बिहार: मृत पिता को जिंदा किया, आधार कार्ड में फर्जी फोटो लगाने पर जमानत जब्त; 8 पर एफआईआर.
एफआईआर दर्ज होने के बाद 19 जुलाई को जय नारायण सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद उनके बेटे और कुलीन चालक मुकेश कुमार सिंह ने 21 जुलाई को कोर्ट में मौजूद सहायक मृत पिता को जिंदा कर अपनी जमानत करा ली। बिहार के जमुई में एक बेटे ने अपने मृत पिता को जिंदा करने के लिए कोर्ट से जमानत ले ली और उनके नाम पर बालू से लदे ट्रक भी छुड़ावा लिए। यह घटना जमुई टाउन थाना क्षेत्र के लाखापुर की है. मामले की जानकारी कोर्ट के आदेश पर वकील सहित आठ लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। वहीं टाउन थाने की पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। 13 जुलाई को टाउन थाने की पुलिस ने लाखापुर गांव से अवैध बालू लादे को पकड़ लिया था। जिसके बाद ट्रक मालिक लाखापुर में रहने वाले जय नारायण सिंह और उनके बेटे मुकेश सिंह को प्राथमिक तौर पर स्टॉक में दर्ज किया गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद 19 जुलाई को जय नारायण सिंह की मौत हो गई। जिसके बाद उनके बेटे और कुलीन चालक मुकेश कुमार सिंह ने 21 जुलाई को कोर्ट में मौजूद सहायक मृत पिता को जिंदा कर अपनी जमानत करा ली। जांच के दौरान पता चला कि 19 जुलाई को उनके मालिक जयनारायण सिंह की मौत हो गई थी। मुकेश ने फर्जी तरीके से पिता के आधार कार्ड पर मोनू सिंह का फोटो चिपकाकर 21 जुलाई को कोर्ट से जमानत करा ली। कोर्ट और थाने में दिए गए आधार कार्ड अलग-अलग हैं वहीं टाउन थाना पुलिस ने बताया कि थाने में दिए गए जय नारायण सिंह का आधार कार्ड और कोर्ट में पेश किए गए आधार कार्ड का मिलान जब किया गया तो पता चला कि कोर्ट वाले आधार कार्ड से जय नारायण सिंह का फोटो, लाहौर निवासी नु मो सिंह का फोटो लगा है. जबकि टाउन कार्ड में दिए गए जय नारायण सिंह के आधार पर उनकी सही तस्वीर लगी हुई थी। वकील सहित 8 पर दस्तावेज़ विवरण फर्जीबाड़े का खुलासा होने के बाद कोर्ट के आदेश पर वकील राजीव रंजन, जयनारायण सिंह के बेटे मुकेश सिंह, बम बम सिंह, मोनू सिंह, राम बहादुर सिंह, गोविंद दीक्षित, निशु सिंह, बबीता देवी, राहुल सिंह सहित 8 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। ज़मानतदार दारूअट्टा गांव के राम बहादुर सिंह, गोविंद विश्वास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शिक्षक दिवस पर सुबह… शाम को सरकारी स्कूल में लड़कियों ने लगाए ठुमके: अश्लील गानों पर लगाए ठुमके, प्रिंसिपल बोलीं- मुझे नहीं पता; डीपीओ ने कार्रवाई के निर्देश दिये
शिक्षा विभाग के प्रभारी केके पाठक सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए नये-नये निर्देश देते रहते हैं. लेकिन, शिक्षक दिवस पर पासपोर्ट के स्कूल में लड़कियों के डांस करने का एक वीडियो मिला है। 5 सितम्बर को एक सरकारी स्कूल में प्रातः शिक्षक दिवस मनाया गया। वहीं शाम को अश्लीलता पर बार-बालाओं के जोरदार ठुमके लगे। गांव के लोगों ने मंगलवार शाम को ही आर्केस्ट्रा का आयोजन आयोजित किया था, जिसमें बच्चों के सामने ही भोजपुरी फिल्मों पर फ्रोजन ठुमके लगाए गए थे। वीडियो मंगलवार रात का है, जो अब सामने आया है। नृत्य कार्यक्रम की यह तस्वीर जिले के बथनाहा खंड के मिडिल स्कूल, जमुना बरही की है। वीडियो सामने आने के बाद डी.सी.सुबाशाद कुमार ने अगली कड़ी तलाश की है। उन्होंने इसे नामंजूर कर लिया है और एक्शन की बात कही है। उन्होंने स्कूल के शिक्षकों के विवरण दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। दूसरी तरफ स्कूल की प्रिंसिपल विमला देवी के पास इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मामले में मूल दस्तावेज दर्ज किया जाएगा। वीडियो में दिख रहे लोगों पर एक्शन की जाएगी। लोगों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो स्कूल के इस सरकारी स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देख रहे हैं कि भोजपुरी भोजपुरी पर दो लड़कियां ठुमके लगा रही हैं। गांव के कुछ लोग कुर्सी पर स्टेक आर्केस्ट्रा का आनंद ले रहे हैं। स्कूल के कमरे का गेट भी खुला है, जिसमें बार-बालाएं अपनी ड्रेस बदल रही हैं। इस पूरे कारनामे का गांव के ही एक युवक ने बनाया वीडियो। वीडियो में स्कूल का बोर्ड भी दिख रहा है। भास्कर रिपोर्टर ने जब स्कूल की विक्रमा देवी से बात करने की कोशिश की तो पहले तो वे भड़क गए। बाद में उन्होंने बताया कि स्कूल में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक शिक्षक दिवस मनाया जाएगा, लेकिन इस तरह का कोई आयोजन नहीं किया गया है। वहीं, इस मामले में उन्होंने कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि अभी स्कूल से बाहर हैं। जब रिपोर्टर ने पूछा कि इस मामले में क्या कार्रवाई हुई है, तो उन्होंने बताया कि इस मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। संबंधित अधिकारी से मिली टीचर्स प्रधान स्कूल के एक शिक्षक महेश कुमार सिंह ने बताया कि सुबह स्कूल आये तो कुछ बच्चों ने रात के कार्यक्रम की याचिका दायर की। जानकारी बैठक के बाद स्कूल की छात्रा विमला ने अधिकारियों से मुलाकात की। फिलहाल, स्कूल परिसर में आयोजित ऑर्केस्ट्रा कार्यक्रम के वायरल वीडियो को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो की जांच के बाद होगी कार्रवाई डी.सी.सी.सुबाहद कुमार ने बताया कि शिक्षक को प्राथमिक शिक्षा देने का निर्देश दिया गया है। वीडियो 5 सितंबर की रात का है। उन्होंने बताया कि बगल के मोहम्मद फूल का जन्मदिन था। इसके आर्केस्ट्रा में आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था। डी. पिपरिया ने बताया कि वायरल वीडियो को देखने के बाद जांच टीम की जांच की गई। टीम ने जांच कर रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के आधार पर निर्माता को दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
बिहार में लड़की से सामूहिक दुष्कर्म, हत्या कर 10 फीट नीचे दफनाया: 6 गिरफ्तार; आरोपियों के घर पर आगजनी और तोड़फोड़
बेगुसराय शहर में, एक चौंकाने वाली और भयावह घटना सामने आई जब महज 10 साल की एक युवा लड़की का मृत शरीर पड़ोसी के घर के तहखाने में छिपा हुआ पाया गया। अपने जघन्य अपराध को छुपाने के लिए, अपराधियों ने युवा पीड़िता को आश्चर्यजनक रूप से 10 फीट गहरा गड्ढा खोदकर दफनाने की पूरी कोशिश की थी। दुखी परिवार, जो पहले से ही अपने प्यारे बच्चे को खोने के अकल्पनीय दर्द के बोझ से दबा हुआ था, इस विश्वास से और भी अधिक सदमे में है कि उनकी मासूम परी को सामूहिक बलात्कार की भयावह प्रक्रिया का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद, संबंधित व्यक्ति की दुखद जान चली गई। परिणामस्वरूप, इस विशेष अपराध में संदिग्ध के रूप में कुल छह व्यक्तियों को पकड़ा गया और हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि बलात्कार का निर्णायक निर्धारण केवल पोस्टमॉर्टम परीक्षा की प्रक्रिया के माध्यम से ही स्थापित किया जा सकता है। 24 जुलाई को, एक युवा लड़की मेंहदी के पत्ते इकट्ठा करने के इरादे से अपने पड़ोसी गुड्डु सिंह के घर गई। उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह मासूम सी दिखने वाली यात्रा एक हैरान कर देने वाले रहस्य की शुरुआत होगी। उस दिन के बाद से, गुड्डु सिंह के ठिकाने का कोई संकेत या संकेत नहीं मिला, जिससे हर कोई हैरान और चिंतित था। जैसे-जैसे दिन बीतते गए, गुड्डु सिंह के लापता होने को लेकर सस्पेंस बढ़ता गया। समुदाय की चिंताएँ और बढ़ गईं, 27 जुलाई की शाम को चरम सीमा पर पहुँच गईं, जब पुलिस ने एक चौंकाने वाली खोज की। अभियुक्तों के आवास की सीमा के भीतर छिपे हुए, वे गुड्डु सिंह के निर्जीव शरीर पर ठोकर खा गए। स्थिति की गंभीरता को नकारा नहीं जा सका और मामला तेजी से बछवारा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आ गया, जिससे इस दर्दनाक घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करने की तत्काल आवश्यकता बढ़ गई। घटना के प्रति गुस्से और आक्रोश की गहरी भावना से प्रेरित होकर, व्यक्तियों ने मामले को अपने हाथों में ले लिया और आरोपी के आवास के भीतर एक उग्र आग लगा दी, जिससे जले हुए अवशेषों के अलावा कुछ भी नहीं बचा। इसके अतिरिक्त, विनाशकारी क्रोध का एक और कृत्य एक वाहन पर किया गया, जो आग की लपटों में घिर गया, जिससे आसपास अराजकता और उथल-पुथल बढ़ गई। जैसा कि एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया, अधिकारियों ने व्यक्तियों के एक समूह को हिरासत में ले लिया है। गिरफ्तारियों की कुल संख्या छह व्यक्तियों की है, जिनमें से तीन पर हत्या के जघन्य अपराध का आरोप है, जबकि शेष तीन पर साक्ष्य छुपाने में सहायता करने और उकसाने का आरोप है। इस मामले में फंसाया गया मुख्य व्यक्ति गुड्डु सिंह है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने लड़की को बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया था। चौंकाने वाली बात यह है कि लड़की का मृत शरीर उसके ही आवास की सीमा के भीतर पाया गया। हालाँकि, किए गए जघन्य अपराध की वास्तविक प्रकृति, चाहे इसमें बलात्कार शामिल हो या किसी अन्य प्रकार का उल्लंघन, केवल पोस्टमार्टम परीक्षा के परिणाम सामने आने के बाद ही निर्धारित किया जा सकता है। उल्लेखनीय खोजी कौशल का प्रदर्शन करते हुए, पुलिस पीड़िता के लापता होने के ठीक तीन दिन बाद, 27 जुलाई की देर रात के दौरान एक उच्च प्रशिक्षित कुत्ते इकाई की सहायता से उसके अवशेषों का पता लगाने में कामयाब रही। आरोपी व्यक्तियों की पहचान गुड्डू सिंह, ओम कुमार (18) और उसके नौकर (20) के रूप में की गई है, जो पीड़ित के पड़ोस में ही रहते हैं। इन लोगों पर न केवल सामूहिक बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने का बल्कि एक युवा लड़की की बेरहमी से जान लेने का भी आरोप लगाया गया है। परिवार अपनी प्यारी बेटी को खोने का शोक मना रहा है और उसके खिलाफ किए गए जघन्य कृत्यों के लिए न्याय की मांग कर रहा है। व्यापक जांच के बाद, पीड़ित के परिवार ने 25 जुलाई को अपने पड़ोसी के खिलाफ अपहरण, हत्या और यौन उत्पीड़न के आरोपों सहित एक व्यापक मामला दर्ज करना आवश्यक समझा। नतीजतन, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने, एक कुशल और कुशल डॉग स्क्वाड इकाई की सहायता से, अपराधी के निवास से युवा लड़की के निर्जीव अवशेषों को सफलतापूर्वक ढूंढ लिया और पुनः प्राप्त कर लिया।
Nalanda में एक छात्रा की मौत के बाद भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया और महिला सिपाही भागकर खुद को बचाने में सफल रहीं.
Nalanda नामक स्थान पर कुछ लोगों ने पुलिस को चोट पहुंचाई और सुरक्षित रहने के लिए पुलिस को जल्दी से निकलना पड़ा। यह हथकट्टा नामक स्थान के पास हुआ। गुरुवार को कार दुर्घटना में एक छात्रा घायल हो गई और शुक्रवार की रात उसकी मौत हो गई। एक छात्रा की मौत हो गई और उसके गांव के लोगों ने हथकट्टा मोड़ के पास रास्ता रोक दिया ताकि कोई आगे न जा सके. शनिवार की सुबह पुलिस फिर से सड़क खुलवाने का प्रयास करने आई थी। निशा कुमारी के भाई चंदन कुमार ने बताया कि 10 मई को निशा की स्कूल में परीक्षा होने वाली थी. एक वाहन में सवार कुछ बदमाशों ने उसके दुपट्टे को खींच लिया और वह नीचे गिर गई और उसे काफी चोट लग गई। उन्हें अस्पताल जाना था, लेकिन दुख की बात है कि आज उनका निधन हो गया। आप वीडियो में क्या देखते हैं? वीडियो में चारों तरफ कई लोग और पुलिस अधिकारी नजर आ रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी फोन पर बात कर रहा था और वहां एक महिला पुलिस अधिकारी भी थी। लेकिन फिर कुछ बुरा हुआ – भीड़ ने पुलिस अधिकारियों पर हमला करना शुरू कर दिया और लाठियों से उनका पीछा करना शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों को सुरक्षित रहने के लिए भागना पड़ा। एक लड़की कॉलेज में परीक्षा देने जा रही थी, लेकिन एक बुरे हादसे में उसे चोट लग गई और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। उसके परिवार और दोस्त बहुत दुखी और परेशान थे, इसलिए उन्होंने उसके शरीर को ऐसी जगह रख दिया जहाँ लोग उसे देख सकें और उसे याद कर सकें। कुछ बदमाशों ने रास्ते में अड़ंगा डाला और पुलिस से बात करने की कोशिश की तो लाठी-डंडों से पीटा। यहां तक कि पुलिस की गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। कुछ पुलिस अधिकारियों को चोटें आईं और उन्हें मदद के लिए अस्पताल जाना पड़ा। व्यक्ति की मौत कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए पुलिस शव को अस्पताल ले गई है। वे उन लोगों की भी तलाश कर रहे हैं जिन्होंने कुछ गलत किया होगा। मृतक के परिजनों ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने ऐसे दो लोगों की तलाश शुरू कर दी है जिन्होंने कुछ गलत किया होगा और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हुआ था। सुभाष कुमार नामक व्यक्ति द्वारा चलाए जा रहे वाहन में कुछ लोग सवार थे। वे कंधूपुर नामक गांव के थे। उनमें से एक कारू प्रसाद ने एक छात्रा का दुपट्टा पकड़ लिया और उसे कुछ देर तक गाड़ी के पीछे घसीटता ले गया। तभी सुभाष कुमार ने उसे टक्कर मार दी और वह सड़क पर गिर गई। उसके सिर में बुरी तरह चोट लगी थी। ऐसा करने वाले छात्र का बैग लेकर भाग गए। पुलिस आई और मदद के लिए उसे अस्पताल ले गई।
Bihar Crime:पत्नी के अफेयर का पता लगते है दुबई से आया पति गुस्से में कर दी हत्या
Bihar में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हत्या का एक मामला सुलझाया। हत्या करने वाली महिला को उसके प्रेमी द्वारा धमकाया जा रहा था, जिससे वह परेशान थी। इसी को लेकर उसने उसे मारने का प्लान बनाया। एक बार की बात है, एक आदमी दूसरे देश में काम करने गया और अपनी पत्नी को पीछे छोड़ गया। पत्नी की किसी ऐसे व्यक्ति से दोस्ती हो गई जिसे वह अच्छी तरह से नहीं जानती थी और वे दोनों मिलकर बुरा काम करने लगे। लेकिन पति को यह तब तक पता नहीं चला जब तक कि उन्हें बुरी चीजों को होने से रोकने के लिए अपने देश वापस नहीं आना पड़ा। यह प्यार के बारे में एक दुखद कहानी है, ऐसे काम करना जो आपको नहीं करना चाहिए, और उन लोगों के प्रति वफादार नहीं होना जो आपसे प्यार करते हैं। यह बिहार नामक स्थान में हुआ जहां एक आदमी को उसके परिवार और उसके पति की मदद से किसी ऐसे व्यक्ति ने मार डाला जिसे वह अपना दोस्त समझता था। पुलिस ने सभी को बताया कि मोहम्मद नाम के शख्स की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह एक महिला के साथ बदतमीजी कर रहा था और उसकी तस्वीरें ले रहा था. वह महिला को चोट पहुंचाने के लिए इन तस्वीरों को इंटरनेट पर भी वायरल कर रहा था। महिला का परिवार काफी परेशान और गुस्से में था, इसलिए उन्होंने मोहम्मद को मारने की योजना बनाई। उन्होंने उसे धोखे से दुबई नामक एक दूर स्थान से घर वापस आने पर मजबूर कर दिया और फिर उन्होंने उसे मार डाला। मोहम्मद अंसारी नाम के शख्स के अपने गांव की एक महिला से डेढ़ साल से गुपचुप संबंध थे. महिला का पति दूर दुबई में रहता है। अंसारी ने महिला की आपत्तिजनक तस्वीरें खींच लीं और उसे छुपाने के लिए उससे पैसे की मांग की। महिला ने उसे भुगतान करने की कोशिश की, लेकिन वह वैसे भी तस्वीरें साझा करता रहा। उसने अंततः अपने पति को बताया, जो गाँव आया और दुबई वापस जाने से पहले अंसारी को मार डाला। एसपी स्वर्ण प्रभात नाम के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक महिला का पति दूर दुबई नामक स्थान से वापस आया था। महिला ने अपने प्रेमी को अपने घर बुलाया, लेकिन उसके पति को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब प्रेमी आया तो उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई और उसके शव को महिला के पति और देवर ने नहर में फेंक दिया। पुलिस ने समस्या की तलाश शुरू की और किसी के फोन पर बहुत सारे संदेश मिले। इसके चलते उन्होंने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। एक व्यक्ति दूसरे देश में भाग गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला का पति, जिस पर कुछ गलत करने का संदेह है, दुबई भाग गया। पुलिस सरकार से उनकी यात्रा की अनुमति रद्द करने के लिए कहेगी ताकि उन्हें अपने देश वापस आना पड़े। तब पुलिस उसे पकड़ लेगी। पुलिस अधिकारियों की एक अन्य टीम ने एक रहस्य को सुलझाने का अच्छा काम किया। उन्हें कई अन्य पुलिस अधिकारियों से मदद मिली और उनमें से कुछ को पुरस्कार भी दे सकते हैं।
ट्रेन में दो TTE लोगों ने एक यात्री को पीटा, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें निलंबित कर दिया गया। घटना समस्तीपुर में हुई।
Bihar के जयनगर से लोकमान्य तिलक मुंबई जा रही पवन एक्सप्रेस ट्रेन में ट्रेन के दो TTE ने यात्री को सीट से खींच लिया और फिर उसे पीटना शुरू कर दिया. एक यात्री ने इस दृश्य को फिल्माया और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया। ट्रेन में एक यात्री कथित तौर पर बिना टिकट यात्रा कर रहा था, जिसके कारण ट्रेन चालक के साथ बहस हुई। आखिरकार, यात्री और चालकों ने लड़ाई शुरू कर दी, अन्य यात्रियों ने चालकों को रोकने के लिए विनती की। आखिरकार, ड्राइवरों ने यात्री को मार डाला और कई अन्य को घायल कर दिया।
Dalai Lama की जासूसी करने के संदेह में एक चीनी महिला को भारत के बोधगया में गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
बिहार के बोधगया में आध्यात्मिक नेता Dalai Lama को एक चीनी महिला ने कथित तौर पर धमकी दी थी। विदेश मंत्रालय ने इस घटना को ‘सुरक्षा मुद्दा’ करार दिया है और टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के साथ बोधगया में देखे जाने के बाद सुरक्षा अलर्ट का विषय बनी चीनी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उससे बोधगया थाने में पूछताछ कर रही है। मगध में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एमआर नायक ने पुष्टि की है कि वह पुलिस हिरासत में है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी द्वारा गया पुलिस को स्थानीय निवासियों के लिए संभावित खतरे की सूचना देने के बाद, पुलिस विभाग ने तुरंत महिला की तलाश शुरू कर दी। एसएसपी हरप्रीत कौर ने कहा कि वह चीनी महिला की उम्र और स्थिति की गंभीरता को जानने के बाद जल्द ही उसे हिरासत में ले लेंगी। हालांकि, महिला की पहचान की जांच उससे पूछताछ के बाद ही पूरी होगी। पुलिस ने एक चीनी महिला सोंग शियाओलन का एक स्केच जारी किया और मीडिया के साथ उसका पासपोर्ट और वीजा विवरण भी साझा किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि पुलिस सोंग शियाओलन की तलाश क्यों कर रही थी। अधिकारी के मुताबिक, महाबोधि मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हम इस समय बोधगया में सुरक्षा अलर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। विदेश मंत्रालय (MEA) प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि उन्हें सुरक्षा मुद्दे के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है और उन्हें नहीं लगता कि इस बारे में बात करने के लिए यह सही मंच है। इससे पता चलता है कि मामला संवेदनशील है और इसे गोपनीय रखा जाना चाहिए।
Dogs Attack:महिला को 15 मिनट में कुत्तों ने नोचा:बेगूसराय में हाथ-पैर का मांस खाया, हड्डियां दिखीं; एक सप्ताह में दूसरी घटना
बेगूसराय में आवारा कुत्ते आदमखोर बन गए हैं। इनकी दहशत से आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। कुत्तों ने एक हफ्ते में एक और महिला को अपना शिकार बनाया है। बछवाड़ा थाना क्षेत्र में बुधवार को 53 वर्षीय महिला को 15 कुत्तों के झुंड ने नोच-नोच कर मार डाला. 15 मिनट के अंदर कुत्तों ने महिला को नोच-नोच कर मार डाला। कुत्ते इतने खूंखार थे कि उन्होंने महिला के हाथ-पैर का पूरा मांस खा लिया। उसकी हड्डियाँ दिखाई देने लगीं। आसपास के लोगों ने एकजुट होकर कुत्तों को भगाया तो महिला का शव उठाया जा सका। इधर जब इस संबंध में बछवारा बीडीओ पूजा कुमारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी आपके माध्यम से मिली है. पता लगाया जा रहा है। बता दें कि बुधवार को भी इन आदमखोर कुत्तों ने एक महिला को काट लिया था। जिससे उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई। महिला खेत देखने गई थी महिला की पहचान मीरा देवी (53) के रूप में हुई है। मीरा आज सुबह खेत देखने गई थी, जो उसके घर से करीब 50 मीटर दूर है। इसी बीच कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। महिला की चीख पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों ने जब यह खौफनाक मंजर देखा तो वे भी सहम गए। इसके बाद कुछ लोगों ने एकजुट होकर कुत्तों को वहां से भगा दिया। तब तक कुत्ते महिला के शरीर को बुरी तरह नोच चुके थे। उसके हाथ-पांव का मांस खा गया था और सिर्फ हड्डियां ही नजर आ रही थीं। मीरा देवी की मौके पर ही मौत हो गई। मीरा देवी का एक बेटा है जिसकी शादी हो चुकी है। उनकी एक पत्नी भी है। सभी घर पर थे और मीरा देवी अकेले ही खेत में गई थीं। 7 दिन में दो महिलाओं को कुत्तों ने काटा ऐसी ही एक घटना 7 दिन पहले बछवाड़ा थाना क्षेत्र के कादराबाद पंचायत के बहियार में हुई थी. महिला 7 दिसंबर की दोपहर बहियार में घास काटने गई थी। यहां कुत्तों के झुंड ने घेरकर उन पर हमला कर दिया। कुत्तों ने उसे नोच-नोच कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि इससे पहले भी इस बहियार में दो महिलाओं को कुत्तों ने नोच-नोच कर मार डाला था, लेकिन आवारा कुत्तों को हटाने के लिए प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया.
मुंगेर में फिल्मी अंदाज में firing, VIDEO : शराब बेचने को लेकर भिड़े तस्कर, 13 को प्राथमिकी
मुंगेर में फिल्मी अंदाज में firing, VIDEO मुंगेर में फिल्मी अंदाज में जमकर firing हुई. दोनों पक्षों के लोग 20 मिनट तक एक दूसरे पर firing करते रहे। कोई दीवार के पीछे छिपकर पिस्टल चला रहा था तो कोई सामने से। घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारामपुर बिंद टोली की है. घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुंगेर के एसपी जगन्नाथरेड्डी जलारेड्डी ने संबंधित पुलिस थाने को वायरल वीडियो की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके बाद चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसमें 13 लोगों को नामजद किया गया है। बताया जाता है कि टीकारामपुर इलाके में बड़े पैमाने पर शराब का कारोबार होता है. इस धंधे से कई लोग जुड़े हुए हैं। अधिक शराब बेचने के चक्कर में शराब कारोबारी आपस में उलझ जाते हैं। इसी बात को लेकर शनिवार की शाम मोहाली पंचायत के टीकाराम बिंद टोली में शराब कारोबार को लेकर दो लोग आपस में उलझ गए. देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। इसके बाद firing शुरू हो गई। फायरिंग करने वाले सभी 18 से 25 साल के युवक हैं जो खुलेआम देसी पिस्टल लेकर हाथ में फायरिंग कर रहे थे. तभी किसी ने इस फायरिंग का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इस मामले में कोई भी पक्ष थाने नहीं पहुंचा। लेकिन एसपी के निर्देश पर मुफस्सिल थाना पुलिस ने जांच शुरू की और वायरल वीडियो के आधार पर असामाजिक तत्वों की पहचान शुरू की. पहचान होने के बाद स्थानीय चौकीदार के बयान पर मुफस्सिल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसमें 13 असामाजिक तत्वों को नामजद किया गया है। कहते हैं प्रभारी पुलिस अधिकारी मुफस्सिल थाना प्रभारी एसएचओ रविकांत प्रसाद ने बताया कि फायरिंग की घटना हुई है. इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। लेकिन ऐसी घटना कानून का अपराध है। स्थानीय चौकीदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें 13 लोगों को नामजद किया गया है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
मुजफ्फरपुर में hijab हटाने को कहा तो भड़कीं छात्राएं : प्राचार्य ने कहा- परीक्षा में ब्लूटूथ पहनने का अंदेशा था; उतारने को कहा तो धर्म से जुड़े
मुजफ्फरपुर में hijab हटाने को कहा तो भड़कीं छात्राएं : प्राचार्य ने कहा मुजफ्फरपुर के एक कॉलेज में रविवार को hijab को लेकर जमकर बवाल हुआ. प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज में सेंट अप की परीक्षा चल रही थी. कुछ लड़कियां हिजाब पहनकर परीक्षा में बैठी थीं। शिक्षक को लड़कियों पर ब्लूटूथ डिवाइस पहनने का शक था। इस पर उन्होंने लड़कियों से hijab हटाकर कान दिखाने को कहा. इस पर बच्चियों ने गुस्सा कर घरवालों को फोन किया. छात्राओं का आरोप है कि शिक्षिका ने उन्हें गद्दार बताते हुए जबरन हिजाब उतारने को कहा और पाकिस्तान जाने को कहा. हंगामे के बाद पुलिस भी पहुंच गई। बाद में प्राचार्य ने छात्राओं को समझाया और मामला शांत कराया। मामला महंत दर्शन दास महिला कॉलेज (एमडीडीएम) का है। यह है पूरा मामलाकॉलेज की छात्रा आदिवा ने बताया कि कॉलेज में सेंट अप की परीक्षा चल रही थी. इस दौरान कुछ लड़कियां hijab पहनकर परीक्षा देने आई थीं। क्लास रूम में टीचर रवि भूषण ने उससे कहा कि ब्लूटूथ के साथ आए हो तो हिजाब उतार दो। लड़कियों ने कहा कि आप लेडी गार्ड को बुलाकर जांच कराएं। यदि कोई आपत्तिजनक सामग्री निकलती है तो वह लोग बिना जांच किए चले जाएंगे। छात्रों का आरोप है कि शिक्षक ने उनकी एक नहीं सुनी। वे कहने लगे कि हिजाब हटाकर फेंक दो। पाकिस्तान जाने की बात करने का आरोपलड़कियों ने शिक्षक शशि भूषण पर आरोप लगाया कि उन्होंने छात्राओं को देशद्रोही भी कहा। वे कहने लगे कि तुम यहीं रहते हो और तुम उधर से गाते हो। बस पाकिस्तान जाओ। इस पर छात्राएं भड़क गईं और हंगामा करने लगीं। फिर वे बिना परीक्षा दिए ही बाहर चले गए और गेट पर धरना-प्रदर्शन करने लगे। लड़कियों को जबरन धर्म से जोड़ रहे हैं : प्राचार्यकॉलेज प्राचार्य डॉ कनुप्रिया ने कहा कि यह सब माहौल खराब करने की साजिश है. कॉलेज का इतिहास बहुत पुराना है। सभी इंटरमीडिएट के छात्र हैं। इन लोगों को मोबाइल निकालने और ब्लूटूथ हटाने को कहा गया। लेकिन उन्होंने इसे अलग मुद्दा बना लिया और धर्म से बहस करने लगे। यह बहुत ही शर्मनाक बात है। इन छात्राओं की उपस्थिति भी 75 फीसदी से कम है। अब शिक्षा मंत्री और विश्वविद्यालय ने निर्देश दिया है कि कम उपस्थिति प्रतिशत वाली छात्राओं को अंतिम परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा. ये लोग अनावश्यक दबाव बना रहे हैं। ताकि कॉलेज प्रशासन उनके सामने नतमस्तक हो जाए। hijab की कोई बात नहीं हुई और जिस शिक्षिका पर वह आरोप लगा रही है, उसने राष्ट्रविरोधी और पाकिस्तान जाने जैसा कुछ नहीं कहा। ये लोग मनगढ़ंत बातें कर मामले को बेवजह बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं।सूचना मिलते ही मिठानपुरा थाना के एसएचओ श्रीकांत प्रसाद सिन्हा महिला आरक्षकों को लेकर मौके पर पहुंचे. लड़कियों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस से भी उनकी काफी नोकझोंक हुई और खूब बहस हुई। कुछ देर बाद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. कानू प्रिया पहुंचे। उन्होंने किसी तरह समझाकर सभी को शांत किया। लड़कियां शांत हो गईं। फिर परीक्षा देने के बाद चुपचाप वहां से चली गई।