बरेली में मंगलवार सुबह कांग्रेस की मैराथन में भगदड़ मच गई
सुबह 10 बजे हुई इस घटना में इसमें कई बच्चियां भीड़ में दब गईं। दरअसल, मैराथन में भीड़ ज्यादा होने से आयोजक व्यवस्थाओं को संभाल नहीं सके। बिशप मंडल इंटर कॉलेज के मैदान में सुबह 10 बजे दौड़ शुरू होते ही आगे दौड़ रहीं बच्चियां धक्का लगने से गिर गईं।
इसके बाद पीछे से आ रही भीड़ उन पर चढ़ गई। चीख-पुकार के बीच भगदड़ में कई बच्चियां घायल हुई हैं। घटना के कवरेज को लेकर कांग्रेस के नेता मीडियाकर्मियों से बदसलूकी पर उतारू हो गए। शहर की पूर्व मेयर और कांग्रेस नेता सुप्रिया ऐरन से तो हद ही कर दी। उन्होंने कहा कि वैष्णो देवी में भी भगदड़ मच सकती है, तो ये तो बच्चियों की भीड़ है।
मैराथन में 10 हजार बच्चियां शामिल हुई थीं
प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं-लड़ सकती हूं’ मुहिम के तहत यह मैराथन आयोजित की गई थी। सुबह हजारों की संख्या में लड़कियां मैराथन में पहुंच गईं। मैराथन शुरू होते ही भगदड़ मच गई। आगे दौड़ रही कुछ बच्चियां धक्का लगने से गिर गईं। इसके बाद पीछे आ रही भीड़ उन पर गिर पड़ी। कई बच्चियां नीचे दब गईं। इसे देख आयोजकों के हाथ-पांव फूल गए। चीख-पुकार के बीच किसी तरह उन्होंने बच्चियों को बाहर निकाला। इसके बाद ज्यादातर बच्चियों के परिजन उन्हें घर ले गए।
कांग्रेस की महिला नेता के बिगड़े बोल
कांग्रेस की मैराथन रैली को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक के सवाल पर कांग्रेसी नेता मीडिया कर्मियों से ही उलझ गए। पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन ने कहा कि वैष्णो देवी में भगदड़ मच सकती है, तो ये तो बच्चियों की भीड़ है। ये इंसानी फितरत होती है, लेकिन मैं मीडिया कर्मियों से धक्का-मुक्की के लिए माफी मांगती हूं। उन्होंने कहा कि यह साजिश भी हो सकती है। कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश हो सकती है।
इधर, कार्यक्रम में शामिल होने आई ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की नेशनल कोआर्डिनेटर और UP वेस्ट की प्रभारी संगीता गर्ग सफाई देते नजर आईं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम सफल रहा और इसमें करीब 10 हजार बच्चियों ने हिस्सा लिया।