रूस के ताबड़तोड़ मिसाइल हमले में यूक्रेन का एयरपोर्ट पूरी तरह तबाह, Zelensky ने मांगे फाइटर जेट

Russia Ukraine War : जेलेंस्की ने कहा है कि अगर नाटो देश यूक्रेन पर नो फ्लाई जोन (restricted air space) लागू कर सकते तो कम से फाइटर जेट उन्हें दे दे, ताकि वो रूसी फौजों का मुकाबला कर सकें. कीव: रूस के हवाई हमले में रविवार को यूक्रेन का विनित्सा एय़रपोर्ट (Havryshovka Airport in Vinnytsia) पूरी तरह तबाह हो गया. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्डोमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने खुद इसका खुलासा किया है. Zelensky ने कहा कि विनित्सा पर 8 मिसाइलों से हमला किया गया और इससे हैवरीशोवका एयरपोर्ट पूरी तरह से नष्ट होगया. जेलेंस्की ने यूक्रेन पर नो फ्लाई जोन लागू करने को लेकर फिर से यूरोपीय देशों को खरी-खोटी सुनाई है. उन्होंने नाटो से कहा कि अगर आप नो फ़्लाई ज़ोन लागू नहीं कर सकते तो हमें जेट की दीजिए ताकि हम अपने आप को बचा सकें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हमें लगेगा कि आप भी हमें मार देना चाहते हैं. जेलेंस्की ने कहा कि विनित्सा का ये हवाई अड्डा नागरिक सेवाओं के लिए था. इसका सैन्य परिचालन से कोई संबंध नहीं था. Zelensky ने एक वीडियो संदेश में कहा, मुझे बताया गया है कि ताबड़तोड़ मिसाइल हमले में हैवरीशोवका एयरपोर्ट नष्ट हो गया है. जेलेंस्की ने इसके साथ ही नाटो और अमेरिका से यूक्रेन के आसमान में नो फ्लाई जोन लागू करने की मांग फिर दोहराई है. यूक्रेन के तमाम शहरों और हवाई अड्डों पर लगातार बमबारी हो रही है. उन पर बैलेस्टिक मिसाइलों औऱ रॉकेटों से हमले हो रहे हैं. रूस के यूक्रेन पर हमले के 11 दिन हो रहे हैं. विनित्सा मध्य यूक्रेन के पश्चिम में स्थित है और रूस व बेलारूस बॉर्डर से दूर है, जहां बहुत कम ही हमले हुए हैं. Zelensky ने कहा है कि अगर नाटो देश यूक्रेन पर नो फ्लाई जोन (restricted air space ) लागू कर सकते तो कम से फाइटर जेट उन्हें दे दे, ताकि वो रूसी फौजों का मुकाबला कर सकें. उन्होंने कहा, हम लगातार गुहार लगा रहे हैं, रूसी मिसाइलों, लड़ाकू विमानों पर और उनके अराजकतत्वों पर रोक के लिए एय़रस्पेस बंद कर दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसका सिर्फ यही मतलब निकलता है कि आप भी हमें मार देना चाहते हैं. गौरतलब है कि रूस यूक्रेन के खेरसान और बारडियांस्क शहर पर कब्जा जमा चुका है. उसकी सेना ने मारियुपोल शहर की चौतरफा घेरेबंदी कर रखी है. जबकि कीव और खारकीव शहरों में भीषण संघर्ष जारी है. रूसी सेना अब यूक्रेन के पोर्ट सिटी ओडेसा पर भी हवाई हमले की तैयारी कर रही है.

IPL 2022: बीसीसीआई ने घोषित किया आईपीएल का पूरा शेड्यूल, देख लें और सेव भी कर लें

IPL 2022: टूर्नामेंट का आयोजन मार्च 26 से शुरू होकर मई 22 तक चलेगा. संस्करण के लीग चरण में कुल मिलाकर 70 मैच खेले जाएंगे और फिर चार प्ले-ऑफ मुकाबलों की तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा. पिछले दिनों इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) की मेगा नीलामी के बाद बीसीसीआई ने टूर्नामेंट केआयोजन को लेकर गति पकड़ ली है. और अब बोर्ड ने टूर्नामेंट का पूरा शेड्यूल भी जारी कर दिया है. टूर्नामेंट का आयोजन मार्च 26 से शुरू होकर मई 22 तक चलेगा. संस्करण के लीग चरण में कुल मिलाकर 70 मैच खेले जाएंगे और फिर चार प्ले-ऑफ मुकाबलों की तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा. वहीं, करीब दस दिन पहले ही गवर्निंग काउंसिल ने टूर्नामेंट से जुड़े कुछ अहम फैसले लिए थे. चलिए आपको 15वें संस्करण के आयोजन जुड़ी अहम बातें एक बार फिर से बता देते हैं. इसके आप सभी को टूर्नामेंट का फौरमेट स्पष्ट हो जाएगा. मसलन टीमों को कितने ग्रुपों में बांटा गया है और कैसे-कैसे ये टीमें आपस में भिड़ने जा रही हैं, वगैरह-वगैरह. 1. टूर्नामेंट अगले महीने मार्च 26 से शुरू होगा और मई 29 तक इसका आयोजन होगा.  2. टूर्नामेंट पुणे और मुंबई के चार आयोजन स्थलों पर कुल 70 मैच खेले जाएंगे. प्ले-ऑफ मैचों का आयोजन बाद में होगा.  3. वानखेड़े स्टेडियम में 20, मुंबई के ही ब्रेबोर्न स्टेडियम में 15, जबकि मुंबई के ही डीवाई पाटिल स्टेडियम में 20 मैचों का आयोजन होगा. वहीं, पुणे के एमसीए इंटरनेशनल स्टेडियम में 15 मैच खेले जाएंगे.  4. सभी टीमें वानखेड़े और डीवाई पाटिल स्टेडियम में चार-चार मैच खेलेंगी, जबकि ये सभी दस टीमें ब्रेबोर्न और पुणे के एमसीए स्टेडियम में तीन-तीन मैच खेलेंगी.  5. सभी दस टीमें 14 मैच (7 घरेलू मैदान पर और 7 बाहरी मैदान पर) खेलेंगी. इसके बाद चार प्ले-ऑफ मैच होंगे, जिनकी तारीखें बाद में घोषित की जाएंगी. 6. खेले जाने वाले लीग चरण के 70 मैचों के तहत प्रत्येक टीम दो बार पांच टीमों से भिड़ेगी, जबकि बाकी बची चार टीमें केवल एक बार (दो बार घरेलू मैदान पर, दो बार बाहरी मैदान पर) भिड़ेंगी.  7. सभी दस टीमों को दो ग्रुपों में बांटा गया है. एक ग्रुप पांच टीम का है. एक ग्रुप की सभी टीमें आपस में दो-दो मैच खेलेंगी. वहीं ग्रुप ए में नंबर एक पर काबिज मुंबई दूसरे ग्रुप की टॉप टीम सीएसके के खिलाफ दो मैच और बाकी टीमों के खिलाफ एक-एक मैच खेलेगी. यह नियम दोनों ग्रुपों में आमने-सामने स्थित टीमों पर समान रूप से लागू होगा. दोनों ग्रुपों की स्थिति भी जान लें:  क्रम         ग्रुप ए              ग्रुप बी1.          एमआई          सीएसके2.         केकेआर         एसआरएछ3.          आरआर         आरसीबी4.         डीसी               पीबीकेएस5.        एलएसजी           जीटी

जम्मू-कश्मीर : श्रीनगर के मार्केट में Terrorist ने फेंका ग्रेनेड, 1 की मौत, 20 जख्मी

Srinagar Terrorist Attack : Terrorist ने हरि सिंह हाई स्ट्रीट पर तैनात पुलिस और सुरक्षाबलों पर एक ग्रेनेड से हमला किया।”उन्होंने कहा कि इस घटना में एक पुलिसकर्मी और 10 अन्य लोग घायल हो गए। श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हरि सिंह हाई स्ट्रीट इलाके में रविवार को आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड से हमला (Srinagar Terrorist Attack) किया जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. श्रीनगर पुलिस ने यह जानकारी दी है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को कहा, शाम चार बजकर 20 मिनट पर आतंकवादियों ने हरि सिंह हाई स्ट्रीट पर तैनात पुलिस और सुरक्षाबलों पर एक ग्रेनेड से हमला किया. उन्होंने कहा कि इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घायलों को श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में भर्ती किया गया है.अधिकारी ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और दोषियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. श्रीनगर में हुए ताजा ग्रेनेड हमले की अभी किसी संगठन की ओर से जिम्मेदारी नहीं ली गई है. हालांकि सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और तलाशी अभियान छेड़ दिया है. यह हमला श्रीनगर के अमृता कदाल मार्केट में हुआ, उस वक्त वहां भारी भीड़ थी. श्रीनगर में यह हमला सुरक्षाबलों की Terrorist के खिलाफ जारी कार्रवाई के बीच हुआ है. पिछले कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने कई बड़े आतंकवादियों को ढेर किया है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि श्रीनगर या जम्मू-कश्मीर के अन्य इलाकों में छिटपुट हमले आतंकियों की बौखलाहट का नतीजा हैं, क्योंकि उन पर लगातार शिकंजा कस रहा है. सुरक्षा एजेंसियों ने कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की एक टारगेट लिस्ट भी तैयार की है और मौजूदा समय में विदेशी आतंकियों की संख्या काफी कम हो गई है. स्थानीय आतंकवादियों की पहचान और उन पर कार्रवाई में भी तेजी देखी गई है.