नागपुर भारी वर्षा: नागपुर में भारी बारिश ने शहर में तबाही मचा दी है। शहर के कई महासागरों में बाढ़ (नागपुर बाढ़) आ गई है। इस बीच महाराष्ट्र के प्रमुख राक्षसों ने रविवार को नागपुर में बाढ़ प्रभावितों का दौरा किया।
महाराष्ट्र के नागपुर शहर में भारी बारिश (नागपुर भारी वर्षा) हुई है। जिसके बाद सिटी लेक में पट्टियाँ हो गईं। सड़क से लेकर मकान तक में पानी घुस गया और मधुमेह की स्थिति बन गई। राहत और बचाव अभियान के लिए भारतीय सेना को बुलाया गया है। लगातार बारिश के कारण जंगलों में गंभीर गिरावट आई है।
#WATCH | Maharashtra: Several vehicles damaged after heavy rainfall and a flood-like situation in parts of Nagpur; visuals from Corporation Colony area pic.twitter.com/sivuOyKBq8
— ANI (@ANI) September 24, 2023
मौसम विभाग ने नागपुर में बारिश की संभावना जारी की है। चमक और चमक के साथ मूसलाधार बारिश शहर में जारी है। शहर और आसपास के क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। कई इलाक़ों में 1 से 4 फ़ुट तक पानी भर गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की दो-दो टुकड़ियों ने बाढ़ से प्रभावित 140 लोगों को नेपाल से सुरक्षित निकाला, उन्होंने बताया और कहा कि विकलांग 40 छात्र भी वहां से निकले हैं।
वस्तुतः हो कि शनिवार से नागपुर में रुक-रुक कर वर्षा जारी हो। बाढ़ से पीड़ित लोगों की मदद करने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए सेना के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ नागपुर पुलिस, फायर ब्रिगेड और अन्य एजेंसियों को तैनात किया गया है। नागपुर शहर के कई महासागरों में बड़े पैमाने पर जलजमाव की खबर है। इसमें शंकर नगर, पंचशील चौक, सीताबर्डी, अंबाझरी, कांचीपुरा, इतवारी, लकड़गंज, धरमपेठ, मेकोसाबाग, सदर, कॉटन मार्केट और आसपास के इलाके शामिल हैं।
भारी बारिश से आई बाढ़ की वजह से 53 साल की महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के स्मारकों में शनिवार देर शाम को प्रत्येक मृतक के कंकाल को चार लाख के स्टॉकिस्टों की सूची में शामिल करने की घोषणा की गई। वहीं, अंशकालिक देवेन्द्र विस्थापित ने रविवार को नागपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। बटरफ्लाई ने शहर के सबसे बड़े संगठन अंबाझारी झील के आसपास के बाढ़ पीड़ित परिवार से बातचीत करने के लिए घर का दौरा किया।