50 लड़कियों से बनाए शारीरिक संबंध, उनसे 60 लाख रुपये भी ठगे, फिर कहानी में आया ट्विस्ट…

पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली में बुरे लोग लड़कियों को बरगला रहे थे और उन्हें परेशान कर रहे थे। पुलिस को पता चला कि करीब 50 लड़कियों को इन बुरे लोगों ने चोट पहुंचाई है. जब लड़कियों ने उन्हें आपबीती बताई तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जालंधर नामक स्थान पर पुलिस ने एक बुरे आदमी को पकड़ा जो पंजाब की लड़कियों को बरगलाता था। उसने खुद को कनाडा का रहने वाला बताया और उनसे शादी करने का वादा किया। उसने शादी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाई और बताया कि वह कनाडा से है, इसलिए लड़कियों को लगा कि वह सच में वहीं से है। पकड़े जाने से पहले ही वह कई लड़कियों के साथ रिश्ते में रह चुका था। इस शख्स ने पंजाब, चंडीगढ़ और दिल्ली की लड़कियों के साथ गलत काम किया। उन्होंने उन्हें शारीरिक रूप से चोट पहुंचाई और मारा-पीटा भी. पुलिस का कहना है कि इस शख्स ने करीब 50 लड़कियों को अपने झांसे में लिया है. इनमें से कुछ लड़कियों के साथ उनके शारीरिक संबंध भी थे. पुलिस को इस बात का पता तब चला जब लड़कियों ने उन्हें आपबीती बताई. फिर पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया. गुरैया पुलिस स्टेशन के SHO सुखदेव सिंह नाम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक बहादुर लड़की आगे आई और एक समस्या बताई. युवती ने बताया कि एक युवक ने खुद को कनाडा का बताकर उसे झांसे में लिया और उससे करीब 1.50 लाख रुपये ले लिए। वह शख्स 60 हजार रुपये और भी मांग रहा था। लड़की ने यह भी बताया कि उस आदमी के साथ उसका करीबी रिश्ता था। बिहाला में रहने वाला हरपाल सिंह नाम का शख्स खुद को कनाडा का बताकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाता था. उसने शादी डॉट कॉम नाम की वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाई और लड़कियों से बात करने के लिए अलग-अलग नामों का इस्तेमाल किया। पुलिस को उसके फोन से लड़कियों की करीब 50 तस्वीरें मिलीं। वह उनसे शादी कर कनाडा ले जाना चाहता था, लेकिन असल में उसने उनसे 60 लाख रुपये ले लिए।

शूटर्स फ्लैट में घुसे और फिर चलाई गोलियां, कैसे हुआ गैंगस्टर सुक्खा का अंत? जानिए पूरी कहानी

सुक्खा दुनाके नामक एक बुरे व्यक्ति की कनाडा में उसके घर में कुछ अन्य बुरे लोगों ने हत्या कर दी। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह नामक एक समूह ने कहा कि उन्होंने ऐसा किया और सुक्खा को गोली मारने से पहले उनके पास उसे चोट पहुंचाने का एक कारण था। लॉरेंस बिश्नोई गैंग नामक लोगों के एक समूह ने कहा है कि वे सुक्खा डुनाके नाम के एक व्यक्ति की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, जो एक आतंकवादी था। इस ग्रुप ने इसके बारे में फेसबुक पर पोस्ट किया. सुक्खा डुनाके एक अपराधी था जो कनाडा भाग गया था और वहीं रह रहा था। उसने पहले भी कई बुरे काम किये थे और पुलिस को उसकी तलाश थी। वह मूल रूप से मोगा के रहने वाले थे और उनका परिवार अभी भी वहीं रहता है। सरकार ने हाल ही में खतरनाक लोगों की एक सूची बनाई थी और उसमें सुक्खा का नाम था. सुक्खा वह शख्स है जिस पर खालिस्तान नामक समूह का समर्थन करने का आरोप है। उस पर लोगों से पैसे ऐंठने और सुपारी लेकर हत्या करने जैसे बुरे काम करने का भी आरोप है. लॉरेंस बिश्नोई नामक एक अन्य गिरोह का दावा है कि सुक्खा बंबीहा नामक समूह का नेता था और कुछ अन्य हत्याओं में भी शामिल था। उनका कहना है कि सुक्खा वास्तव में अर्श डाला नाम के किसी व्यक्ति का करीबी था। ये सारे बुरे काम सुक्खा ने कनाडा में रहते हुए भारत में किये। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह नामक एक समूह ने कहा है कि वे सुक्खा डुनाके नाम के एक व्यक्ति की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, जो खालिस्तानी आतंकवादी नामक समूह का हिस्सा था। सुक्खा कनाडा भाग गया था और फर्जी पासपोर्ट के साथ वहां रह रहा था। उसने कुछ बुरे काम किये थे और उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के स्थानों में कई मामले थे। सुक्खा मोगा नामक स्थान से थे और उनका परिवार अभी भी वहीं रहता है। पुलिस के पास सुक्खा समेत बुरे लोगों की एक सूची थी और हाल ही में उसने सभी को इसके बारे में बताया। सुक्खा पर खालिस्तान नामक समूह का समर्थन करने और पैसे ऐंठने और लोगों को नुकसान पहुंचाने जैसे बुरे काम करने का आरोप लगाया जा रहा है. लॉरेंस बिश्नोई गिरोह नामक एक अन्य गिरोह का कहना है कि सुक्खा बंबीहा नामक समूह का प्रभारी था और कुछ हत्या के मामलों में शामिल था। उनका यह भी कहना है कि वह संदीप नांगल अंबिया नाम के किसी व्यक्ति की हत्या करवाने के लिए जिम्मेदार था। सुक्खा अर्शदीप सिंह नाम के शख्स का काफी करीबी था. सुक्खा भले ही कनाडा में रहता था, फिर भी वह भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल था। लॉरेंस गैंग नाम के किसी व्यक्ति ने फेसबुक पर लिखा कि सुक्खा डुनाके नामक व्यक्ति, जो बंबीहा नामक समूह का हिस्सा था, कनाडा में मारा गया। लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप नामक एक अन्य समूह ने कहा कि वे इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सुखा ने घरों को नष्ट करने और अन्य हत्याओं में शामिल होने जैसे बुरे काम किए हैं। उन्होंने कहा कि उसे अपने किये की सजा मिली है. उन्होंने यह भी कहा कि गलत काम करने वाले किसी और को भी सजा दी जाएगी, चाहे वे कहीं भी जाएं.

Nijjar Row: ‘कनाडा छोड़ो, भारत जाओ…’ हताश खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को धमकी दी।

सिख फॉर जस्टिस नामक एक समूह ने कनाडा में हिंदुओं के लिए घटिया बातें कही हैं क्योंकि उनका मानना ​​है कि भारत उनकी मदद कर रहा है। ये बातें कहने वाला शख्स गुरपतवंत सिंह पन्नू नाम का एक बुरा इंसान है. लोगों को चिंता है कि इससे अलग-अलग नस्ल के लोग एक-दूसरे को पसंद नहीं करेंगे क्योंकि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कुछ ऐसी टिप्पणियां की थीं जिससे स्थिति और खराब हो गई. 2019 में, सिख फॉर जस्टिस नामक एक समूह ने कनाडा में उन लोगों को धमकी दी जो हिंदू धर्म नामक एक अलग धर्म को मानते हैं। इस समूह को भारत में अनुमति नहीं है. वे चाहते हैं कि ये लोग कनाडा छोड़ दें और भारत का समर्थन करें। समूह के एक व्यक्ति ने एक वीडियो बनाकर कनाडा के सिखों से वैंकूवर में होने वाले एक विशेष कार्यक्रम के लिए वोट करने को कहा। भारत में खतरनाक माने जाने वाले शख्स पन्नू ने कहा कि भारत के जो लोग हिंदू धर्म को मानते हैं उन्हें कनाडा छोड़कर वापस भारत चले जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि खालिस्तान का समर्थन करने वाले सिख हमेशा कनाडा के प्रति वफादार रहे हैं और उन्होंने हमेशा कनाडा का समर्थन किया है। यह वीडियो कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस मुद्दे पर बयान देने के दो दिन बाद सामने आया है. 2019 में सिख फॉर जस्टिस नाम के एक ग्रुप ने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को धमकी दी थी. वे अपने नेता की मौत से दुखी हैं और चाहते हैं कि लोग उनके मुद्दे का समर्थन करें। वे कनाडा में सिखों से वैंकूवर में हो रहे एक विशेष कार्यक्रम में वोट करने के लिए कह रहे हैं। पन्नू नाम का एक शख्स है जिसे भारत में आतंकवादी कहा जाता है. पन्नू ने कहा, ”भारत-हिंदू…कनाडा छोड़ो, भारत जाओ.” पन्नू ने कहा कि खालिस्तान का समर्थन करने वाले सिख हमेशा कनाडा के प्रति वफादार रहे हैं और उन्होंने हमेशा कनाडा का समर्थन किया है। यह वीडियो कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के दो दिन बाद सामने आया है. अनीता आनंद, जो कनाडा की नेता हैं और हिंदू पृष्ठभूमि से हैं, ने सभी से शांतिपूर्ण रहने के लिए कहा है। उन्होंने एक सोशल मीडिया वेबसाइट पर संदेश लिखकर कहा कि ट्रूडो ने सोमवार को जो कहा उससे दक्षिण एशिया और भारत के परिवार, चाहे वे किसी भी धर्म को मानते हों, परेशान हो सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमें कानूनी प्रक्रिया को वैसे ही चलने देना चाहिए जैसे उसे चलना चाहिए, और हम सभी को शांत, एक साथ और समझदारी से रहना चाहिए।

भारत ने किया पलटवार, एडवाइजरी जारी कर नागरिकों से कनाडा के हिंसक इलाकों में न जाने को कहा

भारत ने अपने नागरिकों को कनाडा के संयुक्त अरब अमीरात से भागने की सलाह दी है, जहां भारतीयों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं होती रहती हैं। भारत सरकार यात्रा सलाह: कनाडा से तल्खी के बीच भारत ने पलटवार किया है। कनाडा को इन्हीं बातों का जवाब देते हुए भारत ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एड डिमांडरी जारी की है। भारतीय नागरिकों और कनाडा में पढ़ रहे छात्रों को संयुक्त राज्य अमेरिका से भागने की सलाह दी गई है, जहां हाल-फिलहाल में भारतीयों के खिलाफ हिंसक घटनाएं हुई हैं। भारत सरकार ने क्या कहा? सरकार ने अपनी एड्री में कहा, ”कनाडा में भारत विरोधी क्रांतिकारी और हेट क्राइम को ध्यान में रखते हुए सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वहां यात्रा करते हुए विशेष सावधानी बरतें।” Advisory for Indian Nationals and Indian Students in Canada:https://t.co/zboZDH83iw pic.twitter.com/7YjzKbZBIK — Arindam Bagchi (@MEAIndia) September 20, 2023 एड इश्यूरी में आगे कहा गया है, ‘हाल ही में भारत में कई भारतीय दार्शनिकों और भारतीय समुदाय के लोगों के खिलाफ हिंसक घटनाएं हो रही हैं। ‘आदिवासी ऐतिहासिक ‘हो गया’ एड फ़रमाइशी में यह भी बताया गया है कि कनाडा में स्थित भारतीय उच्चायोग, भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के स्थिरांक वहाँ की कंपनियों के संपर्क में हैं। सरकार ने कनाडा में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को सख्त सावधानी बरतने की सलाह दी है और हमेशा संयमित रहने को कहा है। नागरिकों से नामांकन को कहा गया: सरकार ने कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और छात्रों को कोटा स्थित हाई कमीशन और टोरंटो और वैंकूवर स्थित कांस ओलंपिक में खुद को पंजीकृत करने को कहा है। ताकि किसी भी तरह की स्थिति में कंपनी के रेलवे से संपर्क किया जा सके। भारतीय नागरिकों के लिएmadad.gov.in नाम की एक वेबसाइट है। आप इस वेबसाइट के माध्यम से भी साइन अप कर सकते हैं। भारत सरकार की यह एड्रिया, कनाडा की एड एग्री के बाद ठीक है। एक दिन पहले कनाडा ने भी अपने नागरिकों के लिए ऐसी ही एड्री जारी की थी। असम, जम्मू कश्मीर और डेमोक्रेट्स का ख़ास ज़िक्र करते हुए अपने नागरिकों को जापान से भागने को कहा गया था।

कनाडा की ओछी हरकत…चीन-पाकिस्तान ने भी कभी नहीं किया ऐसा, भारत ने दिया करारा जवाब!

भारत कनाडा तनाव: कनाडा दूतावास में रेलवे भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी का नाम कनाडा की सरकार ने जगाहिर कर दिया है। आम तौर पर यह परंपरा है कि किसी अन्य देश के खुफिया अधिकारी का नाम शामिल नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि किसी कंपनी और दुकान ने भी भारत के किसी रॉ ऑफिसर का नाम शेयर नहीं किया है। खालिस के समर्थक कनाडा से भारत के रिलेटिव्स के सबसे प्यारे डॉयटर पर पहुंच गए। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की सरजमीं पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निजजर की हत्या का आरोप भारतीय सुरक्षा एजेंसी पर लगाया था। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए कनाडा ने एक ऐसी हरकत की है, जो कभी और चीन जैसे विरोधी राष्ट्र ने भी आज तक नहीं की थी। कनाडा ने भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी पवन कुमार राय का नाम जान उजागर कर दिया। भारत ने कई बार पहले भी चीन और दुकानों के गोदामों का निरीक्षण किया था, लेकिन कभी भी उनकी खुफिया एजेंसी के अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया गया। यहां तक ​​कि भारत के कट्टर विरोधी देशों की कंपनियों और कंपनियों ने भी इस तरह की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों का नाम कभी उजागर नहीं किया। कनाडा की इस ओछी हरकत की हर कोई आलोचना कर रही है। खुफिया एजेंसी के अधिकारी को लेकर चल रही है परंपरा?यह एक पुरानी परंपरा है कि अन्य देशों में मौजूद दूतावासों में खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी की मध्यस्थता की जाती है। इस बात की जानकारी केवल उस देश की सरकार को ही दी जाती है, जहां यह दूतावास होता है। यह परम्परा चल रही है कि कभी भी उक्राट देश के इस अधिकारी का नाम सामने नहीं आता है। यह पहला मौका है जब कनाडा ने भारतीय एजेंसी के अधिकारी पवन कुमार राय का नाम जगजाहिर कर ओझी मान्यता की है। पवन कुमार राय को अपने देश से वापस लिए गए कनाडा ने भारत वापसी का आक्षेप लगाया है। भारत ने भी दिया करारा जवाबकनाडा की इस ओछी हरकत का भारत सरकार की तरफ से भी जवाब दिया गया. भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडा के खुफिया अधिकारी ओलिवियर सिल्वे स्टार्स को निर्दोष करार दिया है। शेष पांच दिनों के अंदर भारत आउटलुक का ऑर्डर जारी हो गया है। भारत सरकार ने कनाडा के सभी सहयोगियों को ब्लॉग और बेबुनियाद पर अधिकार दिया है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कनाडा सरकार के अनुयायियों को वोट दिया गया और बेबुनियाद पर अधिकार दिया गया। साथ ही एकलव्य भारत विरोधी कम्युनिस्ट पार्टी में लिगुप्त खालिस्तानी इंस्टीट्यूट पर एक्शन लेने की सलाह दी गई।