India vs Bharat Controversy के बीच एसएस राजामौली ने की नई बायोपिक की घोषणा, टाइटल है मेड इन इंडिया, देखें टीजर

India vs Bharat Controversy के बीच एसएस राजामौली ने अपनी नई फिल्म मेड इन इंडियन शीर्षक की घोषणा की: एसएस राजामौली (एसएस राजामौली) ने आर. ओमेगा वे महेश बाबू के साथ फिल्म का निर्माण कर रहे हैं जिसके लिए आप सबको इंतजार करना होगा। इसी बीच उन्होंने अपनी नई फिल्म मेड इन इंडिया का लॉन्च किया है और एक्स पर इसका अनाउंसमेंट होता है ही मूवी लवर्स का उत्साह देखने को मिलता है। फिल्म निर्माता एसएस राजामौली (एसएस राजामौली) एक ऐसे निर्देशक हैं जिनके साथ काम करने के लिए हर एक स्टार का सपना होता है। हालाँकि, उनके साथ जो भी सेलेब्रिटी काम करना चाहते हैं, उन्हें कम से कम 5 साल तक अपने साथ ले जाएंगे, फिर किसी को वे साइन करते हैं। हालाँकि, यह भी शानदार है कि उनकी फिल्म बहुत देर से आई लेकिन ब्लॉकबस्टर जरूर होगी! आने वाले वक्त में राजामौली प्राइवेट लिमिटेड के लिए चमत्कारिक फिल्में रिलीज होने वाली हैं और समय-समय पर उनके प्रोजेक्ट्स का लॉन्च होता रहता है। मंगलवार (19 सितंबर) की सुबह उन्होंने एक आश्चर्यजनक घोषणा (आश्चर्यजनक घोषणा) की, जब उन्होंने ‘भारतीय सिनेमा पर क्लासिक’ का विमोचन किया। इसका टीज़र भी जारी किया गया है। जी हां, इस आर्कियोलॉजी फिल्म को डायरेक्टोरियल डायरेक्टर द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है, आईबीए आर आर्क, बली फिल्में और इसी तरह की ब्लॉकबस्टर फिल्में दी गई हैं। When I first heard the narration, it moved me emotionally like nothing else. Making a biopic is tough in itself, but conceiving one about the FATHER OF INDIAN CINEMA is even more challenging. Our boys are ready and up for it..:) With immense pride,Presenting MADE IN INDIA… pic.twitter.com/nsd0F7nHAJ — rajamouli ss (@ssrajamouli) September 19, 2023 इंडिया वर्सेज भारत की बहस के बीच राजामौली ने मेड इन इंडिया का ऐलान कियाअपने एक्स (पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) को खाते में डालते हुए राजामौली ने लिखा, ‘जब मैंने पहली बार कहानी सुनी, तो मुझे सीधे तौर पर इतना प्रभावित किया कि पहले कोई और चीज नहीं आई। एक रिपब्लिकन बनाना आपके लिए कठिन है, लेकिन भारतीय सिनेमा के जनक के बारे में कल्पना करना और भी मुश्किल है। हमारे लड़के इसके लिए तैयारी कर रहे हैं और बेहद गर्व के साथ मेड इन इंडिया (भारत में निर्मित) पेश कर रहे हैं।’ गौर करने वाली बात ये है कि राजामौली ने मेड इन इंडिया का लॉन्च तब किया था जब इंडिया वर्सेज भारत पर बकवास थी। मोदी सरकार ने हमारे देश को भारत बनाने के लिए जोर दिया है और कई सहयोगियों ने भी इससे सहमति जताई है। इसी के बीच राजामौली ने फिल्म के इतिहास को इंडिया में जोड़ा है। राजामौली की मेड इन इंडिया का लॉन्च सुन क्रेजी हुए शौकीनराजामौली के एक्स पोस्ट को पढ़ने के बाद नेटिज़न्स की एक्साइटमेंट यी उत्साह देखती ही बनती है। एक ने लिखा, ‘मास्टरपेस का इंतजार’, जबकि दूसरे ने लिखा, ‘भारतीय सिनेमा का गौरव, मेड इन इंडिया का सिनेमा बन रहा है।’ कुछ नेटिज़न्स ने यह भी अनुमान लगाया कि यह फिल्म भारतीय सिनेमा के जनक (भारतीय सिनेमा के जनक) हैं। ) कहे जाने वाले दादा साहब फाल्के की बायोपिक (दादा साहब फाल्के की बायोपिक) हो सकती है। मेड इन इंडिया वरुण गुप्ता द्वारा निर्मित पहली फिल्म होगी, जो कई वर्षों तक भारतीय सिनेमा से जुड़े रहे हैं क्योंकि उन्होंने कंपनी मैक्स एंड इनोवेशन के तहत फिल्मों का विपणन किया है। उन्होंने अपने स्टूडियो का नाम भी मैक्स स्टूडियो रखा है, जिसे उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में लॉन्च किया है।

छत्तीसगढ़: रायगढ़ में बड़ी बैंक डकैती, मैनेजर को दिखाया चाकू, 7 करोड़ रुपये लेकर भागे बदमाश

रायगढ़ बैंक डकैती: रायगढ़ के एक्सिस बैंक में डकैतों ने मैनेजर को लूटा, करीब 7 करोड़ की डकैती की। फिर मशीन से बच्चा हो गया. अब ये पूरी घटना का खुलासा हो रहा है. पुलिस वीडियो के आधार पर जांच में प्रकाशित किया गया है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में नकाबपोश बदमाश ने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में बड़ी बैंक डकैती को अंजाम दिया। रायगढ़ में ऐसी ही बड़ी डकैती सामने आई है। डकैतों ने पहले बैंक मैनेजर को चाकू मारा। फिर करीब 7 करोड़ रुपए लेकर बैंक हो गए। वहीं इस घटना के बाद शहर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर रखी जा रही है। नाकेबंदी कर पोस्टर की तलाश जारी है। असलहा, ढिमरापुर रोड पर स्थित एक्सिस बैंक में कस्टमर बैरियर पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम देते हुए करीब 7 करोड़ की डकैती कर डाली। फिल्मी स्टाइल में घटी यह घटना मंगलवार सुबह 8:45 मिनट की है, जब बैंक मैनेजर और कर्मचारी बैंक के दफ्तर के बाद अपने काम की तैयारी कर रहे थे। अचानक 5 से 6 डकैत बैंक में घुसकर बैंक मैनेजर और स्टाफ को बंधक बनाने की घटना को अंजाम दिया गया। बैंक मैनेजर को मारा चाकूबैंक में अचानक घुसे 5 से 6 डकैतों ने सबसे पहले सभी बैंक दस्तावेजों को एक तरफ कर दिया। फिर मैनेजर से लॉकर की चाबी की मांग की गई. इसके बाद मैनेजर ने चाबी छीन ली, जिस पर डकैतों ने बैंक मैनेजर के हाथ पर चाकू मार दिया। हमले में मैनेजर बुरी तरह घायल हो गया. वहीं इस संपूर्ण डकैती के टाइम बैंक परिसर में कर्मचारियों के साथ आम लोग भी मौजूद थे, जिनमें डकैतों ने एक कमरे में बंद कर दिया था। 7 करोड़ की डकैतीअब तक मिली जानकारी के मुताबिक 7 करोड़ रुपये की डकैती की बात सामने आ रही है. घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पुलिस द्वारा शहर में जगह-जगह नाकेबंदी की गई। वहीं बैंक के पास डॉग स्क्वायड और पुलिस जांच चालू कर दी गई है। बता दें कि कुछ साल पहले भी रायगढ़ के बैंक ऑफ बड़ौदा में डकैतों ने इसी तरह की डकैती की घटना को अंजाम दिया था। इस केस में सभी सरकारी बरी हो गए थे। अब देखिए यह कैसे रहता है यह चोर पुलिस की गिरफ्त में।

कनाडा की ओछी हरकत…चीन-पाकिस्तान ने भी कभी नहीं किया ऐसा, भारत ने दिया करारा जवाब!

भारत कनाडा तनाव: कनाडा दूतावास में रेलवे भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी का नाम कनाडा की सरकार ने जगाहिर कर दिया है। आम तौर पर यह परंपरा है कि किसी अन्य देश के खुफिया अधिकारी का नाम शामिल नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि किसी कंपनी और दुकान ने भी भारत के किसी रॉ ऑफिसर का नाम शेयर नहीं किया है। खालिस के समर्थक कनाडा से भारत के रिलेटिव्स के सबसे प्यारे डॉयटर पर पहुंच गए। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की सरजमीं पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निजजर की हत्या का आरोप भारतीय सुरक्षा एजेंसी पर लगाया था। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए कनाडा ने एक ऐसी हरकत की है, जो कभी और चीन जैसे विरोधी राष्ट्र ने भी आज तक नहीं की थी। कनाडा ने भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी पवन कुमार राय का नाम जान उजागर कर दिया। भारत ने कई बार पहले भी चीन और दुकानों के गोदामों का निरीक्षण किया था, लेकिन कभी भी उनकी खुफिया एजेंसी के अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया गया। यहां तक ​​कि भारत के कट्टर विरोधी देशों की कंपनियों और कंपनियों ने भी इस तरह की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों का नाम कभी उजागर नहीं किया। कनाडा की इस ओछी हरकत की हर कोई आलोचना कर रही है। खुफिया एजेंसी के अधिकारी को लेकर चल रही है परंपरा?यह एक पुरानी परंपरा है कि अन्य देशों में मौजूद दूतावासों में खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी की मध्यस्थता की जाती है। इस बात की जानकारी केवल उस देश की सरकार को ही दी जाती है, जहां यह दूतावास होता है। यह परम्परा चल रही है कि कभी भी उक्राट देश के इस अधिकारी का नाम सामने नहीं आता है। यह पहला मौका है जब कनाडा ने भारतीय एजेंसी के अधिकारी पवन कुमार राय का नाम जगजाहिर कर ओझी मान्यता की है। पवन कुमार राय को अपने देश से वापस लिए गए कनाडा ने भारत वापसी का आक्षेप लगाया है। भारत ने भी दिया करारा जवाबकनाडा की इस ओछी हरकत का भारत सरकार की तरफ से भी जवाब दिया गया. भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडा के खुफिया अधिकारी ओलिवियर सिल्वे स्टार्स को निर्दोष करार दिया है। शेष पांच दिनों के अंदर भारत आउटलुक का ऑर्डर जारी हो गया है। भारत सरकार ने कनाडा के सभी सहयोगियों को ब्लॉग और बेबुनियाद पर अधिकार दिया है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कनाडा सरकार के अनुयायियों को वोट दिया गया और बेबुनियाद पर अधिकार दिया गया। साथ ही एकलव्य भारत विरोधी कम्युनिस्ट पार्टी में लिगुप्त खालिस्तानी इंस्टीट्यूट पर एक्शन लेने की सलाह दी गई।