IPL 2022: पहली ही बार में रंग लाई हार्दिक की मेहनत, Gujarat ने खिताब जीतकर रचा इतिहास

Gujarat Titans Champion: गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराकर आईपीएल 2022 का खिताब जीत लिया है. गुजरात के गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने कमाल का खेल दिखाया. Gujarat Titans Champion: गुजरात टाइटंस ने एकतरफा अंदाज में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमा लिया. गुजरात के लिए शुभमन गिल और हार्दिक पांड्या ने कमाल का खेल दिखाया. राजस्थान रॉयल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात को 131 रनों का टारगेट दिया, जिसे गुजरात ने 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया. गिल ने निभाई अहम भूमिका131 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी गुजरात टाइटंस की शुरुआत बहुत ही खराब रही. जब शानदार फॉर्म में चल रहे विस्फोटक ओपनर ऋद्धिमान साहा पवेलियन लौट गए. साहा ने 7 गेंदों में 5 रन बनाए. मैथ्यू वेड ने 8 रनों का योगदान दिया. कप्तान हार्दिक पांड्या ने संभलकर खेलने की कोशिश की, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए. हार्दिक ने 30 गेंदों में 34 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और 1 छक्का शामिल था. राजस्थान रॉयल्स के लिए ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा और युजवेंद्र चहल ने 1-1 विकेट हासिल किया. कप्तान हार्दिक पांड्या ने किया कमालGujarat टाइटंस के गेंदबाजों ने मैच में कमाल का खेल दिखाया. कप्तान हार्दिक पांड्या ने आगे बढ़कर टीम को लीड किया. उन्होंने अपने चार ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. वहीं, रवि श्रीनिवासन ने 2 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट चटकाए. जबकि यश दयाल, मोहम्मद शमी और राशिद खान ने एक-एक विकेट लिया. इन गेंदबाजों की वजह से गुजरात ने राजस्थान को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया. Gujarat के गेंदबाजों ने दिखाया दम गुजरात टाइटंस के गेंदबाजों ने मैच में बहुत ही कसी हुई गेंदबाजी की. इससे पहले, अहम मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स ने पावरप्ले में एक विकेट खोकर 44 रन बनाए. इस दौरान सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (22 रन) दयाल के शिकार बन गए, जिससे उनके और बटलर के बीच 24 गेंदों में 31 रनों की साझेदारी का भी अंत हो गया. इससे बाद जोस बटलर और कप्तान संजू सैमसन ने पारी को आगे बढ़ाया. फिर बटलर और कप्तान सैमसन ने टीम का स्कोर 7 ओवरों के बाद 50 के पार पहुंचा दिया. बिखरी राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजीराजस्थान रॉयल्स के लिए कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया. गुजरात की शानदार गेंदबाजी के आगे राजस्थान के बल्लेबाज आखिर तक दबाव में रहे. इसका नतीजा यह हुआ कि 8.2 ओवर में कप्तान हार्दिक ने कप्तान सैमसन (14) को पवेलियन भेज दिया, जिससे राजस्थान को 60 रनों पर दूसरा झटका लगा. इसके बाद भी राजस्थान का विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा और देवदत्त पडिक्कल (2) को राशिद ने कैच आउट कराया और अगले ओवर में कप्तान हार्दिक ने बटलर (39) को चलता किया, जिससे टीम पूरी तरह से लड़खड़ाती गई.

Plunder for fishes in Bihar:बिहार में मछलियों की बारिश! मछली लूटने बाल्टी-बोरी लेकर पहुंचे लोग, देखिए Viral Video

Viral Video: सोशल मीडिया पर बिहार का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मछलियों की लूट करते लोगों को देखा जा रहा है. इस बीच कोई बाल्टी-बोरी में मछली भरते देखा जा रहा है, तो कोई हेलमेट में मछलियों को भरता नजर आ रहा है. Plunder for fishes in Bihar: हाल ही में देश के कई हिस्सों में हुई झमाझम बारिश के वीडियोज ने सोशल मीडिया पर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था. एक बार फिर एक वीडियो इंटरनेट पर इस कदर छाया कि, लोग अपना सिर पकड़ कर बैठ गए. इस बार वायरल होता वीडियो बारिश का नहीं, बल्कि मछलियों की लूट का है. इस बीच कोई बाल्टी-बोरी में मछली भरते देखा जा रहा है, तो कोई हेलमेट में मछलियों को भरता नजर आ रहा है. इंटरनेट पर वायरल होता यह वीडियो बिहार के गया जिले के आमस थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है, जहां बीते शनिवार को मछली से लदा एक ट्रक अनियंत्रित हो गया, जिसके चलते ट्रक के पिछले हिस्से से मछलियों की बारिश शुरू हो गई. वहीं सड़क पर मछलियों की बाढ़ देख लोगों ने भी जमकर लूट ही मचा डाली. लोगों का हाल कुछ ऐसा था जैसे उनकी लॉटरी लग गई हो. सड़क पर पड़ी मछलियों को समटेने के लिए जिसको जो मिला वो वही ले आया. इस बीच कोई बाल्टी-बोरी में मछली भरते देखा जा रहा है, तो कोई हेलमेट में मछलियों को भरता नजर आ रहा है. सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म ट्विटर पर इस वीडियो को ‘Hari krishan’ नाम के अकाउंट से शेयर किया जा रहा है, जिसमें सड़क पर गिरी मछलियों को लूटने के लिए लोग टूट पड़ते नजर आ रहे हैं. इंटरनेट पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे खूब देखा और शेयर किया जा रहा है.

राजस्थान: Dalit मजदूर को बनाया बंधक, जंजीर से बांधकर रखा; एक सप्ताह बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

Dalit मजदूर को बनाया बंधक शिकायत के मुताबिक राधेश्याम को मवेशियों को रखने के स्थान पर जंजीर से बांधकर करीब 31 घंटे तक यातना दी गई और छोटे भाई के आने पर ही वह मुक्त हो सका. कोटा: राजस्थान के बूंदी जिले में रुपयों के विवाद में 35 वर्षीय Dalit मजदूर का कथित तौर पर अपहरण कर बंधक बनाने, मवेशियों को रखने के स्थान पर उसे जंजीर से बांधकर रखने और यातना देने की घटना को एक करीब एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए दो टीमें बनाई गई हैं. पीड़ित राधेश्याम मेघवाल ने 24 मई को शिकायत दर्ज कराई थी कि परमजीत सिंह और पांच अन्य लोग 22 मई को उसका अपहरण कर अल्फा नगर लेकर गए थे. शिकायत के मुताबिक राधेश्याम को मवेशियों को रखने के स्थान पर जंजीर से बांधकर करीब 31 घंटे तक यातना दी गई और छोटे भाई के आने पर ही वह मुक्त हो सका. पुलिस ने बताया कि इस घटना के पीछे रुपयों का विवाद है. मेघवाल जिले के तालेरा पुलिस थानांतर्गत बिलुबा गांव का निवासी है और सिंह ने उसे तीन साल पहले अपने फार्म हाउस में काम करने के लिए रखा था और कथित तौर पर 70 हजार रुपये का अग्रिम भुगतान किया था. इसके बाद मेघवाल ने बहन की शादी के लिए 30 हजार रुपये का कर्ज लिया. मेघवाल का दावा है कि उसने 50 हजार रुपये वापस कर दिए हैं और सिंह के फार्म हाउस पर 10 दिन बिना किसी पगार के काम किया तथा बाकी रुपये नहीं लौटा सका. हालांकि, सिंह ने बाद में दावा किया कि मेघवाल पर उसके 1,10,000 रुपये बकाया हैं और उसने रुपयों की वापसी के लिए दबाव डाला था. पुलिस से की गई शिकायत के मुताबिक रुपये वापस लेने के लिए सिंह ने अपने भाई और अन्य चार लोगों के साथ मेघवाल का अपहरण कर लिया. तहरीर के मुताबिक सिंह ने मेघवाल को मवेशी रखने वाले स्थान पर जंजीर से बांध दिया और उसे यातना दी. यहां तक खाना-पानी भी नहीं दिया. शिकायत के अनुसार मेघवाल के भाई द्वारा कुछ राशि का भुगतान सिंह को किए जाने के बाद उसे छोड़ा गया. पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने कहा कि मजदूर की शिकायत के आधार पर सिंह और पांच अन्य लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निषेध) अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.

पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता Sidhu Moose Wala की गोली मारकर हत्या, कल ही सरकार ने हटाई थी उनकी सुरक्षा

पंजाब सरकार की ओर से 424 लोगों की सुरक्षा वापस लिए जाने के एक दिन बाद मानसा में पंजाबी सिंगर और नेता Sidhu Moose Wala की गोली मारकर हत्या कांग्रेस नेता और पंजाबी गायक Sidhu Moose Wala की आज मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई. फायरिंग में तीन अन्य लोग घायल हो गए. यह हमला उस समय हुआ जब मूसेवाला और उनके दो दोस्त पंजाब में अपने गांव मानसा जा रहे थे. मूसेवाला की एसयूवी पर गोलियों की बौछार की गई. कार में उनका खून बहता हुआ दिखाई दिया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. फायरिंग में घायल हुए तीन लोगों को मानसा अस्पताल में भर्ती किया गया है. शुभदीप सिंह सिद्धू एक पंजाबी गायक के रूप में Sidhu Moose Wala नाम से लोकप्रिय थे. यह घटना पंजाब सरकार द्वारा मूसेवाला सहित 424 लोगों की सुरक्षा वापस लेने के ठीक एक दिन बाद हुई. पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अकाली नेता विक्कू मिददुखेड़ा की हत्या की साज़िश का आरोप सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर था. मूसेवाला अगले सप्ताह गुड़गांव में अपना शो करने वाले थे. मूसेवाला पिछले साल नवंबर में कांग्रेस में शामिल हुए थे. मूसेवाला ने मानसा से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. उन्हें आम आदमी पार्टी के डॉ विजय सिंगला ने हराया था. सिंगला मान सरकार में मंत्री थे जिन्हें हाल ही में भ्रष्टचार के आरोप में हटा दिया गया है. कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने एनडीटीवी से कहा कि ”राज्य सरकार और मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि किस आधार पर मूसेवाला की सुरक्षा हटाई गई. सरकार को जवाब देना होगा.” पंजाब की भगवंत मान सरकार ने कल यानी शनिवार को ही 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ली है. जिनकी सुरक्षा वापस ली गई, उनमें कई सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व विधायक भी शामिल हैं. इससे पहले अप्रैल में भी पंजाब सरकार ने पूर्व मंत्रियों और नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था. पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने शनिवार को 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ले ली. कहा गया कि सुरक्षा वापस लेने से पहले पंजाब की नई-नवेली सरकार ने इस मसले पर एक रिव्यू बैठक की थी जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है? इससे पहले अप्रैल में पंजाब सरकार ने पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों, अन्य नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था. गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा की पत्नी के परिवार की सुरक्षा पिछले महीने वापस ले ली गई थी.