West Bengal के वन विभाग ने मंगलवार को दार्जिलिंग वन क्षेत्र में चल रहे तस्करी के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। कार्रवाई में चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। विभाग इन लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा और अवैध व्यापार को रोकने के लिए काम कर रहा है।
West Bengal के वन विभाग ने तस्करी के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दार्जिलिंग वन क्षेत्र से एक विलुप्त हो चुके सांप की तस्करी कर रहा था। 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है और ऐसा माना जाता है कि सांप नेपाल में काला बाजार में बिक्री के लिए था। इस घटना से आसपास के जिलों में खलबली मच गई है और उम्मीद है कि इससे इस क्षेत्र में तस्करी रोकने में मदद मिलेगी।
WB | Team of Belacoba forest range seized Red Sand Boa (Eryx johnii) from Darjeeling forest area arrested 4 people in connection with illegal trading. Accused identified as Arindam Sarkar, Pasang Lama Sherpa, Abavar Miya & Jagadish Ch Roy. It was scheduled for delivery to Nepal. pic.twitter.com/tW3wrVmVvJ
— ANI (@ANI) February 21, 2023
West Bengal : पुलिस का कहना है कि मंगलवार को गिरफ्तार किए गए तस्करों को कोर्ट में पेश किया गया, जबकि इस तस्करी अभियान में किसी और के शामिल होने पर वन विभाग जांच कर रहा है. गुप्त सूत्रों के आधार पर वन विभाग ने पिछले सप्ताह सिलीगुड़ी के शास्त्री नगर इलाके में तलाशी अभियान चलाया और लगभग विलुप्त हो चुके सांप की प्रजाति को बरामद किया। वन विभाग के बैकुंठपुर वन प्रमंडल के एनपीपी 1 रेंज को सोमवार को खबर मिली कि इलाके के एक घर में बिहार से कुछ लोग आए हैं. उनके पास सैंड बोआ नाम का एक सांप था। छापे में पाशन लामा के घर पर एक सांप मिला।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह सांप भारत में लगभग लुप्तप्राय है और इसे बिहार से नेपाल तस्करी कर काला बाजार में बेचने के इरादे से लाया गया था. इस सांप की बाजार कीमत एक करोड़ रुपए है। वन विभाग ने बताया है कि आरोपी से पूछताछ में पता चला कि अनवर मियां इस सांप को बेचने के इरादे से यहां लाया था और उसने अरविंदम से बीस हजार रुपये एडवांस ले लिए थे. और बाकी पैसों का लेन-देन सिलीगुड़ी के शास्त्रीनगर में होता था। पुलिस ने हमें बताया है कि उसे गिरफ्तार करने के बाद अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। वहीं चार तस्करों को जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया।