Ajmer दरगाह के सामने भड़काऊ भाषण देने वाला गौहर चिश्ती 22 दिन के पुलिस रिमांड पर
Ajmer दरगाह के बाहर भीड़ के सामने भड़काऊ भाषण और नारेबाजी के मामले में आरोपी गौहर चिश्ती को गिरफ्तार कर पुलिस गुरुवार देर रात करीब दो बजे Ajmer लेकर आई। शुक्रवार सुबह एसपी चूनाराम जाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गौहर चिश्ती एक जुलाई को जयपुर से फ्लाइट लेकर हैदराबाद भाग गया था।
इससे पहले और उसके बाद वह कहां-कहां गया, इसकी पूछताछ की जा रही है। हैदराबाद में उसे शरण देने वाले अहसानुल्लाह को भी पकड़ा गया है। उससे भी पूछताछ की जा रही है। गौहर चिश्ती अहसानुल्लाह के फोन से ही राजस्थान में अपने नेटवर्क के लोगों से संपर्क में था।
एसपी ने बताया कि पुलिस ने भेष बदलकर गौहर चिश्ती की रेकी की। कार्रवाई से पहले उसने भागने का प्रयास किया, लेकिन हैदराबाद पुलिस के सहयोग से उसे दबोच लिया गया। उसके फाइनेंशियल अकाउंट और कॉन्टैक्ट के बारे में पड़ताल की जाएगी। हर एंगल से पुलिस जांच करेगी और कोर्ट में पेश कर उसका रिमांड भी लिया जाएगा। उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड में कनेक्शन पर भी उससे पूछताछ होगी।
सरवर चिश्ती के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा, ‘सरवर को पाबंद करने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, इस मामले से एनआईए ने कोई संपर्क नहीं किया। अजमेर मामले की जांच एनआईए नहीं कर रही है।
धार्मिक स्थल से हत्या के लिए उकसाया
कॉन्स्टेबल जयनारायण जाट ने दी रिपोर्ट में बताया कि 17 जून को दोपहर 3 बजे उसकी ड्यूटी निजाम गेट पर थी। इसी दौरान कुछ खादिमों द्वारा गेट पर पूर्व से निर्धारित मौन जुलूस की शर्तों का उल्लंघन करते हुए वहां भाषण दिया। इसके लिए रिक्शे पर लाउड स्पीकर लगाया।
कॉन्स्टेबल ने रिपोर्ट में बताया कि इस दौरान 2500-3000 व्यक्तियों की भीड़ Ajmer दरगाह के सामने थी, जबकि गौहर चिश्ती को पूर्व में समझाइश दी गई थी। इसी दौरान भड़काऊ भाषण के साथ नारेबाजी की गई। ऐसे में उस पर धार्मिक स्थल से हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने और हत्या की अपील करने पर मामला दर्ज किया गया था।उदयपुर हत्याकांड का अजमेर कनेक्शन
उदयपुर में हुए कन्हैयालाल के हत्याकांड के तार भी Ajmer से जुड़े हैं। सूत्रों की मानें तो दरगाह के निजाम गेट की सीढ़ियों पर भड़काऊ नारे लगाने वाले गौहर चिश्ती की जान पहचान कन्हैया के हत्यारों रियाज और गौस से थी। तीनों के बीच बातचीत होती रहती थी। मुलाकात के 10 दिन बाद ही उदयपुर में कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई।
सूत्रों के मुताबिक दोनों हत्यारे कन्हैयालाल की हत्या के बाद राजसमंद के रास्ते अजमेर आने वाले थे। यहां दोनों की मुलाकात गौहर चिश्ती से होनी थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही दबोच लिया। पिछले लंबे समय से कन्हैयालाल के हत्यारों की बातचीत गौहर से हो रही थी। हत्यारों के अजमेर कनेक्शन को लेकर अजमेर पुलिस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं।
चार आरोपी किए गिरफ्तार
पुलिस ने वीडियो के आधार पर पहले अजमेर के रहने वाले चार आरोपियों ताजिम सिद्धिकी(31) पुत्र नईम खान, फखर जमाली(42) पुत्र सैयद मोहम्मद जुबेर जमाली, रियाज हसन दल(47) पुत्र हसन और मोईन खान(48) पुत्र स्व. शमशूदीन खान को गिरफ्तार किया था। चारों आरोपी फिलहाल हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हैं।