूल का है। यहां ट्रैफिक पॉइंट पर कॉन्स्टेबल गोपाल विश्नोई और हैड कॉन्स्टेबल हरेंद्र के साथ तैनात था। शाम करीब 5 बजे Car ड्राइवर गजेंद्र सालेचा (57) और उनकी पत्नी संतोष देवी कार लेकर स्कूल की तरफ आ रहे थे। संतोष ने सीट बेल्ट नहीं पहना था। ट्रैफिक पुलिस ने उनकी कार रोक ली, हेड कॉन्स्टेबल हरेंद्र ड्राइवर से बात करने गए थे। जैसे ही हरेंद्र ने सीट बेल्ट के लिए टोका और चालान की बात कही तो गजेंद्र ने गाड़ी दौड़ा दी। इससे Car की टक्कर से उसके आगे खड़ा कॉन्स्टेबल उछलकर बोनट पर आ गया। इसके बावजूद गजेंद्र ने कार नहीं रोकी। वहीं, गोपाल बोनट को पकड़कर लटका रहा। कॉन्स्टेबल बार-बार कार रोकने का इशारा करता रहा, लेकिन दंपती नहीं माने। करीब 700 मीटर आगे एक युवक ने कार के आगे बाइक लगा दी, जिसकी वजह से गजेंद्र ने अचानक ब्रेक लगा दिए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया। सोमवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 15 दिन के लिए जेल भेज दिया गया। दंपती बोली: चालान काटने से परेशान थे, कॉन्स्टेबल का आरोप: धमकायाआरोपी गजेंद्र सालेचा शास्त्री नगर के पावर हाउस रोड पर रहता है। स्टेशनरी और प्रिटिंग का काम है। कॉन्स्टेबल ने बताया कि गजेंद्र को कार रोकने का कहा तो उसने नहीं छोड़ने की धमकी दी और कार दौड़ाता रहा। पुलिस ने दंपती के खिलाफ राजकीय कार्य में बाधा, राजकीय अधिकारी-कर्मचारी को धमकाने, उसे चोट पहुंचाने व हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किए। Car से उतरने को तैयार नहीं था गजेंद्र देवनगर थानाधिकारी जय किशन भी मौके पर पहुंचे, लेकिन फिर भी गजेंद्र कार से उतरने के लिए तैयार नहीं था। मौके पर भीड़ जुटी तो दंपती नीचे उतरे। दोनों को थाने ले जाया गया। सीसीटीवी खंगाले तो पूरा घटनाक्रम सामने आया। उन्होंने बताया कि थाने लाने के बाद भी दोनों को कोई अफसोस नहीं था। जब पत्नी संतोष से पूछा कि आपने अपने पति को रोकने या समझाने की कोशिश नहीं की? इस पर संतोष देवी ने कहा कि आए दिन चालान कटते रहते हैं, हम क्या करें। वहीं गजेंद्र धमकाता रहा कि आज तुझे पटककर ही मानूंगा।
महाराष्ट्र में 9 लोगों ने की suicide:सांगली जिले के म्हैसाल में दो सगे भाईयों के घरों से मिलीं 9 लाशें, कर्ज के चलते उठाया कदम
सांगली जिले के म्हैसाल में दो सगे भाईयों के घरों से मिलीं 9 लाशें महाराष्ट्र (Maharashtra) के सांगली (Sangli) जिले से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। मिराज तालुका के म्हैसाल में सोमवार (20 जून 2022) को एक ही परिवार के 9 सदस्य अपने घर में मृत पाए गए। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। पुलिस ने संदेह जताया है कि कर्ज के चलते परिवार ने सामूहिक आत्महत्या की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशंका जताई जा रही है कि परिवार के सभी सदस्यों की मौत जहर खाने से हुई है। परिवार के छह सदस्य अंबिका नगर वाले घर में मृत मिले, जबकि अन्य तीन के शव राजधानी कॉर्नर के दूसरे घर से बरामद किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि परिवार कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था, इसलिए हो सकता है कि कर्ज चुकाने में असमर्थ होने पर उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया हो। मुंबई से 350 किलोमीटर दूर सांगली जिले के म्हैसल में अपने घर में मृत पाए गए लोगों की पहचान कर ली गई है। मृतकों की पहचान पेशे से वेटनरी डॉक्टर पोपट यालप्पा वनमोरे (52), संगीता पोपट वनमोरे (48), अर्चना पोपट वनमोरे (30), शुभम पोपट वनमोरे (28), माणिक यालप्पा वनमोरे (49), रेखा माणिक वनमोरे (45), आदित्य माणिक वन (15), अनीता माणिक वनमोरे (28) और अक्कताई वनमोरे (72) के रूप में हुई है। डॉ. वनमोरे का शव उनके परिवार के छह अन्य सदस्यों के साथ महिसाल में नरवाड़ रोड के पास अंबिका नगर वाले घर में मिला था। रिपोर्ट के अनुसार, परिवार का एक घर अंबिका नगर में और दूसरा राजधानी कॉर्नर में है। सोमवार सुबह से ही दोनों घरों के दरवाजे नहीं खुले थे। पड़ोसियों ने जब दरवाजा खटखटाया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया, कुछ देर बाद उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद पता चला कि एक ही घर में छह लोगों ने आत्महत्या कर ली है। वहीं अन्य तीन के शव बाद में राजधानी कॉर्नर के दूसरे घर में मिले।
हिमाचल में टिंबर ट्रेल रोपवे में फंसे 11 लोग Rescue:5 घंटे तक बीच रास्ते अटकी रही केबल कार; रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शिमला-चंडीगढ़ हाईवे पर जाम
हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के परवाणू स्थित टिंबर ट्रेल रोपवे (केबल कार) में सोमवार को 11 लोग फंस गए। इन सभी को रस्सी के सहारे Rescue कर लिया गया है। सभी सुरक्षित हैं। यह ट्रॉली पांच घंटे से भी ज्यादा समय तक 120 फीट ऊंचाई पर अटकी रही। Rescue ऑपरेशन के दौरान शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक रोक देने की वजह से दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। सोलन जिला प्रशासन और टिंबर ट्रेल के टेक्निकल स्टाफ की मदद से फंसे हुए सैलानियों को सुरक्षित निकाला गया। Rescue ऑपरेशन के दौरान प्रशासन ट्रॉली में फंसे लोगों का मनोबल बढ़ाने में लगा रहा। रेस्क्यू करने के बाद निकाले गए लोगों के स्वास्थ्य जांच की गई। वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद मौके पर पहुंचे। राज्य के प्रवेश द्वार परवाणू के पास टिंबर ट्रेल से करीब 800 मीटर दूर पहाड़ी पर टिंबर ट्रेल रिजॉर्ट है। होटल के लिए लोग रोपवे के जरिए पहुंचते हैं। सोमवार को करीब 11 बजे ट्रॉली में तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद से ट्रॉली हवा में लटक गई। बुजुर्गों को आई Rescue में दिक्कतें ट्रॉली में फंसे लोग दिल्ली के रहने वाले थे। इनमें कई बुजुर्ग भी थे, जो रस्सी के जरिए उतरने में घबराहट महसूस कर रहे थे। ट्रॉली में फंसे लोग खुद वीडियो बनाकर मदद की अपील करते नजर आए। टिंबर ट्रेल में फंसे लोग टिंबर ट्रेल में कुल 11 लोग फंसे थे। इनमें 6 पुरुष और 5 महिलाएं है। माडल डाउन दिल्ली की 51 वर्षीय कनिका शर्मा, आदर्शनगर दिल्ली की 47 वर्षीय अंजु शर्मा, विवेक बिहार दिल्ली की 51 साल की डिंपल गोयल, विवेक बिहार दिल्ली के 52 साल के आनंद गोयल, आनंद बिहार दिल्ली की 52 वर्षीय शीतल गुप्ता, आदर्शनगर दिल्ली की 54 वर्षीय रीता गोयल, आदर्शनगर दिल्ली के ही 50 वर्षीय राजेश गर्ग, टैगोर रोड आदर्श नगर दिल्ली के 57 वर्षीय मनोज गोयल, आनंद बिहार दिल्ली के 55 वर्षीय गोपाल गुप्ता, डेरावाल नगर माडल डाउन दिल्ली के 49 वर्षीय प्रवीन गर्ग और दिल्ली के ही चिराग शामिल है।