Supreme Court ने उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें दावा किया गया था कि अग्निपथ योजना मनमानी थी।
मामले की सुनवाई के दौरान Supreme Court के न्यायाधीशों ने कहा कि भर्ती करने का एक अंतर्निहित अधिकार नहीं हो सकता है, और यह एक कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से निर्धारित किया जाना चाहिए। सोमवार को Supreme Court ने अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर दायर एक याचिका पर सुनवाई की. अदालत ने कहा कि यह योजना मनमानी नहीं है और इसके माध्यम से अल्पकालिक सैनिकों की भर्ती के केंद्र सरकार के प्रयासों को मनमाना नहीं कहा जा सकता है। अदालत ने दिल्ली उच्च न्यायालय के 27 फरवरी के फैसले के खिलाफ एक याचिका भी खारिज कर दी, जिसमें अग्निपथ योजना की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा गया था। मामले की सुनवाई के दौरान, CJI, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा, और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला ने कहा कि सेना में शामिल होने का एक अंतर्निहित अधिकार नहीं हो सकता है, और यह कि अग्निपथ योजना, जो पिछले साल शुरू की गई थी, का मतलब है युवाओं को सशस्त्र बल डिवीजनों में शामिल करें। सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा कि योजना मनमानी नहीं है और यहां कोई प्रतिबद्धता लागू नहीं की जा सकती है क्योंकि यह हमेशा सार्वजनिक हित पर निर्भर है। याचिकाकर्ता अधिवक्ता एमएल शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से पेश होकर तर्क दिया कि इस योजना को संसद की मंजूरी के बिना पारित नहीं किया जाना चाहिए था। एमएल शर्मा ने कहा कि जब तक संसद इसे मंजूरी नहीं देती है, ऐसा नहीं किया जा सकता है। गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए अग्निपथ योजना देश के राष्ट्रीय हित में है, ताकि चुस्त और शारीरिक रूप से सक्षम एक बेहतर सुसज्जित बल हो। व्यक्तियों। उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से कई बार परीक्षाएं स्थगित की गईं और फिर जून में अग्निपथ योजना की घोषणा की गई. लेकिन पीठ ने यह कहते हुए याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि उम्मीदवारों को भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग करने का कोई अंतर्निहित अधिकार नहीं है। इस पर अभ्यर्थियों के अधिवक्ता ने जोर देकर कहा कि इन लोगों की भर्ती के बाद भी अग्निपथ योजना प्रभावित नहीं होगी. अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया पर उच्च न्यायालय का फैसला विस्तृत है और यह विचार करना महत्वपूर्ण है कि इसे अन्य संबंधित मामलों में कैसे लागू किया जाएगा। एडवोकेट प्रशांत भूषण ने कहा कि यह फैसला वायुसेना में नियमित भर्ती के सभी मामलों में लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक प्रक्रिया शुरू होती है और एक लिखित परीक्षा होती है। उसके बाद मेडिकल टेस्ट होता है और सब कुछ हो जाता है। उसके बाद रैंक आदि दिखाते हुए एक अनंतिम सूची प्रकाशित की जाती है। पीठ 17 अप्रैल को भूषण के मामले की अलग से सुनवाई करने पर सहमत हुई, लेकिन अन्य दो याचिकाओं को खारिज कर दिया।
‘अग्निपथ’ की ‘आंच’ कई राज्यों तक पहुंची: प्रदर्शनकारियों(Protests) ने 12 ट्रेनों में लगाई आग, तेलंगाना में युवक की मौत, 10 बातें
Agnipath Scheme Protests : यूपी-बिहार में सुबह से ही प्रदर्शन चालू हो गए थे. कई जगह प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी. रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की. तेलंगाना, यूपी और बिहार के अलावा मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और दिल्ली में भी प्रदर्शन की आंच पहुंची है. Agnipath Scheme Protests : केंद्र सरकार की ओर से सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन भीषण होता जा रहा है. देश के कम से कम सात राज्यों में शुक्रवार को प्रदर्शन देखे जा रहे हैं. बिहार और फिर उत्तर प्रदेश से फैली आग देश के कई और राज्यों तक पहुंच गई है. शुक्रवार को तेलंगाना में हिंसक हो गए एक प्रदर्शन में एक मौत हो गई. खबर है कि तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन हिंसक हो गया था और वहां आगजनी की गई, जिसके बाद पुलिस को भीड़ हटाने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इसी दौरान एक जान चली गई और 15 से ज्यादा घायल हो गए. मामले से जुड़ी अहम जानकारियां : तेलंगाना के सिकंदराबाद में अग्निपथ योजना के विरोध में हिंसक Protests के दौरान एक 19 वर्षीय युवा की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हो गए. बिहार और यूपी के अलावा हरियाणा, मध्य प्रदेश, दिल्ली और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी प्रदर्शन की ‘आंच’ पहुंच गई है. सिकंदराबाद में कम से कम 5,000 आंदोलनकारियों ने रेलवे स्टेशन में हमला बोल दिया और तोड़फोड़ की. एक यात्री ट्रेन के एक डिब्बे में आग लगाने की कोशिश की, जिसमें लगभग 40 लोग सवार थे. उन कर्मचारियों ने सूझबूझ से समय पर कार्रवाई कर लोगों को बचा लिया. अग्निपथ योजना के खिलाफ Protests के चलते 316 ट्रेनों पर असर पड़ा है. रेल मंत्रालय के शीर्ष आधिकारिक सूत्र के अनुसार, आंदोलन के कारण अब तक 214 ट्रेनें ( मेल-एक्सप्रेस 80 और पैसेंजर 134) रद्द हुई हैं आंशिक तौर पर 61 मेल एक्सप्रेस और 30 पैसेंजर ट्रेन कैंसल की गईं. 11 मेल एक्सप्रेस को डायवर्ट करके चलाया गया. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर हो रहे उग्र विरोध को लेकर लालू यादव की पार्टी आरजेडी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी को इसका जवाब देना होगा. बेगूसराय से बीजेपी सांसद ने कहा कि कुछ सियासी पार्टियों सार्वजनिक संपत्ति नष्ट करने के लिए स्टूडेंट्स को “ढाल” की तरह इस्तेमाल कर रही हैं. बिहार में नेताओं को भी निशाना बनाया गया. उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के बेतिया के आवास पर हमला किया गया था. इसके बाद बीजेपी के बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल के आवास पर भी भीड़ ने हमला किया. वो उस दौरान घर में ही थे. हमले में घर मे लगे गेट को तोड़ने का प्रयास किया गया. घर का शीशा चकनाचूर हो गया. शहर के अस्पताल रोड स्थित प्रदेश अध्यक्ष के आवास को निशाना बनाया गया जिसमें एक पुलिसकर्मी भी घायल हो गया है. यूपी के बलिया में सुबह रेलवे स्टेशन पर आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी. वहां की जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बताया कि अब तक 100 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है और कार्रवाई की जा रही है. बलिया के बाद यूपी के मथुरा और आगरा में भी हंगामा देखा गया. बनारस में भी इसकी आंच पहुंची. सरकारी बस स्टेशन पर भीड़ अचानक घुसी और बसों पर हमला बोल दिया. कई बसों में तोड़फोड़ की गई. स्टाफ ने बताया कि सुबह में कम से 200-300 लोगों की भीड़ ने वहां हंगामा किया. अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे उग्र Protests के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से हिंसक प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील की है. उन्होंने कहा, “रेलवे देश की संपत्ति है.” देशभर में चल रहे प्रदर्शनों के बीच, बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi)केंद्र सरकार की योजना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैन्य अभ्यर्थियों के पक्ष में खुलकर सामने आए हैं. वरुण ने ट्वीट में लिखा, “सैन्य अभ्यर्थियों के इस संघर्ष में मैं हर कदम पर उनके साथ खड़ा हूं. आप सभी से निवेदन है कि धैर्य से काम लें और ‘लोकतांत्रिक मर्यादा’ बनाए रखते हुए अपने ज्ञापन विभिन्न माध्यमों से सरकार तक पहुंचाएं. ‘सुरक्षित भविष्य’ हर युवा का अधिकार है! न्याय होगा.” हरियाणा में गुरुग्राम जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी है, हालांकि यहां शुक्रवार को दोपहर तक कोई ताजा विरोध नहीं हुआ था. उपायुक्त निशांत यादव ने कहा कि यह आदेश इसलिए जारी किया गया, क्योंकि दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहने की संभावना है और प्रशासन ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों, राष्ट्रीय राजमार्गों और बिजली ग्रिड सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर गुस्साई भीड़ के जुटने की आशंका जताई है. नोएडा में भी पुलिस अलर्ट पर है. नालंदा के इस्लामपुर स्टेशन पर खड़ी इस्लामपुर हटिया एक्सप्रेस ट्रेन में भीड़ ने आग लगा दी, जहां 3 एसी बोगी जलकर राख हो गईं. इस दौरान कई बोगियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. बता दें कि इसके पहले सुबह में ही बिहार में समस्तीपुर, सुपौल और लखीसराय में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी थी.