विजय दिवस समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख न करने को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार को “महिलाओं से घृणा करने वाला” बताया है.
नई दिल्ली:
विजय दिवस समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख न करने को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार को “महिलाओं से घृणा करने वाला” बताया है. आज 1971 में पाकिस्तान पर भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ है. उधर प्रियंका के भाई राहुल गांधी ने भी इसी तरह तीखे तेवर दिखाए. लोकसभा सांसद ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं (1984 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी) लेकिन सरकारी कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं लिया गया. 1971 के युद्ध के दौरान इंदिरा गांधी सत्ता में कांग्रेस सरकार के मुखिया थीं.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “हमारी पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी, को भाजपा सरकार के विजय दिवस समारोह से बाहर रखा जा रहा है. यह उस दिन की 50वीं वर्षगांठ पर हो रहा है जब गांधी ने भारत को जीत दिलाई थी और बांग्लादेश को आजाद कराया था.”
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, “नरेंद्र मोदी जी… महिलाएं आपकी बातों पर विश्वास नहीं करतीं. आपका संरक्षण देने वाला रवैया अस्वीकार्य है. अब समय आ गया है कि आप महिलाओं को उनका हक देना शुरू करें.”
अपने ट्वीट के साथ, प्रियंका ने चार तस्वीरें पोस्ट कीं – जिसमें एक इंदिरा गांधी की घायल सैनिक से मिलते हुए की तस्वीर है और दूसरी उनकी सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मिलने वाली तस्वीर शामिल है.
राहुल गांधी ने कहा, “(इंदिरा गांधी) ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं, लेकिन 1971 युद्ध की वर्षगांठ के लिए दिल्ली में आयोजित हुए सरकारी कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं लिया गया.”
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इससे पहले गुरुवार को संसद के दोनों सदनों ने युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सैनिकों के बलिदान से “भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी” और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने उनके “निडर साहस के प्रदर्शन” की प्रशंसा की.