Sameer वानखेड़े ने लगाया NCB अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, SC आयोग से की शिकायत
Sameer वानखेड़े ने लगाया NCB अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह पर लगाया उत्पीड़न का आरोप आईआरएस अधिकारी Sameer वानखेड़े ने 17 अक्टूबर को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बारे में आयोग ने कहा है कि वह ज्ञानेश्वर सिंह के खिलाफ उत्पीड़न और अत्याचार के आरोपों की जांच करेगा. वानखेड़े बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन के खिलाफ ड्रग्स मामले की जांच में अनियमितता के आरोपों की जांच के घेरे में हैं। मुंबई में तैनात नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व अंचल निदेशक Sameer वानखेड़े ने एजेंसी के उप महानिदेशक (डीडीजी) ज्ञानेश्वर सिंह पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. वानखेड़े ने इस संबंध में दलितों पर होने वाले अत्याचारों की रोकथाम के तहत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. Sameer वानखेड़े का आरोप है कि एनसीबी के अधिकारियों ने उनकी और उनके परिवार के सदस्यों की बैंक डिटेल भी दी है, जो उनकी निजता के उल्लंघन का मामला है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईआरएस अधिकारी वानखेड़े ने 17 अक्टूबर को अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बारे में आयोग ने कहा है कि वह ज्ञानेश्वर सिंह के खिलाफ उत्पीड़न और अत्याचार के आरोपों की जांच करेगा. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने एक बयान में कहा, “आयोग ने पाया है कि याचिकाकर्ता के साथ भेदभाव और उत्पीड़न किया गया है। प्राधिकरण [इस मामले में एनसीबी] को जांच पूरी होने तक कोई कार्रवाई करने से रोकता है।” एनसीएससी द्वारा मामला। संबंधित अधिकारी से टेलीग्राम या फैक्स द्वारा तत्काल उत्तर मांगा जाएगा। यदि तीन कार्य दिवसों के भीतर कोई उत्तर प्राप्त नहीं होता है, तो संबंधित प्राधिकारी को जांच के लिए तीन दिन के नोटिस पर आयोग के समक्ष उपस्थित होना पड़ सकता है। बता दें कि पिछले कुछ समय से एनसीबी में तैनात आईआरएस अधिकारी Sameer वानखेड़े बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ ड्रग्स मामले को लेकर सुर्खियों में हैं। इस मामले में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए एजेंसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था। एसआईटी ने अपनी 3000 पन्नों की सतर्कता रिपोर्ट दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय को भेजी है। सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग्स मामले की जांच में पुराने एनसीबी अधिकारियों के कई “अनियमितताओं” और “संदिग्ध व्यवहार” का उल्लेख है। एनसीबी सूत्रों के मुताबिक आर्यन खान मामले में विभाग के कुछ पुराने अधिकारियों ने अपने फायदे के लिए कुछ चुनिंदा लोगों पर निशाना साधा था. उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट में एनसीबी के तत्कालीन अधिकारियों के बैंक विवरण, उनके परिवार के सदस्यों के बैंक विवरण और उनकी संपत्तियों को भी शामिल किया गया है. बताया जा रहा है कि इस जांच रिपोर्ट के आधार पर इस आईआरएस अधिकारी समेत 6-7 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
sameer wankhede को आर्यन खान मामले की ‘घटिया’ जांच के लिए अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश और आर्यन खान को ‘ड्रग केस’ से मिली क्लीन चीट
sameer wankhede: क्रूज़ ड्रग्स मामले में आर्यन को क्लीन चिट मिल गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने इस मामले में चार्जशीट फाइल की है जिसमें आर्यन तथा पांच अन्य को क्लीन चिट दी गई है, मुंबई ड्रग्स ऑन क्रूज मामले की शुरुआत में तफ्तीश करने वाले पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को घटिया जांच (disgraceful investigation)और फर्जी जाति प्रमाणपत्र दाखिल करने के मामले में कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. मामले से जुड़े लोगों ने शु्क्रवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा, “सरकार ने घटिया जांच के लिए सक्षम अधिकारी से वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है. उनके खिलाफ फर्जी जाति प्रमाणपत्र के लिए कार्रवाई की जाएगी. ” गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए वानखेड़े ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया. मलिक के आरोपों के बाद वानखेड़े ने यह साबित करने के लिये कि वह (sameer wankhede) दलित हैं, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के समक्ष पिछले साल नवंबर में अपने जाति प्रमाण पत्र से जुड़े मूल कागजात पेश किए थे. sameer wankhede एनसीबी के मुंबई जोन के प्रमुख थे और मुंबई के तट पर क्रूज पर छापेमारी से संबंधित मामले की शुरुआती जांच वे ही कर रहे थे. इस मामले में बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन (Aryan Khan)को गिरफ्तार किया गया था. बाद में हाईकोर्ट में आर्यन को जमानत पर रिहा किया गया इस बहुचर्चित क्रूज़ ड्रग्स मामले में आर्यन को आज क्लीन चिट मिल गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने इस मामले में चार्जशीट फाइल की है जिसमें आर्यन तथा पांच अन्य को क्लीन चिट दी गई है, इनके नाम चार्जशीट में नहीं हैं.दिल्ली NCB हेडक्वार्टर के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार आर्यन खान समेत 6 लोग चार्जशीट का हिस्सा नही हैं. आर्यन के खिलाफ एसआईटी को ठोस सबूत नहीं मिले. एंटी ड्रग एजेंसी ने इस मामले में 6 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें 14 आरोपियों के नाम हैं.23 वर्षीय आर्यन जो कि गिरफ्तार किए गए 20 लोगों में से एक थे, का नाम आरोपियों में शामिल नहीं है. मामले में आर्यन को क्लीन चिट मिलने के बाद नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा था कि, “अब जबकि आर्यन खान और 5 अन्य को क्लीन चिट मिल गई है. क्या एनसीबी sameer wankhede, उनकी टीम और प्राइवेट आर्मी के खिलाफ कार्रवाई करेगा? या इन अपराधियों का बचाव करेगी? सूत्रों ने ड्रग्स मामले में छापामारी के बाद वानखेड़े की जांच में पांच अनियमितताएं के बारे में बताया. इसके मुताबिक, सर्च ऑपरेशन के दौरान वीडियोग्राफी नहीं की गई, इसके अलावा आर्यन के फोन के मामले में विश्लेषण में भी खामियां थीं क्योंकि चैट उन्हें इस मामले से नहीं जोड़ती है. ड्रग्स के consumptionको साबित करने के लिए कोई मेडिकल टेस्ट भी नहीं किया गया और एक गवाह भी मुकर गया. इस गवाह ने विशेष जांच टीम को बताया कि उससे खाली पेपर पर दस्तखत कराए गए. सूत्रों ने यह भी कहा कि दो अन्य गवाहां ने भी जांच टीम को बताया कि एनसीबी की टीम की छापेमारी के समय वे वहां मौजूद नहीं थे.