भयंकर हुआ Monkeypox, WHO की चेतावनी-12 देशों में फैला, 8 लक्षणों को न करें नजरअंदाज

Monkeypox illness side effects: मंकीपॉक्स ‘चेचक’ बीमारी की तरह ही एक दुर्लभ वायरल इन्फेक्शन है और इसका पहली बार 1958 में पता चला था। यह बीमारी अब तक 12 देशों में फैल चुकी है। मंकीपॉक्स होने पर मरीज को कई लक्षण महसूस हो सकते हैं। लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक चल सकते हैं। लक्षणों के गंभीर होने पर जान का भी खतरा है।
कोरोना वायरस महामारी (Covid pandemic) के दौरान कुछ देशों में मंकीपॉक्स ( Monkeypox) का प्रकोप फैलना शुरू हो गया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने चेतावनी दी कि लाइलाज और जानलेवा मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। संगठन ने कहा है कि यह बीमारी उन देशो नमे भी फैल रही है, जहां उम्मीद नहीं की जा रही थी।

संगठन आने वाले दिनों में मंकीपॉक्स के प्रसार को कम करने के लिए जल्द ही कोई गाइडलाइंस जारी कर सकता है। संस्था ने कहा है कि यह बीमारी तेजी से फैल रही है और आने वाले दिनों में इसके मामले उन देशों में अधिक होंगे, जहां कोई महामारी नहीं फैलती है।

डब्ल्यूएचओ ने बीमारी को लेकर जांच शुरू कर दी है और यह पता चला है कि इस बीमारी के अधिकतर मामले पुरुषों के पुरुषों से यौन संबंध रखने वाले (MSM) लोगों में अधिक मिले हैं। चलिए जानते हैं कि मंकीपॉक्स क्या है, यह कितनी घातक बीमारी है, कैसे फैलती है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचाव हो सकता है?
12 देशों में फैला मंकीपॉक्स

नाइजीरिया से इंग्लैंड लौटे एक व्यक्ति में 7 मई को मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हुई थी। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अब तक इसके 92 पुष्ट मामले और 28 संदिग्ध मामले मिल चुके हैं। यह बीमारी अब तक 12 देशों में फैल चुकी है।

monkeypox रोग क्या है?
मंकीपॉक्स ‘चेचक’ बीमारी की तरह ही एक दुर्लभ वायरल इन्फेक्शन है और इसका पहली बार 1958 में पता चला था। मंकीपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में सामने आया। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है। यह वायरस पॉक्सविरिडे परिवार से संबंधित है, जिसमें चेचक और चेचक रोग पैदा करने वाले वायरस भी शामिल हैं।

मंकीपॉक्स के लक्षण (Monkeypox side effects)

मंकीपॉक्स होने पर मरीज को कई लक्षण महसूस हो सकते हैं। लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक चल सकते हैं। लक्षणों के गंभीर होने पर जान का भी खतरा है। हाल के दिनों में इसकी मृत्यु दर लगभग 3-6 प्रतिशत है, जिस तेजी से मामले बढ़ रह हैं यह बढ़कर 10 प्रतिशत तक जा सकती है। आमतौर पर इसके लक्षणों में शामिल हैं-

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पीठ दर्द
  • लिम्फ नोड्स में सूजन
  • ठंड लगना
  • थकावट
  • त्वचा पर चेचक जैसे दाने होना

कैसे फैलती है monkeypox बीमारी
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि वर्तमान में उपलब्ध डेटा से पता चलता है कि इस बीमारी का, उन लोगों को सबसे अधिक खतरा है, जो मंकीपॉक्स वाले किसी व्यक्ति के साथ निकट शारीरिक संपर्क में आ चुके हैं।

मंकीपॉक्स कोविड-19 जैसी महामारी का रूप लेगा?
जर्मनी में रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट के एक शोधकर्ता फैबियन लिएन्डर्ट्ज़ ने कहा है कि मंकीपॉक्स का प्रकोप कोविड-19 जैसी महामारी में विकसित नहीं होगा क्योंकि यह वायरस सार्स-सीओवी-2 जितनी आसानी से नहीं फैलता है।

Monkeypox

मंकीपॉक्स का इलाज और बचाव
वर्तमान में इसका कोई पक्का इलाज नहीं है। चूंकि यह बीमारी चेचक की तरह इसलिए चेचक में उपयोग किए जाने वाले टीकों से मंकीपॉक्स से सुरक्षा प्रदान हो सकती है। इसके लिए कुछ टीके विकसित किए गए हैं जिनमें से एक को रोग की रोकथाम के लिए बेहतर माना गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, चेचक के इलाज के लिए विकसित एक एंटीवायरल एजेंट को भी मंकीपॉक्स के इलाज के लिए लाइसेंस दिया गया है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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