Atiq ahmed को दफनाया गया, और हत्यारों को जेल भेज दिया गया। इस बीच दस बातें हुईं।

रविवार रात Atiq ahmed को पुलिस को सौंप दिया गया। इस घटना को देखने के लिए उनका परिवार और उनके भाई अशरफ भी वहां मौजूद थे। रविवार रात अतीक अहमद को पुलिस को सौंप दिया गया। उनका परिवार भी मौजूद था। इस प्रक्रिया में मदद के लिए कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे। मामले से जुड़ी दस बातों के बारे में बताता है।
Atiq Ahmed: प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के पास अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

शनिवार की रात प्रयागराज में माफिया Atiq Ahmed और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई. पुलिस अतीक को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी और जब वह टहल रहा था तो पत्रकार उससे पूछताछ कर रहे थे. तीन युवक पत्रकार बनकर आए और अतीक के सिर में गोली मार दी। अशरफ फिर उसके बगल में ढेर हो गया। तीनों हमलावरों ने आत्मसमर्पण कर दिया है और हमलावरों की पहचान लवलेश, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है। पुलिस को उनके कब्जे से एक मीडिया कार्ड, एक कैमरा और एक माइक्रोफोन भी मिला है। इस हमले में कांस्टेबल मानसिंह को गोली लगी है, उन्हें अस्पताल ले जाया गया है. यूपी पुलिस हमले की जांच कर रही है और अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। बाद में कानून व्यवस्था के एडीजी प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने इस बात पर चर्चा की कि हमले का जवाब कैसे दिया जाए। इसके बाद राज्य में हाई अलर्ट हो गया और स्वाट टीम आ गई। संवेदनशील माने जाने वाले इलाकों में आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) की तैनाती की जा रही है. पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस ने अतीक से काफी देर तक पूछताछ की थी पुलिस ने अतीक से काफी देर तक पूछताछ की थी। उसने पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी में मदद करने की बात स्वीकार की और यह भी कबूल किया कि वह उमेश पाल की हत्या की साजिश में शामिल नहीं था। अशरफ ने पुलिस को बताया कि उसने पंजाब में एक घर तक हथियार पहुंचाने में मदद की, लेकिन कुछ और नहीं किया। अतीक बार-बार जाने देने के लिए कहता रहा ताकि वह बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल हो सके। इसी बीच उनके स्वास्थ्य में गिरावट आने लगी। उसके बाद अतीक और अशरफ दोनों को हथकड़ी लगाकर प्रयागराज के कोल्विन अस्पताल लाया गया. अखिलेश यादव ने कहा अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पुलिस की सुरक्षा के ठीक सामने अपराधी मारे जा सकते हैं और इससे जनता में डर पैदा हो रहा है. अखिलेश का मानना है कि कुछ लोग जानबूझकर यह डर पैदा कर रहे हैं ताकि दूसरों पर फायदा उठाया जा सके. गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और गुलाम का एनकाउंटर हुआ था। बुधवार को गोली मारने वाले एक व्यक्ति की हत्या के बारे में पता चलने पर पुलिस झांसी पहुंची। असद और गुलाम को पुलिस ने पकड़ लिया, और घटना अब खत्म हो गई है।
Asad को बमबाजी से रोका तो बना शूटर,आज ही असद का हुआ एनकाउंटर

उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार थे अतीक का बेटा Asad और उसका साथी गुलाम मोहम्मद आज ही पी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर कर दिया। असद ने उमेश पाल की हत्या करने का रचा था उसके बाद दिनदहाड़े अपने साथी के साथ में मिलकर हत्या कर दी। असद ने लखनऊ के एक जानीमानी कॉलेज से १२th की उसके बाद उससे बहार जाना था पढाई के लिए मगर परिवार क्रिमिनल रिकॉर्ड के कारन नहीं जा सका असद। अतीक अहमद के पांच बेटे है उसमे ३ नंबर का था असद माफिया अतीक के पांच बेटे है असद तीस नंबर बेटा था उससे २ बड़े भाई है उमर और अली जो की दोनों जेल में है और दो नाबालिग है जिनको बाल सुधार गृह रखा गया है ,असद अब तक फरार था मगर पुलिस भी उनने ट्रेस कर रही थी लेकिन गुरुवार को एनकाउंटर में मार दिया गए दोनों असद और उसका साथी गुलाम। १२ साल की उम्र में ही की थी फायरिंग असद की एक वीडियो पिछले हफ्ते वायरल हो रही थी जिसमे असद ने २०१७ में एयर फायरिंग की थी और घर वाले तारीफ कर रहे थे जब असद की उम्र सिर्फ १२ वर्ष थी यह एयर फायरिंग शादी के समारोह में की थी गुस्से में आकर टीचर को ही पीट दिया था असद जब प्रयागराज के बिशप जॉनसन के साथ अध्ययन करने लगे तो अपनी कक्षा में सबसे अच्छे छात्र थे। उसका गुस्सा घर के साथ स्कूल में भी सामने आता था स्कूल में एक रस्साकसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी क्लास को रिप्रेजेंट कर रहा था उस वक़्त उसकी टीम हार गयी गुस्से में आ कर उसने रेफरी बने टीचर को पीट डाला मगर स्कूल वालो ने कंप्लेंट नहीं की क्युकी उन उसके माफिया घर से डर था। Asad को विदेश जाना था मगर परिवार के क्रिमिनल रिकार्ड्स के कारण उसका सपना टूट गया असद ने लखनऊ के जानीमानी कॉलेज से 12वी की उसके बाद उससे LAW की पढाई करने का फैसला किया था मगर उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हुआ कारन यह है की अतीक और अशरफ और उसके दोनों भाइयो के आपराधिक रिकॉर्ड के कारन हुआ। असद को बमबाजी से रोका तो बना शूटर असद घर के आसपास जब बमबाजी की घटनाये सुनता और देखता तोह उसका भी मन करता था उसके पिता अतीक को बमबाजी पसंद नहीं थी इसीलिए वह अपने बेटो को बमबाजी करने से रोका और उनलोग को शूटर बनाया जिसमे से असद सबसे अच्छा शूटर बन चूका था। असद ने उमेश पाल को क्यों मारा अतीक के घर से जब भी कोई राजनीति में कदम रखता है तोह उससे पहले खौफ पैदा करते है वैसे ही असद राजनीति में कदम रख रहा था इसीलिए उसने खौफ बनाने के लिए उमेश पाल की हत्या कर दी। मगर आखिरी अंजाम देखे की हो गया अब असद ही नहीं रहा इस दुनिया में यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया
1270 किलोमीटर की यात्रा के दौरान Ateek Ahmed दहशत में थे, और उन्होंने 23 घंटे से अधिक समय तक झपकी नहीं ली।

माफिया Ateek Ahmed सोमवार को 1270 किलोमीटर की दूरी महज 23 घंटे 37 मिनट में तय कर नैनी जेल पहुंचा। इस भीषण यात्रा कार्यक्रम के बावजूद, वह पूरी यात्रा के दौरान एक मिनट के लिए भी नहीं सोए। यह अतीक के असाधारण ध्यान और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है, और माफिया समुदाय में सबसे कुशल अपराधियों में से एक के रूप में उसकी स्थिति को रेखांकित करता है। माफिया सदस्य Ateek Ahmedने लगातार घबराहट और घबराहट के बावजूद साबरमती जेल से नैनी जेल तक की 1270 किलोमीटर की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की। पूरी यात्रा के दौरान उनका डर उनके चेहरे पर बना रहा और इसे पूरा करने में लगे 23 घंटे 37 मिनट में वे एक मिनट भी नहीं सोए। हालाँकि पूरी यात्रा के दौरान अतीक ने एक बार भी पलक नहीं झपकाई, लेकिन जब वह अंत में नैनी जेल पहुँचा – जहाँ उसकी तलाशी ली गई, तो वह राहत की सांस लेने लगा। आगमन पर उसका वजन और ऊंचाई मापी गई। जेल अधिकारी बताते हैं कि अतीक को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. यहां एक हेड जेल वार्डर व दो जेल वार्डरों ने जेल के गेट पर मेटल डिटेक्टर से अतीक की तलाशी ली. अतीक को सामान्य जेल का खाना दिया जाएगा, जिससे उसकी लंबी यात्रा के बाद उसके थकने की संभावना है। अपनी यात्रा से थके हुए अतीक ने बैरक में पहुंचते ही अपनी पगड़ी उतार दी और थक हार कर लेट गए। नैनी जेल में सोमवार दोपहर से ही भारी पुलिस बल तैनात था, मीडियाकर्मियों का जमावड़ा था. हमने मामले पर सावधानीपूर्वक विचार कर निर्णय लिया है कि 17 साल पुराने अपहरण मामले के आरोपियों को 28 मार्च को कोर्ट में पेश किया जाए. हमने नैनी जेल के मेन गेट पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया है और बाहरी लोगों का प्रवेश बंद किया जा रहा है. . यह कोर्ट के आदेश के अनुसार है। प्रयागराज पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स रविवार शाम अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गई। गौरतलब है कि 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अगले ही दिन उमेश पाल की पत्नी की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी