Maharashtra SSC Result 2022 : हो गई घोषणा! कल आएगा महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं का रिजल्ट

कल दोपहर 1 बजे आएगा महाराष्ट्र बोर्ड SSC का रिजल्ट महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन (MSBSHSE) की ओर से एसएससी का रिजल्ट कल यानी 17 जून 2022 को दोपहर 1 बजे को जारी होगा. खत्म होगा 16 लाख छात्रों का इंतजार इस साल महाराष्ट्र बोर्ड के द्वारा 10वीं क्लास की परीक्षा मार्च-अप्रैल महीने में आयोजित की गई थी. इस एग्जाम में 16,38,964 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इसमें 8,89,506 लड़के हैं और 7,49,458 लड़कियां हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी जानकारी How to Check Maharashtra Board SSC Result 2022? स्टेप 1-रिजल्ट देखने के लिए सबसे पहले वेबसाइट-mahresult.nic.in या mahahsscboard.in पर जाएं. स्टेप 2-वेबसाइट की होमपेज पर Maharashtra SSC Result 2022 का लिंक मिलेगा, उसपर क्लिक करें. स्टेप 3 – क्लिक करने के बाद अब डेट ऑफ बर्थ के साथ अपना रोल नंबर या नाम दर्ज करें. स्टेप 4-अगले पेज पर आप अपना महाराष्ट्र एसएससी रिजल्ट 2022 देख पाएंगे. स्टेप 5-प्रत्येक विषय में अपने अंकों की जांच करें और रिजल्ट का स्टेटस देखें. स्टेप 6 – रिजल्ट को डाउनलोड करें और भविष्य के लिए एक प्रिंट आउट ले लें. OG Maharashtra Board SSC Marksheet कैसे मिलेगी? महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी होने के 10 से 15 दिनों के भीतर बोर्ड द्वारा स्कूल में छात्रों की मार्कशीट उपलब्ध करवा दी जाएगी. इस बीच यदि आप किसी स्कूल में एडमिशन लेना चाहते हैं तो इंटरनेट पर जारी प्रोविजनल मार्कशीट से एडमिशन ले सकते हैं. इन वेबसाइट्स पर देखें महाराष्ट्र SSC रिजल्ट 2022 mahahsscboard.in mahresult.nic.in ssc.mahresults.org.in

Nupur को कुछ हुआ तो झेल नहीं पाओगे:आरा में हाथ में टार्च और भगवा झंडा लेकर रातभर झूमे हिंदू युवा

पैगंबर मोहम्मद पर Nupur शर्मा के विवादित बयान पर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच लोग उनके सपोर्ट और विरोध में उतर रहे हैं। ऐसा ही मामला आरा से सामने आया है, जहां हिन्दू संगठनों ने सभा कर उनके प्रति अपनी एकजुटता दिखाई। मंगलवार को आरा के रमना मैदान में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और ABVP के लोगों ने संयुक्त रूप से समर्थन में सभा की। यहां नेताओं ने कहा, ‘कोई भी Nupur शर्मा का बाल भी बांका नहीं कर सकता। अगर Nupur शर्मा को कुछ भी होता है तो 100 करोड़ लोगों को तुम झेल नहीं पाओगे।’ साथ ही उन्होंने धमकी दी, ‘अगर तुम हिंदुओं को छेड़ोगे तो तुम्हें कोई नहीं बचाएगा।’ सभा के दौरान हिंदू संगठनों के लोग टार्च और भगवा झंडा लेकर रातभर झूमते नजर आएं। बीच-बीच में जय श्रीराम के नारे भी लगते रहे। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी किया गया। साथ ही समर्थन रैली भी निकाली गई। बिना अनुमति रैली निकालने पर FIR वहीं, गोपालगंज के हथुआ बाजार में प्रशासन की अनुमति लिए बिना रैली निकालना कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया। सोमवार को नूपुर शर्मा के समर्थन में रैली निकालने को लेकर बजरंग दल के पांच नामजद तथा लगभग 50 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी हथुआ पुलिस ने दर्ज की है। इसमें आरोप लगाया है कि प्रशासन की बिना अनुमति के आरोपियों ने सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से बाजार में रैली निकाली। दो दिन पहले गोपालगंज में समर्थन में लगे थे पोस्टर इससे पहले भी बिहार के अन्य जिलों में भी नूपुर शर्मा के समर्थन में लोग जुट रहे हैं। दो दिनों पहले गोपालगंज में भी उनके समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे। पोस्टर में लिखा गया है ‘I Support Nupur Sharma’। इसके बाद पुलिस और खुफिया विभाग अलर्ट हो गया। वहीं, भागलपुर में नूपुर शर्मा के खिलाफ पोस्टर सड़क पर फेंके मिले थे। Nupur शर्मा के बयान पर हंगामा दरअसल, भारत में भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने करीब 19 दिन पहले एक टीवी चैनल में हुई डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले ने जोर पकड़ा और इस्लामिक देशों ने भारत की निंदा की। नूपुर के खिलाफ 12 राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हुआ। इसके बाद अब समर्थन में भी लोग कूद गए हैं।

Explainer: सिर्फ चार साल की नौकरी, NO पेंशन… जानिए Agnipath Scheme से क्यों भड़के हुए हैं देश भर के युवा

जानिए Agnipath Scheme से क्यों भड़के हुए हैं देश भर के युवा Agnipath Scheme : अग्निपथ स्कीम को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है. सेना में भर्ती के इस नये नियम की कई बातों पर आपत्ति जताई जा रही है. अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसमें बिहार के युवा सबसे ज्यादा उग्र और गुस्से में नजर आ रहे हैं. सेना में भर्ती की नई स्कीम को लेकर बिहार में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी छात्रों की कई चिंताएं हैं. इसमें सबसे बड़ा सवाल यही है कि वे सेना में भर्ती के लिए – जान से मेहनत करते हैं. फिर इतनी मेहनत जी-ज करके अगर सिर्फ चार साल की नौकरी मिलेगी तो क्या फायदा? केंद्र सरकार, राज्य सरकार भले कह रही है कि विभिन्न मंत्रालयों, अर्धसैनिक बलों में अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी लेकिन युवा इससे संतुष्ट नहीं हैं. उनकी बड़ी चिंता यही है कि चार साल बाद आखिर वे लोग क्या करेंगे. ये छात्र इन बातों से भी नाराज हैं कि सेना की अबतक जो भर्ती प्रक्रिया चली आ रही थी, उसका फिजिकल होने के बावजूद इनको अबतक सेना की नौकरी नहीं मिली है. Agnipath Scheme का विरोध क्यों कर रहे युवा ? बिहार समेत कई राज्यों के छात्र अग्निपथ स्कीम के नियमों पर नाराज हैं. उनका कहना है कि अग्निपथ स्कीम में चार साल के कॉन्ट्रैक्ट में सेना में भर्ती किया जाएगा. फिर अनिवार्य सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) दे दी जाएगी और ग्रैजुटी या पेंशन जैसे लाभ भी नहीं मिलेंगे जो कि उनकी नजर में ठीक नहीं है. गुरुवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले (Muzaffarpur) में भी भारी विरोध प्रदर्शन हुआ. यह उन इलाकों में शामिल हैं जहां से बड़ी संख्या में युवा सेना में भर्ती होने जाते हैं. मुजफ्फरपुर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि पिछले दो सालों से सेना की भर्ती रुकी हुई है. उन्होंने भर्ती के लिए जरूरी फिजिकल टेस्ट भी पास कर लिया है, बावजूद इसके उनको नौकरी नहीं मिल रही है. इस बीच सेना में नौकरी के नए नियम लाना हताश करने जैसा है. इसके अलावा कई ऐसे युवा भी हैं जो पिछले तीन सालों से सेना में भर्ती होने की राह तक रहे हैं. कोरोना की वजह से सेना भर्ती बंद रही, अब बड़ी संख्या में युवा ओवरएज हो चुके हैं. इस बीच अब अग्निपथ स्कीम में भी सिर्फ 21 साल की उम्र तक ही अप्लाई किया जा सकता है. ऐसे में युवाओं का कहना है कि अग्निपथ पॉलिसी लागू होने के बाद सेना भर्ती की आस लगाकर बैठे ओवरएज युवाओं और सेना भर्ती के लिये लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट दे चुके नौजवानों की भी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. ‘चार साल बाद हम लोग कहां जाएंगे?’प्रदर्शन कर रहे छात्र बेहद गुस्से में नजर आए. एक छात्र ने कहा कि हम सेना में जाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं. इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? सिर्फ तीन साल की ट्रेनिंग के बाद हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए. जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा कि हम चार साल के बाद काम करने कहां जाएंगे? चार साल की सर्विस के बाद हम लोग बेघर हो जाएंगे. इसलिए हम लोग सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी ने कहा कि देश के नेताओं को समझना होगा कि जनता जागरूक है. क्या है Agnipath Scheme ? भारतीय सेना में पहली बार ऐसी कोई स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी. इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये युवा साढ़े 17 साल 21से साल की उम्र के बीच के होंगे. ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी. -इन चार वर्षों में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी. -30-40 हजार मासिक वेतन के साथ अन्य लाभ भी दिए जाएंगे. -पहले साल में 30 हजार, दूसरे साल में 33 हजार, तीसरे साल में 36500 और चौथे साल में 40 हजार मासिक वेतन दिया जाएगा. -चार साल पूरे होने के बाद इन सभी अग्निवीरों की सेवा समाप्त हो जाएगी और फिर नई भर्तियांकी जाएंगी. -सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी काडर में भर्ती किया जाएगा. ऐसे में युवा सवाल कर रहे हैं कि 25 फीसदी अग्निवीरों को तो कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा, लेकिन बाकी 75 फीसदी अग्निवीरों का चार साल बाद क्या होगा. उन्हें भत्ता तो सरकार दे देगी, लेकिन नौकरी कहां से आएगी?