The Kashmir Files:
कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और जातीय सफाये के जम्मू कश्मीर के तत्कालीन सीएम फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) बड़े जिम्मेदार माने जाते हैं. अब उन्होंने नरसंहार के 33 साल बाद एक बार फिर कश्मीरी पंडितों के जख्मों पर नमक छिड़कने वाली बात कह दी है.
The Kashmir Files: कश्मीरी पंडितों के विस्थापन और जातीय सफाये पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) रोजाना बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड बना रही है. इसी बीच कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) के विस्थापन के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार माने जाने वाले जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने इस फिल्म पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
‘हर फिल्म सच्ची हो, यह जरूरी नहीं‘
फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि हर फिल्म में अपनी-अपनी कहानी होती है और हर फिल्म सच्ची हो, यह जरूरी नहीं है. इसलिए सच सामने लाने के लिए जांच जरूरी है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में जो कुछ भी हुआ, वो कैसे हुआ? क्यों हुआ ? किसने किया? इसकी जांच होनी चाहिए.
फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि अगर सरकार सच को सामने लाना चाहती है तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से इस पूरी घटना की जांच करवानी चाहिए. उन्होंने जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन की भी फाइल खोले जाने की मांग की.

‘सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाएं जांच’
भाजपा संसदीय दल की बैठक में कश्मीर के सच और ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) फिल्म की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तारीफ करने पर प्रतिक्रिया देते हुए हुए फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने कहा कि अगर सरकार सच को सामने लाना चाहती है तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से इस पूरी घटना की जांच करवानी चाहिए.
मंगलवार को नई दिल्ली में बीजेपी संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीरी पंडितों की बदहाली पर अहम टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि कश्मीर के जिस सत्य को दबाने की कोशिश की गई थी, वह सच ‘द कश्मीर फाइल्स ‘ फिल्म (The Kashmir Files) में दिखाया गया है.
After the historic victories in four states, today in the meeting of the Parliamentary board, Hon'ble Prime Minister Shri @narendramodi ji, Hon'ble National President Shri @JPNadda ji and all past BJP Presidents were given a grand welcome through a thunderous applause. pic.twitter.com/6d12uyqR1u
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) March 15, 2022
सभी को देखनी चाहिए कश्मीर फाइल्स फिल्म: नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इसका जिक्र किया अब इस फिल्म की चर्चा प्रधानमंत्री ने की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के सत्य को दबाने की कोशिशें हुई थीं।संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में कश्मीर फाइल्स फिल्म का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कैसे इस फिल्म के जरिए सच को बाहर लाया गया है। पीएम ने कहा कि कैसे सत्य को दबाने के लिए एक इकोसिस्टम काम करता है। कुछ दिन पहले ही फिल्म के कलाकार और निर्माता ने पीएम से मुलाकात की थी। #TheKashmirFiles लगातार ट्रेंड में बना हुआ है।
1989 में हुआ था कश्मीरी पंडितों का नरसंहार
बताते चलें कि वर्ष 1989 में कश्मीर घाटी में जब वहां रहने वाले हिंदुओं (Kashmiri Pandit) का नरसंहार कर उन्हें एक रात में ही घर-बार छोड़कर घाटी से भागने को मजबूर किया गया. उस वक्त जम्मू कश्मीर के सीएम फारूक अब्दुल्ला थे. आरोप है कि जब घाटी में कश्मीरी पंडितों को ढूंढ-ढूंढकर मारा जा रहा था और मस्जिदों से उनके सफाये के फरमान जारी किए जा रहे थे. उस दौरान आतंकियों पर एक्शन लेने के बजाय फारूक अब्दुल्ला विदेश चले गए थे और कश्मीरी पंडितों को उनके हाल पर मरने के लिए छोड़ दिया था.
कई देशों में इस फिल्म पर टैक्स फ्री
1.Uttar Pradesh:
2. Gujrat:
3.Madhya Pradesh :
