Haridwar Accident:
हरियाणा के रेवाड़ी के पास दिल्ली जयपुर हाईवे पर आज सुबह 6 बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया. क्रूजर गाड़ी और ट्रक की भिड़ंत में 5 लोगों की मौत हो गई तो वहीं, 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए. क्रूजर गाड़ी में कुल 17 लोग सवार थे. जो haridwar में अस्थियां विसर्जित करके अपने गांव सामोद लौट रहे थे.
हरियाणा के रेवाड़ी के पास दिल्ली जयपुर हाईवे पर आज सुबह 6 बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया. क्रूजर गाड़ी और ट्रक की भिड़ंत में 5 लोगों की मौत हो गई तो वहीं, 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए. क्रूजर गाड़ी में कुल 17 लोग सवार थे. जो haridwar में अस्थियां विसर्जित करके अपने गांव सामोद लौट रहे थे. सभी मृतक जयपुर जिले के सामोद गांव के निवासी थे. इस हादसे में दो सगे भाई, बहन, मां, बच्चे की मौत हुई है.
वहीं, रिश्तेदार और परिवार के लोग घायल हो गए. घटना की सूचना मिलने के बाद आज गांव में मातम छा गया. इधर, मामले की सूचना मिलने पर विधायक रामलाल शर्मा ने भी सामोद पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया. सामोद थानाधिकारी पूजा पुनिया भी मौके पर पहुंची. जानकारी के मुताबिक मृतक महेंद्र रैगर के पिताजी गोवर्धन रैगर की करीब 20 साल पहले मौत हो गई थी. महेंद्र अपने पिता की अस्थियां haridwar में विसर्जित करने के लिए अपने तीनों भाइयों के परिवार और बहिन बहनोई और मां, सहित हरिद्वार गए थे. आज वापस लौटते समय उनकी क्रूजर गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई और इस हादसे में महेंद्र रैगर सहित पांच लोगों की मौत हो गई.
मृतकों की पहचान भानुराम रैगर, महेंद्र रैगर, आशीष, सुगना देवी, भोरी देवी के रूप में हुई है. मृतकों के शव पोस्टमार्टम के बाद सामोद लाये जा रहे हैं तो वहीं, शेष घायलों का रेवाड़ी के अस्पताल में उपचार चल रहा है. जहां दो तीन घायलों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है. इस हादसे में दो भाई काल का ग्रास बन गए तो वहीं मझला भाई कैलाश घायल हो गया. मृतक के बहनोई की हालत भी गंभीर बताई जा रही है.
1999 में हुई थी पिता गोवर्धन की मृत्यु
घर की माली स्थिति ठीक नहीं होने के चलते तीनों भाई पिता की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित नहीं कर पाए थे. अब तीनों भाइयों ने पिता की अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जित करने का प्लान बनाया. पर उन्हें क्या पता था कि उनके साथ इस तरह का हादसा होगा. हालांकि हर कोई इस घटना के बाद सदमे में है तो वहीं, गांव में भी सन्नाटा पसरा हुआ है गांव के बाजार भी बंद है.