प्रतापगढ़ में गोली लगने से घायल एक युवक को पंचर Ambulance से सीएचसी से मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. Ambulance कर्मी ने पिछले पहिये में पंचर देखा तो आनन-फानन में उसे बदलने लगा, लेकिन तब तक घायल युवक एंबुलेंस में ही तड़पता रहा। पंचर एंबुलेंस में एक मरीज के लेटे हुए का वीडियो भी सामने आया है.
प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ Ambulance सेवा भी बदहाल है. इसका उदाहरण सोमवार रात 2 बजे देखने को मिला। रात में गोली लगने से घायल हुए युवक नौशाद को पुलिस बाबा बेलखरनाथ धाम सीएचसी पर लेकर आई थी. प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
नौशाद को सीएचसी में मौजूद 108 Ambulance में शिफ्ट किया गया और अब एंबुलेंस मुश्किल से 10 मीटर ही चली थी कि एंबुलेंस चालक को खड़खड़ाहट की आवाज सुनाई दी, नीचे देखा तो कंडक्टर साइड का पिछला पहिया पंक्चर हो गया.
मरीज दर्द से कराहता रहा, पुलिस पहिया बदलती रही
एम्बुलेंस कर्मी सीएचसी के गेट के पास स्टेपनी डालने की कवायद में लग जाता है और पंक्चर हो गया पहिया खोलने लगता है, लेकिन एम्बुलेंस में मरीज पीड़ित रहता है, उसकी हालत पर किसी का ध्यान नहीं जाता।
वीडियो में चौकाने वाला नजारा देखने को मिल रहा है जब एंबुलेंस के साथ आए पुलिसकर्मी भी पंक्चर वाले पहिए को बदलने का इंतजार करते नजर आ रहे हैं, मरीज को देखकर भी उसे दूसरी एंबुलेंस में ले जाने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. करीब आधे घंटे बाद पुलिस पहिया बदलकर मरीज को उसी एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज ले जाती है.
कहने के लिए 38 Ambulance हैं
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीपी शर्मा ने बताया कि जिले में फिलहाल 108 एंबुलेंस की संख्या 38 है और सभी नई हैं और चालू हैं. 40 पुरानी एंबुलेंस थीं जिन्हें नष्ट कर दिया गया है, जिन्हें सीएचसी में खड़ा किया गया है, उनकी नीलामी होनी है.
अब सवाल यह उठता है कि 38 एंबुलेंस होने के बाद भी पंचर एंबुलेंस का पहिया बदलने के बाद गोली लगने से घायल मरीज को ले जाया गया लेकिन दूसरी एंबुलेंस को नहीं बुलाया गया.
डिप्टी सीएम के दौरे के बाद भी बिगड़े हालात
बता दें कि करीब दो माह पहले प्रतापगढ़ से कौशांबी जाते समय डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का काफिला अचानक प्रतापगढ़ के महेशगंज सीएचसी पर रुक गया. सीएचसी में अव्यवस्था व अव्यवस्था देख डिप्टी सीएम का पारा चढ़ गया था और मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार भी लगी थी. इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की चेतावनी भी दी थी, लेकिन सोमवार की रात सामने आए वीडियो में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर होती दिखाई दी.