Rinku Singh ने अपने 5 छक्कों से शाहरुख खान को प्रभावित किया और शाहरुख ने क्रिकेटर से एक वादा किया जो अविश्वसनीय है।
Rinku Singh ने दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा है इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की सरगर्मी के बीच शाहरुख खान की प्रतिष्ठित केकेआर टीम के चकाचौंध करने वाले खिलाड़ी Rinku Singh ने दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा है। यह पहली बार नहीं है जब टीम ने लहरें बनाई हैं, क्योंकि उन्होंने पहले एक ही मैच में लगातार पांच छक्कों से जीत हासिल करके असंभव को हासिल किया है। टीम का कौशल और सिंह का उल्लेखनीय प्रदर्शन मैदान पर उनके अटूट समर्पण और कौशल का प्रमाण है। आगामी आईपीएल 2023 सीज़न केकेआर के स्टार खिलाड़ी रिंकू सिंह की ख़बरों से भरा हुआ है, जो अपने प्रभावशाली प्रदर्शन से सुर्खियाँ बटोर रहे हैं। पिछले मैच में केकेआर ने रिंकू सिंह के पांच छक्कों की बदौलत एक असंभव सी लगने वाली जीत हासिल की थी। प्रसिद्ध टीम के मालिक शाहरुख खान ने सोशल मीडिया पर रिंकू के कौशल के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की थी, और उनकी प्रतिभा की सराहना में उनकी शादी में नृत्य करने का वादा भी किया था। यह दिल दहला देने वाला खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि खुद क्रिकेटर ने किया है। प्रतिष्ठित शाहरुख खान के सम्मानित फैन क्लब ने हाल ही में ट्विटर पर एक आईपीएल मैच का एक मनोरम वीडियो साझा किया। वीडियो के भीतर, प्रतिभाशाली रिंकू सिंह एक कमेंटेटर के साथ बातचीत में लगे हुए हैं, उन्होंने खुलासा किया कि पांच प्रभावशाली छक्के मारने के बाद, मिस्टर खान शादी के बारे में चर्चा करने के लिए खुद उनके पास पहुंचे। सिंह ने बातचीत को याद करते हुए कहा कि श्री खान को अक्सर शादी के निमंत्रण मिलते हैं, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं होना चुनते हैं। हालाँकि, उन्होंने सिंह से एक अनोखा वादा किया, जिसमें कहा गया था कि वह उनकी शादी में शामिल होंगे और बड़े मजे से नाचेंगे भी। यह आकर्षक और हार्दिक बातचीत मिस्टर खान की वास्तविक दयालुता और ईमानदारी को प्रदर्शित करती है, जो उन सभी पर एक स्थायी छाप छोड़ती है, जिन्हें उनसे मिलने का आनंद मिलता है। सोशल मीडिया पर रिंकू सिंह के वीडियो की लोकप्रियता बढ़ रही है क्योंकि शाहरुख खान के प्रशंसक उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन से मंत्रमुग्ध हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में केकेआर और गुजरात टाइटन्स के बीच एक रोमांचक मैच के दौरान, सिंह ने अपने अविश्वसनीय बल्लेबाजी कौशल से दर्शकों को चकित कर दिया, एक असंभव सा लक्ष्य हासिल किया। उन्होंने केकेआर के लिए लगातार पांच छक्के लगाकर शानदार जीत हासिल की, एक ऐसी उपलब्धि जिसने उन्हें व्यापक प्रशंसा दिलाई।
खाने के लिए जब मांगे ९०० रुपए तो तान दी Pistol, जानिए पूरी खबर
नागौर जिले के मकराना के शांत वातावरण के बीच 6-7 लोगों के एक समूह ने हिंसा का जघन्य कृत्य किया। उन्होंने एक स्थानीय होटल में भोजन किया था और जब बिल का भुगतान करने का समय आया, तो उन्होंने होटल संचालक पर शारीरिक हमला किया। गैंगस्टर के वेश में इन लोगों ने Pistol लहराई और जान से मारने की धमकी दी। पूरी घिनौनी हरकत होटल के सीसीटीवी में कैद हो गई। यह खौफनाक घटना बुधवार रात मकराना के आशापुरा होटल में हुई। शराब के नशे में होटल पहुंचा मकराना-कालवा बाइपास पर करणी सेना के तहसील अध्यक्ष नंद सिंह चौहान (41) के होटल में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी. नंद सिंह अपने भाई और तीन मेहनती कर्मचारियों के साथ बुधवार को होटल में अपनी ड्यूटी कर रहे थे, तभी यह घटना हुई। बुधवार की शाम को ग्यारह बजे, एक चिकना काला स्कोडा होटल के बाहर रुका, और छह से सात व्यक्तियों का एक समूह वाहन से उतरा, जो स्पष्ट रूप से प्रभाव में था। सहजता और परिष्कार की हवा के साथ, वे होटल में प्रवेश करने के लिए आगे बढ़े और शानदार किराए का ऑर्डर देते हुए अपनी सीट ले ली। बदमाश ने कहा- उसे पुलिस से भी डर लगता है हाथ में भरी हुई Pistol के साथ, अकबरिया ने घोषणा की, “मुझे इस स्थान पर कारतूसों को रखने की अनुमति दें।” हमारे नाम आपके लिए अज्ञात हैं, लेकिन हम डॉन के उपनाम से जाने जाते हैं। जैसा कि हम अपने साहसी कारनामों को याद करते हैं, हम यह भी प्रकट करते हैं कि हमने पहले मकराना में एक पानी की टंकी के ऊपर जान ले ली थी और अब हम आपकी हर जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार हैं। अपराधियों ने डींग मारते हुए घोषित किया कि कानून प्रवर्तन एजेंट उनके कार्यों से भयभीत हैं और उन्हें न्याय दिलाने में शक्तिहीन हैं। अतीत में कैद होने के बावजूद, वे पश्चाताप नहीं करते हैं और आगे के कानूनी परिणामों से डरते नहीं हैं। व्यथित रूप से, जब नंद सिंह ने उनके साथ तर्क करने का प्रयास किया, तो उन्होंने न केवल उसके प्रति बल्कि निर्दोष लोगों के प्रति भी हिंसक आक्रामकता का जवाब दिया।
Eid की नमाज़ सड़क पर अदा करने पर 1700 लोगो पर हुआ FIR दर्ज
कानपुर में एक गंभीर मामला सामने आया है जहां सड़क पर Eid की नमाज पढ़कर 1700 लोगों पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है. प्रतिबंध के बावजूद 22 अप्रैल को जाजमऊ, बाबूपुरवा और बड़ी ईदगाह बेनाझाबर के बाहर नमाजियों की भीड़ जमा हो गई, जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी. ईदगाह कमेटी के सदस्यों सहित सभा में भाग लेने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह एक चिंताजनक विकास है जिस पर हमारे ध्यान और कार्रवाई की आवश्यकता है। सड़क पर Eid की नमाज पढ़कर 1700 लोगों पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप सम्मानित शांति समिति ने एक बयान जारी कर सड़कों पर सार्वजनिक तौर पर नमाज पढ़ने के खिलाफ सलाह दी है. बेगमपुरवा चौकी के सक्षम प्रमुख बृजेश कुमार ने पुष्टि की है कि ईद से पहले एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें क्षेत्र के निवासियों को सूचित किया गया था कि इस अवसर की गंभीरता को केवल ईदगाह की सीमाओं के भीतर ही ईद की नमाज अदा करने से बेहतर रखा जा सकता है। और मस्जिद। यह बताया गया है कि भीड़भाड़ के कारण नमाजी के प्रार्थना में शामिल होने में असमर्थ होने की स्थिति में, पुलिस कृपापूर्वक छूटी हुई नमाज़ को फिर से पढ़ने की व्यवस्था करेगी। Eid के शुभ दिन, 22 अप्रैल को भोर होते ही, श्रद्धालुओं की भीड़ धारा-144 द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की अवहेलना करते हुए, ईदगाह तक जाने वाली सड़क पर उमड़ पड़ी। उन्हें रोकने की पुलिस की कोशिशों से बेपरवाह श्रद्धालुओं ने अधिकारियों के हस्तक्षेप की परवाह किए बिना अस्थायी चटाइयों पर नमाज अदा की। जिले में धारा-144 लागू कर दी गई घटनाक्रम के बीच जिले में धारा-144 लागू कर दी गई, जिसके बाद चौकी प्रभारी की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की। ईदगाह कमेटी के सदस्यों और नमाज में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी गयी है. पुलिस फिलहाल सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि सड़क पर नमाज अदा करने वालों की पहचान की जा सके। बाबूपुरवा पुलिस ने धारा-186, धारा-188, धारा-144 का उल्लंघन कर भीड़ इकट्ठा करने की धारा-188, धारा-186 सहित कानून की कई धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज कर निर्णायक कार्रवाई की है. 283, जो भीड़ द्वारा सड़कों को अवरुद्ध करने से संबंधित है। साथ ही नमाजियों पर धारा-341 के तहत गलत तरीके से बाधा डालने और जनसेवा का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने धारा-353 के तहत कार्रवाई भी की है। यह मजबूत प्रतिक्रिया कानून और व्यवस्था बनाए रखने और सभी नागरिकों की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। मरकजी ईदगाह बेनाझाबर में पाबंदी के बीच बजरिया थाना पुलिस ने ईदगाह कमेटी व उसके सदस्यों समेत करीब 1500 लोगों के खिलाफ सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों की अस्वीकृति के बावजूद, इन व्यक्तियों ने जारी रखा और यातायात के प्रवाह में एक महत्वपूर्ण बाधा उत्पन्न की, जिसके परिणामस्वरूप एक बड़ी भीड़ हो गई। यह अनिवार्य है कि हम कानून का पालन करें और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखें, और ऐसी घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। एआईएमपीएलबी ने हालिया प्राथमिकी पर असंतोष व्यक्त किया है, जिसमें चिंता व्यक्त की गई है कि एक विशिष्ट समुदाय को गलत तरीके से चुना जा रहा है। वास्तव में, वे यहां तक चले गए हैं कि पूरे राष्ट्र को धार्मिक विश्वासों की समृद्ध विविधता को खोने का खतरा हो सकता है जो इसे इतना अनूठा और विशेष बनाता है। यह एक परेशान करने वाला विकास है जिस पर हमें तत्काल ध्यान देने और कार्रवाई करने की आवश्यकता है। परिसर की मस्जिद व ईदगाहों में नमाज हो चुकी है, फिर भी दुर्भाग्य से बाबूपुरवा में कोई भव्य ईदगाह मौजूद नहीं है. ऐसे मामलों में जहां केवल 10 मिनट के लिए जगह कम होती है, भक्तों के पास सड़क पर प्रार्थना करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है। हालांकि यह कोई असामान्य प्रथा नहीं है, लेकिन बाबूपुरवा में एक सब-इंस्पेक्टर द्वारा औपचारिक शिकायत दर्ज कराने पर इसे अचानक रोक दिया गया। अफसोस की बात है कि वर्तमान स्थिति सड़कों पर प्रार्थना करने से संबंधित नहीं है, बल्कि आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं में बाधा डालने के लिए है, जो एक गंभीर अपराध है जिसे दूसरी महामारी अधिनियम के तहत लागू किया गया है। ऐसे जोशीले अधिकारी हमारे प्रशासन की मानसिकता के तहत काम करते हैं, जो हमारे समाज के लिए चिंता और अस्वीकृति का विषय है। अत्यंत अनुग्रह और दृढ़ विश्वास के साथ, मो. सुलेमान का दावा है कि हमारा समाज संविधान में निर्धारित सिद्धांतों पर फलता-फूलता है। विशेष रूप से, अनुच्छेद-19 सभी समुदायों के धार्मिक विश्वासों और सांस्कृतिक प्रथाओं के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है। हालाँकि, यह बहुत निराशा के साथ है कि वह इन संवैधानिक प्रावधानों के लिए वर्तमान सरकार की घोर अवहेलना को देखता है। वास्तव में, योगी का प्रशासन सक्रिय रूप से हमारे संविधान के ताने-बाने को ही नष्ट कर रहा है। सरकार के कार्यों के परिणामस्वरूप पुलिस हिरासत में व्यक्तियों की दुखद मौत हुई है, कानून प्रवर्तन अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। मानव जीवन के लिए इस तरह की उपेक्षा अस्वीकार्य है और तत्काल ध्यान देने और सुधार की मांग करती है।
Jiya Khan के खुदकुशी के मामले का फैसला कल आएगा , सूरज पंचोली है आरोपी
जिया खान के खुदकुशी का केस बॉलीवुड एक्ट्रेस Jiya Khan खुदकुशी मामले में शुक्रवार को फैसला सुनाया जाएगा. अभिनेता सूरज पंचोली इस मामले में आरोपी हैं और सभी की निगाहें उन पर टिकी हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस Jiya Khan सुसाइड केस में शुक्रवार को फैसला आएगा. फिल्म अभिनेता आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली इस मामले में आरोपी हैं। सीबीआई की विशेष अदालत (सीबीआई कोर्ट) करीब 10 साल बाद में इस मामले में अपना अंतिम फैसला सुनाएगा। कहा जा रहा है कि जिया खान के बॉयफ्रेंड रहे सूरज के लिए यह दिन अहम साबित हो सकता है। सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश एएस सैयद ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। सूरज पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है अभिनेता जिया खान के दुर्भाग्यपूर्ण निधन को अभिनेता सूरज पंचोली की आत्महत्या में कथित संलिप्तता से जोड़ा गया है। प्रतिष्ठित अभिनेताओं आदित्य पंचोली और जरीना वहाब के बेटे के रूप में, सूरज पंचोली को कथित रूप से खुद जिया खान द्वारा लिखे गए छह पन्नों के पत्र के आधार पर एक संदिग्ध के रूप में नामित किया गया है। मुंबई पुलिस द्वारा उनके असामयिक निधन की जांच के दौरान पत्र की खोज की गई थी और अब इसकी केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच की गई है। यह महत्वपूर्ण है कि इस नाजुक मामले में न्याय दिया जाए।