कुत्तों का आतंक: चंडीगढ़ में दूसरी क्लास की बच्ची को कुत्ते ने दौड़ाया, डर से हुआ पैनिक अटैक, मौत

चंडीगढ़ में आवारा कुत्तों के साथ कुछ डरावनी घटनाएं सामने आई हैं। एक वीडियो में, एक माँ और उसकी बेटी स्कूटर चला रही थीं और आवारा कुत्ते उनका पीछा कर रहे थे। गनीमत रही कि उन्हें कोई चोट नहीं आई, लेकिन उनका स्कूटर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बेहद खूबसूरत शहर चंडीगढ़ में आवारा कुत्तों की समस्या है। हाल ही में वहां कुछ दुखद घटना घटी – दूसरी कक्षा की एक छोटी लड़की की मृत्यु हो गई। उसका परिवार वास्तव में परेशान है और जो कुछ हुआ उसके बारे में कुछ गंभीर बातें कह रहा है। A Class 2 girl allegedly died of a panic attack caused by the fear of stray dogs in Chandigarh Read: https://t.co/IeQcg08IFd#Chandigarh pic.twitter.com/18MI9ZTB6i — News9 (@News9Tweets) December 21, 2023 चंडीगढ़ के मनीमाजरा नामक स्थान पर बहुत सारे आवारा कुत्ते हैं जो लोगों को डरा रहे हैं। दुःख की बात है कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली एक छोटी लड़की की मृत्यु हो गई क्योंकि जब कुत्ते उसका पीछा कर रहे थे तो वह बहुत डर गई थी। उसके परिवार का मानना ​​है कि उसे घबराहट का दौरा पड़ा और फिर उसकी मृत्यु हो गई क्योंकि वह बहुत सदमे में थी और डरी हुई थी। इस घटना के अलावा, चंडीगढ़ के मनीमाजरा और सेक्टर 38 में कुत्तों की डरावनी घटनाओं के वीडियो भी सामने आए हैं। एक वीडियो में, एक माँ और उसकी बेटी स्कूटर चला रही थीं जब आवारा कुत्तों के कारण उनका एक्सीडेंट हो गया। सौभाग्य से, वे चोट लगने से बच गए, लेकिन स्कूटर क्षतिग्रस्त हो गया। सेक्टर 35 में हर किसी को काफी डर लग रहा है. चंडीगढ़ के सेक्टर-35 नाम की जगह पर काफी डरे हुए लोग हैं. सिर्फ एक हफ्ते में वहां कुछ बुरा होने की 10 घटनाएं हुईं. कुछ महीने पहले पंजाब और हरियाणा की अदालत ने जिम्मेदार लोगों से चंडीगढ़ में आवारा कुत्तों की समस्या के बारे में पूछा था.

35000 फीट पर कॉल खत्म…जब एयर इंडिया के विमान में हुई इमरजेंसी लैंडिंग की घोषणा और फिर…

19 दिसंबर 2023 को एयर इंडिया नाम का विमान दिल्ली से मुंबई के लिए उड़ान भर रहा था. जब वह उड़ान भर रहा था, तो एक संकेत मिला जिससे पता चला कि विमान के किसी इंजन में आग लग सकती है। सुरक्षित रहने के लिए, प्रभारी लोगों ने आपातकाल की घोषणा की और नियंत्रण टॉवर में मौजूद लोगों को बताया कि क्या हो रहा था। दिल्ली से मुंबई जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में कुछ बेहद दुखद हुआ। विमान के उतरने से ठीक पहले, एक इंजन में खराबी आ गई। इससे विमान में मौजूद लोग काफी चिंतित और डरे हुए थे. विमान के पायलटों के सामने एक बड़ी समस्या थी, इसलिए उन्होंने तुरंत हवाईअड्डे के प्रभारी लोगों से कहा कि उन्हें तुरंत विमान को उतारना होगा। विमान में मौजूद लोगों से कहा गया कि वे अपने फोन का इस्तेमाल बंद कर दें और आपातकालीन लैंडिंग के लिए तैयार रहें। विमान में सवार सभी लोग चिंतित थे, लेकिन सौभाग्य से विमान सुरक्षित रूप से मुंबई हवाई अड्डे पर उतर गया। लेकिन एयरलाइन ने जांच की और आग या धुएं का कोई सबूत नहीं मिला। दिल्ली से मुंबई जा रहे एयर इंडिया के एक विमान को सिग्नल मिला कि उसके एक इंजन में आग लग सकती है. सुरक्षित रहने के लिए, उन्होंने विमानों को उड़ान भरने में मदद करने वाले लोगों को बताया कि वे जहां थे वहीं विमान को उतार दिया। जब उन्होंने जांच की तो उन्हें कोई आग या धुआं नहीं मिला। जो लोग यह सुनिश्चित करते हैं कि हवाई जहाज सुरक्षित हैं, वे कई विमानों में इस्तेमाल होने वाले इंजनों की समस्या पर गौर कर रहे हैं। वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे इंजन अभी भी उपयोग के लिए सुरक्षित हैं।

चंडीगढ़ COVID अपडेट: चंडीगढ़ में वापस लौटे मास्क… कोरोना के नए वेरिएंट पर एडवाइजरी जारी, जानें क्या करें?

एक नए तरह का कोरोना वायरस है जिसके बारे में लोग बात कर रहे हैं। यह केरल में पाया गया है, लेकिन हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में नहीं। लोगों को सावधान रहने और जागरूक रहने के लिए कहा जा रहा है. भारत में खास जगह रखने वाले चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर कुछ अहम सलाह दी है. नए तरह का कोरोना वायरस होने के कारण चंडीगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. इसका मतलब है कि चंडीगढ़ में लोगों को फिर से मास्क पहनने की जरूरत है, जैसे उन्हें पहले पहनना पड़ता था। सरकार ने यह भी कहा है कि लोगों के लिए उन जगहों से दूर रहना ही सबसे अच्छा है जहां बहुत अधिक लोग हों। इससे सभी को बीमार होने से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। हालांकि, जब लोग अस्पताल जाएं तो उन्हें मास्क जरूर पहनना चाहिए। यदि उनमें बुखार, सर्दी या सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण हों तो उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। अगर किसी को कोरोना वायरस है तो उसे एक हफ्ते तक दूसरों से दूर रहना होगा। चंडीगढ़ प्रशासन ने बुधवार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि लोगों को अकेले दवा नहीं लेनी चाहिए और न ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अपने हाथों से अपनी नाक, आंख या मुंह को न छुएं। अगर आपको लगता है कि आपको कोरोना है तो आपको तुरंत जांच करानी चाहिए। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल में कुछ बुरा होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। कोरोना वायरस का एक नया प्रकार है जिसके बारे में लोग बात कर रहे हैं। यह केरल में पाया गया है, लेकिन हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में नहीं। लोगों को सावधान रहने को कहा गया है और स्वास्थ्य विभाग भी ध्यान दे रहा है.

3 राज्यों में फैला कोरोना का नया वैरिएंट JN.1, देश में मिले 21 केस, जानें क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ

हमारे देश में 3 राज्यों में JN.1 नामक कोरोना वायरस का एक नया प्रकार पाया गया है। उन्हें अब तक ऐसे 21 लोग मिले हैं जिनके पास यह है। लेकिन चिंता मत कीजिए, डॉ वीके पॉल नाम के डॉक्टर ने कहा कि हमें डरने की जरूरत नहीं है. गोवा, केरल और महाराष्ट्र में जेएन.1 नामक कोविड-19 का एक नया प्रकार पाया गया है। पूरे देश में इस नए प्रकार के अब तक 21 मामले सामने आ चुके हैं. गोवा में सबसे ज्यादा 19 मामले सामने आए हैं, जबकि केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मामला सामने आया है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि हमें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधान रहना चाहिए. कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने लोगों को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार लोगों को बड़े समूह में नहीं होना चाहिए. उन्हें भी मास्क पहनना चाहिए. सरकार ने यह भी कहा कि अच्छे वायु प्रवाह वाली जगहों पर रहना सबसे अच्छा है। डॉक्टर अरोड़ा जो कि एक बहुत ही महत्वपूर्ण डॉक्टर हैं उन्होंने कहा कि हमें बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है. वायरस का ये नया वर्जन ज्यादा खतरनाक नहीं है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह सर्दी या खांसी होने जैसा है, इसलिए हमें सर्दी होने पर स्वस्थ रहने के लिए वही काम करना चाहिए जो हम करते हैं। जब हम भीड़-भाड़ वाली जगहों पर हों तो हमें अपने हाथ साबुन से धोने चाहिए और मास्क पहनना चाहिए। JN.1 एक प्रकार का वायरस है जो बहुत तेज़ी से फैल रहा है। यह कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वैरिएंट के ही परिवार का हिस्सा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस पर कड़ी नजर रख रहा है क्योंकि यह पहले देखे गए अन्य वायरस से अलग है। यह पहली बार अगस्त में लक्ज़मबर्ग में खोजा गया था और तब से यह कई अन्य देशों में फैल गया है। सरकार के लिए काम करने वाले डॉक्टर डॉ. वीके पॉल चाहते हैं कि देश का प्रत्येक राज्य कोरोना वायरस के लिए तैयार रहे, अधिक लोगों का परीक्षण करे और वायरस पर नज़र रखने के लिए अच्छी व्यवस्था हो। सरकार ने राज्यों से भी सावधानी बरतने को कहा है क्योंकि कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है. वे चाहते हैं कि राज्य उन लोगों पर नज़र रखें और उन्हें बताएं जो राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में फ्लू जैसे लक्षणों से बीमार हैं या सांस लेने में परेशानी है।

टेक्टोनिक प्लेटों के सक्रिय होने से बार-बार आ रहे हैं भूकंप, खतरे में हैं ये देश

पिछले कुछ दिनों में भारत और आसपास के देशों में काफी भूकंप आए हैं. चट्टानों और पृथ्वी की गतिविधियों का अध्ययन करने वाले एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर का कहना है कि भूकंप कुछ खास कारणों से आते हैं। कुछ देशों में दूसरों की तुलना में भूकंप आने की संभावना अधिक होती है। पिछले कुछ दिनों में भारत और आस-पास के देशों में काफी भूकंप के झटके आ रहे हैं। चीन में सोमवार रात बड़ा भूकंप आया. अफसोस की बात है कि इससे कई लोग और इमारतें आहत हुईं। झटके भारत और पाकिस्तान में भी महसूस किए गए। भूकंप इतनी बार क्यों आते हैं और किन देशों में इसकी संभावना अधिक है? चट्टानों और पृथ्वी के बारे में बहुत कुछ जानने वाले एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर का कहना है कि इस समय पृथ्वी टेक्टोनिक प्लेटों नामक किसी चीज़ के कारण हिल रही है। ये प्लेटें विशाल पहेली टुकड़ों की तरह हैं जो लावा नामक गर्म तरल चट्टान के ऊपर तैरती हैं। कभी-कभी, ये प्लेटें एक-दूसरे से बहुत ज़ोर से टकराती हैं। इससे सभी दबाव के कारण प्लेटें टूट सकती हैं। जब ऐसा होता है, तो पृथ्वी के अंदर से ऊर्जा को बाहर निकलने की आवश्यकता होती है। यही भूकंप का कारण बनता है. दक्षिणी प्लेटों, जिनमें चीन, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अन्य देश शामिल हैं, में भूकंप आने की अधिक संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्लेटें एक पैमाने की तरह घूम रही हैं और समायोजित हो रही हैं। यदि तराजू का एक पहलू हल्का होगा तो दूसरा पहलू ऊपर चला जायेगा। धरती के नीचे प्लेटों के साथ भी ऐसा ही है। हिमालय इस क्षेत्र का हिस्सा है, और ये अस्थिर पर्वत हैं। उनसे दूर रहना और वहां कुछ भी निर्माण न करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है। हम कैसे बताएं कि भूकंप कितना तीव्र है? रिक्टर स्केल यह मापने का एक तरीका है कि भूकंप कितना शक्तिशाली है। यह यह दिखाने के लिए 1 से 9 तक की संख्याओं का उपयोग करता है कि जहां भूकंप आया था उसके केंद्र में कितना बड़ा भूकंप था।

भारत बैठक: कौन होगा पीएम चेहरा, कैसे होगा लोकसभा सीटों का बंटवारा, 28 विपक्षी दलों ने किया फैसला

श्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की कि 22 दिसंबर को पूरे भारत में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा क्योंकि कुछ सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों ने तय किया है कि वे जनवरी के दूसरे सप्ताह तक यह पता लगा लेंगे कि प्रत्येक दल कहां बैठेगा। ‘भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन’ नामक विपक्षी गठबंधन में विभिन्न राजनीतिक दलों के महत्वपूर्ण नेताओं ने एक बैठक की। उन्होंने जनवरी, 2024 के दूसरे सप्ताह तक यह तय करने की बात की कि आगामी चुनावों में प्रत्येक पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी। उन्होंने यह भी चर्चा की कि वे चुनाव जीतने के बाद प्रधान मंत्री पद के लिए अपना नेता चुनेंगे। एक बैठक के दौरान कुछ महत्वपूर्ण नेताओं ने सुझाव दिया कि मल्लिकार्जुन खड़गे नामक व्यक्ति, जो कांग्रेस नामक समूह का सदस्य है और दलित नामक समुदाय से है, को उन सभी दलों के नेता के रूप में चुना जाना चाहिए जो वर्तमान सरकार के खिलाफ मिलकर काम कर रहे हैं। . इस बैठक में अलग-अलग पार्टियों से कुल 28 नेता मौजूद थे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बैठक के बाद पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा कि बैठक में 28 अलग-अलग पार्टी के नेता आए और सभी ने भविष्य में साथ मिलकर काम करने पर सहमति जताई. उन्होंने 8-10 सार्वजनिक बैठकें करने का भी निर्णय लिया. खड़गे ने कहा कि वे पहले इस बारे में बात करेंगे कि किस राज्य में किस पार्टी को कौन सी सीटें मिलेंगी, यह कैसे तय किया जाए. अगर कोई समस्या है तो वे देश में सभी से इस बारे में बात करेंगे. यह पूछे जाने पर कि प्रधानमंत्री कौन होगा, खड़गे ने कहा कि पहले उन्हें जीतना होगा और फिर सांसद मिलकर फैसला करेंगे. खड़गे ने कहा कि बहुत सारे विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया है, जिसका मतलब है कि वे महत्वपूर्ण चर्चाओं और निर्णयों में भाग नहीं ले सकते हैं। यह उचित नहीं है और लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है। उनका मानना ​​है कि प्रधानमंत्री या गृह मंत्री को बैठक में आकर बताना चाहिए कि सुरक्षा का मुद्दा क्यों था. उन्हें बैठक में आने के बजाय कहीं और भाषण नहीं देना चाहिए।’ खड़गे ने यह भी बताया कि सांसदों के निलंबन के खिलाफ 22 दिसंबर को बड़ा विरोध प्रदर्शन होगा. ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल कुछ राजनीतिक दलों ने यह भी निर्णय लिया है कि वे जनवरी के दूसरे सप्ताह तक यह पता लगा लेंगे कि प्रत्येक दल कहाँ बैठेगा। एक होटल में बैठक के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख लोग एक साथ आये. इनमें कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल शामिल थे। जनता दल (यू) से नीतीश कुमार और दूसरी पार्टी से राजीव रंजन सिंह भी वहां थे. इस अवसर पर तृणमूल कांग्रेस से ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से शरद पवार और शिवसेना से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। विभिन्न राजनीतिक दलों के कई महत्वपूर्ण नेता एक बैठक के लिए एक साथ आये. इनमें से कुछ नेताओं में अखिलेश यादव, राम गोपाल यादव, एमके स्टालिन, टीआर बालू, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, जयंत चौधरी, कृष्णा पटेल, पल्लवी पटेल और अन्य शामिल हैं।

चिकन करी की मात्रा को लेकर ग्राहक पर हमला, जमकर चले चाकू, जानिए फिर क्या हुआ?

हाल ही में तिरुवनंतपुरम में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जहां रेस्टोरेंट चलाने वाले और वहां खाना खा रहे लोगों दोनों को चोट पहुंची है. झगड़े इसलिए हुए क्योंकि कुछ लोगों को चिकन करी का स्वाद पसंद नहीं आया और अन्य इस बात से नाखुश थे कि उन्हें कितना खाना दिया गया। वर्कला नामक तटीय शहर में एक होटल मालिक की हत्या कर दी गई क्योंकि कुछ लोग उन्हें परोसे गए भोजन से खुश नहीं थे। दूसरी बार, एक ग्राहक को चोट लगी क्योंकि वे अपने भोजन से नाखुश थे। सबसे हालिया घटना में, नौशाद नाम के एक व्यक्ति को ग्राहकों के एक समूह ने पर्याप्त चिकन करी नहीं मिलने पर झगड़े के बाद चोट पहुंचाई। नौशाद को अब एक अस्पताल में चिकित्सा सहायता मिल रही है। उन्हें चोट पहुंचाने वाले लोग भाग गए, लेकिन पुलिस ने उनकी मोटरसाइकिलें ले लीं. एक युवक का चाय की दुकान पर किसी से झगड़ा हो गया क्योंकि उसे परोसे जा रहे भोजन का स्वाद पसंद नहीं आया। लड़ाई बहुत बुरी हो गई और युवक को चोट लग गई और उसे अस्पताल जाना पड़ा. यह शुक्रवार को वर्कला से करीब पांच किलोमीटर दूर मेल्वेटूर नाम की जगह पर हुआ. राहुल नाम का युवक वास्तव में आहत है और परिप्पल्ली मेडिकल कॉलेज अस्पताल नामक अस्पताल में इलाज करा रहा है। झगड़ा इसलिए शुरू हुआ क्योंकि राहुल को दुकान की पजाम पोरी का स्वाद पसंद नहीं आया. राहुल नाम का एक आदमी एक दुकान पर गया और उसने मालिक से कहा कि उसने जो कुछ खरीदा है उसका स्वाद उसे पसंद नहीं आया। वहां अल्ताफ नाम का एक और शख्स भी था और इस बात को लेकर उसकी राहुल से काफी बहस हो गई. बहस के दौरान अल्ताफ ने राहुल की पीठ पर चाकू से वार कर दिया और अपनी कार में बैठकर भाग गया। पुलिस ने अल्ताफ को पकड़कर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि अल्ताफ़ पहले भी क़ानूनी तौर पर परेशानी में रहा है और उस पर किसी की हत्या का आरोप लगाया गया था। अल्ताफ़ अदालत गए और उन्हें हिरासत में रखा गया।

महिला की डिलीवरी अस्पताल में आधी रात को लाइट बंद, मोबाइल फोन और लैंप की रोशनी में हुई।

कल रात, अटेला नामक गाँव की एक महिला अपने बच्चे को लेने के लिए अस्पताल गई थी। जब वह बच्चे को जन्म दे रही थी, बिजली चली गई और डॉक्टरों और अस्पताल कर्मियों को बच्चे को जन्म देने में मदद करने के लिए अपने फोन और लैंप का उपयोग करना पड़ा। हरियाणा के चरखी दादरी के सिविल अस्पताल में बिजली व्यवस्था को लेकर कुछ दिक्कतें हैं. कल रात, एक वीडियो मिला जिसमें दिखाया गया कि अस्पताल में बिजली नहीं थी और डॉक्टरों को प्रसव कराने और मरीजों की जांच करने के लिए मोबाइल टॉर्च और लैंप का उपयोग करना पड़ा। इस बारे में पूछे जाने पर अस्पताल के डॉक्टर कैमरे पर नहीं आना चाहते थे और हमारे सवालों का जवाब देने से बचते रहे। सरकार और जिम्मेदार लोगों का कहना है कि उन्होंने दादरी जिले के अस्पताल की मदद के लिए योजना बनाई है. लेकिन रात के समय अस्पताल में बैकअप बिजली नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती है। इसका मतलब है कि जब बिजली चली जाती है, तो मरीजों को देखने के लिए अपने फोन की टॉर्च का इस्तेमाल करना पड़ता है। कल रात, अटेला नामक गाँव की एक महिला बच्चा पैदा करने के लिए अस्पताल गई थी। जब वह बच्चे को जन्म दे रही थी, बिजली अचानक चली गई, इसलिए डॉक्टरों और नर्सों को बच्चे को जन्म देने में मदद करने के लिए अपने मोबाइल फोन और लैंप का उपयोग करना पड़ा। बिजली चले जाने के बाद भी, डॉक्टरों को अंधेरे में अपने फोन और लैंप का उपयोग करके नोट्स लिखना पड़ा। इससे पता चलता है कि अस्पताल के पास लोगों की ठीक से देखभाल करने के लिए जरूरी चीजें नहीं हैं. महिला के परिवार के सदस्य सुंदरपाल ने कहा कि वे बच्चे के जन्म के लिए अस्पताल गए थे, लेकिन जब बिजली चली गई तो उन्हें अपने फोन और लैंप का इस्तेमाल करना पड़ा। ऐसी स्थिति में मदद के लिए अस्पताल में जनरेटर या अन्य विशेष चीजें नहीं हैं। उनसे कहा गया कि अगर उन्हें बिजली व्यवस्था और सुविधाओं के बारे में पहले से पता होता तो वे दूसरे अस्पताल में जाते. बिजली न होने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल के प्रभारी डॉ. गौरव भारद्वाज मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते थे. एक अन्य डॉक्टर डॉ. नरेंद्र कुमार कैमरे पर नहीं आना चाहते थे और उन्होंने कहा कि बिजली की देखभाल करना उनका काम नहीं है. इस बारे में सवालों का जवाब केवल प्रमुख डॉक्टर ही देंगे। डॉ. कुमार ने यह भी कहा कि अस्पताल में मुख्य जनरेटर खराब हो गया है और उन्होंने इसकी जगह ऑक्सीजन गैस प्लांट से जनरेटर का उपयोग करने की अनुमति मांगी है.

Youtuber की मां और बहन का प्राइवेट वीडियो वायरल, घर में लगा CCTV हो गया हैक, बाथरूम से निकलते वक्त हुआ कैप्चर

इंटरनेट पर वीडियो बनाने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि किसी ने उसके घर में लगे कैमरे को तोड़ दिया, जो उसे सुरक्षित रखने वाला था। उन्होंने पुलिस को बताया कि इस व्यक्ति ने उनकी मां और बहन के निजी वीडियो सभी के देखने के लिए ऑनलाइन साझा किए हैं. कभी-कभी हैकर कहे जाने वाले बुरे लोग कंप्यूटर में सेंध लगाने और निजी जानकारी चुराने या साझा करने का प्रयास करते हैं। वे आम तौर पर बड़ी कंपनियों या महत्वपूर्ण संगठनों के पीछे जाते हैं, लेकिन कभी-कभी वे नियमित लोगों और यहां तक ​​कि प्रसिद्ध लोगों को भी निशाना बनाते हैं। ताजा मामले में, मुंबई में एक यूट्यूबर ने अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए अपने घर पर सुरक्षा कैमरे लगवाए। लेकिन दुर्भाग्य से, किसी ने कैमरे को हैक कर लिया और उसकी माँ और बहन के निजी वीडियो अन्य लोगों के साथ साझा कर दिए। यह एक बड़ा झटका था और YouTuber और उसके परिवार के लिए बहुत परेशानी का कारण बना। एक यूट्यूबर के घर में उसे सुरक्षित रखने के लिए एक कैमरा था, लेकिन किसी ने उसे हैक कर लिया। उन्होंने यूट्यूबर की मां और बहन के निजी वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। यूट्यूबर ने पुलिस को इसके बारे में बताया और अब वे जांच कर रहे हैं। उनके एक दोस्त ने वीडियो देखा और उन्हें इसके बारे में बताया। एक माँ और बहन को गलती से बिना कपड़ों के देखे जाने का एक वीडियो ऑनलाइन साझा किया गया था। किसी ने उनके घर के कैमरे हैक कर इसे रिकॉर्ड कर लिया। यूट्यूबर को पता चला और उसने पुलिस को बताया, जो अब जांच कर रही है। पुलिस कुछ महत्वपूर्ण बातों की जांच कर रही है। उन्होंने पता लगा लिया है कि कैमरा सिस्टम को किसने हैक किया है और जांच कर रहे हैं कि यह कहां से आया। पुलिस ने सोशल मीडिया साइटों से एक वीडियो हटाने के लिए भी कहा।

चलती कार में पैर फैलाकर घुमाया स्टीयरिंग व्हील, लोग बोले- इसलिए भारत नहीं आ रही टेस्ला!

इस वीडियो में कोई बेहद खतरनाक और मूर्खतापूर्ण हरकत कर रहा है. वे सड़क पर बहुत तेजी से कार चला रहे हैं, लेकिन कार चलाने के लिए अपने हाथों का उपयोग करने के बजाय, वे अपने पैरों का उपयोग कर रहे हैं! वीडियो देखने वाले लोगों को यह बहुत मनोरंजक लगता है, लेकिन हमारे लिए यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह सुरक्षित नहीं है और हमें इसे कभी भी स्वयं आज़माना नहीं चाहिए। इंटरनेट पर एक वीडियो है जिसे बहुत सारे लोग देख रहे हैं. इसमें दिखाया गया है कि एक ड्राइवर गाड़ी चलाते समय कुछ बेहद पागलपन भरी हरकतें कर रहा है। कुछ चीजें तो वाकई हैरान करने वाली होती हैं और कुछ बेहद मजेदार। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है और आप भी इसे देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे. वीडियो में ड्राइवर कार को चलाने के लिए अपने पैरों का इस्तेमाल कर रहा है और काफी तेजी से गाड़ी चला रहा है। Teslalto 😭 pic.twitter.com/oDrhYHwphX — Gagan🇮🇳 (@1no_aalsi_) December 13, 2023 वीडियो में कोई चलती कार में बैठा है और अपने पैरों से कार चला रहा है. वे आराम से दिख रहे हैं और ऐसा लगता है जैसे वे समुद्र तट पर आनंद ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि किसी अन्य कार में बैठे किसी व्यक्ति ने इसे फिल्माया है और अब यह ऑनलाइन लोकप्रिय हो रहा है। फिल्म बनाने वाला व्यक्ति पूछता है कि क्या कार टूट गई है या क्या उसे ऐसे ही चलाना चाहिए। वीडियो में शख्स एक ही सीट पर बैठकर कार चलाने के लिए एक हाथ का भी इस्तेमाल करता है. एक शानदार कार स्टंट का वीडियो लोगों को काफी खुश कर रहा है. इसे @1no_aalsi_ उपयोगकर्ता नाम वाले किसी व्यक्ति द्वारा X (ट्विटर की तरह) नामक वेबसाइट पर साझा किया गया था। वीडियो को कई लोगों ने देखा है और पसंद भी किया है. लोग वीडियो पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं. कुछ लोग सोचते हैं कि यह खतरनाक है, जबकि अन्य सोचते हैं कि यह हास्यास्पद है। एक व्यक्ति ने कहा कि यह उन्हें एक प्रसिद्ध कैंडी की याद दिलाता है। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि इसीलिए एक निश्चित कार कंपनी भारत नहीं आएगी। लोग कार के पीछे लिखे शब्दों के बारे में भी बात कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह किसी के सपने जैसा है।