Pakistani महिला एजेंटों ने भारतीय जवान को हनीट्रैप में फंसाया:
pakistani महिला एजेंटों ने फिर एक भारतीय जवान को हनीट्रैप में फंसाया. जवान व्हाट्सएप चैट और वीडियो कॉल के जरिए उनके संपर्क में था और संवेदनशील सूचनाएं भेज रहा था। आरोपी सेना के जवान शांतिमय राणा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह जवान जयपुर छावनी में तैनात था। सीआईडी इंटेलिजेंस उसकी गतिविधियों पर काफी समय से नजर रख रही थी। पैसे का लालच देकर PAK एजेंटों ने उससे भारतीय सेना से जुड़ी जानकारियां हासिल कीं। सीआईडी ने 25 जुलाई को उसे हिरासत में लिया था, प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि सेना और पुलिस पूछताछ के दौरान 24 वर्षीय शांतिमय ने कबूल किया कि वह लंबे समय से सोशल मीडिया के जरिए pakistani खुफिया एजेंटों के संपर्क में था। पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के कंचनपुर निवासी शांतिमय मार्च 2018 से भारतीय सेना में शामिल हुए थे।
अभी तक जांच में यह बात सामने आई है कि एक पाकिस्तानी महिला एजेंट ने उसका नाम गुरनूर कौर उर्फ अंकिता बताया। कहा कि वह शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली है। शाहजहांपुर में ही मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में काम करता है। एक अन्य महिला निशा ने खुद को मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में बताया था। इन महिलाओं ने शांतिमय को हनीट्रैप में फंसाकर पैसे का लालच भी दिया। उसने उससे रेजिमेंट के संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेज और युद्धाभ्यास के वीडियो मांगे। बताया जा रहा है कि इसके एवज में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर आरोपी जवान के बैंक खाते में पैसे भी भेजे गए.
मोबाइल जब्त
इंटेलिजेंस ने जवान का मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरण अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। शांतिमय ने बताया कि लड़की उसे फंसाने के लिए वीडियो कॉल कर उसकी लोकेशन की जानकारी लेती थी।