Air India के लिए सरकार को मिली फाइनल पेमेंट
केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
केंद्र सरकार से फाइनल पेमेंट मिलने के बाद आज से Air India कंपनी टाटा ग्रुप की हो गई है. करीब 69 साल पहले टाटा से एयर इंडिया कंपनी को लेने के बाद उसे अब फिर टाटा ग्रुप को सौंपा जा रहा है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि एयर इंडिया को टाटा ग्रुप में वापस पाकर हम पूरी तरह से खुश हैं. हम विश्व स्तरीय एयरलाइन के रूप में सभी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं.
सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में एयर इंडिया की बिक्री के लिए टाटा समूह के साथ 18,000 करोड़ रुपये में शेयर खरीद समझौता किया था. सौदे में एयर इंडिया एक्सप्रेस और उसकी इकाई एआईएसएटीएस की बिक्री भी शामिल है.
हस्तांतरण प्रक्रिया से पहले, 24 जनवरी को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एयर इंडिया लिमिटेड और एआई एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) द्वारा और उनके बीच एयरलाइन की संपत्तियों के हस्तांतरण के लिए किए गए समझौते की रूपरेखा को अधिसूचित किया. एआईएएचएल की स्थापना 2019 में सरकार ने एयर इंडिया समूह की ऋण और गैर-प्रमुख संपत्ति रखने के लिए की थी.
एयर इंडिया की चार अनुषंगी – एयर इंडिया एयर ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड, एयरलाइन अलाइड सर्विसेस लिमिटेड, एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेस लिमिटेड और होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ-साथ गैर प्रमुख संपत्तियों आदि को विशेष प्रयोजन इकाई में स्थानांतरित किया गया था.
बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में ऋणदाताओं का एक संघ घाटे में चल रही विमानन कंपनी एयर इंडिया के सुचारू परिचालन के लिए टाटा समूह को ऋण प्रदान करने पर सहमत हो गया है. सूत्रों ने बताया कि एसबीआई के नेतृत्व वाला कंसोर्टियम एयर इंडिया की आवश्यकताओं के अनुसार निश्चित अवधि और कार्यशील पूंजी ऋण दोनों देने पर सहमत हो गया है. सूत्रों के अनुसार पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित सभी बड़े ऋणदाता कंसोर्टियम का हिस्सा हैं.