तमन्ना भाटिया ने Kaavaalaa गाने पर किया हुक स्टेप: ‘तू आ दिलबरा’ का हिंदी वर्जन गाना रिलीज, सोशल मीडिया पर गाना वायरल

फिल्म ‘जेलर’ का तमिल गाना ‘कवला‘, जिसमें रजनीकांत और तमन्ना भाटिया हैं, ने रिलीज होने के बाद से ही इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है और यह तेजी से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंडिंग सेंसेशन बन गया है। इस गाने की लोकप्रियता तब और बढ़ गई जब इसका हिंदी संस्करण, ‘तू आ दिलबरा’, मुंबई में जारी किया गया। लॉन्च इवेंट में तमन्ना का शानदार प्रदर्शन देखा गया, जिन्होंने अपने असाधारण नृत्य कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अविस्मरणीय पल को कैद करने वाला एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिससे गाने को लेकर चर्चा और बढ़ गई है। तमन्ना का शानदार लुक हर किसी को हैरान कर देता है। इवेंट में प्रवेश करते समय तमन्ना बेहद खूबसूरत लग रही थीं, उन्होंने एक शानदार सफेद कोर्सेट टॉप के साथ क्लासी ग्रे ट्राउजर पहना हुआ था। अपनी बेदाग शैली की समझ से, उन्होंने सिर से पैर तक सुंदरता बिखेरते हुए, हर किसी का ध्यान आकर्षित किया। जैसे ही वह मंच पर आईं, उन्होंने एक सनसनीखेज लाइव प्रदर्शन दिया और गाने के हिंदी संस्करण की मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने न केवल गीत के बोल त्रुटिहीन ढंग से गाए, बल्कि उन्होंने पूरे गीत में सबसे प्रभावशाली और जटिल डांस मूव्स करते हुए अपने असाधारण नृत्य कौशल का भी प्रदर्शन किया। तमन्ना ने अपने असाधारण नृत्य कौशल से अपने प्रशंसकों को काफी प्रभावित किया है। उल्लेखनीय है कि कावला गीत का तमिल प्रस्तुतिकरण प्रतिभाशाली शिल्पा राव द्वारा त्रुटिहीन ढंग से किया गया है, जबकि हिंदी संस्करण को उल्लेखनीय सिंधुजा श्रीनिवासन द्वारा खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है, जिसके बोल प्रतिभाशाली रकीब आलम द्वारा कुशलतापूर्वक तैयार किए गए हैं। वीडियो में दिखाए गए असाधारण डांस मूव्स को देखकर प्रशंसक बेहद प्रभावित हुए। एक उत्साही उपयोगकर्ता ने प्रदर्शन को “सुंदर” बताते हुए अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए एक टिप्पणी छोड़ी। एक अन्य उपयोगकर्ता ने प्रदर्शित कौशल से आश्चर्यचकित होकर कहा कि यह सब असाधारण “चालों” के बारे में था। तीसरे उपयोगकर्ता ने, प्रदर्शन से चकित होकर, अत्यधिक आश्चर्य में “क्या बात, क्या बात, क्या बात” दोहराया। प्रशंसा के स्वर को और बढ़ाते हुए, एक अन्य उपयोगकर्ता ने गाने के चयन और नृत्य दोनों की सराहना की और इसे दोनों तत्वों का सबसे बड़ा मिश्रण घोषित किया। मशहूर अभिनेता रजनीकांत की बहुप्रतीक्षित फिल्म “जेलर” इस साल 10 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। रजनीकांत के साथ, फिल्म में जैकी श्रॉफ, मोहनलाल, राम्या कृष्णन, प्रियंका अरुल मोहन, शिव राजकुमार योगी बाबू, वसंत रवि और विनायकन जैसे प्रभावशाली कलाकार शामिल हैं। प्रतिभाशाली नेल्सन दिलीप कुमार द्वारा निर्देशित, “जेलर” रजनीकांत के चरित्र की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक महत्वपूर्ण मिशन पर जाने वाले समर्पित जेलर की भूमिका निभाता है। प्रशंसक और फिल्म प्रेमी समान रूप से इस सिनेमाई उत्कृष्ट कृति की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
कोल्हापुर की उफनती नदी में पेड़ पर फंसा शख्स, 12 घंटे बाद निकाला गया

कोल्हापुर जिले में, पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने इस क्षेत्र को भिगो दिया है, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न नदियों, विशेष रूप से पंचगंगा और वर्ना के जल स्तर में काफी वृद्धि हुई है। इस विपत्तिपूर्ण स्थिति के बीच, एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति, जिसकी उम्र 50 वर्ष थी, ने खुद को वर्ना नदी की उफनती लहरों के बीच एक पेड़ के ऊपर असहाय अवस्था में पाया। चमत्कारिक रूप से, 12 घंटे की भीषण मशक्कत के बाद, फंसे हुए व्यक्ति को अंततः शुक्रवार की शुभ सुबह बचा लिया गया। यह महत्वपूर्ण जानकारी एक समर्पित अधिकारी द्वारा विधिवत प्रदान की गई थी। पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में, लगभग पचास वर्षीय एक व्यक्ति ने खुद को संकटपूर्ण स्थिति में पाया, जब वह वर्ना नदी की उफनती लहरों के बीच एक पेड़ पर फंस गया। 12 घंटे से अधिक अनिश्चितता और भय को सहने के बाद, वह व्यक्ति भाग्यशाली था कि उसे शुक्रवार की सुबह बचा लिया गया। यह कोल्हापुर आपदा प्रतिक्रिया टीम (केडीआरएफ) कर्मियों के मेहनती प्रयास थे जिसने अंततः फंसे हुए व्यक्ति को उसकी खतरनाक स्थिति से बचा लिया। पिछले कुछ दिनों में, कोल्हापुर जिले में लगातार बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप पंचगंगा और वर्ना सहित विभिन्न नदियों में जल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। कोल्हापुर जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी प्रसाद संकपाल के अनुसार, सांगली के शिराला के लखेवाड़ी गांव के बजरंग खामकर नामक स्थानीय निवासी के साथ एक दुखद घटना घटी। गुरुवार की रात, खामकर वर्ना नदी के जल स्तर का आकलन करने के लिए पुल पर गए। दुर्भाग्यवश, उसने अपना संतुलन खो दिया और नदी की तेज धारा में बह गया। सुबह के शुरुआती घंटों में, कई लोगों ने उसे नदी की तेज धाराओं के बीच एक ऊंचे पेड़ पर असहाय रूप से फंसा हुआ देखा। स्थिति की तात्कालिकता को तुरंत पहचानते हुए, इन चिंतित नागरिकों ने तुरंत पास के प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क कर दिया, और यह सुनिश्चित किया कि संकटग्रस्त व्यक्ति को बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाएगी। नतीजतन, केडीआरएफ के नाम से जाना जाने वाला प्रतिष्ठित संगठन तेजी से घटनास्थल पर तैनात किया गया, जो पूरी तरह से सुसज्जित था और एक साहसी बचाव मिशन शुरू करने के लिए तैयार था, जिसका उद्देश्य उस व्यक्ति को उसकी खतरनाक स्थिति से बाहर निकालना था। हालिया घटना के दौरान, संकपाल ने बचाव दल के सराहनीय प्रयासों की सराहना की, जिसका नेतृत्व टीम कमांडर कृष्णा सोरटे, सुनील कांबले, शुभम काटकर, जीवन कुबड़े, श्रवण और सोमनाथ सुतार कर रहे थे। उन्होंने एक बचाव नाव का उपयोग करके, एक पेड़ पर फंसे खामकर के बचाव अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह घटना लगभग सुबह 10.30 बजे हुई, जो टीम की त्वरित प्रतिक्रिया और दक्षता पर जोर देती है। अधिकारियों ने बताया है कि कोल्हापुर में पंचगंगा नदी इस समय बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रही है, जिसमें जल स्तर खतरे के निशान से 41.2 फीट अधिक है। इस चिंताजनक स्थिति के कारण स्थानीय निवासियों की सुरक्षा और बचाव कार्यों की तात्कालिकता को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। कोल्हापुर जिले के मामलों की देखरेख के लिए जिम्मेदार मंत्री दीपक केसरकर ने वर्तमान परिस्थितियों का मूल्यांकन करने के लिए गुरुवार को कोल्हापुर का दौरा किया। केसरकर ने स्थिति को लेकर आशा व्यक्त की, क्योंकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को जिले के लिए ‘ऑरेंज’ श्रेणी का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कर्नाटक के अलमाटी बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे क्षेत्र में चल रहे जल संकट को कम करने की उम्मीद है।
बिहार में लड़की से सामूहिक दुष्कर्म, हत्या कर 10 फीट नीचे दफनाया: 6 गिरफ्तार; आरोपियों के घर पर आगजनी और तोड़फोड़

बेगुसराय शहर में, एक चौंकाने वाली और भयावह घटना सामने आई जब महज 10 साल की एक युवा लड़की का मृत शरीर पड़ोसी के घर के तहखाने में छिपा हुआ पाया गया। अपने जघन्य अपराध को छुपाने के लिए, अपराधियों ने युवा पीड़िता को आश्चर्यजनक रूप से 10 फीट गहरा गड्ढा खोदकर दफनाने की पूरी कोशिश की थी। दुखी परिवार, जो पहले से ही अपने प्यारे बच्चे को खोने के अकल्पनीय दर्द के बोझ से दबा हुआ था, इस विश्वास से और भी अधिक सदमे में है कि उनकी मासूम परी को सामूहिक बलात्कार की भयावह प्रक्रिया का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद, संबंधित व्यक्ति की दुखद जान चली गई। परिणामस्वरूप, इस विशेष अपराध में संदिग्ध के रूप में कुल छह व्यक्तियों को पकड़ा गया और हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया है कि बलात्कार का निर्णायक निर्धारण केवल पोस्टमॉर्टम परीक्षा की प्रक्रिया के माध्यम से ही स्थापित किया जा सकता है। 24 जुलाई को, एक युवा लड़की मेंहदी के पत्ते इकट्ठा करने के इरादे से अपने पड़ोसी गुड्डु सिंह के घर गई। उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह मासूम सी दिखने वाली यात्रा एक हैरान कर देने वाले रहस्य की शुरुआत होगी। उस दिन के बाद से, गुड्डु सिंह के ठिकाने का कोई संकेत या संकेत नहीं मिला, जिससे हर कोई हैरान और चिंतित था। जैसे-जैसे दिन बीतते गए, गुड्डु सिंह के लापता होने को लेकर सस्पेंस बढ़ता गया। समुदाय की चिंताएँ और बढ़ गईं, 27 जुलाई की शाम को चरम सीमा पर पहुँच गईं, जब पुलिस ने एक चौंकाने वाली खोज की। अभियुक्तों के आवास की सीमा के भीतर छिपे हुए, वे गुड्डु सिंह के निर्जीव शरीर पर ठोकर खा गए। स्थिति की गंभीरता को नकारा नहीं जा सका और मामला तेजी से बछवारा पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आ गया, जिससे इस दर्दनाक घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करने की तत्काल आवश्यकता बढ़ गई। घटना के प्रति गुस्से और आक्रोश की गहरी भावना से प्रेरित होकर, व्यक्तियों ने मामले को अपने हाथों में ले लिया और आरोपी के आवास के भीतर एक उग्र आग लगा दी, जिससे जले हुए अवशेषों के अलावा कुछ भी नहीं बचा। इसके अतिरिक्त, विनाशकारी क्रोध का एक और कृत्य एक वाहन पर किया गया, जो आग की लपटों में घिर गया, जिससे आसपास अराजकता और उथल-पुथल बढ़ गई। जैसा कि एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया, अधिकारियों ने व्यक्तियों के एक समूह को हिरासत में ले लिया है। गिरफ्तारियों की कुल संख्या छह व्यक्तियों की है, जिनमें से तीन पर हत्या के जघन्य अपराध का आरोप है, जबकि शेष तीन पर साक्ष्य छुपाने में सहायता करने और उकसाने का आरोप है। इस मामले में फंसाया गया मुख्य व्यक्ति गुड्डु सिंह है, जिसके बारे में माना जाता है कि उसने लड़की को बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया था। चौंकाने वाली बात यह है कि लड़की का मृत शरीर उसके ही आवास की सीमा के भीतर पाया गया। हालाँकि, किए गए जघन्य अपराध की वास्तविक प्रकृति, चाहे इसमें बलात्कार शामिल हो या किसी अन्य प्रकार का उल्लंघन, केवल पोस्टमार्टम परीक्षा के परिणाम सामने आने के बाद ही निर्धारित किया जा सकता है। उल्लेखनीय खोजी कौशल का प्रदर्शन करते हुए, पुलिस पीड़िता के लापता होने के ठीक तीन दिन बाद, 27 जुलाई की देर रात के दौरान एक उच्च प्रशिक्षित कुत्ते इकाई की सहायता से उसके अवशेषों का पता लगाने में कामयाब रही। आरोपी व्यक्तियों की पहचान गुड्डू सिंह, ओम कुमार (18) और उसके नौकर (20) के रूप में की गई है, जो पीड़ित के पड़ोस में ही रहते हैं। इन लोगों पर न केवल सामूहिक बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने का बल्कि एक युवा लड़की की बेरहमी से जान लेने का भी आरोप लगाया गया है। परिवार अपनी प्यारी बेटी को खोने का शोक मना रहा है और उसके खिलाफ किए गए जघन्य कृत्यों के लिए न्याय की मांग कर रहा है। व्यापक जांच के बाद, पीड़ित के परिवार ने 25 जुलाई को अपने पड़ोसी के खिलाफ अपहरण, हत्या और यौन उत्पीड़न के आरोपों सहित एक व्यापक मामला दर्ज करना आवश्यक समझा। नतीजतन, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने, एक कुशल और कुशल डॉग स्क्वाड इकाई की सहायता से, अपराधी के निवास से युवा लड़की के निर्जीव अवशेषों को सफलतापूर्वक ढूंढ लिया और पुनः प्राप्त कर लिया।
कर्नाटक: कॉलेज के टॉयलेट में कैमरा लगाने वाली 3 लड़कियों पर केस, बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग

उडुपी के एक कॉलेज में एक समस्या थी. तीन लड़कियों ने बाथरूम में कैमरा लगा दिया. एक अन्य लड़की ने यह देखा और कॉलेज के शिक्षकों को बताया। कर्नाटक के उडुपी के एक कॉलेज में किसी के बाथरूम में कैमरा रख देने की समस्या सामने आई। परिणामस्वरूप, तीन लड़कियों को कॉलेज से निलंबित कर दिया गया। बीजेपी नामक राजनीतिक दल और कुछ अन्य समूह सरकार से खुश नहीं हैं और इस मामले की विशेष जांच चाहते हैं. पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए तीनों लड़कियों और कॉलेज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. गुरुवार को खुशबू सुंदर नाम की महिला उडुपी के एक कॉलेज में एक समस्या के बारे में पूछने गई थी. उसी समय, बेंगलुरु और उडुपी में बीजेपी नामक एक समूह और विश्व हिंदू परिषद नामक एक अन्य समूह को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार पसंद नहीं आने लगी। भाजपा के डॉ. अश्वथ नारायण नाम के एक व्यक्ति ने कहा कि वे सच्चाई का पता लगाने और चीजों को निष्पक्ष बनाने के लिए सीबीआई या एनआईए से विशेष जांच चाहते हैं। उडुपी के एक कॉलेज में एक समस्या थी. तीन लड़कियों ने गुप्त वीडियो बनाने के लिए बाथरूम में कैमरा लगा दिया। एक अन्य लड़की ने देखा कि वे क्या कर रहे थे और उसने कॉलेज को बताया। कॉलेज ने कैमरे से वीडियो डिलीट कर दिया और लड़कियों को सजा दी. जिस लड़की ने उन पर बताया वह पुलिस को शामिल नहीं करना चाहती थी। हिंदू लोगों के एक समूह के लिए काम करने वाले एक व्यक्ति ने ऑनलाइन कुछ लिखा। फिर उसी ग्रुप में से किसी और ने ट्विटर पर कहा कि तीन मुस्लिम लड़कियों ने लड़कियों के बाथरूम में कैमरे लगा दिए. उन्होंने बताया कि इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. लेकिन पुलिस का कहना है कि यह वीडियो किसी भी सोशल मीडिया साइट पर शेयर नहीं किया गया है. उडुपी के पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोई कह रहा है कि बाथरूम में वीडियो बनाए गए और फिर लोगों को धमकाया गया. लेकिन जांच के बाद पुलिस अधिकारी का कहना है कि ये दावे सच नहीं हैं. पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है, जहां अतीत के कुछ वीडियो को बदल कर शेयर किया जा रहा है, जबकि उनका इस स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है. बीजेपी एक कॉलेज में हुई घटना को बड़ी राजनीतिक समस्या बनाने की कोशिश कर रही है. कर्नाटक के गृह मंत्री का मानना है कि कॉलेज को पहले से मौजूद नियमों का पालन करते हुए खुद ही इससे निपटना चाहिए। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बीजेपी इसे लेकर इतना हंगामा क्यों कर रही है. पुलिस इसलिए कार्रवाई कर रही है क्योंकि जो हुआ उससे लोग काफी परेशान हैं. उन्होंने दो जांच शुरू की हैं – एक तीन लड़कियों के खिलाफ और दूसरी कॉलेज के खिलाफ। फिलहाल, वे और अधिक जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
रील बनाने के लिए खरीदना चाहता था iPhone, मां ने 8 महीने के बच्चे को 2 लाख में बेच दिया, जानें मामला

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना नामक स्थान पर, एक माँ थी जो iPhone 14 नामक एक नया फैंसी फोन खरीदना चाहती थी। वह वीडियो बनाने के प्रति इतनी जुनूनी थी कि उसने कुछ बहुत ही गलत कर दिया। उसने अपना बच्चा, जो केवल 8 महीने का था, किसी और को बेच दिया। पुलिस को इस बात का पता चला और उसने मां और बच्चे को खरीदने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया. बच्ची का पिता भाग गया और अब छिपकर रह रहा है. ऐसा लगता है कि जब लोगों ने पिता को घूमते देखा तो उन्हें संदेह हुआ और उन्हें लगा कि वह बच्चे को बेच रहा होगा। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना नाम की जगह पर एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना घटी. एक मां को फोन पर वीडियो बनाने का इतना जुनून सवार हो गया कि उसने अपना ही बच्चा बेच दिया। वह वास्तव में नया iPhone 14 खरीदना चाहती थी, इसलिए उसने अपना बच्चा किसी ऐसे व्यक्ति को बेच दिया जो बच्चा पैदा करना चाहता था। जब पुलिस को इस बात का पता चला तो उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी. उन्होंने बच्चे की माँ और बच्चे को खरीदने वाले व्यक्ति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया। बच्ची का पिता भाग गया है और छुप रहा है. लोगों को उस पर शक हो गया क्योंकि वह हमेशा वीडियो बनाने के लिए यात्रा करता रहता था. पश्चिम बंगाल नामक जगह पर एक बहुत ही अजीब घटना घटी। एक माँ और पिता ने अपने बच्चे को बेच दिया जो केवल 8 महीने का था ताकि वे iPhone 14 नामक एक विशेष फ़ोन खरीद सकें। वे फ़ोन चाहते थे ताकि वे इंस्टाग्राम नामक सोशल मीडिया ऐप पर वीडियो बना सकें। माँ और पिताजी की पहले से ही एक 7 साल की बेटी और एक और बच्चा था जो केवल 8 महीने का था। पड़ोसियों ने देखा कि बच्चा गायब था और माँ और पिताजी के पास एक नया फोन था। उन्होंने माँ और पिताजी से पूछा कि बच्चा कहाँ है, और कई बार पूछने के बाद, माँ और पिताजी ने स्वीकार किया कि उन्होंने फोन के लिए बच्चे को बेच दिया था। आसपास रहने वाले लोगों ने घटना के बारे में पुलिस को बताया. फिर पुलिस ने मां और उसके पार्टनर को हिरासत में ले लिया. बच्चे को खरीदने वाली प्रियंका नाम की एक अन्य महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उनका कहना है कि बच्चे को मोटी रकम लेकर बेचा गया है. पुलिस ने बच्चे को बेचने के आरोप में मां समेत कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक बार की बात है, एक महिला थी जो बच्चा पैदा करना चाहती थी, लेकिन बच्चा होने से पहले ही उसने बच्चे को भगाने की कोशिश की। कुछ लोगों ने शांति मंडल को बुलाया और तापस मंडल ने बच्चे की देखभाल के लिए किसी को ढूंढने में उनकी मदद की। उन्हें झूमा मांझी नाम की एक महिला मिली, जिसने शुक्ला दास नाम के एक अन्य व्यक्ति से बच्चा खरीदा था। झूमा के पड़ोसी उत्तम हलदर को यह सही नहीं लगा, इसलिए उन्होंने पुलिस को बताया. पुलिस ने जांच की और शुक्ला दास, मंडल दंपति और झूमा मांझी को गिरफ्तार कर लिया। बच्चे को बेचने में मदद करने वाले व्यक्ति ने कहा कि बच्चे की मां ने उससे कहा कि वह बच्चे की देखभाल नहीं कर सकती. वह यह भी नहीं जानती थी कि बच्चे का पिता कौन है। इसलिए, उन्होंने झूमा से बच्चे को ले जाने और उसकी देखभाल करने के लिए कहा। झूमा ने कहा कि बच्चे की मां ने उसे बताया कि वह बीमार है और बच्चे की देखभाल नहीं कर सकती। उसने उसे कुछ पैसे दिए और झूमा से बच्चे की देखभाल करने के लिए कहा। बच्चे की देखभाल के लिए पैसे जुटाने के लिए झूमा ने अपनी ज़मीन बेच दी।
महाराष्ट्र के ठाणे समेत कई हिस्सों में भारी बारिश, कई इलाकों में घुटनों तक पानी

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हाल ही में ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, जो प्रतिकूल मौसम की स्थिति की उच्च संभावना का संकेत देता है, जबकि मुंबई, रायगढ़ और रत्नागिरी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था, जो और भी गंभीर मौसम की घटना का संकेत देता है। इसके अतिरिक्त, मुंबई शहर और इसके आसपास के इलाकों में दिन के शुरुआती घंटों से भारी बारिश हो रही है। महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों जैसे मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों में भारी बारिश हुई है। विशेष रूप से ठाणे अत्यधिक प्रभावित हुआ है, कई क्षेत्रों में इतनी भीषण बाढ़ आई है कि यह रेलवे स्टेशन परिसर तक में घुस गई है। परेशान करने वाले वीडियो सामने आए हैं, जिनमें व्यक्तियों को घुटनों तक पानी के स्तर के बीच बहादुरी से अपना रास्ता बनाते हुए दिखाया गया है, जबकि ऑटोरिक्शा चालक जलमग्न सड़कों पर अपने वाहनों को धकेलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, आसपास की कई दुकानें भी अतिक्रमित पानी का शिकार हो गई हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हाल ही में ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट और मुंबई, रायगढ़ और रत्नागिरी के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, सुबह से ही मुंबई और आसपास के उपनगरों में लगातार बारिश हो रही है. आज पहले जारी किए गए मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि मुंबई और इसके आसपास के इलाकों में काफी मात्रा में बारिश होगी, विशेष रूप से कुछ अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी। इसके अतिरिक्त, अगले 24 घंटों में विभिन्न अंतरालों पर 45 से 55 किमी/घंटा की गति तक हवा के तेज झोंके आने की उच्च संभावना है। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई शहर और उसके आसपास के इलाकों में अत्यधिक बारिश के कारण सड़क यातायात में कमी आई, जिससे यातायात धीमा हो गया। हालाँकि, उन्होंने आश्वस्त किया कि लोकल ट्रेन और BEST बस सेवाएँ सामान्य रूप से चल रही हैं, हालाँकि कुछ मामूली देरी के साथ।
कोरियन गेम के लिए विदेश भागी छात्रा:लड़की से करता था चैट, घर से नकदी-जेवर लेकर भागा

हालाँकि, भाग्य ने उस युवा लड़की के लिए कुछ और ही योजना बना रखी थी। जैसे ही वह अपनी गुप्त यात्रा पर निकलीं, भाग्य ने हलचल भरे दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सतर्क रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के रूप में हस्तक्षेप किया। तेजी से और निर्णायक रूप से, उन्होंने लड़की को पकड़ लिया, जिससे उसकी वांछित मंजिल तक पहुंचने की महत्वाकांक्षा विफल हो गई। छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित भिलाई के हलचल भरे शहर में, एक 13 वर्षीय लड़की ने खुद को एक मनोरम कोरियाई खेल में तल्लीन पाया। उसे नहीं पता था कि यह प्रतीत होने वाला मासूम शगल उसके भीतर एक साहसी पलायन की इच्छा जगा देगा। सपनों से भरे दिल और जिज्ञासा से भरे मन के साथ, उसने अपने घर से भागने और एक विदेशी भूमि, नेपाल में उद्यम करने का संकल्प लिया, अपने साथ पर्याप्त मात्रा में धन, साथ ही कीमती सोने और चांदी के खजाने भी ले गई। साथ में, परिवार और समर्पित कानून प्रवर्तन अधिकारी अपनी प्यारी लड़की के साथ पुनर्मिलन की तलाश में निकल पड़े, इस उम्मीद में कि इस भयावह समय के दौरान उसे सांत्वना और मार्गदर्शन मिलेगा। दिल्ली की हलचल भरी अराजकता के बीच, उनके दिल अपने युवा प्रतिभाशाली को घर वापस लाने के लिए चिंता, प्रत्याशा और एक अटूट दृढ़ संकल्प के मिश्रण से भरे हुए थे। आरपीएफ ने बिना देर किए चिंतित परिवार के सदस्यों को सूचित करते हुए यह सुनिश्चित किया कि लड़की के प्रियजनों को उसके गुमराह साहसिक कार्य के बारे में पता हो। चिंता और तात्कालिकता की भावना से अभिभूत, परिवार ने बुधवार की शाम को फ्लाइट में सवार होकर, जल्दी से दिल्ली जाने की व्यवस्था की। अपनी भटकी हुई बेटी को वापस लाने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर, उन्होंने सतर्क खुर्सीपार पुलिस की मदद ली, जो इस भावनात्मक यात्रा में उनके साथ थी। जिस युवा लड़की ने अपने घर से भागने का फैसला किया वह नौवीं कक्षा की छात्रा थी। उनके पिता बीएसपी में कर्मचारी के पद पर हैं। चिंतित रिश्तेदारों ने पुलिस से संपर्क कर रिपोर्ट की कि उनकी बेटी एक व्यक्ति के साथ भाग गई है, जो कि उनके घर से लगभग 50 से 60 हजार रुपये, साथ ही कीमती सोने और चांदी के सामान के साथ भारी रकम लेकर भाग गई है। 24 जुलाई. मैं फोन पर था और बातचीत के लिए एक करीबी परिचित से संपर्क कर रहा था। इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत शिकायत दर्ज की और मामले की गहन जांच शुरू की। इस बीच, उनकी बेटी के एक करीबी दोस्त ने खुलासा किया कि बेटी विभिन्न फोन नंबरों के जरिए उनसे संपर्क कर रही थी और दावा कर रही थी कि वह नागपुर की यात्रा पर निकली है। अगले कुछ दिनों के भीतर, वह नेपाल की यात्रा पर निकलने वाली है, अंततः घर लौटने के इरादे के बिना विदेश चली जाएगी। अपनी पूरी यात्रा के दौरान, उन्होंने जीवन के खेल में कई चुनौतियों और बाधाओं को सफलतापूर्वक पार किया है। हाल ही में उन्हें एक अनजान पार्टी से बुलाने के लिए कॉल आई। इस बीच, लड़की के पिता के एक करीबी परिचित, जो जशप्रीत नाम के आम आदमी पार्टी के एक प्रमुख सदस्य भी हैं, ने खुलासा किया कि उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन पर दबाव डाला, जिसके परिणामस्वरूप प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई और तत्काल कार्रवाई के लिए प्रेरित करना। इसके बाद, ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) ने तुरंत रेलवे पुलिस को सूचना दी। यह 26 जुलाई की बात है जब लड़की को हलचल भरे दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया। युवा लड़की को अपने मोबाइल डिवाइस पर वीजीवीएम नामक एक लोकप्रिय कोरियाई गेम खेलने का शौक था। यह उनके परिवार के सदस्यों के बीच चर्चा का विषय बन गया, जिन्होंने खेल के प्रति उनके समर्पण के बारे में किस्से साझा किए। प्रसिद्ध बैटल रॉयल गेम PUBG के समान VGVM ने घंटों तक उनका ध्यान खींचा। जैसे-जैसे वह आभासी दुनिया में गहराई से उतरती गई, वह उत्साही खिलाड़ियों के एक घनिष्ठ समुदाय की सक्रिय सदस्य बन गई। खेल की गहन प्रकृति ऐसी थी कि इसका उसके मानस पर गहरा प्रभाव पड़ा, मानो उसका दिमाग इसके प्रभाव से ढल रहा हो। खेल की यांत्रिकी और रणनीतियाँ धीरे-धीरे उसकी चेतना में घर कर गईं, जिससे वह खेल के भीतर प्रस्तुत प्रत्येक निर्देश का निर्विवाद रूप से पालन करने लगी, जिससे आभासी और वास्तविक दुनिया के बीच की रेखाएं धुंधली हो गईं। इसी तरह की एक घटना एक युवा लड़की के साथ घटी जो खेल में भाग लेने के दौरान दूसरी लड़की के साथ बातचीत में शामिल हो जाती थी। रेलवे पुलिस के मुताबिक, यह देखकर हैरानी हुई कि 13 साल की यह लड़की उनसे ऐसे बातचीत करती थी जैसे वह 20-21 साल की परिपक्व महिला हो। जशप्रीत सिंह असम जाने वाली ट्रेन में चढ़े और एक युवा लड़की की दिलचस्प कहानी साझा की, जो शुरू में अपने घर से भाग गई थी और अंततः खुद को नागपुर में पाया। अपनी परिस्थितियों से विचलित हुए बिना, उसने दिल्ली की अपनी यात्रा जारी रखी, जहाँ उसकी मुलाकात एक दयालु अजनबी से हुई, जिससे उसने असम के लिए टिकट प्राप्त करने में सहायता के लिए संपर्क किया। अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हुए, उन्होंने न केवल असम पहुंचने बल्कि नेपाल तक आगे बढ़ने के अपने इरादे का खुलासा किया।अकेली लड़की को देखकर, आदमी उसका टिकट फाड़ने के लिए आगे बढ़ा, हालाँकि, उसका अंतर्ज्ञान जाग गया, और उसे रेलवे पुलिस को शामिल करने के लिए प्रेरित किया। नतीजतन, उसके रिश्तेदारों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद, रेलवे पुलिस ने लड़की का पता लगाने के लिए अपनी खोज शुरू की। बिना देर किए, लड़की को तुरंत असम जाने वाली ट्रेन से उतार दिया गया और संबंधित अधिकारी की सतर्क सुरक्षा में रखा गया।
6 लाख की सुपारी देकर कराई थी पत्नी की हत्या:पति ने प्लान बनाकर WhatsApp पर भेजा, हमलावरों ने मार दी गोली; 5 दिन बाद हुआ खुलासा

त्वरित कार्रवाई का सराहनीय प्रदर्शन करते हुए, स्थानीय अधिकारी महिला के विश्वासघाती पति सहित अपराध में शामिल सभी पांच व्यक्तियों को पकड़ने में कामयाब रहे। बुधवार को, उन्हें अपने घृणित कार्यों के परिणामों का सामना करने के लिए तुरंत अदालत में लाया गया। अदालत कक्ष धार्मिक आक्रोश की भावना से भर गया था, क्योंकि कानून का पूरा भार आरोपियों को उनके नृशंस कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराने के लिए तैयार था। यह भयानक घटना नियमित सुबह की सैर के दौरान हुई, जहां आरोपी पति को एक कुख्यात बदमाश के साथ देखा गया। पैसे के लिए अपने अतृप्त लालच से प्रेरित होकर, उसने तीन साथियों के साथ मिलकर बेरहमी से अपनी ही पत्नी की जान ले ली। इस जघन्य कृत्य की सदमे की लहर पूरे समुदाय में फैल गई, जिससे हर कोई भयभीत हो गया और निर्दोष पीड़ित के लिए न्याय की मांग कर रहा था। छतरपुर शहर सदमे और अविश्वास में डूब गया जब एक महिला की भीषण हत्या लोगों की आंखों के सामने सामने आई, यह घटना महज पांच दिन पहले हुई थी। यह पता चला कि महिला के अपने पति ने अपराधी को भुगतान के रूप में 6 लाख रुपये की भारी राशि का उपयोग करके, उसकी असामयिक मृत्यु की साजिश रची थी। घटनाओं का यह दिल दहला देने वाला मोड़ पति के अपनी पत्नी की निष्ठा के प्रति बढ़ते संदेह के कारण उत्पन्न हुआ। अधिक जानकारी देते हुए, छतरपुर एसपी अमित सांघी ने खुलासा किया कि गहन जांच करने पर यह पता चला कि 38 वर्षीय महिला ज्योति शुक्ला की जान लेने की भयावह साजिश किसी और ने नहीं बल्कि उसके अपने पति राहुल ने रची थी। शुक्ला, जो गवर्नमेंट महाराज कॉलेज में लैब असिस्टेंट के रूप में काम करते हैं। राहुल को अपनी पत्नी के आचरण पर संदेह था और इन संदेहों के कारण उसे खत्म करने की गहरी इच्छा थी। आरोपी को एक लाख रुपये एडवांस दिए गए थे। सुबह की सैर के दौरान, राहुल को एक संदिग्ध ने पहचान लिया और उसने अपने नापाक इरादों का खुलासा किया। संदिग्ध को इस जघन्य कृत्य को अंजाम देने के लिए मनाने की कोशिश में, राहुल ने उसे 6 लाख रुपये की मोटी रकम रिश्वत दी और हत्या की जटिल योजना का खुलासा करने के लिए आगे बढ़ा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कुछ भी छूट न जाए, उसने सावधानीपूर्वक उस सटीक मार्ग की रूपरेखा तैयार की जो उसकी पत्नी अपनी गतिविधियों के दौरान अपनाएगी, यहां तक कि व्हाट्सएप के माध्यम से फोटोग्राफिक साक्ष्य भेजने तक की बात कही। अपनी भयावह साजिश के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध, राहुल ने आरोपियों के साथ जुड़ने के लिए अपने तीन सबसे करीबी विश्वासपात्रों को एकजुट किया। विश्वास और प्रतिबद्धता दिखाने के लिए, राहुल ने सहमति वाले 6 लाख रुपये में से 1 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान सौंप दिया। सीसीटीवी से मिले सुराग एसपी के अनुसार, कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने घटना से पहले और बाद के कई दिनों के निगरानी फुटेज की गहन जांच की। इस सूक्ष्म जांच के दौरान, चार व्यक्तियों को चौबे कॉलोनी के भीतर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त देखा गया। सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच करने पर, यह स्पष्ट हो गया कि उनमें से एक व्यक्ति एक विशिष्ट निवास में दाखिल हुआ। इसके बाद, सभी चार व्यक्तियों को पकड़ने के लिए एक समन्वित अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप उनकी गिरफ्तारी में सफलता मिली। पूछताछ के दौरान, प्रतिवादी ने हत्या के जघन्य कृत्य को अंजाम देने से पहले रेकी का अभ्यास करने की बात स्वीकार की। इस रहस्योद्घाटन के बाद, आरोपी ने मुखौटा पहन लिया और धैर्यपूर्वक पीड़ित के आने का इंतजार किया। जैसे ही महिला पास आई, आरोपी ने बेरहमी से ट्रिगर खींच लिया, जिससे उसकी जिंदगी अचानक खत्म हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी को प्रयोगशाला सहायक राहुल शुक्ला ने स्टेडियम में एक गुप्त बैठक में छह लाख रुपये की अच्छी-खासी रकम देने का वादा करके इस घिनौने कृत्य को अंजाम देने के लिए मजबूर किया था। जिन चारों व्यक्तियों को फंसाया गया है उनकी उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। इस भीषण नरसंहार के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं अजय सिंह परमार, राजवीर सिंह बुंदेला, प्रदुम्म सिंह बुंदेला और केशव सिंह बुंदेला। ये छात्र पढ़ाई छोड़कर छतरपुर में रह रहे थे और इनकी उम्र 20 से 25 साल के बीच है। नरसंहार तब सामने आया जब दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार नकाबपोश लोगों ने अपने पीड़ितों पर हमला करके हमला शुरू किया और फिर उन्हें गोली मार दी। 21 जुलाई को छतरपुर में भैंसासुर मुक्तिधाम के पीछे एक दुखद घटना घटी, जिसमें एक महिला की असामयिक मृत्यु हो गई, जिसे मोटरसाइकिल पर दो व्यक्तियों ने गोली मार दी। महिला को लगी चोटों की गंभीरता के कारण उसे विशेष चिकित्सा देखभाल के लिए तत्काल जिला अस्पताल में स्थानांतरित करना आवश्यक हो गया। हालाँकि, उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जिसके कारण चिकित्सा अधिकारियों को उसे आगे के इलाज के लिए ग्वालियर रेफर करना पड़ा। दुख की बात है कि स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रयासों के बावजूद, ग्वालियर में इलाज के दौरान महिला की मृत्यु हो गई, और अपने पीछे एक गहरा शोक छोड़ गई।घटना में शामिल महिला के साथ 18 वर्षीय सूर्यांश प्रजापति को भी चोटें आईं। उनकी शिकायत के परिणामस्वरूप, अधिकारियों ने घटना के समय मास्क पहने हुए चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की। यह कानूनी कार्यवाही कोतवाली छतरपुर थाने में शुरू की गई। पुलिस द्वारा आरोपी व्यक्ति को पकड़ने के लिए सूचना देने वाले को दस हजार डॉलर का इनाम देने की पेशकश की गई थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सागर जोन के पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा, छतरपुर रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक ललित शाक्यवार और पुलिस अधीक्षक छतरपुर अमित साधी का एक समूह गठित किया गया। इसके अतिरिक्त एएसपी विक्रम सिंह, नगर पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, निरीक्षक अरविंद सिंह दांगी और छतरपुर कोतवाली थाना प्रभारी को इस टीम में शामिल किया गया। एसपी ने 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा के साथ ही यह भी घोषणा की कि 26 जुलाई को कोतवाली पुलिस और साइबर टीम ने कुल पांच लोगों को पकड़ने में सफलता हासिल की. गिरफ्तारी से
जवान: शाहरुख खान ला रहे हैं बॉलीवुड के इतिहास का सबसे महंगा गाना, 1000 डांसर, पानी की तरह बहाए करोड़ों

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरुख खान हाल ही में अपनी बहुप्रतीक्षित नई फिल्म ‘जवान’ के कारण प्रशंसकों और आलोचकों का ध्यान खींच रहे हैं। जैसे-जैसे उनकी फिल्म की रिलीज की तारीख नजदीक आ रही है, एक दिलचस्प खबर सामने आई है, जिसने प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह बढ़ा दिया है। यह पता चला है कि इस आगामी फिल्म का गाना ‘जिंदा बंदा’ बॉलीवुड के पूरे इतिहास में अब तक का सबसे असाधारण और महंगा गाना बनने जा रहा है। इस रहस्योद्घाटन ने निस्संदेह प्रशंसकों के बीच अत्यधिक उत्सुकता और प्रत्याशा जगा दी है, जो इस उल्लेखनीय संगीत कृति के भव्य अनावरण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कुछ ही दिन पहले, शाहरुख खान ‘जवान‘ की एक झलक के साथ अपने प्रशंसकों के बीच उन्माद पैदा करने में कामयाब रहे थे, जिससे वे और अधिक के लिए तरस रहे थे। वहीं अब इस फिल्म से जुड़ी ताजा अपडेट सामने आई है, जिससे हर कोई हैरान रह गया है। यह खुलासा किया गया है कि ‘जवान’ के एक गाने को बनाने में करोड़ों रुपये की भारी रकम खर्च की गई है। अकेले इस गाने के लिए आवंटित बजट इतना अधिक है कि इसका उपयोग पूरी फीचर फिल्म बनाने के लिए आसानी से किया जा सकता है। यह तथ्य अकेले ही ‘जवान’ की भव्यता और भव्यता के बारे में बहुत कुछ बताता है, जिससे प्रशंसक और भी अधिक उत्साहित और उत्सुक हो जाते हैं कि इस फिल्म में उनके लिए क्या है। निर्माण का व्यापक स्तर दर्शकों को आश्चर्यचकित कर देगा, क्योंकि गाना एक दृश्य मनोरंजन का वादा करता है। विशेष रूप से, संगीत वीडियो का मुख्य आकर्षण प्रतिष्ठित बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की उपस्थिति है। जिसे केवल एक राजसी प्रदर्शन के रूप में वर्णित किया जा सकता है, एक हजार से अधिक लड़कियां करिश्माई शाहरुख खान के साथ शानदार ढंग से नृत्य करती नजर आएंगी, जो पहले से ही मंत्रमुग्ध कर देने वाली रचना में आकर्षण और आकर्षण की एक अतिरिक्त परत जोड़ देगी। गाने की शूटिंग जीवंत शहर चेन्नई में हुई और इसे किसी भव्य तमाशे से कम नहीं कहा जा सकता। संपूर्ण उत्पादन प्रभावशाली पाँच दिनों तक चला, जिसके दौरान क्रू ने इस असाधारण दृष्टिकोण को जीवन में लाने के लिए अत्यधिक प्रयास किए। गाने की भव्यता को पूरा करने के लिए, हैदराबाद, बेंगलुरु, मदुरै और मुंबई सहित विभिन्न शहरों से आश्चर्यजनक संख्या में 1000 प्रतिभाशाली महिला नर्तकियों को शामिल किया गया था। ज़ूम टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक विश्वसनीय स्रोत से यह पता चला है कि अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली अनिरुद्ध रविचंदर ने फिल्म ‘जवान’ के लिए मंत्रमुग्ध कर देने वाले गीत ‘जिंदा बंदा’ की रचना करने के अलावा, ट्रैक को अपनी आवाज भी दी है। इस सनसनीखेज खुलासे ने प्रशंसकों और संगीत प्रेमियों को संगीतकार और गायक दोनों के रूप में अनिरुद्ध के बहुमुखी कौशल से आश्चर्यचकित कर दिया है। गीत की रचना और गायन दोनों में अनिरुद्ध रविचंदर की भागीदारी के बारे में इस रहस्योद्घाटन के साथ-साथ चेन्नई शूट की भव्यता और अविश्वसनीय संख्या में प्रतिभाशाली नर्तकियों को शामिल करने से निस्संदेह प्रशंसकों और फिल्म प्रेमियों की उत्सुकता और प्रत्याशा बढ़ गई है। प्रतिभा और रचनात्मकता के ऐसे अविश्वसनीय संयोजन के साथ, यह कहना सुरक्षित है कि यह गीत संगीत और सिनेमा की दुनिया में एक सनसनी बन जाएगा। फिल्म ‘जवान’ का गाना ‘जिंदा बंदा’ भारी बजट के साथ तैयार किया गया था। ‘जवान’ में शाहरुख खान ने न सिर्फ मुख्य भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने अपने मशहूर प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के जरिए फिल्म के निर्माण की जिम्मेदारी भी ली. इस फिल्म को सफल बनाने के लिए शाहरुख खान ने अपनी पूरी ताकत लगा दी. अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, दृश्यात्मक रूप से आश्चर्यजनक ‘जिंदा बंदा’ गीत को बनाने के लिए 15 करोड़ रुपये की आश्चर्यजनक राशि आवंटित की गई थी, जिससे यह बॉलीवुड उद्योग के इतिहास में अब तक का सबसे महंगा गाना बन गया। शाहरुख खान और विजय सेतुपति आगामी अखिल भारतीय फिल्म ‘जवान’ में सिल्वर स्क्रीन पर भिड़ने के लिए तैयार हैं। इस बहुप्रतीक्षित फिल्म में, शाहरुख खान मुख्य भूमिका निभाते हैं, जबकि विजय सेतुपति प्रतिपक्षी की भूमिका निभाते हैं, जिससे दो प्रतिभाशाली अभिनेताओं के बीच एक तीव्र टकराव होता है। शाहरुख खान ने हाल ही में सोशल मीडिया पर फिल्म से विजय सेतुपति के पहले लुक की एक झलक प्रशंसकों के सामने पेश की, जिसमें उनकी शक्तिशाली और मनमोहक उपस्थिति दिखाई दे रही है। इन दो पावरहाउस के साथ, ‘जवान’ में अभिनेत्री नयनतारा, सान्या मल्होत्रा, प्रियामणि और रिद्धि डोगरा सहित कई स्टार कलाकार भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, दर्शक दीपिका पादुकोण की एक विशेष कैमियो उपस्थिति का इंतजार कर सकते हैं, जिसकी फिल्म पूर्वावलोकन में संक्षिप्त झलक ने पहले ही प्रशंसकों के बीच उत्साह पैदा कर दिया है। शाहरुख खान अभिनीत बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जवान’ 7 सितंबर, 2023 को सिल्वर स्क्रीन पर रिलीज होने के लिए तैयार है। रिपोर्टों से पता चलता है कि प्रतिभाशाली अभिनेता दोहरी भूमिका निभाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें पिता और पुत्र दोनों के किरदार होंगे। . इससे भी अधिक, शाहरुख खान के प्रशंसकों के लिए एक सौगात है क्योंकि वह पूरी फिल्म में छह अलग-अलग लुक में नजर आएंगे।हालाँकि ‘जवान’ का आधिकारिक ट्रेलर अभी तक रिलीज़ नहीं हुआ है, लेकिन फिल्म की एक झलक ने ही किंग खान के उत्साही अनुयायियों के बीच जबरदस्त उत्साह पैदा कर दिया है।
नोएडा में हिंडन नदी ने मचाई भारी तबाही, 2 बच्चों की मौत, घरों में 3-4 फीट पानी घुसा, कारें डूबीं

पिछले 36 घंटों में हिंडन नदी के जल स्तर में लगातार वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप भीषण बाढ़ आ गई है। परिणामस्वरूप, कई वाहन बाढ़ के पानी की तीव्रता के आगे झुक गए हैं और अनिवार्य रूप से जलमग्न हो गए हैं। इस विकट स्थिति के जवाब में, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम सक्रिय रूप से बचाव अभियान चलाने में लगी हुई है, खासकर बाढ़ से प्रभावित करहेड़ा क्षेत्र में। इस विनाशकारी घटना के जवाब में, स्थानीय प्रशासन ने तत्काल नदी के किनारे रहने वाले सभी निवासियों से एक अपील जारी की है, जिसमें उनसे अपने घरों को तुरंत खाली करने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का आग्रह किया गया है। बढ़ते जल स्तर से उत्पन्न आसन्न खतरे को पहचानते हुए, प्रशासन ने प्रभावित आबादी के लिए आश्रयों की स्थापना करके त्वरित कार्रवाई की है, जिससे उन्हें इन निर्दिष्ट सुरक्षित आश्रयों में सांत्वना खोजने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। वैकल्पिक रूप से, प्रभावित परिवारों को इस खतरनाक समय के दौरान अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लेने की भी सलाह दी जाती है। हिंडन में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और यह अपने पीछे विनाश का निशान छोड़ गई है। मूसलाधार बाढ़ के पानी ने करहेड़ा क्षेत्र की एक नहीं, बल्कि कुल नौ कॉलोनियों को अपनी चपेट में ले लिया है। कई घरों की सीमा के भीतर पानी का स्तर आश्चर्यजनक रूप से तीन से चार फीट तक बढ़ गया है, जिससे वे पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। स्थिति की गंभीरता केवल करहेड़ा क्षेत्र में प्रभावित परिवारों की चौंका देने वाली संख्या से और अधिक बल देती है, अनुमानतः लगभग 12,000 घर हैं। प्रशासन इन परिवारों से आग्रह करता है कि वे उनकी पुकार पर ध्यान दें और स्थापित आश्रयों में स्थानांतरित होकर या अपने प्रियजनों के साथ सांत्वना पाकर अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। ऐसा करके, प्रशासन का लक्ष्य चल रहे बाढ़ संकट से उत्पन्न संभावित जोखिमों और कठिनाइयों को कम करना है, अंततः प्रभावित व्यक्तियों और परिवारों के जीवन और कल्याण की रक्षा करना है। सोमवार रात से हिंडन नदी में भारी बाढ़ आ रही है, जिससे करेड़ा क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. दुख की बात है कि इस कठिन समय के दौरान दो छोटे बच्चे अपने घर से बाहर चले गए, लेकिन अभी तक घर नहीं लौटे हैं। नतीजतन, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), जिला अधिकारी और गाजियाबाद पुलिस द्वारा एक व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया है। चिंताजनक रिपोर्टों में दोनों बच्चों के निर्जीव शरीर मिलने की पुष्टि हुई है, जिन्हें बाद में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। दुर्भाग्यपूर्ण पीड़ितों की पहचान 16 वर्षीय कृष और 18 वर्षीय आदर्श के रूप में की गई है। जब से यह घटना घटी है, उनके लगातार आंसुओं और भावनात्मक संकट के कारण परिवार की दुर्दशा काफी खराब हो गई है। करहेड़ा क्षेत्र में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम ने अथक प्रयास कर बचाव अभियान चलाया है। बाढ़ के पानी ने कई वाहनों को दुखद पानी वाली कब्रों में बदल दिया है, जिससे प्रभावित व्यक्तियों को भारी नुकसान और त्रासदी का अनुभव हुआ है। वर्तमान में, स्थानीय प्रशासन पूरी स्थिति की निगरानी कर रहा है, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रभावित समुदाय को सहायता और सहायता प्रदान करने के उनके प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।