Building Collapsed In Mumbai: मुंबई के बांद्रा में बहुमंजिला इमारत गिरी, 7 घायल अस्पताल में भर्ती

5-storey building collapsed in Behram Nagar : मुंबई के बांद्रा (पूर्वी) के बेहराम नगर इलाके में 5 मंजिला इमारत गिरने से कम से कम पांच लोगों के फंसे होने की आशंका है. building collapsed in Mumbai: मुंबई के बांद्रा (Bandra, Mumbai News) इलाके में बुधवार को एक बहुमंजिला इमारत गिरने के बाद सात लोगों को मलबे से निकाला गया. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई के पश्चिमी इलाके बेहराम नगर में दोपहर तीन बजकर करीब 50 मिनट पर चार मंजिला इमारत गिर गई.  दमकल विभाग और पुलिस कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. BMC ने कहा कि सात घायलों को बचाया गया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. सभी की हालत अभी स्थिर है. BMC के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि आधा दर्जन एम्बुलेंस, पांच दमकल गाड़ियां और एक बचाव वैन मौके पर मौजूद हैं. मलाड और कुर्ला में भी गिरी थी इमारतइससे पहले मंगलवार को मलाड में एक तीन इमारत गिर गई जिसमें 2-3 लोगों के दब गए थे. मुंबई दमकल विभाग ने बताया था कि हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं.  उधर बृहन्मुंबई नगर निगम ने रविवार को बताया था कि महाराष्ट्र के मुंबई के कुर्ला पश्चिम इलाके में एक घर गिरने से एक लता सालुंखे नामक की मौत हो गई थी. घटना शहर के एसजी बर्वे रोड के पास अंबेडकर नगर इलाके में हुई थी. इन क्षेत्रों में भी गिरी इमारतेंबीते दिनों मुंबई के ही ताड़देव इलाके में कमला बिल्डिंग में आग लगने के कारण कई लोगों की मौत हो गई थी. दूसरी ओर कालबादेवी इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिर गई थी. इस हादसे में मलबे में दबने के बाद 61 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.   वहीं बीते साल 2021 में जून महीने में मुंबई के ही मलाड वेस्ट में इमारत गिरने से 11 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और 7 लोग घायल हो गए थे. 

Warning: What Can You Do About Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों Right Now

Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों नवंबर 2021 में हुए सर्वे के अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को Australia दिवस मनाया जाए लेकिन युवा आबादी की अलग राय है. वह ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की मांग का समर्थन कर रहे हैं कि यह दिन राष्ट्रीय दिवस नहीं होना चाहिए. भारत जिस दिन 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस ( Republic Day) मनाता है, उसी दिन ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय दिवस ( Australia Day) भी मनाया जाता है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) की युवा आबादी अपने राष्ट्रीय दिवस (National Day) का ही विरोध कर रही है.ऑस्ट्रेलिया की 9न्यूज़.कॉम  और द गार्डियन पर बताया गया है कि 26 जनवरी के मौके पर राष्ट्रीय दिवस मनाए जाने का विरोध करते हुए ऑस्ट्रेलिया में रैलियां हो रही हैं. हज़ारों लोग इस मौके पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं. 26 जनवरी को इनवेज़न डे (Invasion Day) यानि घुसपैठ दिवस बताते हुए कई जगह ब्रिटेन के खोजी कैप्टन कुक की मूर्तियों को लाल रंग दिया गया. एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के पत्रकार ने 26 जनवरी को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है.  26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया डे मनाने पर मतभेद  ऑस्ट्रेलिया के मूलनिवासी (Aboriginal) लोग कई सालों से 26 जनवरी को राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाए जाने का विरोध कर रहे हैं.  26 जनवरी, 1788 को यहां ब्रिटिश नौसेना के पहुंने के बाद ऑस्ट्रेलिया एक ब्रिटिश उपनिवेश में तब्दील हो गया. इसके बाद यहां मूलनिवासियों का उत्पीड़न भी शुरू हुआ था.  द कन्वरसेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2021 में 5000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर एक सर्वे हुआ था.  इसके अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को ही ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाया जाए लेकिन 35 साल के नीचे के लोगों की अलग राय है. ऑस्ट्रेलिया में 1986-2022 के बीच जन्में मिलेनियल्स की आबादी में आधे से अधिक (53%) लोगों का मानना है कि 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस नहीं मनाया जाना चाहिए. इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया में बदलाव आ रहा है. युवा विविधता के और समान अधिकार और मूल निवासियों के मुद्दों को अधिक तवज्जो दे रहे हैं. पिछले साल 2021 में भी 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाए जाने के विरोध में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे. क्यों मनाया जाता है ऑस्ट्रेलिया डे? ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में आधुनिक ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत के तौर पर ऑस्ट्रेलिया डे मनाया जाता है. न्यूज़.कॉम के मुताबिक इसी दिन यानि 26 जनवरी, 1788 में सिडनी कोव में ब्रिटिश बेड़ा पहुंचा था. फ्री प्रेस जनरल के मुताबिक ब्रिटिश गवर्नर आर्थर फिलिप की अगुवाई में 11 जहाज़ों के बेड़े को इस इलाके में रहने लायक कोई जगह नहीं मिल रही थी. 26 जनवरी को जब यह बेड़ा ऑस्ट्रेलिया के तट पर पहुंचा तो इसमें दो रॉयल नेवी के जहाज़ भी थे. 26 जनवरी को ही पोर्ट जैकसन के सिडनी कोव में ब्रिटिश झंडा फहराया गया. इस दिन को ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे भी कहा जाता है. सबसे पहले 1992 में ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे कॉन्सर्ट भी हुआ था. इसे अनौपचारिक तौर पर फाउंडेशन डे, एनिवर्सरी डे या ऑस्ट्रेलिया नेशनल डे भी कहा जाता है.  

The Most Incredible Article About Air India के लिए सरकार को मिली फाइनल पेमेंट,आज से Tata की हो गई एयरलाइन

Air India के लिए सरकार को मिली फाइनल पेमेंट केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि एयर इंडिया को टाटा ग्रुप में वापस पाकर हम पूरी तरह से खुश हैं. हम विश्व स्तरीय एयरलाइन के रूप में सभी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं. सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एयर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा समूह के साथ 18,000 करोड़ रुपये में शेयर खरीद समझौता किया था. सौदे में एयर इंडिया एक्सप्रेस और उसकी इकाई एआईएसएटीएस की बिक्री भी शामिल है.  हस्तांतरण प्रक्रिया से पहले, 24 जनवरी को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एयर इंडिया लिमिटेड और एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) द्वारा और उनके बीच एयरलाइन की संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए किए गए समझौते की रूपरेखा को अधिसूचित किया. एआईएएचएल की स्थापना 2019 में सरकार ने एयर इंडिया समूह की ऋण और गैर-प्रमुख संपत्ति रखने के लिए की थी.  एयर इंडिया की चार अनुषंगी – एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड, एयरलाइन अलाइड सर्विसेस लिमिटेड, एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ-साथ गैर प्रमुख संपत्तियों आदि को विशेष प्रयोजन इकाई में स्थानांतरित किया गया था. बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में ऋणदाताओं का एक संघ घाटे में चल रही विमानन कंपनी एयर इंडिया के सुचारू परिचालन के लिए टाटा समूह को ऋण प्रदान करने पर सहमत हो गया है. सूत्रों ने बताया कि एसबीआई के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम एयर इंडिया की आवश्यकताओं के अनुसार निश्चित अवधि और कार्यशील पूंजी ऋण दोनों देने पर सहमत हो गया है. सूत्रों के अनुसार पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित सभी बड़े ऋणदाता कंसोर्टियम का हिस्सा हैं.

बिहार में रेलवे परीक्षा को लेकर भारी virodh, प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में लगाई आग: 10 बातें

बिहार में रेलवे परीक्षा को लेकर भारी virodh, प्रदर्शन : virodh प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 को लेकर है. देश में गणतंत्र दिवस के दिन रेलवे की नौकरियों की परीक्षा के खिलाफ छात्रों के हिंसक विरोध में बिहार में एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी गई और दूसरी पर पथराव किया गया. RRB द्वारा एनटीपीसी सीबीटी-1 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. अब तक 15 क्षेत्रों के लिए रिजल्ट जारी किए गए हैं. इसके बाद से ही छात्रों में रिजल्ट को लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है. यहां जाने इस virodh प्रदर्शन की 10 अहम बातें: सरकार ने परीक्षा स्थगित कर दी है और प्रदर्शनकारी छात्रों की शिकायतों से निपटने के लिए एक समिति का गठन किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से कानून नहीं तोड़ने की अपील की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी शिकायतों का गंभीरता से समाधान किया जाएगा. मंत्री ने कहा, “मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि वे कानून अपने हाथ में न लें. हम उनकी शिकायतों और चिंताओं को गंभीरता से लेंगे.” उन्होंने कहा कि सभी रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों को छात्रों की शिकायतों को सुनने, उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा, “इस उद्देश्य के लिए एक ईमेल एड्रेस स्थापित किया गया है. समिति देश के विभिन्न हिस्सों में जाएगी और शिकायतों को सुनेगी. बुधवार को गया में Virodh प्रदर्शन के दौरान एक ट्रेन में आग लगा दी गई, दमकलकर्मियों को उसे बुझाने की कोशिश करते देखा गया. भारी पुलिस बल भी प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में विफल रहा. प्रदर्शनकारी रेल पटरियों पर बैठ गए, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, सुरक्षा बलों से भिड़ गए और कई ट्रेनों को निशाना बनाया, जिससे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं. विरोध प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 को लेकर है. छात्रों ने रेलवे द्वारा दो चरणों में परीक्षा आयोजित करने के फैसले का विरोध करते हुए दावा किया है कि दूसरा चरण उन लोगों के लिए अनुचित है जिन्होंने पहले चरण को पास किया है, जिसके परिणाम 15 जनवरी को जारी किए गए थे. लगभग 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने इन परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था. लेवल 2 से लेवल 6 तक के 35,000 से अधिक पदों पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसमें शुरुआती वेतन ₹ 19,900 से लेकर ₹ 35,400 प्रति माह था. परीक्षा में करीब 60 लाख लोग शामिल हुए थे. एक प्रवक्ता ने कहा कि विरोध के बाद रेलवे ने परीक्षण स्थगित करने का फैसला किया है. रेलवे ने विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) के तहत परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों और असफल होने वालों की शिकायतों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. रेल मंत्रालय ने ट्वीट किया, “एनटीपीसी सीबीटी-1 परिणाम को लेकर उम्मीदवारों की चिंताओं पर गौर करने के लिए रेलवे ने हाई पावर कमेटी का गठन किया है. उम्मीदवार 16 फरवरी 2022 तक अपनी शिकायत समिति को सौंप सकते हैं.” रेल मंत्री ने कहा, “राज्यों के मुख्यमंत्री संवेदनशील तरीके से काम कर रहे हैं और हम उनके संपर्क में हैं. हम उम्मीदवारों से औपचारिक रूप से शिकायत करने का आग्रह करते हैं.” प्रदर्शनकारियों का दावा है कि 2019 में जारी एक अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था और उन्होंने सरकार पर “उनके भविष्य के साथ खेलने” का आरोप लगाया है. रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अधिसूचना में दूसरे चरण की परीक्षा का स्पष्ट उल्लेख किया गया था. जहानाबाद कस्बे में गुस्साए छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. सीतामढ़ी में रेलवे स्टेशन में गुस्साए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की. पटना, नवादा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बक्सर और भोजपुर जिलों से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें हैं. विरोध प्रदर्शन के कारण मंगलवार को कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, कुछ को वैकल्पिक मार्गों पर चलाया गया. आंदोलन ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) क्षेत्र के कई हिस्सों को प्रभावित किया है और 25 से अधिक ट्रेनों को प्रभावित किया है, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई है. रद्द की गई ट्रेनों में दुर्ग-राजेंद्र नगर दक्षिण बिहार एक्सप्रेस, गया-जमालपुर पैसेंजर, गया-हावड़ा एक्सप्रेस और पटना-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं. कई अन्य ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा. रेलवे ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों को शांत करने के अधिकारियों और पुलिस के प्रयासों का कोई नतीजा नहीं मिला, तो “हल्का” बल प्रयोग किया गया. पुलिस ने सोमवार को राज्य की राजधानी पटना में पटरियों को खाली करवाया और कम से कम चार लोगों को गिरफ्तार किया. बढ़ते विरोध के बीच, रेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी से ‘जीवन भर के लिए प्रतिबंधित’ करने की चेतावनी दी है.