प्रेमिका से मिलने आया था प्रेमी, कमरे में साथ में खास पल बिता रहे थे दोनों, गांव वालों ने बाहर से लगा दिया ताला, फिर…
एक समय की बात है, बिहार में एक लड़का और एक लड़की प्यार में थे। जब वे एक कमरे में एक साथ थे तो ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया। ग्रामीणों ने घर को बाहर से बंद कर दिया और लड़की के परिवार को घटना के बारे में बताया। अंत में गांव वालों ने लड़के और लड़की की शादी करा दी. बिहार में एक विशेष परिस्थिति में एक लड़का और लड़की जो एक दूसरे से प्यार करते थे, एक कमरे में एक साथ पाए गए। इसके बाद ग्रामीणों ने घर पर ताला लगा दिया और लड़की के परिवार को बताया। जवतारी नामक गांव में रामसेवक नाम का लड़का अपनी प्रेमिका आरती से मिलने आया और गांव वालों ने उनकी शादी करा दी. रामसेवक नाम का लड़का अपनी प्रेमिका आरती से मिलने उस समय गया जब वह घर पर अकेली थी। जब उनके गांव के लोगों को पता चला कि रामसेवक आरती के साथ है, तो उन्होंने दरवाजा बंद कर बाहर से ताला लगा दिया. उन्होंने आरती के परिवार को इसके बारे में बताया और जल्द ही बहुत सारे लोग इकट्ठा हो गए। गांव वालों से बातचीत के बाद रामसेवक और आरती ने उन्हें बताया कि वे एकदूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं. इसलिए, ग्रामीणों ने उनके लिए अपने घर के आंगन में शादी करने का फैसला किया। जानकारों का कहना है कि रामसेवक सोमवार को शादी करने की योजना बनाकर आरती के घर आया था. आरती के घरवाले बाहर गए हुए थे, इसलिए वे घर के अंदर बातें कर रहे थे. फिर, सभी गाँववाले एक साथ आए और उनके लिए एक शादी का आयोजन किया। एक बार की बात है, दो लोगों ने गलती से एक-दूसरे को अपने फोन पर कॉल किया और दोस्त बन गए। वे हर दिन अधिक से अधिक बातें करते थे और अंततः व्यक्तिगत रूप से मिलते थे। उन्हें प्यार हो गया और उन्होंने अपने रिश्ते को आरती के पिता से छुपाकर रखा। लेकिन एक दिन गांव वालों ने उनके घर पर एक लड़के को देखा और उन्हें उनके प्यार के बारे में पता चला। इस कहानी में एक गांव के लोगों को पता चला कि एक लड़का आरती नाम की लड़की के घर पर है. उन्होंने देखा कि दरवाजा बंद है और ताला लगा हुआ है, बाद में उन्हें पता चला कि लड़के और लड़की ने शादी कर ली है. कई लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि दिन में अपनी प्रेमिका से मिलने आए लड़के को गांव वालों ने कैसे पकड़ लिया और कैसे उनकी शादी करा दी गई.
राह कपूर तस्वीरें: रणबीर कपूर और आलिया भट्ट ने पहली बार अपनी बेटी को दुनिया को दिखाया, वह क्यूटनेस का भंडार है।
रणबीर कपूर और आलिया भट्ट पहली बार अपनी बच्ची राह कपूर को सभी को दिखा रहे हैं। राहा की आंखें नीली हैं और वह बहुत प्यारी है। जब आप उसे देखेंगे तो शायद आपको भी उससे प्यार हो जाएगा क्योंकि वह बहुत प्यारी है. रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की एक बेटी है जिसका नाम राहा कपूर है। वे उसे कैमरे से दूर रखना चाहते थे, लेकिन क्रिसमस पर उन्होंने उसे सभी को दिखाने का फैसला किया। उन्होंने मीडिया के सामने राहा के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। राहा अपने दादा राज कपूर की तरह नीली आंखों वाली बेहद क्यूट हैं। वह प्यारी है और लोग उसका प्यार दिखाने से खुद को नहीं रोक पाते। अपने बच्चे के जन्म के बाद, रणबीर और आलिया ने मुंबई में फोटोग्राफरों से उनकी बेटी की कोई भी तस्वीर न लेने के लिए कहा। उन्होंने अपनी बेटी को फोटोग्राफरों से भी मिलवाया और उनसे उसकी तस्वीरें न लेने के लिए कहा। इसके बाद से उनकी बेटी की कोई भी तस्वीर मीडिया में नहीं दिखाई गई. लेकिन अब जब उनकी बेटी एक साल की हो गई है तो ये दोनों मशहूर लोग क्रिसमस पर पहली बार अपनी बेटी के साथ कैमरे के सामने आए. View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani) तस्वीरों में आपको भी लगेगा राहा बेहद क्यूट लग रही हैं. आलिया ने अपनी छोटी बेटी को गुलाबी रंग की पोशाक पहनाई। राहा ने अपने बालों में दो छोटी-छोटी चोटियां बनाई हुई हैं। वीडियो में हम देख सकते हैं कि रणबीर और आलिया अपनी बेटी से कितना प्यार करते हैं और उसका कितना ख्याल रखते हैं। वे उस पर बहुत ध्यान देते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि उसके पास वह सब कुछ हो जो उसे चाहिए। हाल ही में आलिया भट्ट करण जौहर द्वारा होस्ट किए जाने वाले टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ में पहुंची थीं। शो में आलिया ने बताया कि कैसे वह और रणबीर कभी-कभी अपनी बेटी राहा के साथ समय बिताने को लेकर बहस करते हैं। आलिया ने यह भी बताया कि जब से राहा का जन्म हुआ है, तब से रणबीर उसकी देखभाल के लिए बहुत समर्पित हैं। आलिया और रणबीर ने पिछले साल 14 अप्रैल को अपने घर में ही शादी की थी और इसके बाद 6 नवंबर को आलिया ने अपनी बेटी राहा को जन्म दिया।
इस होनहार अभ्यर्थी ने पांच लाख रुपये लेकर दूसरे अभ्यर्थी की जगह दी परीक्षा, एक साल तक छिपता रहा, अब…
अजमेर पुलिस ने एक ऐसे शख्स को पकड़ा है जो खुद को कोई और बताकर उनसे टेस्ट लेने के लिए मोटी रकम लेता था. इस व्यक्ति ने संस्कृत शिक्षक की नौकरी के लिए परीक्षा दी, लेकिन पुलिस को पता चल गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अजमेर में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को पकड़ा है जिसने एक अहम परीक्षा में खुद को कोई और बताकर परीक्षा दी थी. ऐसा करने के लिए उन्होंने इस व्यक्ति से बहुत सारे पैसे लिए। पुलिस अब इस व्यक्ति से कई सवाल पूछ रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें और कौन शामिल था। जिस व्यक्ति को परीक्षा देनी थी उसे भी पुलिस ने पकड़ लिया है. वे अब उस शख्स से गंभीरता से पूछताछ कर रहे हैं जिसने उनके जैसा होने का नाटक किया था. वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत माध्यमिक शिक्षा विभाग की परीक्षा पिछले साल 26 दिसंबर को आयोजित की गई थी। रामप्रसाद मीना नाम के व्यक्ति ने परीक्षा दी. उनके दस्तावेजों की जांच की गई, लेकिन उनकी फोटो में दिक्कत थी. पात्रता जांच के दौरान कोई नया व्यक्ति सामने आया। आरपीएससी अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने इसकी रिपोर्ट लिखी। उन्होंने कहा कि 26 दिसंबर को परीक्षा के दौरान दूसरे व्यक्ति की जगह किसी और ने परीक्षा दी. जब उन्होंने जाँच की कि क्या उस व्यक्ति को परीक्षा देने की अनुमति है, तो एक अलग व्यक्ति सामने आया। उन्होंने जांच शुरू की और पता चला कि किसी ने उनके लिए परीक्षा देने के लिए किसी और को 5 लाख रुपये का भुगतान किया था। बाड़मेर नामक स्थान से हेमेन्द्र नामक व्यक्ति ने स्वयं को किसी चीज़ का उम्मीदवार बताया। पुलिस ने हेमेंद्र की तलाश की और वह मिल गया. वे अब उससे यह पता लगाने के लिए सवाल पूछ रहे हैं कि उसके समूह में और कौन शामिल था। उन्होंने रामप्रसाद नाम के एक अन्य व्यक्ति को पहले ही पकड़ लिया था जो खुद को उम्मीदवार बता रहा था. यह जानना जरूरी है कि पिछले कुछ सालों में राजस्थान में टेस्ट पेपर लीक होने के कई मामले सामने आए हैं। पेपर लीक करने वाले ये ग्रुप हेमेंद्र जैसे लोगों को मोटी रकम लेकर परीक्षा भी देते हैं.
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ा कोविड संक्रमण, 50 नए मामले आए सामने, नए सब वेरिएंट JN.1 के 9 मामले.
भारत के एक स्थान महाराष्ट्र में, कोविड-19 नामक बीमारी के 50 नए मामले पाए गए। इनमें से कुछ मामले जेएन.1 नामक बीमारी के एक प्रकार के हैं। महाराष्ट्र में अब इस तरह के 10 मामले हैं. JN.1 वाले लोग महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों, जैसे ठाणे शहर और पुणे शहर से हैं। इनमें कुछ ग्रामीण इलाके के लोग भी हैं. ठाणे में एक व्यक्ति ने बताया कि शहर में 28 बीमार लोग कोविड-19 का इलाज करा रहे हैं। कल महाराष्ट्र में 50 और लोग कोरोना वायरस से बीमार हो गए. इसका मतलब है कि प्रकोप शुरू होने के बाद से राज्य में कुल 81,72,135 लोग संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी कहा कि नए मामलों में से 9 नए प्रकार के वायरस थे जिन्हें जेएन.1 कहा जाता है। राज्य में वायरस के इस नए प्रकार के कुल मिलाकर 10 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इस नए प्रकार के वायरस से पीड़ित सभी लोग बेहतर हो गए हैं। JN.1 वाले कुछ लोग ठाणे शहर, पुणे शहर और पुणे जिले, अकोला शहर और सिंधुदुर्ग जिले के अन्य स्थानों से थे। बीमार होने से पहले एक व्यक्ति ने अमेरिका की यात्रा की थी। ठाणे शहर में, 28 लोग ऐसे हैं जिन्हें कोविड-19 है। उनमें से दो अस्पताल में हैं, लेकिन अन्य की देखभाल घर पर ही की जा रही है। हाल ही में, उन्होंने कोविड-19 के लिए 20 नमूनों का परीक्षण किया, और उनमें से पांच में जेएन.1 नामक एक अलग प्रकार का वायरस दिखा। इस JN.1 वायरस से पीड़ित लोगों में से एक महिला है। सौभाग्य से, उनमें से कोई भी अस्पताल में नहीं है। ठाणे नगर आयुक्त और नवी मुंबई आयुक्त ने महत्वपूर्ण लोगों के साथ बैठक कर कोरोना वायरस से कैसे निपटा जाए इस पर चर्चा की. उन्होंने अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भी इस वायरस को लेकर बैठक की और सभी को शांत रहने और सावधान रहने को कहा. जेएन.1 नामक कोविड-19 का नया संस्करण तेजी से फैल रहा है और अधिक लोगों को बीमार कर रहा है। लेकिन चिंता न करें, इससे लोग बहुत बीमार नहीं पड़ रहे हैं या उन्हें अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं पड़ रही है। इसमें ज्यादातर बुखार, खांसी, सर्दी, गले में खराश, नाक बहना और शरीर में दर्द जैसे लक्षण होते हैं।