IPL 2023:जब RCB के इस Player का हौसला बढ़ाने आए बचपन के ४ दोस्त
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और अल्ल्रौन्देर ग्लेंन मैक्सवेल के ४ दोस्त आये उनका हौसला बढ़ाने आये ऑस्ट्रेलिया से भारत पोहचे।RCB ने अभी तक ३ में से १ ही मैच जीता है और पोइंटाब्ले में ८ अंक पर है. उन्होंने कहा, ‘RCB के साथ पिछले दो साल शानदार रहे हैं और दोस्तों के आने से मजा और भी बढ जाएगा। आरसीबी के खिलाड़ियों में जबर्दस्त तालमेल है और हमें पता है कि तस्वीर बदलेगी।’ मैक्सवेल सिर्फ एक मुकाबले में तूफानी पारी खेल पाए हैं.उन्होंने मुंबई के खिलाफ 12, केकेआर के खिलाफ पांच और लखनऊ सुपरजायंट्स के खिलाफ 59 रन बनाए। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दोस्तों के आने से उनका मनोबल बढ़ेगा और वह अपने और टीम के अभियान को पटरी पर ला पाएंगे. मैक्सवेल ने अपने दोस्तों, एंथनी डेविस मैकनिकोल, ब्रेंडन और नाथन वॉल्श और हारून डेनियल की उपस्थिति के लिए उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनका यहां आना विशेष रूप से सार्थक था क्योंकि वे सभी सफल किसान, स्कूल शिक्षक और बिजली मिस्त्री हैं। मैक्सवेल उनके सामने अच्छा प्रदर्शन करने को बेताब हैं।
समंदर में नहीं चलेगी चीन की दादागिरी! INS विक्रांत से भारत और ऑस्ट्रेलिया ने कड़ा संदेश दिया
INS विक्रांत के नौसेना में शामिल होने के बाद से भारत मजबूत हो रहा है, इसलिए पाकिस्तान और चीन के दुश्मनों को हमारी चिंता करनी पड़ी है। जब ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीस आईएनएस विक्रांत पर पहुंचे और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, तो इससे चीन की बेचैनी जरूर बढ़ गई होगी। स्वदेशी विमान वाहक एक विशेष प्रकार के जहाज होते हैं जो दुनिया भर के कुछ ही देशों में पाए जाते हैं। INS विक्रांत भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है, और यह भारत को दुनिया की एक शक्तिशाली ताकत बनाता है। इससे चीन की बेचैनी बढ़ गई, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी दूसरे देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष को आईएनएस विक्रांत पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधान मंत्री भारत का दौरा कर रहे थे, और यह एक बहुत ही खास अवसर बन गया। भारत आर्थिक रूप से बहुत अच्छा कर रहा है और अधिक आत्मनिर्भर हो रहा है, जो एक संदेश है कि क्वाड गठबंधन में चार देश – ऑस्ट्रेलिया, भारत, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका – चीन को भेज रहे हैं। फिलहाल, ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के पास एक विमानवाहक पोत नहीं है, लेकिन भविष्य में इसमें बदलाव की संभावना है। अगर ऑस्ट्रेलिया एक विमानवाहक पोत बनाने का फैसला करता है, तो एक स्वदेशी आईएनएस विक्रांत सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। क्वाड समूह उन देशों का समूह है जो चीन द्वारा पैदा की जा रही समस्याओं से निपटने के लिए मिलकर काम करते हैं। 2020 में, ऑस्ट्रेलिया द्वारा मालाबार नामक एक बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास में भाग लेने के बाद, क्वाड समूह ने अपनी सैन्य गतिविधियों को और अधिक बारीकी से समन्वयित करना शुरू कर दिया। इस साल मालाबार नौसैनिक अभ्यास जापान के तट पर आयोजित किया जाएगा, जो पहली बार किया गया है। पिछले साल, भारतीय नौसेना ने ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिकी सेना के साथ एक सैन्य अभ्यास में भाग लिया था। इस साल भारत जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा ले रहा है। वाणिज्य सचिव पेनी प्रित्जकर ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर होली समारोह में भाग लिया और दिल्ली में जी-20 बैठक में शामिल चार देशों के विदेश मंत्रियों ने भी इतर मुलाकात की। इससे पता चलता है कि ये देश कितनी बारीकी से एक साथ काम कर रहे हैं और यह चीनियों के लिए चिंता का विषय है।
नहीं रहे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर Shane Warne, 52 साल की उम्र में निधन
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के 52 वर्षीय पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) का निधन हो गया. बताया जा रहा है कि पूर्व दिग्गज खिलाड़ी का निधन दिल का दौरा (Heart Attack) की वजह से हुआ है. कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट टीम (Australian Men’s Cricket Team) के 52 वर्षीय पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) का शुक्रवार यानी आज निधन हो गया. बताया जा रहा है कि पूर्व दिग्गज खिलाड़ी का निधन दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ने की वजह से हुआ है. वॉर्न इस दौरान थाईलैंड में मौजूद थे. मिली जानकारी के अनुसार वॉर्न अपने विला में मौजूद थे, जहां उन्हें बेसुध पाया गया. Shane Warne : बता दें ऑस्ट्रेलिया दिग्गज ने साल 1992 में भारतीय टीम के खिलाफ सिडनी में अपने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट करियर का आगाज किया था. वहीं उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला साल 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी में ही खेला था. बात करें वॉर्न के क्रिकेट करियर के बारे में तो क्रिकेट के मैदान में उनके नाम कई बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं. वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में मौजूदा समय में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज हैं. ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने अपनी टीम के लिए 145 टेस्ट मुकाबले खेलते हुए 273 पारियों में 25.4 की एवरेज से कुल 708 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान उन्होंने 48 बार चार और 37 बार पांच विकेट लेने का भी कारनामा किया है. वहीं बात करें उनके वनडे करियर के बारे में तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 194 मैच खेलते हुए 191 पारियों में 25.7 की एवरेज से 293 विकेट चटकाए हैं. वनडे क्रिकेट में उनके नाम 12 चार और एक बार पांच विकेट लेने का कारनामा है.
Warning: What Can You Do About Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों Right Now
Australia में 26 जनवरी को National Day मनाने का विरोध कर रहे हज़ारों नवंबर 2021 में हुए सर्वे के अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को Australia दिवस मनाया जाए लेकिन युवा आबादी की अलग राय है. वह ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की मांग का समर्थन कर रहे हैं कि यह दिन राष्ट्रीय दिवस नहीं होना चाहिए. भारत जिस दिन 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस ( Republic Day) मनाता है, उसी दिन ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय दिवस ( Australia Day) भी मनाया जाता है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया (Australia) की युवा आबादी अपने राष्ट्रीय दिवस (National Day) का ही विरोध कर रही है.ऑस्ट्रेलिया की 9न्यूज़.कॉम और द गार्डियन पर बताया गया है कि 26 जनवरी के मौके पर राष्ट्रीय दिवस मनाए जाने का विरोध करते हुए ऑस्ट्रेलिया में रैलियां हो रही हैं. हज़ारों लोग इस मौके पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं. 26 जनवरी को इनवेज़न डे (Invasion Day) यानि घुसपैठ दिवस बताते हुए कई जगह ब्रिटेन के खोजी कैप्टन कुक की मूर्तियों को लाल रंग दिया गया. एक ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के पत्रकार ने 26 जनवरी को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया डे मनाने पर मतभेद ऑस्ट्रेलिया के मूलनिवासी (Aboriginal) लोग कई सालों से 26 जनवरी को राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाए जाने का विरोध कर रहे हैं. 26 जनवरी, 1788 को यहां ब्रिटिश नौसेना के पहुंने के बाद ऑस्ट्रेलिया एक ब्रिटिश उपनिवेश में तब्दील हो गया. इसके बाद यहां मूलनिवासियों का उत्पीड़न भी शुरू हुआ था. द कन्वरसेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर 2021 में 5000 ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर एक सर्वे हुआ था. इसके अनुसार 60% ऑस्ट्रेलियाई चाहते हैं कि 26 जनवरी को ही ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाया जाए लेकिन 35 साल के नीचे के लोगों की अलग राय है. ऑस्ट्रेलिया में 1986-2022 के बीच जन्में मिलेनियल्स की आबादी में आधे से अधिक (53%) लोगों का मानना है कि 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस नहीं मनाया जाना चाहिए. इसका मतलब यह भी निकाला जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया में बदलाव आ रहा है. युवा विविधता के और समान अधिकार और मूल निवासियों के मुद्दों को अधिक तवज्जो दे रहे हैं. पिछले साल 2021 में भी 26 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया दिवस मनाए जाने के विरोध में बड़े विरोध प्रदर्शन हुए थे. क्यों मनाया जाता है ऑस्ट्रेलिया डे? ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में आधुनिक ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत के तौर पर ऑस्ट्रेलिया डे मनाया जाता है. न्यूज़.कॉम के मुताबिक इसी दिन यानि 26 जनवरी, 1788 में सिडनी कोव में ब्रिटिश बेड़ा पहुंचा था. फ्री प्रेस जनरल के मुताबिक ब्रिटिश गवर्नर आर्थर फिलिप की अगुवाई में 11 जहाज़ों के बेड़े को इस इलाके में रहने लायक कोई जगह नहीं मिल रही थी. 26 जनवरी को जब यह बेड़ा ऑस्ट्रेलिया के तट पर पहुंचा तो इसमें दो रॉयल नेवी के जहाज़ भी थे. 26 जनवरी को ही पोर्ट जैकसन के सिडनी कोव में ब्रिटिश झंडा फहराया गया. इस दिन को ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे भी कहा जाता है. सबसे पहले 1992 में ऑस्ट्रेलिया में सर्वाइवल डे कॉन्सर्ट भी हुआ था. इसे अनौपचारिक तौर पर फाउंडेशन डे, एनिवर्सरी डे या ऑस्ट्रेलिया नेशनल डे भी कहा जाता है.