Hate स्पीच मामले में सपा नेता आजम खान को मिली तीन साल की सजा, रामपुर कोर्ट ने दिया फैसला

Hate स्पीच मामले में सपा नेता आजम खान को मिली तीन साल की सजा उत्तर प्रदेश की रामपुर कोर्ट ने hate स्पीच मामले में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को तीन साल की सजा सुनाई है। साथ ही उसे 25 हजार रुपये जुर्माना भी देना होगा। उत्तर प्रदेश की रामपुर कोर्ट ने hate स्पीच मामले में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को तीन साल की सजा सुनाई है। साथ ही उसे 25 हजार रुपये जुर्माना भी देना होगा। इससे पहले आज कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया था। जानकारी के मुताबिक इस मामले में उन्हें कोर्ट से ही अंतरिम जमानत मिल जाएगी. दोषी साबित होने के बाद ही उसे कोर्ट कस्टडी में लिया गया था। आपको बता दें कि साल 2019 में चुनाव के दौरान आजम खान ने तहसील मिलक में भाषण दिया था, जिसे लेकर कोर्ट का फैसला आ गया है. खान पर अभद्र भाषा देने का आरोप है। बता दें कि 7 अप्रैल 2019 को रामपुर की समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी मोहम्मद आजम खान ने अपने चुनाव में भाषण देते हुए रामपुर में तैनात कई प्रशासनिक अधिकारियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. बैठक। उनके भाषण पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने कार्रवाई की और चुनाव आयोग की वीडियो टीम के प्रभारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई. इस मामले में आज फैसला आया है. आजम खान के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने और नफरत फैलाने जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज किया गया था.

यूपी चुनाव : अखिलेश यादव ने EVM में गड़बड़ी का लगाया आरोप, एग्जिट पोल पर उठाए गंभीर सवाल

अखिलेश यादव ने EVM में गड़बड़ी का लगाया आरोप : सपा अध्‍यक्ष ने सवाल किया कि क्या वजह है बिना सुरक्षा EVM ले जाए जा रही हैं, अगर EVM को आपको हटाना है तो प्रत्याशी को बताएं? लखनऊ : उत्‍तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी चुनाव के 10 मार्च को आने वाले नतीजों से पहले गंभीर आरोप लगाए हैं. सपा अध्‍यक्ष ने अंतिम चरण में बनारस में EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. सपा प्रमुख ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, ‘प्रमुख सचिव का जगह जगह डीएम को फ़ोन करके कह रहे हैं कि जहां बीजेपी हारे वहां काउंटिंग धीरे करें.पिछले चुनाव में 47 सीटें ऐसी हैं जहां 5000 के कम फ़ासले से बीजेपी जीती थी. बनारस में एक गाड़ी पकड़ी गई दो गाड़ियां भाग गई हैं.’ उन्‍होंने सवाल किया कि क्या वजह है बिना सुरक्षा ईवीएम ले जाए जा रही हैं, अगर ईवीएम को आपको हटाना है तो प्रत्याशी को बताएं? अखिलेश ने कहा, ‘मैं नौजवानों से अपील करता हूं कि वोट दिया है तो वोट बचाएं.जो लोग लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं उनमें आक्रोश है. बैलेट के लिए हमने अपने ऐजेंट्स को समझाया है . बनारस साउथ और अयोध्या सपा जीत रही है, यही बीजेपी की घबराहट है. मैं सपा के कार्यकर्ताओं से कहूंगा कि क़ानून व्यवस्था का पालन करें. ‘ सपा अध्‍यक्ष ने दावा किया कि उनका गठबंधन 300 के पार पहुंचेगा.उन्‍होंने कहा कि बीजेपी हमारे गठबंधन से घबरा गई है. प्रधानमंत्री मोदी घबराकर गली गली घूमे हैं. पहली बार देखा प्रधानमंत्री ज़िलावार रैलियां कर रहे हैं. अखिलेश ने आगे कहा, ‘ये जो कल एग्ज़िट पोल आए हैं वो परसेप्शन बना रहे हैं कि बीजेपी जीत रही है ताकि ये लोग बेईमानी कर लें. ये लोकतंत्र की आख़िरी लड़ाई है. इसके बाद तो जनता को क्रांति करनी पड़ेगी. मैं सभी पार्टी के लोगों से कहूंगा पत्रकारों को कहूंगा कि लोकतंत्र बचाएं. ये लोकतंत्र के लिए बहुत ख़तरे का समय है. सारे साथी काउंटिंग तक डटे रहे.’ चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्‍होंने कहा कि बरेली में नगरपालिका की गाड़ी से तीन सील बक्से पकड़े गए. अब अधिकारी EVM पकड़े जाने पर बहाने बना रहे है. इस मामले में डीएम के रिएक्‍शन पर अखिलेश ने कहा, ‘डीएम क्या होता है ? इस डीएम को मैं भी जानता हूं मैंने ही मुज़फ़्फ़रनगर पोस्टिंग दी थी. ईवीएम को मूव करने से पहले प्रत्याशी को बताएं. ये डीएम बनारस बेईमानी करा रहा है. मुझे चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है. चुनाव आयोग को मामले को देखना चाहिए. उसे वाराणसी ज़िलाधिकारी पर कार्यवाही करनी चाहिए.’ समाजवादी पार्टी प्रमुख ने एक्जिट पोल को लेकर कहा, ‘एग्ज़िट पोल के लिए पैसा कौन दे रहा है? क्या चैनलों को ये डेटा मुफ़्त दिया जा रहा है?’ उन्‍होंने कहा कि जहां किसान इतने दिन बैठ सकते हैं तो हम तीन दिन तो बैठ ही सकते हैं. अगर हमें कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा तो लेंगे. कोर्ट से पहले में आपके माध्यम से अपील करता हूं कि लोकतंत्र को बचाने वाले सामने आएं.’