Haryana ने गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित 4 जिलों में मास्क अनिवार्य किया, कोविड केस बढ़ने के बाद फैसला

Haryana: Haryana के गुड़गाव, फरीदाबाद समेत चार जिलों में मास्‍क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. नई दिल्‍ली : देश के कुछ राज्‍यों में कोरोना के नए मामलों की संख्‍या बढ़ने के बाद प्रशासन ने रवैया कुछ सख्‍त किए हैं. इसके तहत haryana के गरुग्राम, फरीदाबाद समेत चार जिलों में मास्‍क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. समाचार एजेंसी ANI की ओर से यह जानकारी दी गई है. गुरुग्राम और फरीदाबाद के अलावा सोनीपत और झज्‍जर में भी मास्‍क पहनना अनिवार्य किया गया है. गौरतलब है कि सोमवार को ही यूपी सरकार ने राजधानी लखनऊ और एनसीआर के छह जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य किया है. दरअसल,कोविड के मामलों में वृद्धि का असर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अंतर्गत आने वाले जिलों पर पड़ा है.यूपी के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना के बढ़ते केसों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और राजधानी लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है. अधिकारी ने कहा कि पिछले 24 घंटों में गौतम बौद्ध नगर में 65, गाजियाबाद में 20 और लखनऊ में 10 नए मामलों की पुष्टि हुई है. COVID-19 की स्थिति में सुधार को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने इस महीने की शुरुआत में फेस मास्क पहनने में छूट दी थी. लेकिन अब कई जिलों में फेस मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है.गौरतलब है कि देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले तेजी देखने को मिल रही है. नतीजतन पिछले 24 घंटे के दौरान देशभर में 2,183 केस दर्ज किए गए. 17 अप्रैल 2022 की सुबह आठ बजे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कल देश में 1,150 मामले सामने आए थे. जबकि इससे पहले 16 अप्रैल को 975 नए मामले सामने आए थे, जबकि 15 अप्रैल को 949 नए मामले सामने आए थे.

‘भीड़ में किसी ने 7-8 राउंड firing की’ : दिल्ली हिंसा में जख्मी sub-inspector ने बयां किया आंखों देखा हाल

sub-inspector मेदालाल मीणा को हाथ में गोली लगी दोनों समूह आमने-सामने आ गए और पुलिस बीच में फंस गई, हिंसा में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गया, sub-inspector मेदालाल मीणा को हाथ में गोली लगी नई दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार रात एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा में घायल sub-inspector मेदालाल मीणा ने कहा कि शुरू में जब एक मस्जिद के बाहर विवाद हुआ था तब पुलिस ने दोनों समुदायों को अलग कर दिया था. हनुमान जयंती के जुलूस को एक तरफ और मुसलमानों को दूसरे रास्ते पर ले जाया गया. लेकिन कुछ देर बाद वे आमने-सामने आ गए और पुलिस बीच में फंस गई. हिंसा में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक घायल हो गए. सब इंस्पेक्टर मीणा को हाथ में गोली लगी है.पुलिस ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें असलम भी शामिल है, जिसने पुलिस के मुताबिक, सब-इंस्पेक्टर मीणा को गोली मारी. उसके पास से एक देशी पिस्टल बरामद हुई है. पुलिस ने बताया कि झगड़ा शुरू करने वाले एक अन्य व्यक्ति अंसार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. मेदालाल मीणा ने कहा कि वह जुलूस के पीछे ड्यूटी पर थे, लेकिन जब विवाद शुरू हुआ तो वह सामने आ गए. ‘आगे से बहस शुरू हुई तो मैं वहां गया. फिर यह एक बड़े विवाद में बदल गया. इसके बाद मस्जिद के सामने पथराव शुरू हो गया. लेकिन पुलिसकर्मियों ने दोनों समूहों को अलग कर दिया.’उन्होंने बताया कि ‘हनुमान जयंती जुलूस को जी ब्लॉक की ओर रवाना किया गया. फिर वे वहां से कुशल चौक पहुंचे. सी ब्लॉक की तरफ से आने वालों को वहीं रोक दिया गया. तब वहां शांति थी. लेकिन फिर लाठी और तलवारों के साथ और भी भीड़ आ गई और पत्थरबाजी होने लगी. वहां महिला, पुरुष और बच्चे भी थे. गोलियां भी चलीं. मेरे हाथ में भी गोली लगी है.’ सब इंस्पेक्टर मेदालाल मीणा को हाथ में गोली लगी है

दिल्ली में 20 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा कोरोना के नए मामले, पॉजिटिविटी रेट में आई कमी

20 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं 20 फरवरी को 570 कोरोना संक्रमण के केस सामने आए थे. नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के मामलों में शनिवार की तुलना में 12 फीसदी इजाफा हुआ है. कोविड-19 के 517 नए मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि, इस दौरान किसी की भी कोरोना की वजह से मौत नहीं हुई है. वहीं, कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में भी कम देखने को मिली है, वह 5.33 फीसदी से घटकर 4.21 फीसदी हो गई है.बता दें, 20 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं. 20 फरवरी को 570 कोरोना संक्रमण के केस सामने आए थे. वहीं, दिल्ली में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या, जो कि 3 मार्च के बाद सबसे ज्यादा है. 3 मार्च को दिल्ली में 1588 सक्रिय मरीज थे.