पुणे में एक दुष्ट व्यक्ति पवित्र व्यक्ति होने का दिखावा कर रहा था। उन्होंने किसी को यह वादा करके ढेर सारे पैसे देने का झांसा दिया कि एक विशेष समारोह में ढेर सारा पैसा बरसेगा। परन्तु यह सब झूठ था, और दुष्ट व्यक्ति पैसे लेकर भाग गया।
एक समय की बात है, पुणे में एक युवक रहता था। उसे जादू-टोना करना बहुत पसंद था। लेकिन उस पर बहुत सारा पैसा पाने का जुनून सवार हो गया। एक दिन एक तांत्रिक नामक चालाक व्यक्ति ने उसे बेवकूफ बना दिया। तांत्रिक ने कहा कि अगर युवक उसे 5 लाख रुपये देगा तो वह बदले में उसे और भी पैसे देगा. लेकिन अफसोस की बात यह है कि युवक को इसके बदले 18 लाख रुपये का नुकसान हो गया। यह कहानी हमें सिखाती है कि पैसों का बहुत अधिक लालच करने से कभी-कभी बुरी चीजें भी घटित हो सकती हैं।
विनोद परदेशी की मुलाकात एक ऐसे व्यक्ति से हुई जो खुद को बाबा कहने का ढोंग करता था। विनोद के दोस्त ने उसे ऐरा शोब नाम के इस फर्जी बाबा से मिलवाया. नकली बाबा ने विनोद को अघोरी पूजा नामक एक विशेष प्रार्थना करने के लिए कहा, यह वादा करते हुए कि इससे बहुत सारा पैसा आएगा। जब वे प्रार्थना कर रहे थे, कुछ पुलिस अधिकारी आये और बाबासाह तरूण नामक एक अन्य व्यक्ति पर हमला कर दिया। उन्होंने प्रार्थना के लिए रखे गए 18 लाख रुपये भी चुरा लिए।
जब परदेशी को पता चला कि एक फर्जी बाबा ने इस पूरे बुरे काम की योजना बनाई है, तो वह पुलिस स्टेशन गया। पुलिस अब भोंदू बाबा ऐरा शोब, माधुरी मोरे, रॉकी वैद्य और किशोर पंडागले समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुणे शहर में अक्सर घोटाले होते रहते हैं जहां लोग पैसे के लिए दूसरों को बरगलाने की कोशिश करते हैं। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति नाम का एक समूह है जो लंबे समय से लोगों को इन घोटालों के बारे में आगाह करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन दुर्भाग्य से, कुछ लोग अभी भी धोखा खा जाते हैं क्योंकि वे अधिक पैसा प्राप्त करना चाहते हैं। इसलिए इस घटना के बाद भी पुणे में पुलिस सभी को सावधान रहने और लालची न होने के लिए कह रही है।