रात में अमृतसर में भारत-पाक सीमा पर ड्रोन की आवाज सुनाई दी और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को तलाशी के दौरान 38 करोड़ रुपये की हेरोइन की खेप मिली।
पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर हेरोइन की तस्करी को एक बार फिर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने नाकाम कर दिया है। अमृतसर शहर में, भारतीय सैनिकों ने लगभग 35 करोड़ रुपये मूल्य की भारी मात्रा में हेरोइन की खोज की, जिसे पाकिस्तानी तस्करों द्वारा भेजा गया था। यह घटना दोनों देशों के बीच मादक पदार्थों की तस्करी के चल रहे मुद्दे और बीएसएफ द्वारा इस अवैध गतिविधि से निपटने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डालती है। 3 जून के शुरुआती घंटों में, सीमा पर गश्त के दौरान, बीएसएफ के जवानों ने राई गांव के पास उड़ते हुए एक ड्रोन की आवाज़ का पता लगाया। इसके बाद सैनिकों ने ड्रोन की हरकतों पर बारीकी से नजर रखना शुरू किया और किसी बिंदु पर, उन्होंने ड्रोन से एक वस्तु को गिराए जाने पर ध्यान दिया। जवानों से सूचना मिलने पर, वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया और क्षेत्र को सुरक्षित करने और गहन तलाशी अभियान शुरू करने के लिए त्वरित कार्रवाई की गई। आखिरकार, उनके प्रयासों से एक बड़े पैकेट की खोज हुई, जो चमकीले पीले रंग का था, जिसे खेतों के भीतर छुपाया गया था। एक बड़ा पैकेट खोलने पर, सैनिकों को हेरोइन से भरे पांच छोटे पैकेट मिले, जिनका कुल वजन 5.5 किलोग्राम था। आगे की जांच के लिए पदार्थ का एक नमूना लिया गया था। बरामद हेरोइन की वैश्विक बाजार में कीमत करीब 38 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।