बीजापुर के जंगलों में सैकड़ों जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी, 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर
छत्तीसगढ़ के बीजापुर से बड़ी खबर! पुलिस नक्सली कहे जाने वाले कुछ बुरे लोगों के खिलाफ लड़ रही है। इन्हें रोकने के लिए बहुत सारे सैनिक मिलकर काम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के बीजापुर नामक जगह से एक अहम खबर है. पुलिस और कुछ सैनिक नक्सली नामक एक समूह के खिलाफ लड़ रहे हैं। लड़ाई वन क्षेत्र में हो रही है. पुलिस को सूचना मिली कि वहां कुछ बड़े नक्सली नेता छुपे हुए हैं. अब तक लड़ाई में 12 नक्सली मारे गए हैं. सूचना मिलते ही 6 टीमों के जवानों को बीजापुर मुख्यालय से 70 किमी दूर दंतेवाड़ा जिले की सीमा के पास स्थित गांव पीडिया भेजा गया. सुरक्षा बल जंगलों में नक्सलियों के अहम नेताओं की तलाश कर रहे हैं और उनकी तलाश तेज कर दी है. हाल की मुठभेड़ों में कई नक्सली मारे गए हैं और सरकार ने उन्हें आत्मसमर्पण करने या परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। 29 नक्सली मारे गये. 16 अप्रैल को छत्तीसगढ़ में नक्सली कहे जाने वाले बुरे लोगों और सैनिकों जैसे अच्छे लोगों के बीच एक बड़ी लड़ाई हुई। 29 नक्सली मारे गये और दो जवान घायल हो गये. जवानों को एके-47 समेत कई बंदूकें मिलीं। शंकर राव नाम का एक शीर्ष नक्सली नेता भी मारा गया. 30 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के दूसरे हिस्से में जवानों ने और भी नक्सलियों को घेर लिया और उनमें से 10 को मार गिराया. जवानों को 3 महिलाओं समेत 10 नक्सलियों के शव भी मिले.
महादेव सट्टेबाजी ऐप: ईडी के निशाने पर छत्तीसगढ़ के 2 आईपीएस अधिकारी, पूछताछ के लिए समन जारी.
महादेव ऐप के मामले में ईडी (एक सरकारी संस्था) ने छत्तीसगढ़ के दो पुलिस अधिकारियों को आकर सवालों के जवाब देने को कहा है. ईडी महादेव ऐप से संबंधित एक घोटाले के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहता है। उन्होंने इस मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का भी नाम लिया है. हालाँकि, जांच अभी भी जारी है और वे अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। महादेव नामक मोबाइल ऐप के बारे में कुछ महत्वपूर्ण खबर है। पुलिस छत्तीसगढ़ नामक राज्य के दो महत्वपूर्ण अधिकारियों से इस ऐप के बारे में कुछ सवालों के जवाब मांग रही है। पुलिस इस ऐप की जांच कर रही है और इसे काफी गंभीरता से ले रही है. उन्होंने यहां तक कहा है कि इसमें छत्तीसगढ़ के नेता भी शामिल हो सकते हैं और उन्हें ऐप से मोटी रकम मिली है. लेकिन पुलिस अभी भी जांच कर रही है और अभी तक कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला है। इसमें असीम दास नाम का एक युवक था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें लगता है कि उसने छत्तीसगढ़ नामक जगह पर, जहां चुनाव होने वाला है, बहुत सारे पैसे के साथ कुछ बुरा किया है। पुलिस को उसके पास 5.39 करोड़ रुपये मिले. वे महादेव नामक सट्टेबाजी ऐप और इसे बनाने वाले लोगों की भी जांच कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्होंने पैसे के साथ भी कुछ गलत किया है। उन्हें पता चला कि ऐप बनाने वाले लोग लंबे समय से छत्तीसगढ़ के नेता भूपेश बघेल को पैसे दे रहे हैं। वे अब तक उन्हें करीब 508 करोड़ रुपये दे चुके हैं. अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पुलिस अभी भी इसकी जांच कर रही है। काफी समय पहले भूपेश बघेल नाम के एक नेता ने कहा था कि अगर कोई उन पर कुछ आरोप लगाता है तो इसका मतलब है कि वे उससे डरते हैं और उसे बुरा दिखाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरी पार्टी के अन्य नेताओं पर भी आरोप लगाए गए थे, लेकिन जब वे उनकी पार्टी में शामिल हो गए, तो उन पर कोई आरोप नहीं रहा। हाल ही में नरेंद्र मोदी नाम के एक और नेता ने भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि उन्होंने अवैध जुआ ऐप्स के जरिए बुरे काम किए हैं और पैसा कमाया है।
छत्तीसगढ़: रायगढ़ में बड़ी बैंक डकैती, मैनेजर को दिखाया चाकू, 7 करोड़ रुपये लेकर भागे बदमाश
रायगढ़ बैंक डकैती: रायगढ़ के एक्सिस बैंक में डकैतों ने मैनेजर को लूटा, करीब 7 करोड़ की डकैती की। फिर मशीन से बच्चा हो गया. अब ये पूरी घटना का खुलासा हो रहा है. पुलिस वीडियो के आधार पर जांच में प्रकाशित किया गया है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में नकाबपोश बदमाश ने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में बड़ी बैंक डकैती को अंजाम दिया। रायगढ़ में ऐसी ही बड़ी डकैती सामने आई है। डकैतों ने पहले बैंक मैनेजर को चाकू मारा। फिर करीब 7 करोड़ रुपए लेकर बैंक हो गए। वहीं इस घटना के बाद शहर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर रखी जा रही है। नाकेबंदी कर पोस्टर की तलाश जारी है। असलहा, ढिमरापुर रोड पर स्थित एक्सिस बैंक में कस्टमर बैरियर पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम देते हुए करीब 7 करोड़ की डकैती कर डाली। फिल्मी स्टाइल में घटी यह घटना मंगलवार सुबह 8:45 मिनट की है, जब बैंक मैनेजर और कर्मचारी बैंक के दफ्तर के बाद अपने काम की तैयारी कर रहे थे। अचानक 5 से 6 डकैत बैंक में घुसकर बैंक मैनेजर और स्टाफ को बंधक बनाने की घटना को अंजाम दिया गया। बैंक मैनेजर को मारा चाकूबैंक में अचानक घुसे 5 से 6 डकैतों ने सबसे पहले सभी बैंक दस्तावेजों को एक तरफ कर दिया। फिर मैनेजर से लॉकर की चाबी की मांग की गई. इसके बाद मैनेजर ने चाबी छीन ली, जिस पर डकैतों ने बैंक मैनेजर के हाथ पर चाकू मार दिया। हमले में मैनेजर बुरी तरह घायल हो गया. वहीं इस संपूर्ण डकैती के टाइम बैंक परिसर में कर्मचारियों के साथ आम लोग भी मौजूद थे, जिनमें डकैतों ने एक कमरे में बंद कर दिया था। 7 करोड़ की डकैतीअब तक मिली जानकारी के मुताबिक 7 करोड़ रुपये की डकैती की बात सामने आ रही है. घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस द्वारा शहर में जगह-जगह नाकेबंदी की गई। वहीं बैंक के पास डॉग स्क्वायड और पुलिस जांच चालू कर दी गई है। बता दें कि कुछ साल पहले भी रायगढ़ के बैंक ऑफ बड़ौदा में डकैतों ने इसी तरह की डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इस केस में सभी सरकारी बरी हो गए थे। अब देखिए यह कैसे रहता है यह चोर पुलिस की गिरफ्त में।
CG क्राइम: प्रेमिका ने पुराने प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश, प्रेम त्रिकोण में शादीशुदा प्रेमी ने गंवाई जान
रायगढ़ शहर में जूट बनाने वाले क्षेत्र में एक युवक का शव मिला। पहले तो इसे सड़क पर हुआ हादसा माना गया, लेकिन बाद में जांच करने पर पुलिस को पता चला कि ये असल में हत्या थी. मारा गया युवक शादीशुदा था और उसकी हत्या उसकी प्रेमिका और उसके पूर्व प्रेमी ने की थी. फिलहाल पुलिस ने दोनों को उनके किए के लिए गिरफ्तार कर लिया है. दो दिन पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़ नामक स्थान पर एक युवक की लाश मिली थी. पुलिस ने अब हमें बताया है कि क्या हुआ था. उन्होंने बताया कि युवक की प्रेमिका और उसका दूसरा प्रेमी एक साथ काम करते थे और उन दोनों ने पहले प्रेमी की हत्या कर दी. वे इसे दुर्घटना का रूप देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने शव को सड़क के किनारे छोड़ दिया और सभी को भ्रमित करने की कोशिश की। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि पीड़ित और इसमें शामिल लड़की दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे और दोस्त बन गए। फिर वे एक-दूसरे को डेट करने लगे। लड़की और उसके पुराने प्रेमी ने किसी को चोट पहुंचाने और मारने की योजना बनाई। उन्होंने उस व्यक्ति को धोखे से एक शांत जगह पर ले गए और फिर उसे इतनी बुरी तरह चोट पहुँचाई कि उसकी मृत्यु हो गई। उन्होंने उसके शव को सड़क के किनारे छोड़ दिया। पुलिस ने लड़की और उसके प्रेमी को उनके कृत्य के लिए पकड़ लिया है। सब कुछ किस बारे में है? पुलिस ने बताया कि मनीष पांडा नाम का शख्स एक रात गायब हो गया और उसका फोन बंद हो गया. उनके परिवार को चिंता हुई और उन्होंने पुलिस को उनके लापता होने की सूचना दी। बाद में, उन्हें उसका शव एक सड़क के किनारे मिला। यह एक हादसा लग रहा था, लेकिन पुलिस को लगा कि यह हत्या हो सकती है. शव की विशेष जांच से उन्हें पता चला कि वाकई उसकी हत्या की गयी है. पुलिस ने अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की तलाश शुरू की और पता चला कि मनीष का सरिता पटेल नाम की महिला से संबंध था। सरिता पटेल और मनीष पांडा पहले एक साथ काम करते थे. पुलिस के पूछने पर सरिता ने शुरू में कहा कि वह 30 जून को मनीष से नहीं मिली थी। लेकिन जब उन्होंने उसे एक वीडियो दिखाया, तो उसने मनीष को सोशल मीडिया पर कॉल करने और उसके घर के पास मिलने के लिए कहने की बात स्वीकार की। उसने कहा कि उसकी मनीष से पहले से ही दोस्ती थी, लेकिन उसकी पत्नी को पता चल गया और उनके बीच मतभेद हो गया। जैसे-जैसे उन्होंने एक साथ काम किया, सरिता ने अधिकारपूर्ण व्यवहार करना शुरू कर दिया और एक पत्नी की तरह मनीष पर दावा करने लगी। आख़िरकार, उसने खुद को उससे दूर करना शुरू कर दिया। उससे छुटकारा पाने के लिए उसने अपने पुराने प्रेमी महेंद्र पटेल से संपर्क किया और उसे सारी बात बताई. महेंद्र और सरिता मनीष पांडा से छुटकारा पाना चाहते थे. उन्होंने उसे बरगलाने की योजना बनाई. 30 जून को सरिता ने मनीष को फोन किया और अपने घर के पास आने को कहा। फिर वे सभी बाइक से ट्रांसपोर्ट नगर नेशनल हाईवे 49 की ओर चले गए। रास्ते में उन्हें महेंद्र अपनी कार में मिला। मनीष ने बाइक खड़ी की और उनके साथ कार में बैठ गया। वे सभी एक उबड़-खाबड़ रास्ते पर चले गये। लेकिन फिर सरिता और मनीष बहस और मारपीट करने लगे. सरिता और महेंद्र ने कार में मौजूद रॉड से मनीष पर हमला किया और दुर्भाग्य से उसकी मौत हो गई। वे उसके शव को सड़क किनारे छोड़कर भाग गये.
हत्यारे प्रेमी का खौफनाक कबूलनामा, ‘वो तड़पती रही, लेकिन मैं…’, प्यार के बदले प्रेमिका को मिली दर्दनाक मौत
घटनाओं के एक चौंकाने वाले मोड़ में, बडोलाबाजार के पलारी इलाके में एक युवा लड़की का निर्जीव शव पाया गया है। इस दुखद घटना को लेकर स्थानीय अधिकारियों ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि लड़की की हत्या असल में उसके ही प्रेमी ने की थी। यह पता चला है कि यह जोड़ा शादी के जरिए एक साथ नई जिंदगी शुरू करने के इरादे से अपने-अपने घरों से भाग गया था। हालाँकि, उनकी यात्रा ने एक अंधकारमय और भयानक मोड़ ले लिया जब उनके बीच एक बहस हुई, जिसके कारण आरोपी युवक ने अपनी ही प्रेमिका के खिलाफ हिंसा का एक अकल्पनीय कार्य किया। इस जघन्य अपराध से संबंधित विवरणों की पुलिस द्वारा अभी भी जांच की जा रही है, क्योंकि वे उन उद्देश्यों और परिस्थितियों को उजागर करने का प्रयास कर रहे हैं जिनके कारण इतनी क्रूर हत्या हुई। समुदाय सदमे और अविश्वास में डूबा हुआ है, इस विनाशकारी वास्तविकता से जूझ रहा है कि प्यार, जो खुशी और खुशी लाने वाला है, कभी-कभी अकथनीय त्रासदी के लिए उत्प्रेरक बन सकता है। शांत कौड़िया गांव स्थित मुक्तिधाम में डबरी के किनारे एक युवती का निर्जीव शव मिला। आश्चर्यजनक रूप से, यह पता चला है कि उसकी मृत्यु प्राकृतिक कारणों का परिणाम नहीं थी, बल्कि उसके अपने प्रेमी द्वारा की गई हत्या का एक जघन्य कृत्य था। यह जोड़ा शादी के बंधन में बंधने के इरादे से एक साथ यात्रा पर निकला था, लेकिन दुर्भाग्य से, रास्ते में उनके बीच तीखी बहस शुरू हो गई। गुस्से में आकर, युवक ने लड़की पर एक मजबूत रॉड से बेरहमी से हमला किया, जिससे वह दर्द से कराहती रही और बेरहमी से मौके से भाग गया। नतीजतन, अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की और इस दुखद मामले में आरोपी अपराधी को पकड़ लिया। कौड़िया गांव में पलारी मार्ग से लगभग 100 मीटर की दूरी पर प्रतिष्ठित मुक्तिधाम स्थित है। रविवार की सुबह शांत थी जब ग्रामीण अपनी दैनिक दिनचर्या, अपने खेतों और कामकाज में लगे हुए थे। इसी बीच एक व्यक्ति उनकी जिज्ञासा को देखते हुए डबरी की ओर बढ़ गया। जैसे ही वे उस क्षेत्र के पास पहुंचे, एक अजीब सी गंध उनकी नाक में भर गई, जिससे उन्हें आगे की जांच करने के लिए प्रेरित किया गया। दर्रे पर पहुंचने पर, एक हृदयविदारक दृश्य उनका इंतजार कर रहा था – एक युवा लड़की का निर्जीव शरीर डबरी के तट पर निश्चल पड़ा था। बेचैनी की बात यह है कि कुत्तों का एक झुंड बिना किसी उद्देश्य के आसपास घूम रहा था। लड़की का बेजान रूप ज़मीन पर औंधे मुँह पड़ा हुआ था, एक भयावह दृश्य जो अजनबी की याद में हमेशा के लिए अंकित हो जाएगा। तेजी से, भयानक खोज की खबर स्थानीय अधिकारियों के कानों तक पहुंच गई, जिससे घटनास्थल पर पुलिस टीम तुरंत पहुंच गई। गहन जांच की आवश्यकता को समझते हुए, फोरेंसिक टीम को तत्काल स्थान पर बुलाया गया। विशेषज्ञों के आगमन के साथ, पुलिस ने उनकी सावधानीपूर्वक जांच शुरू की, और न्याय की खोज में कोई कसर नहीं छोड़ी। मृत लड़की की पहचान की प्रक्रिया तब शुरू हुई जब पुलिस को उसके बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। हालाँकि, फोरेंसिक टीम उसके बेजान शरीर की जांच करने में सक्षम थी और इस जांच के दौरान पुलिस को उसकी जेब से उसका आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड द्वारा प्रदान की गई जानकारी का उपयोग करते हुए, लड़की की पहचान तुरमा निवासी आशमा मनहरे के रूप में की गई। एक बार पहचान हो जाने के बाद, अधिकारियों ने तुरंत लड़की के रिश्तेदारों से संपर्क किया और उन्हें दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी दी। यह दुखद समाचार मिलते ही परिजन घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और कोई भी प्रासंगिक जानकारी मांगी जो उनकी जांच में सहायता कर सके। इस पूछताछ के दौरान यह पता चला कि आशमा का पास के गांव मिरगी में रहने वाले दिनेश सेन नाम के एक व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध था। आश्चर्यजनक रूप से, रिश्तेदारों ने खुलासा किया कि यह जोड़ा चार साल की उल्लेखनीय अवधि से एक-दूसरे के साथ जुड़ा हुआ था। इसके अलावा, यह खुलासा हुआ कि आशमा 29 जून की रात से लापता बताई गई थी। उसका पता लगाने के लिए बेचैन, चिंतित रिश्तेदार उसे वहां खोजने की उम्मीद में दिनेश के आवास पर भी गए थे। दुर्भाग्य से, उनकी यात्रा के दौरान दिनेश घर पर नहीं था, इसके परिणामस्वरूप, उन्होंने आशमा के लापता होने में अपनी भूमिका के बारे में किसी भी संदेह को पूरी तरह से समाप्त कर दिया। इस घटना के बाद, उन्होंने भाटापारा ग्रामीण पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान, दिनेश ने खुलासा किया कि उसे 29 तारीख की रात को आशमा का फोन आया था, जिसमें उसने उससे शादी करने की इच्छा व्यक्त की थी। उसकी अनिच्छा और इसके विरुद्ध सलाह के बावजूद, उसने उसका उत्तर स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसके बाद, उसी रात, मैं उसके साथ उसके घर गया। हमने मोटरसाइकिल से रायपुर जाने की योजना बनाई थी। हालाँकि, मुक्तिधाम के पास यात्रा के दौरान हमारे बीच मतभेद पैदा हो गया।किसी अन्य व्यक्ति के साथ उसकी बातचीत के बारे में मेरे संदेह ने मुझे उससे इस बारे में बात करने के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप तीखी बहस हुई। गुस्से में आकर मैंने बाइक पर आसानी से रखी हुई एक रॉड निकाली और आशमा पर बार-बार वार किया। परिणामस्वरूप, वह खून से लथपथ और अत्यधिक दर्द से पीड़ित होकर जमीन पर गिर पड़ी। उसी क्षण, मैंने उसे डाबरी के पास तड़पता हुआ छोड़कर घटनास्थल से भागने का निर्णय लिया। तब से मैं घर पर ही हूं. इस गवाही के बाद, पुलिस ने तुरंत आरोपी व्यक्ति को पकड़ लिया।
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