“मानसिक रूप से प्रताड़ित”: नागिन फेम सुरभि चंदना का एयरलाइन पर गुस्सा

टीवी पर अभिनय करने वाली सुरभि ने एक्स पर अपने साथ हुई बुरी घटनाओं के बारे में लिखा। वह नागिन 5 में अपनी भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं। सुरभि चंदना नाम की मशहूर टीवी एक्ट्रेस का विस्तारा नाम की एयरलाइन के साथ बुरा अनुभव रहा। जब वह उनके साथ यात्रा कर रही थी, तो उसका बैग खो गया और हवाई अड्डे पर एयरलाइन के लिए काम करने वाले किसी व्यक्ति ने उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। नागिन 5 नाम के शो से मशहूर सुरभि ने अपने साथ हुई घटना को एक वेबसाइट पर शेयर किया। The WORST AIRLINE award goes to @airvistara A priority bag was offloaded for reasons best known to them.they have wasted the entire day and i still have not been assured if the bag has reached the mum apt or no.. false promises by the incompetent staff horrible delays by airline — Surbhi Chandna (@SurbhiChandna) January 13, 2024 सुरभि चंदना नाम की मशहूर टीवी एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि एयरविस्टारा नाम की एयरलाइन के साथ उनका अनुभव बहुत बुरा रहा। उसने कहा कि उन्होंने बिना किसी उचित कारण के उसका महत्वपूर्ण बैग विमान से उतार दिया। उसे पूरे दिन यह देखने के लिए इंतजार करना पड़ा कि उसका बैग उसकी मां को सही तरीके से दिया जाएगा या नहीं। एयरलाइन बहुत धीमी थी और बहुत सारी समस्याएँ पैदा कर रही थी। उनका मानना ​​है कि लोगों को इस एयरलाइन से उड़ान भरने से पहले बहुत सावधान रहना चाहिए। एयरलाइन ने सुरभि चंदना के संदेश का जवाब दिया और समस्या को ठीक करने में मदद के लिए उनकी बुकिंग के बारे में अधिक जानकारी मांगी। ऐसा ही कुछ एक्ट्रेस राधिका आप्टे के साथ भी हुआ. ऐसा ही कुछ हुआ एक्ट्रेस राधिका आप्टे के साथ एक एयरपोर्ट पर. उन्होंने इंस्टाग्राम पर इस बारे में बात की. उसने कहा कि उड़ान में देरी के बाद, वह और अन्य यात्री विमान को हवाई अड्डे से जोड़ने वाले हिस्से (जिसे एयरोब्रिज कहा जाता है) में फंस गए थे। हालाँकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि यह कौन सी एयरलाइन थी।

यह नामुमकिन है, चीनसे रिश्ते, युद्ध और व्यापार पर एक साथ क्यों बोले जयशंकर…

चीन और भारत में पिछले कुछ समय से उनकी सेनाओं के बीच लड़ाई चल रही है। वे चट्टानों, लाठियों और नुकीले तारों वाले डंडों का उपयोग करते हैं। इससे दोनों पक्षों को उस सीमा पर अधिक सैनिक लाने पड़े जहां वे असहमत थे। विदेश मंत्री ने कहा कि चीन को सीमा समस्या के कारण हमारे देशों के बीच चीजें सामान्य होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि भले ही हम बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन समाधान निकलने में थोड़ा वक्त लग सकता है. उन्होंने सुन रहे लोगों के सवालों के जवाब भी दिये. उन्होंने कहा कि भारत और चीन इस बात पर सहमत नहीं हैं कि उनकी सीमाएँ कहाँ हैं, और उन्होंने बहुत सारे सैनिक इकट्ठा नहीं करने और एक-दूसरे को यह बताने का वादा किया है कि वे क्या कर रहे हैं। लेकिन 2020 में चीन ने यह वादा तोड़ दिया और बहुत सारे सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ले आया, जो वह क्षेत्र है जहां वे दोनों सोचते हैं कि सीमा है। इससे एक समस्या उत्पन्न हुई जिसे गलवान घटना कहा गया। अन्य देशों से बात करने के प्रभारी व्यक्ति ने कहा कि उन्होंने चीन से बात करने के प्रभारी व्यक्ति से कहा कि जब तक वे सीमा पर अपनी समस्याओं को हल करने का कोई रास्ता नहीं ढूंढ लेते, तब तक उन्हें बाकी सब कुछ सामान्य होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक ही समय में एक-दूसरे से लड़ना और व्यापार करना संभव नहीं है. लेकिन वे अभी भी एक-दूसरे से बात कर रहे हैं और समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, भले ही इसमें कुछ समय लग सकता है। विदेश मंत्री ने उस वक्त अहम बात कही जब भारतीय सेना के प्रमुख ने कहा कि सीमा पर हालात स्थिर हैं लेकिन संवेदनशील भी हैं. उन्होंने सीधे तौर पर चीन का जिक्र नहीं किया, लेकिन वह पूर्वी लद्दाख की समस्या के बारे में बात कर रहे थे. सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सैनिकों के साथ तैयार है और वे उतनी ही संख्या में सैनिक वहां रखेंगे। पूर्वी लद्दाख नामक जगह पर हमारी सेना के प्रमुख ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं. सेना और सरकार के लोग सीमा के पास दूसरे देश के साथ हमारी समस्याओं को हल करने की कोशिश करने के लिए बात कर रहे हैं। पिछले साल मई से ही सीमा के पास चीन और भारत के सैनिकों के बीच झड़पें हो रही हैं. उन्होंने लड़ने के लिए चट्टानों, लाठियों और तार वाले डंडों जैसी चीज़ों का इस्तेमाल किया है। इस वजह से, अब सीमा के दोनों ओर बहुत सारे सैनिक हैं, जो इंतज़ार कर रहे हैं और नहीं जा रहे हैं।

ख्वाजा गरीब नवाज के 812वें उर्स में पीएम मोदी ने पेश की चादर, पढ़ें अपने संदेश में क्या कहा

आज हमारे देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर में एक विशेष कार्यक्रम में एक विशेष कपड़ा जिसे “चादर” कहा जाता है, उपहार के रूप में दिया। इस आयोजन को ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स कहा जाता है और यह हर साल होता है। प्रधानमंत्री ने कपड़े के साथ एक संदेश भी भेजा, जिसे उपस्थित सभी लोगों को पढ़कर सुनाया गया। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर के एक पवित्र स्थान पर चादर नामक एक विशेष उपहार दिया। चादर जमाल सिद्दीकी नाम के एक व्यक्ति को दी गई, जिसने इसे पहुंचाने के लिए एक लंबा सफर तय किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले जमाल सिद्दीकी को चादर दी थी और इसके साथ एक संदेश भी भेजा था. इसके बाद जमाल सिद्दीकी और उनकी टीम पवित्र स्थान पर चादर चढ़ाने के लिए अजमेर गए। वहां जाने से पहले उन्होंने एक बड़ा जश्न मनाया. गाजे-बाजे और परेड के साथ चादर को बाजार से दरगाह के बड़े दरवाजे तक ले जाया गया। पुलिस ने चादर को मजार शरीफ नामक पवित्र स्थान पर पहुंचाने में मदद की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना भी की। उनके संदेश को सभी के देखने के लिए एक बड़े पोस्टर पर दिखाया गया था। इस दौरान काफी संख्या में लोग एकत्र हुए। पीएम मोदी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, जो एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक नेता हैं, के सभी अनुयायियों को एक संदेश भेजा। उन्होंने उन्हें एक महत्वपूर्ण अवसर पर बधाई दी और अजमेर शरीफ नामक विशेष स्थान पर आये लोगों को शुभकामनाएँ भेजीं। भारत में इन आध्यात्मिक नेताओं ने लोगों को एक-दूसरे के प्रति अच्छा और दयालु होने के लिए प्रेरित किया है। वे हमें शांति, सद्भाव और एक बड़े परिवार की तरह रहने के बारे में सिखाते हैं। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने इस विशेष परंपरा को जारी रखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि दयालु होने और दूसरों की मदद करने के गरीब नवाज के संदेशों ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है। उनके वार्षिक उर्स को मनाने से हमें विभिन्न संस्कृतियों की सराहना करने में मदद मिलती है और हमारा समाज मजबूत होता है। हमें अपने इतिहास पर गर्व है और हम भारत को और बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का मानना ​​है कि सभी के साथ मिलकर काम करने से हमारा देश बेहतर और बेहतर होता रहेगा। जब मैं दरगाह शरीफ नामक पवित्र स्थान पर एक विशेष शॉल भेजता हूं, तो मैं ख्वाजा जी नामक एक दयालु और महत्वपूर्ण व्यक्ति के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करता हूं। मैं अपने देश के सभी लोगों की खुशी और सफलता के लिए भी प्रार्थना कर रहा हूं। माइनॉरिटी फ्रंट नामक ग्रुप के नेता जमाल सिद्दीकी ने कहा कि हम सभी को शांति से रहना चाहिए और भाई-बहन की तरह रहना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से हमारा देश प्रगति करता रहे और बेहतर होता रहे। इसलिए प्रधानमंत्री को एक संदेश लिखा हुआ खास शॉल दिया गया है. कामना है कि हमारा देश भारत दुनिया में और भी प्रतिष्ठित हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे देश के ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के नेता बनें।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर किया हमला, 3 हफ्ते में दूसरी बार सुरक्षा बलों को बनाया निशाना

कश्मीर पुंछ नामक स्थान पर एक बहुत ही बुरी घटना घटी। कुछ बेहद बुरे लोगों, जिन्हें आतंकवादी कहा जाता है, ने उन सैनिकों पर हमला कर दिया जो उस स्थान को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे थे। तीन हफ्ते में ऐसा दूसरी बार हुआ है. इस बार आतंकियों ने पुंछ नाम की जगह पर एक गाड़ी पर हमला किया जो भारतीय सेना की थी. भारत के पुंछ नामक स्थान पर कुछ बुरे लोगों ने सेना की गाड़ी पर हमला कर दिया। सेना ने जवाबी कार्रवाई की और किसी को चोट नहीं आई, लेकिन वे अभी भी उन बुरे लोगों की तलाश कर रहे हैं जिन्होंने ऐसा किया। Terrorists fired at army vehicles this evening in Khanetar in district Poonch. They manage to flee thereafter. More details are awaited: Official sources#Terrorists #fired #poonchattack — United News of India (@uniindianews) January 12, 2024 पुंछ में एक सड़क के पास पहाड़ी पर किसी ने सेना के वाहन पर गोलीबारी की। सेना के एक बड़े अधिकारी की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी. ऐसा माना जाता था कि 2003 के बाद से राजौरी और पुंछ के इलाके बुरे लोगों से सुरक्षित थे, लेकिन हाल ही में वहां फिर से बड़े हमले हुए हैं। पिछले सात महीनों में यहां 20 भारतीय सैनिक मारे जा चुके हैं. पिछले दो सालों में इन इलाकों में 35 से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं. एक और बुरी घटना हुई जहां कुछ बुरे लोगों ने पहले की तरह ही सेना को नुकसान पहुंचाया। पिछले तीन सप्ताह में ऐसा दो बार हुआ. इससे पहले, सड़क पर बुरे लोगों द्वारा आश्चर्यचकित किए जाने पर कुछ सैनिक घायल हो गए थे और कुछ की मृत्यु भी हो गई थी। इस बार बुरे लोगों ने फिर सेना पर हमला किया, लेकिन इस बार जहां पहला हमला हुआ था, वहां से सेना थोड़ी दूर थी.

अटल सेतु: भारत को मिला सबसे लंबा समुद्री पुल, पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, जानिए ‘अटल सेतु’ की खासियतें

अटल ब्रिज भारत का एक बहुत लंबा पुल है जो समुद्र के ऊपर जाता है। इसकी शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2016 में की थी। इसमें कारों के लिए छह लेन हैं और यह लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा है। पुल का अधिकांश हिस्सा पानी के ऊपर है, लेकिन एक छोटा सा हिस्सा जमीन पर है। यह भारत का सबसे लंबा पुल है और भारत में समुद्र के ऊपर सबसे लंबा पुल है। भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई में एक नया पुल खोला जिसे मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक कहा जाता है। इसे अब ‘अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल ब्रिज’ कहा जाता है। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में कई अन्य परियोजनाओं की भी घोषणा की जिन पर काफी पैसा खर्च होगा. इस पुल को बनाने में 17,840 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई। पीएम मोदी ने दिसंबर 2016 में इस पुल का निर्माण शुरू किया था। यह भारत का सबसे लंबा पुल है और भारत में समुद्र के ऊपर सबसे लंबा पुल है। यह पुल लगभग 21.8 किलोमीटर लंबा है और इसमें कारों के चलने के लिए छह लेन हैं। पुल का करीब 16.5 किलोमीटर हिस्सा समुद्र के ऊपर और करीब 5.5 किलोमीटर हिस्सा जमीन पर बना है। #WATCH | PM Modi inaugurates Atal Bihari Vajpayee Sewari – Nhava Sheva Atal Setu in Maharashtra Atal Setu is the longest bridge in India and also the longest sea bridge in the country. It will provide faster connectivity to Mumbai International Airport and Navi Mumbai… pic.twitter.com/2GT2OUkVnC — ANI (@ANI) January 12, 2024 इस बड़े पुल से लोगों के लिए मुंबई से मुंबई और नवी मुंबई के हवाई अड्डों तक जाना आसान हो जाएगा। इससे पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा भी तेज हो जाएगी। यह पुल जहाजों के लिए मुंबई और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाहों के बीच जाना आसान बनाने में भी मदद करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक लंबी सुरंग का निर्माण शुरू किया जो मुंबई में दो महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ेगी। सुरंग करीब 9.2 किलोमीटर लंबी होगी और इसे बनाने में काफी पैसा खर्च होगा। यह एक महत्वपूर्ण परियोजना है जिससे शहर में परिवहन में सुधार होगा। उन्होंने सूर्या क्षेत्रीय पेयजल परियोजना नामक एक नई परियोजना खोली, जो महाराष्ट्र के पालघर और ठाणे जिलों में लोगों को साफ पानी देगी। इसे बनाने में काफी पैसा खर्च हुआ, लेकिन इससे करीब 14 लाख लोगों को मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने कई नई ट्रेन परियोजनाओं की शुरुआत की. उन्होंने एक जोन के लिए ‘भारत रत्नम’ नामक एक विशेष स्थान भी खोला जहां इलेक्ट्रॉनिक चीजें बनाई और निर्यात की जाती हैं। आभूषण उद्योग में नौकरियों के लिए लोगों को महत्वपूर्ण कौशल सीखने में मदद करने के लिए एक विशेष स्कूल होगा। यह स्कूल दिव्यांग छात्रों की भी मदद करेगा। यह विशेष केंद्र आभूषण उद्योग को बेहतर बनाएगा और हमारे देश में आभूषण बनाने में भी मदद करेगा।

बब्बर खालसा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ एनआईए का मेगा ऑपरेशन, इन 5 राज्यों में छापेमारी, कई हथियार बरामद

पुलिस 32 स्थानों पर गई और कुछ बुरे लोगों को पाया जो अवैध काम कर रहे थे। उन्होंने उनकी बंदूकें, कागजात और पैसे छीन लिए क्योंकि वे बुरे काम कर रहे थे। बदमाशों को गलत काम करने से रोकने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कई राज्यों में बड़ी कार्रवाई की है। तलाशी के दौरान उन्हें ढेर सारे अवैध हथियार, कागजात और पैसे मिले। उन्हें कुछ बंदूकें और गोलियां भी मिलीं। एनआईए इन चीजों की तलाश के लिए 32 अलग-अलग जगहों पर गई और उन्हें ये चीजें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ में मिलीं। ये तीन मामले बुरे लोगों के बारे में हैं जो बीकेआई नामक समूह का हिस्सा हैं। वे अन्य स्थानों से हमारे देश में हथियार और बम लाने जैसे बहुत बुरे काम करते हैं। वे इन हथियारों का उपयोग लोगों को चोट पहुंचाने के लिए करते हैं, जैसे बड़े विस्फोट करना, विशिष्ट लोगों को मारना और दूसरों को पैसे देने के लिए मजबूर करना। ये हमारे देश के अलग-अलग हिस्सों में ये बुरे काम करते हैं. एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को हरविंदर सिंह और लखबीर सिंह संधू नाम के दो लोग मिले हैं जो पंजाब में बुरे काम करने और हथियार लाने की योजना में शामिल हैं। वे अपने दोस्तों को भी बुरे काम करने में मदद करने के लिए अलग-अलग तरीकों से पैसे दे रहे हैं। पुलिस उन बुरे लोगों की तलाश में सात स्थानों पर गई जो अवैध काम कर रहे थे। ये बुरे लोग लॉरेंस बिश्नोई नाम के गैंगस्टर और गोल्डी बरार जैसे उसके दोस्तों के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने सिधू मूसेवाला नामक एक प्रसिद्ध गायक और अन्य महत्वपूर्ण लोगों की हत्या जैसे बहुत बुरे काम किए। उन्होंने व्यवसाय मालिकों और महत्वपूर्ण नौकरी वाले लोगों से भी पैसे लिए।

वीडियो: राजद कार्यकर्ताओं से घिरी महिला ने लगाए नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे, जानें आगे क्या हुआ?

नरेंद्र मोदी समाचार: एक महिला जो नरेंद्र मोदी की जय-जयकार कर रही थी, उसे कुछ लोगों ने घेर लिया जो राजद नामक एक अलग राजनीतिक दल का समर्थन करते हैं। महिला के साथ एक छोटी बच्ची भी थी, लेकिन राजद के लोग उनकी बात से सहमत नहीं हुए और… बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम में कुछ अजीब हुआ. एक महिला थी जो कार्यक्रम के बीच में अचानक नरेंद्र मोदी की तारीफ करने लगी. एक अन्य महिला भी एक छोटी बच्ची के साथ उसके साथ शामिल हो गई। वे नरेंद्र मोदी के जयकारे लगाते हुए ही कार्यक्रम से निकलना चाहते थे. हालांकि, जब राजद नामक राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी की तारीफ सुनी तो वे काफी नाराज हो गये. वे महिला के प्रति अभद्र व्यवहार करने लगे। लेकिन इसके बावजूद महिला लगातार नरेंद्र मोदी के जयकारे लगाती रही. मुजफ्फरपुर: RJD के कार्यक्रम में लगे मोदी जिंदाबाद के नारे। pic.twitter.com/teCDd7ImQa — News18 Bihar (@News18Bihar) January 10, 2024 महिला के साथ एक छोटी बच्ची भी थी, लेकिन एक राजनीतिक दल के कुछ लोग उसके साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। उन्होंने नरेंद्र मोदी नाम के एक शख्स के बारे में भी बुरा-भला कहना शुरू कर दिया. शुक्र है कि न्यूज के लिए काम करने वाले लोग वहां मौजूद थे और उन्होंने महिला और छोटी बच्ची को सुरक्षित होने और वहां से जाने में मदद की. बुधवार को राजद नामक राजनीतिक दल का समर्थन करने वाले लोगों की बैठक हुई. यह मुलाकात मुजफ्फरपुर के गोबरसही स्थित एक होटल में हुई. विशिष्ट अतिथि के रूप में कुमार सर्वजीत नामक सरकारी मंत्री समेत जिले के कई महत्वपूर्ण लोग वहां मौजूद थे. बैठक के दौरान राजद नेताओं ने राष्ट्रीय सरकार के खिलाफ जमकर बातें कहीं. एक कार्यक्रम में मुन्ना यादव नाम के नेता ने बीजेपी पार्टी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लोगों को नौकरी दे रही है, लेकिन बीजेपी पार्टी इसके बदले अक्षत नाम की चीज दे रही है. मुन्ना यादव ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजस्वी यादव नाम के एक और नेता से डरते हैं. तेजस्वी पर ये आरोप तब से लग रहा है जब वो 14 साल के थे. बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि अगर हम बिहार के सभी दलितों को शिक्षित कर दें, जिनके पास घर नहीं है उन्हें घर दे दें और जो बेरोजगार हैं उन्हें नौकरी दे दें तो हम बहुत बड़ा निर्माण कर पाएंगे. भविष्य में मंदिर. यह स्पष्ट नहीं है कि वह किस मंदिर की बात कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजद पार्टी के नेताओं ने कुछ भी गलत या विवादास्पद नहीं कहा है.

नहा रही महिला का बनाया जा रहा था वीडियो, भीड़ ने बिजली के खंभे से बांध कर की पिटाई

एक वीडियो है जिसमें लोगों के एक समूह को एक आदमी को खंभे से बांधते और उसे मारते हुए दिखाया गया है। कर्नाटक के हुबली नामक स्थान पर, लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति को तब बहुत बुरी तरह चोट पहुंचाई जब उन्हें पता चला कि वह अपने घर में स्नान कर रही एक महिला का गुप्त रूप से वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था। किसी ने घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जिसमें आप देख सकते हैं कि स्थानीय लोग उस आदमी को बांध रहे हैं और उसे मार रहे हैं। पुलिस को पता चला कि क्या हुआ था और वह उस स्थान पर गई जहां यह हुआ था। जिस आदमी ने बुरा काम किया उसे पुलिस ने पकड़ लिया और यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर के पास ले गई कि वह ठीक है। एक व्यक्ति सुबह-सुबह एक महिला के घर के पास काम कर रहा था। उन पर आरोप था कि जब महिला नहा रही थी तो उन्होंने अपने फोन का इस्तेमाल कर गुप्त रूप से उसकी रिकॉर्डिंग कर ली। जब महिला को पता चला तो वह चिल्लाई और आसपास रहने वाले लोग उसकी मदद के लिए आए। उन्होंने उस व्यक्ति को पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया. पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और अभी भी जांच कर रही है कि क्या हुआ था।

पंचकुला में सोसायटी में डकैती:पार्सल देने के बहाने फ्लैट में घुसे, फिर बुजुर्ग दंपत्ति को बांधा, नकदी और गहने लूटे

पंचकुला नामक पड़ोस में, कुछ बुरे लोगों ने किसी के घर से पैसे, अंगूठियाँ और एक हार चुरा लिया। तभी एक अन्य दुष्ट व्यक्ति ने उस व्यक्ति की पत्नी से बालियाँ ले लीं। लेकिन जब उन्होंने घर में कैमरा देखा तो वे तेजी से भाग गए। हरियाणा के पंचकुला में पड़ोस में रहने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति के साथ कुछ बुरा हुआ. कुछ लोग पैकेज लाने के बहाने उनके घर आए, लेकिन उन्होंने बुजुर्ग के हाथ, पैर और मुंह को टेप से बांध दिया। उन्होंने चाकू से धमकाते हुए बुजुर्ग के कीमती गहने और कुछ पैसे ले लिए. फिर वे तेजी से भाग गये. एक बार जब पुलिस को यह पता चला कि क्या हुआ था, तो वे उस स्थान पर गए जहाँ यह हुआ था। वे सुराग तलाश रहे थे और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या हुआ था। उन्होंने वीडियो लेने वाले एक विशेष कैमरे की तस्वीरें भी देखीं, और उन्होंने उस व्यक्ति की तस्वीरें भी देखीं जिसने यह किया था। सेक्टर-20 ग्रुप हाउसिंग सोसायटी नंबर 33 नामक जगह पर रहने वाले विनय कक्कड़ ने बताया कि रात करीब 8 बजे वह और उनकी पत्नी घर पर थे। तभी दो लोग आये और दरवाजे की घंटी बजाई. विनय कक्कड़ की पत्नी दरवाजा खोलने गईं, लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. उसने मदद के लिए अपने पति को बुलाया. उसने दरवाज़ा खोला और छोटे-छोटे छेद वाले एक विशेष दरवाज़े के ज़रिए लोगों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं। शख्स के हाथ और पैर चिपचिपे टेप और मजबूत रस्सी से बंधे हुए थे। जिस शख्स पर आरोप लगाया जा रहा है उसने कहा कि वह विनय कक्कड़ के लिए एक पैकेज लाया था. जब विनय ने पैकेज देखने के लिए दरवाजा खोला तो आरोपी अंदर आ गए और विनय का मुंह अपने हाथों से बंद कर दिया। फिर आरोपियों ने विनय को फर्श पर गिरा दिया और उसके हाथ-पैर टेप से बांध दिए. आरोपी के साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने विनय की पत्नी को चाकू दिखाया और कुर्सी पर बैठा दिया. फिर, आरोपी उन्हें दूसरे कमरे में ले गए और उनसे अपने पैसे और गहने देने को कहा। जिस व्यक्ति ने कुछ गलत किया उसने दूसरे व्यक्ति से 4,000 रुपये (पैसे) और कुछ कीमती चीजें ले लीं. एक महिला के कानों से बालियां भी ले गए। लेकिन जब उन्होंने देखा कि एक कैमरा सब कुछ रिकॉर्ड कर रहा है, तो वे तुरंत भाग गए। एक महिला के कानों से किसी ने जबरदस्ती सोने की बालियां उतार लीं, जिससे वह लहूलुहान हो गई। फिर, उसने अपने पति को बंधन से मुक्त कराया और अपने पड़ोसियों को बताया कि क्या हुआ था। जब पड़ोसियों को पता चला तो वे बहुत चिंतित हो गये। उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाया. एक बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि जिन लोगों ने ऐसा किया उन्होंने अपने चेहरे ढके हुए थे और मोटरसाइकिल पर एक अन्य व्यक्ति पास में ही उनका इंतजार कर रहा था. इसके बाद वे तीनों मोटरसाइकिल से भाग गये. फिलहाल, पुलिस और जांचकर्ता उस जगह पर हैं जहां यह घटना हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हुआ था।

फिल्म निर्माता राकेश रोशन समेत 200 लोगों से ठगी, फर्जी सीबीआई अधिकारी को 3 साल की सजा

एक अदालत ने फैसला किया है कि विकलांग व्यक्ति को 3 साल के लिए जेल जाना होगा क्योंकि उन्होंने एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सहित कई लोगों को धोखा दिया है। मामले के प्रभारी एक विशेष वकील ने कहा कि व्यक्ति बेईमान होने के बारे में कानून तोड़ने का दोषी है। एक अदालत ने एक व्यक्ति को पुलिस अधिकारी होने का नाटक करने और एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता सहित कई लोगों को धोखा देने का दोषी पाया। इस वजह से शख्स को तीन साल जेल में गुजारने पड़ रहे हैं। इस तरह के मामलों में विशेषज्ञता रखने वाले न्यायाधीश ने यह निर्णय लिया क्योंकि उस व्यक्ति ने कानून तोड़ा और कुछ बेईमानी की। अदालत में सरकार की ओर से बोलने वाले व्यक्ति, जिसे विशेष लोक अभियोजक कहा जाता है, ने कहा कि अश्विनी शर्मा अदालत में नहीं आ सकते क्योंकि वह विकलांग हैं। इसके बजाय, वह एक वीडियो कॉल के माध्यम से वहां पहुंचने में सक्षम थी। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा कि उनका इस तरह से कोर्ट में रहना ठीक है। हादसे के बाद जिस व्यक्ति पर किसी बात का आरोप लगाया जा रहा है, वह काफी आहत हो गया और अब वह 80 फीसदी काम नहीं कर पा रहा है जो वह पहले करता था. वे अपने परिवार के साथ हरियाणा के पानीपत नामक स्थान पर रहते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या वे व्यक्तिगत रूप से वहां जाने के बजाय वीडियो कॉल के माध्यम से अदालत से बात कर सकते हैं। उन्होंने वादा किया कि वे बाद में यह नहीं कहेंगे कि अदालत का फैसला गलत था क्योंकि वे व्यक्तिगत रूप से वहां नहीं थे। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद वे काफी आहत हुए हैं और व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट नहीं आ सकते. कुछ लोग खुद को पुलिस अधिकारी बताकर दूसरों को पैसे देने का झांसा दे रहे थे। इसमें शामिल लोगों में से एक को पहले ही एक अदालती मामले में दोषी पाया जा चुका है। उन्हें 2011 में प्रसिद्ध अभिनेताओं और धनी व्यवसायियों सहित 200 से अधिक लोगों को बरगलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि वे 2006 से ही अधिकारी होने का नाटक कर रहे हैं।