फुरकान बंगालजई लश्कर-ए-झांगवी का पूर्व कमांडर है, जिसने पाकिस्तान के मशहूर लाल शाहबाजा कलंदर की दरगाह पर वर्ष 2017 में बम धमाके की साजिश में साझेदारी की
लंदन:
ब्रिटेन (Britain) ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (International Human Rights Day) के अवसर पर म्यांमार की सेना और पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन के पूर्व प्रमुख फुरकान बंगालजई पर प्रतिबंध की घोषणा की, जो देश में आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार है. दरअसल, बंगालजई लश्कर-ए-झांगवी (Lashkar-e-Jhangvi) का पूर्व कमांडर है, जिसने पाकिस्तान के मशहूर लाल शाहबाजा कलंदर की दरगाह पर वर्ष 2017 में बम धमाके की साजिश में साझेदारी की. इस मामले में उसे नामजद किया गया है. इस हमले में 70 से अधिक सूफी जायरीनों की मौत हो गई थी.
विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने बताया कि नवीनतम प्रतिबंध ब्रिटेन की धार्मिक आजादी की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराता है. एफसीडीओ में दक्षिण एशिया मामलों के मंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने बताया कि आज के प्रतिबंध मानवाधिकार के गंभीर उल्लंघन और उत्पीड़न को लक्षित करते हैं, जिनमें वे मामले भी शामिल है, जहां पर आम नागरिकों को सरकारी दमन का सामना करना पड़ रहा है और धार्मिक वजह से अनुयायियों को निशाना बनाया जा रहा है या हत्या की जा रही है.
बंगालजई के खिलाफ प्रतिबंध वैश्विक मानवाधिकार प्रतिबंध व्यवस्था के तहत लगायी गई है, जिसका अभिप्राय है कि वह स्वतंत्र तरीके से ब्रिटेन की यात्रा नहीं कर सकता और न ही ब्रिटिश बैंकिंग प्रणली का इस्तेमाल करके सकता है, न ही ब्रिटिश अर्थव्यवस्था का लाभ ले सकता है.