अपने बच्चे का पहले करवाया अपहरण और फिर उसे एक लाख में बेच दिया :
पुणे के कोथरुड इलाके से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कुछ पैसों के लिए एक महिला ने पहले अपने चार साल के मासूम बच्चे का अपहरण करवाया और फिर उसे बेच दिया। बेटे को एक लाख रुपए में बेंचने वाली इस मां समेत 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें मां, दलाल और बच्चा खरीदने वाले पनवेल के दंपति भी शामिल हैं।
इस मामले में पुलिस ने बच्चे की मां प्रियंका गणेशपवार (24), जन्नत बशीर शेख (55), भानुदास रामदास माली (48), चंद्रकला भानुदास माली (42), दीपक तुकाराम म्हात्रे (49), सीताबाई दीपक म्हात्रे (41) और तुकाराम भीमा कांबले (62) और रेश्मा सुतार (53) को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को 9 फरवरी तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।
पुणे पुलिस के मुताबिक, कोथरुड इलाके की रहने वाली मुख्य आरोपी प्रियंका के दो बेटे हैं। पति के साथ चल रहे विवाद के कारण वह पिछले कई साल से अपने मायके में रह रही है। 4 दिन पहले 4 फरवरी की दोपहर वह कोथरूड पुलिस स्टेशन पहुंची और अपने चार वर्ष के बेटे के गायब होने की शिकायतदर्ज कराई। एक दिन बाद पुलिस ने इस मामले में अपहरण का केस दर्ज किया और बच्चे की तलाश शुरू हुई।
9 टीमें बना शुरू हुई जांच
पुणे पुलिस के जोन-3 की डीसीपी पूर्णिमा गायकवाड घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। उन्होंने कोथरूड और वारजे मालवाडी पुलिस की अलग-अलग 9 टीम बनाई। एक टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की इसी दौरान चूड़ी वाली भाभी नामा की एक महिला का नाम सामने आया। पड़ोसियों ने बताया कि अपहृत बच्चे को चूड़ी वाली भाभी को ले जाते देखा गया है। पुलिस ने इस चूड़ी वाली भाभी यानी जन्नत बशीर शेख से पूछताछ की, लेकिन बच्चे के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली।
ऐसे बच्चे के बारे में मिली जानकारी
सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को बच्चा ले जाते देखा गया। उसके बाद फिर सेजन्नत से सख्ती से पूछताछ की गई। उसके बाद उसने अपना जूर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि यह बच्चा उसने रेश्मा सुतार और लडके की मां प्रियंका पवार की मदद से दलाल तुकाराम की मध्यस्थता से चंद्रकला माली और भानुदास माली से एक लाख रुपए में खरीदा है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने रेश्मा, तुकाराम कांबले को कस्टडी में लिया। पनवेल तालुका पुलिस को घटना की जानकारी देकर माली दंपत्ति को पकड़ने के लिए कहा गया।
ऐसे हुई कुछ अन्य लोगों की इस केस में गिरफ्तारी
पनवेल पुलिस ने कुछ ही घंटों में दोनों को गिरफ्तार कर लिया। माली दंपति से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने 1 लाख 60 लार रुपए में दीपक म्हेत्रे और सीताबाई म्हेत्रे को बच्चा बेचा है। इसके बाद पुलिस ने म्हेत्रे दंपति को गिरफ्तार कर बच्चे को मुक्त कराया। यह कार्रवाई अपर पुलिस आयुक्त राजेंद्र डहाले, जोन तीन की डीसीपी पूर्णिमा गायकवाड केमार्गदर्शन वारजे पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर शंकर खटके, कोथरूड पुलिसस्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर महेंद्र जगताप के संयुक्त टीम ने की।
लड़के को तीन बार बेचा गया
बच्चे की मां प्रियंका ने बेटे को बस्ती की रेश्मा की मदद से मावल के तुकाराम को बेचा। उसने बच्चे को 1 लाख रुपए में पनवेल के दलाल दंपति को बच्चे को सौंप दिया। उसने पनवेल के ही एक दंपति को 1 लाख 40 हजार रुपए में बच्चे को खरीद लिया। उसके बाद पुलिस ने छापा मारकर बच्चे को मुक्त कराया है। जांच में सामने आा है कि पैसों के लिए मां ने अपने बच्चे को बेच दिया। वहीं दूसरी ओर नील को खरीदने वाले म्हेत्रे परिवार को बच्चे नहीं थे। इसलिए उसने 1 लाख 60 हजार रुपए में नील को खरीदा था।