माफिया Ateek Ahmed सोमवार को 1270 किलोमीटर की दूरी महज 23 घंटे 37 मिनट में तय कर नैनी जेल पहुंचा। इस भीषण यात्रा कार्यक्रम के बावजूद, वह पूरी यात्रा के दौरान एक मिनट के लिए भी नहीं सोए। यह अतीक के असाधारण ध्यान और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है, और माफिया समुदाय में सबसे कुशल अपराधियों में से एक के रूप में उसकी स्थिति को रेखांकित करता है।
माफिया सदस्य Ateek Ahmedने लगातार घबराहट और घबराहट के बावजूद साबरमती जेल से नैनी जेल तक की 1270 किलोमीटर की यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की। पूरी यात्रा के दौरान उनका डर उनके चेहरे पर बना रहा और इसे पूरा करने में लगे 23 घंटे 37 मिनट में वे एक मिनट भी नहीं सोए। हालाँकि पूरी यात्रा के दौरान अतीक ने एक बार भी पलक नहीं झपकाई, लेकिन जब वह अंत में नैनी जेल पहुँचा – जहाँ उसकी तलाशी ली गई, तो वह राहत की सांस लेने लगा। आगमन पर उसका वजन और ऊंचाई मापी गई।
जेल अधिकारी बताते हैं कि अतीक को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. यहां एक हेड जेल वार्डर व दो जेल वार्डरों ने जेल के गेट पर मेटल डिटेक्टर से अतीक की तलाशी ली. अतीक को सामान्य जेल का खाना दिया जाएगा, जिससे उसकी लंबी यात्रा के बाद उसके थकने की संभावना है। अपनी यात्रा से थके हुए अतीक ने बैरक में पहुंचते ही अपनी पगड़ी उतार दी और थक हार कर लेट गए। नैनी जेल में सोमवार दोपहर से ही भारी पुलिस बल तैनात था, मीडियाकर्मियों का जमावड़ा था.
हमने मामले पर सावधानीपूर्वक विचार कर निर्णय लिया है कि 17 साल पुराने अपहरण मामले के आरोपियों को 28 मार्च को कोर्ट में पेश किया जाए. हमने नैनी जेल के मेन गेट पर पुलिस बल भी तैनात कर दिया है और बाहरी लोगों का प्रवेश बंद किया जा रहा है. . यह कोर्ट के आदेश के अनुसार है।
प्रयागराज पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स रविवार शाम अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गई। गौरतलब है कि 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अगले ही दिन उमेश पाल की पत्नी की शिकायत पर धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी