क्या लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में Shah Rukh Khan ने थूका? BJP नेता के इस सवाल पर मचा बवाल
क्या लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में Shah Rukh Khan ने थूका? शाहरुख खान का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में नजर आ रहे हैं. BJP नेता अरुण यादव ने इस वीडियो के बहाने Shah Rukh Khan पर निशाना साधने का प्रयास किया है तब से वो खुद निशाने पर आ गए हैं. मुंबई: स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के अंतिम संस्कार में पहुंचे शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर उन्हें निशाना भी बनाया जा रहा है. दरअसल, शाहरुख खान ने लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर के सामने फातेहा पढ़ा और मास्क हटा कर दुआ फूंकी. सोशल मीडिया पर कुछ लोग दुआ फूंकने को थूकना करार दे रहे हैं. बॉलीवुड स्टार का ये वीडियो शेयर करते हुए BJP नेता अरुण यादव (Arun Yadav) ने भी सवाल किया क्या वास्तव में शाहरुख खान ने थूका है? दुनियाभर के दिग्गजों ने दी श्रद्धांजलि लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में तड़के 6 फरवरी को निधन हो गया था. रविवार को राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क मैदान में उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान नेता-अभिनेता सहित देशभर के तमाम दिग्गज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे थे. शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) ने भी उनके पार्थिव शरीर के सामने फातेहा पढ़कर दुआ फूंकी, जिसे लेकर अब एक अलग ही विवाद खड़ा हो गया है. BJP नेता के खिलाफ फूटा गुस्सा हरियाणा बीजेपी के आईटी और सोशल मीडिया हेड अरुण यादव का शाहरुख पर किया गया ट्वीट मिनटों में वायरल हो गया और तमाम लोगों ने उन्हें इसके लिए आड़े हाथ भी लिया. अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्वीट शेयर करते हुए तंज कसा. ‘राजनीति को किस स्तर तक ले जाएंगे’ कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने अरुण यादव के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘प्रिय @ShahnawazBJP जी एवं बीजेपी में मौजूद सभी नेतागण, क्या आप लोगों के अंदर अंतरात्मा की आवाज जीवित है या वो भी शाखा में गिरवी रखकर आये हैं? किसी के अंतिम संस्कार में इंसानियत की इस सबसे खूबसूरत तस्वीर पर इस जहरीले व्यंग्य का समर्थन कर आप राजनीति को किस स्तर तक लेकर जाएंगे’? शिवसेना नेता ने भी साधा निशाना वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने भी भाजपा नेता अरुण यादव की आलोचना की है. BJP विधायक राम कदम द्वारा लता मंगेशकर का स्मारक बनाने की मांग पर बोलते हुए राउत ने कहा कि वो कोई राजनेता नहीं थीं कि उनका स्मारक बना दिया जाए, उनका कद बहुत बड़ा था, ऐसे में उनका स्मारक बनाने के लिए देश को सोचना पड़ेगा. यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये कौन लोग हैं जो ऐसे मौके पर धर्म, जाति का सहारा लेते हैं. इन लोगों ने लताजी को भी नहीं छोड़ा, ऐसे लोगों की जितनी निंदा की जाए कम है. इसी तरह, फिल्म मेकर अशोक पंडित ने लिखा है कि लता मंगेशकरजी के अंतिम संस्कार में थूकने का झूठा आरोप लगाकर शाहरुख खान को निशाना बनाने वाले लोगों को खुद पर शर्म आनी चाहिए. हमारे देश में ऐसी सांप्रदायिक गंदगी के लिए कोई जगह नहीं है. क्या हम बुराई को जीतने देंगे? उधर, कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा है कि आप केवल एक धार्मंध नहीं, बल्कि ऐसे नफरती इंसान हैं, जो एक दुआ को मोड़ने के लिए दिवंगत आत्मा के सम्मान में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. इसके बारे में सोचो लोगों, क्या हम बुराई को जीतने देंगे? बता दें कि वीडियो के अलावा, शाहरुख खान और उनकी मैनेजर पूजा डडलानी की एक तस्वीर भी वायरल हो रही है. तस्वीर में शाहरुख खान दुआ करते दिखाई दे रहे हैं तो पूजा हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रही हैं. यूजर्स इसे सेक्युलर भारत की तस्वीर करार दे रहे हैं.
कर्नाटक में Hijab पहनी छात्राओं को अलग क्लासरूम में बैठाया गया, लेकिन पढ़ाया नहीं Is So Famous, But Why?
Karnataka Hijab Row: वाइस प्रिंसिपल उषा देवी ने कहा कि हमने छात्राओं को घर वापस भेज दिया. हमने उन्हें हिजाब के बिना कक्षाओं में प्रवेश करने की सलाह दी थी. उन्होंने मना कर दिया इसलिए उन्हें जाने के लिए कहा. हमने उनसे हाईकोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा करने का अनुरोध किया है.” . कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब बनाम भगवास्कार्फ विवाद (Hijab Row)के बीच दो कॉलेजों ने किसी भी सांप्रदायिक परेशानी से बचने के लिए आज छुट्टी घोषित कर दी है, जबकि एक कॉलेज ने हिजाब पहनी हुई छात्राओं के अलग कक्षाओं में बैठने की अनुमति दी. गेट के बाहर हिजाब पहनने वाले छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को लेकर उडुपी जिले के कुंडापुर में सरकारी जूनियर पीयू कॉलेज ने सुबह युवतियों को परिसर में आने की अनुमति तो दे दी, लेकिन उन्हें इस पूरे विवादस्वरूप बिना पढ़ाए अलग कक्षा में बिठा दिया गया. कॉलेज के अधिकारियों ने कहा कि यह गेट के बाहर भीड़ हटाने के लिए ये किया गया. प्रिंसिपल रामकृष्ण जीजे ने जोर देकर कहा कि छात्र Hijab हटाने के बाद ही कक्षाओं में भाग ले सकते हैं, लेकिन महिलाएं इस बात पर अड़ी रहीं कि वे क्लास में अपना हिजाब नहीं उतारेंगी. वहीं कलावारा वरदराज एम शेट्टी गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज कुंडापुर में हिजाब में छात्राओं को घर भेज दिया गया. वाइस प्रिंसिपल उषा देवी ने कहा कि हमने छात्राओं को घर वापस भेज दिया. हमने उन्हें हिजाब के बिना कक्षाओं में प्रवेश करने की सलाह दी थी. उन्होंने मना कर दिया इसलिए उन्हें जाने के लिए कहा. हमने उनसे हाईकोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा करने का अनुरोध किया है.” . बता दें कि कर्नाटक के विजयपुरा जिले के दो अन्य कॉलेजों, शांतेश्वर पीयू और जीआरबी कॉलेज में कई छात्रों ने अपने हिजाब पहनने वाली साथी छात्राओं के विरोध में भगवा स्कार्फ पहनकर प्रवेश किया. प्रिंसिपल ने छात्राओं से कहा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय मंगलवार को इस मामले में सुनवाई करेगा. हाईकोर्ट उडुपी के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की पांच महिलाओं द्वारा हिजाब प्रतिबंध पर सवाल उठाने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगा. गौरतलब है कि राज्यभर में यह विवादास्पद मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है, मुस्लिम लड़कियों का एक वर्ग कॉलेज में हिजाब पहनने पर अड़ा हुआ है, जबकि राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के लिए वर्दी को अनिवार्य बनाने का निर्देश दिया है. राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनकर महाविद्यालयों में कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जबकि हिजाब के जवाब में हिंदू छात्र भगवा शॉल लेकर शैक्षणिक संस्थान आ रहे हैं.