बिहार में रेलवे परीक्षा को लेकर भारी virodh, प्रदर्शन :
virodh प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 को लेकर है.
देश में गणतंत्र दिवस के दिन रेलवे की नौकरियों की परीक्षा के खिलाफ छात्रों के हिंसक विरोध में बिहार में एक यात्री ट्रेन में आग लगा दी गई और दूसरी पर पथराव किया गया. RRB द्वारा एनटीपीसी सीबीटी-1 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. अब तक 15 क्षेत्रों के लिए रिजल्ट जारी किए गए हैं. इसके बाद से ही छात्रों में रिजल्ट को लेकर आक्रोश देखने को मिल रहा है.
यहां जाने इस virodh प्रदर्शन की 10 अहम बातें:
- सरकार ने परीक्षा स्थगित कर दी है और प्रदर्शनकारी छात्रों की शिकायतों से निपटने के लिए एक समिति का गठन किया है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से कानून नहीं तोड़ने की अपील की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी शिकायतों का गंभीरता से समाधान किया जाएगा.
- मंत्री ने कहा, “मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि वे कानून अपने हाथ में न लें. हम उनकी शिकायतों और चिंताओं को गंभीरता से लेंगे.” उन्होंने कहा कि सभी रेलवे भर्ती बोर्ड के अध्यक्षों को छात्रों की शिकायतों को सुनने, उन्हें संकलित करने और समिति को भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा, “इस उद्देश्य के लिए एक ईमेल एड्रेस स्थापित किया गया है. समिति देश के विभिन्न हिस्सों में जाएगी और शिकायतों को सुनेगी.
- बुधवार को गया में Virodh प्रदर्शन के दौरान एक ट्रेन में आग लगा दी गई, दमकलकर्मियों को उसे बुझाने की कोशिश करते देखा गया. भारी पुलिस बल भी प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में विफल रहा. प्रदर्शनकारी रेल पटरियों पर बैठ गए, संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, सुरक्षा बलों से भिड़ गए और कई ट्रेनों को निशाना बनाया, जिससे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं.
- विरोध प्रदर्शन रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियां (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 को लेकर है. छात्रों ने रेलवे द्वारा दो चरणों में परीक्षा आयोजित करने के फैसले का विरोध करते हुए दावा किया है कि दूसरा चरण उन लोगों के लिए अनुचित है जिन्होंने पहले चरण को पास किया है, जिसके परिणाम 15 जनवरी को जारी किए गए थे. लगभग 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने इन परीक्षाओं के लिए आवेदन किया था. लेवल 2 से लेवल 6 तक के 35,000 से अधिक पदों पदों के लिए आवेदन मांगे गए थे, जिसमें शुरुआती वेतन ₹ 19,900 से लेकर ₹ 35,400 प्रति माह था. परीक्षा में करीब 60 लाख लोग शामिल हुए थे.
- एक प्रवक्ता ने कहा कि विरोध के बाद रेलवे ने परीक्षण स्थगित करने का फैसला किया है. रेलवे ने विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) के तहत परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों और असफल होने वालों की शिकायतों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है. रेल मंत्रालय ने ट्वीट किया, “एनटीपीसी सीबीटी-1 परिणाम को लेकर उम्मीदवारों की चिंताओं पर गौर करने के लिए रेलवे ने हाई पावर कमेटी का गठन किया है. उम्मीदवार 16 फरवरी 2022 तक अपनी शिकायत समिति को सौंप सकते हैं.” रेल मंत्री ने कहा, “राज्यों के मुख्यमंत्री संवेदनशील तरीके से काम कर रहे हैं और हम उनके संपर्क में हैं. हम उम्मीदवारों से औपचारिक रूप से शिकायत करने का आग्रह करते हैं.”
- प्रदर्शनकारियों का दावा है कि 2019 में जारी एक अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था और उन्होंने सरकार पर “उनके भविष्य के साथ खेलने” का आरोप लगाया है. रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अधिसूचना में दूसरे चरण की परीक्षा का स्पष्ट उल्लेख किया गया था.
- जहानाबाद कस्बे में गुस्साए छात्रों ने रेलवे ट्रैक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
- सीतामढ़ी में रेलवे स्टेशन में गुस्साए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की. पटना, नवादा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बक्सर और भोजपुर जिलों से भी विरोध प्रदर्शन की खबरें हैं. विरोध प्रदर्शन के कारण मंगलवार को कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया, कुछ को वैकल्पिक मार्गों पर चलाया गया.
- आंदोलन ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) क्षेत्र के कई हिस्सों को प्रभावित किया है और 25 से अधिक ट्रेनों को प्रभावित किया है, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई है. रद्द की गई ट्रेनों में दुर्ग-राजेंद्र नगर दक्षिण बिहार एक्सप्रेस, गया-जमालपुर पैसेंजर, गया-हावड़ा एक्सप्रेस और पटना-वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं. कई अन्य ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा.
- रेलवे ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों को शांत करने के अधिकारियों और पुलिस के प्रयासों का कोई नतीजा नहीं मिला, तो “हल्का” बल प्रयोग किया गया. पुलिस ने सोमवार को राज्य की राजधानी पटना में पटरियों को खाली करवाया और कम से कम चार लोगों को गिरफ्तार किया. बढ़ते विरोध के बीच, रेल मंत्रालय ने एक बयान जारी कर उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी से ‘जीवन भर के लिए प्रतिबंधित’ करने की चेतावनी दी है.