छोटे भाई का हुआ झगड़ा तो बदला लेने के लिए तलवार लेकर स्कूल पहुंच गया छात्र, टीचरों को भी धमकाया
मामला मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र स्थित बावली उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है. पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. रायपुर: छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh) के मुंगेली में छोटे भाई से हुए झगड़े का बदला लेने 12वीं का छात्र तलवार लेकर स्कूल पहुंच गया. शिक्षक और छात्रों ने देखा तो डर से बरामदे का गेट भीतर से बंद कर दिया. करीब 1 घंटे तक छात्र बाहर तलवार लहराकर छात्रों और शिक्षकों को धमकाते रहा. इस बीच स्कूल में मौजूद सभी लोग डरे सहमे स्कूल के अंदर रहे. मामला मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र स्थित बावली उच्चतर माध्यमिक स्कूल का है. इस घटना का वीडियो सामने आने पर पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. भिखारी ने की नोटों की ‘बारिश’, अचानक हवा में उड़े पैसे, जिसने भी देखा उड़ गए होश दरसअल, स्कूल में अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए शिक्षक बैठक व्यवस्था बनाने में जुटे थे. इसी बीच बारहवीं कक्षा के एक छात्र के छोटे भाई का दूसरे छात्र से झगड़ा हो गया. आरोपी छात्रों से भिड़ गया. शिक्षक बृजेश कौशिक ने उसे रोका तो वह घर जाकर तलवार ले आया. शिक्षक व छात्रों ने उसे तलवार के साथ देखा तो बरामदे का गेट भीतर से बंद कर दिया. इस बीच छात्र बाहर से ही तलवार लहराकर सभी को धमकाते रहा और लगातार गाली-गलौज कर रहा था.
भिखारी ने की नोटों की ‘बारिश’, अचानक हवा में उड़े पैसे, जिसने भी देखा उड़ गए होश
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से से 55 किमी दूर नागदा रेलवे स्टेशन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में एक भिखारी रेलवे स्टेशन पर नोट उड़ाता नजर आ रहा है. प्लेटफॉर्म पर नोटों का ढेर लग गया, जिसे देख लोगों के होश उड़ गए. बुजुर्ग ने पहले 50 रुपयों के नोट उड़ाए उसके बाद एक पोटली में से 100 -100 की गड्डियों को निकालकर उड़ा दिया. इसके साथ ही अपने साथ रखे कुछ प्रॉपर्टी के पेपर भी बुजुर्ग ने उड़ा दिए. उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) से 55 किमी दूर नागदा रेलवे स्टेशन (Nagda railway station) पर यात्रियों के उस वक्त होश उड़ गए जब एक भिखारी ने नागदा रेलवे स्टेशन पर नोटों की बारिश कर दी. देखते ही देखते प्लेटफार्म नंबर एक पर 100 और 50 सहित 10 और 20 रुपयों के नोटों का ढेर लग गया. हालांकि कई लोग इस वक्त खड़े तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने भी बुजुर्ग भिखारी के रुपए को हाथ नहीं लगाया. जिससे प्लेटफार्म पर नोटों का ढेर लग गया. नागदा रेलवे स्टेशन पर बना ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. बुजुर्ग ने पहले 50 रुपयों के नोट उड़ाए उसके बाद एक पोटली में से 100 -100 की गड्डियों को निकालकर उड़ा दिया. इसके साथ ही अपने साथ रखे कुछ प्रॉपर्टी के पेपर भी बुजुर्ग ने उड़ा दिए. वीडियो में नोट उड़ाते वक्त भिखारी की तरह दिखने वाला बुजुर्ग ” ऐसा भी होता है ” कहता हुआ दिखाई दे रहा है. हालांकि वीडियो सोमवार दोपहर का बताया जा रहा है. इस घटना का वीडियो किसी यात्री ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. ट्रेन से पहुंचा था नागदानागदा निवासी प्रफुल शुक्ला ने बताया की संभवत बुजुर्ग किसी ट्रेन से नागदा रेलवे स्टेशन पंहुचा था. यंहा किसी के कुछ कहने पर गुस्सा हो गये और उन्होंने अपने पास रखे हजारो रुपए की नोटों की गड्डियों को प्लेटफार्म पर उड़ाना शुरू कर दिया. आखिरकार, 15 साल बाद भारत लाया गया शातिर बदमाश सुरेश पुजारी इसके बाद जीआरपी को सूचना मिलते ही पुलिस ने बुजुर्ग के नोटों को समेटकर वापस कर बुरहानपुर के लिए ट्रेन में बैठा दिया. लेकिन इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद इसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. रेलवे स्टेशन पर अचानक पैसों की बारिश देख लोग हैरान भी हुए. लोगों ने बुजुर्ग को समझाने की कोशिश भी की. लेकिन वे अपनी ही धुन में थे. जीआरपी के हस्तक्षेप के बाद उन्हें बुरहानपुर के लिए रवाना किया गया.
आखिरकार, 15 साल बाद भारत लाया गया शातिर बदमाश सुरेश पुजारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/मुंबई। फिलीपींस पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के दो महीने बाद, खूंखार फरार गैंगस्टर सुरेश पुजारी को भारत भेज दिया गया है। अब उसे मुंबई में करीब दो दर्जन गंभीर अपराधों के आरोपों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी।अक्टूबर के मध्य में, उसे दक्षिणी मनीला महानगरीय क्षेत्र में परानाक पुलिस की फ्यूजिटिव सर्च यूनिट द्वारा पकड़ा गया था और प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसका समापन मंगलवार की देर रात नई दिल्ली में हुआ। 15 साल तक फरार रहने के बाद देश लौटने के बाद नई दिल्ली हवाई अड्डे पर पर पुजारी को इंटेलिजेंस ब्यूरो और केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम को सौंप दिया गया। सीबीआई की पूछताछ के बाद उसे मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की वेटिंग टीम को सौंप दिया गया। मुंबई और ठाणे पुलिस ने 2017-2018 में उसके खिलाफ पहले ही रेड-कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया था, क्योंकि वह कई बड़े अपराधों में वांछित था। सुरेश पुजारी एक अन्य कुख्यात गैंगस्टर, रवि पुजारी का रिश्तेदार है, जिसे फरवरी 2020 में अफ्रीका के सेनेगल से भारत भेज दिया गया था। वर्तमान में कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र की केंद्रीय एजेंसियों और पुलिस द्वारा जांच कर रही है। देश के लिए (इंदिरा गांधी ने) 32 गोलियां खाईं, लेकिन… : विजय दिवस विवाद अधिकारियों ने कहा कि 2007 में उसके देश छोड़ने के तुरंत बाद, मुंबई पुलिस ने एक दशक पहले केंद्र को सुरेश पुजारी के एक आपराधिक रिकॉर्ड की फाइल भेजी। विवादों के कारण दोनों पुजारी अलग हो गए थे। सुरेश पुजारी ने कुछ अन्य बदमाशों के साथ, 2000 के दशक की शुरूआत में मुंबई, नवी मुंबई और ठाणे क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में स्वतंत्र माफिया अभियान शुरू किया। उत्तर-पूर्वी मुंबई में घाटकोपर उपनगर के असलफा इलाके में रहते हुए, वह कानून-प्रवर्तकों को चकमा देने में कामयाब रहा और 15 साल पहले भारत से फरार हो गया। बाद में, इंटरपोल ने उसके लिए एक नोटिस जारी किया और महाराष्ट्र पुलिस विभिन्न देशों में उसकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने लगी। सुरेश पुजारी पर मुंबई में जबरन वसूली, हत्या की धमकी, हत्या आदि के कम से कम 10 प्रमुख मामले हैं। एमएमआर क्षेत्र, अन्य शहरों और मुंबई पुलिस सीआईडी, सीबीआई और एफबीआई में कई अपराध में पिछले लगभग 15 साल से उसकी तलाश की जा रही थी। पुजारी अपना नाम बदल कर रह रहा था। उसने और उसके सहयोगियों ने 2000 के दशक की शुरूआत में कई टॉप बिल्डरों, ठेकेदारों और ग्लैमर वल्र्ड सेलेब्स को कथित तौर पर जबरन वसूली के लिए धमकी भरे कॉल किए।
देश के लिए (इंदिरा गांधी ने) 32 गोलियां खाईं, लेकिन… : विजय दिवस विवाद
विजय दिवस समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख न करने को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार को “महिलाओं से घृणा करने वाला” बताया है. नई दिल्ली: विजय दिवस समारोह के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उल्लेख न करने को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार को “महिलाओं से घृणा करने वाला” बताया है. आज 1971 में पाकिस्तान पर भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ है. उधर प्रियंका के भाई राहुल गांधी ने भी इसी तरह तीखे तेवर दिखाए. लोकसभा सांसद ने कहा कि उनकी दादी इंदिरा गांधी ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं (1984 में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी) लेकिन सरकारी कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं लिया गया. 1971 के युद्ध के दौरान इंदिरा गांधी सत्ता में कांग्रेस सरकार के मुखिया थीं. प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “हमारी पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी, को भाजपा सरकार के विजय दिवस समारोह से बाहर रखा जा रहा है. यह उस दिन की 50वीं वर्षगांठ पर हो रहा है जब गांधी ने भारत को जीत दिलाई थी और बांग्लादेश को आजाद कराया था.” उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, “नरेंद्र मोदी जी… महिलाएं आपकी बातों पर विश्वास नहीं करतीं. आपका संरक्षण देने वाला रवैया अस्वीकार्य है. अब समय आ गया है कि आप महिलाओं को उनका हक देना शुरू करें.” अपने ट्वीट के साथ, प्रियंका ने चार तस्वीरें पोस्ट कीं – जिसमें एक इंदिरा गांधी की घायल सैनिक से मिलते हुए की तस्वीर है और दूसरी उनकी सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मिलने वाली तस्वीर शामिल है. राहुल गांधी ने कहा, “(इंदिरा गांधी) ने देश के लिए 32 गोलियां खाईं, लेकिन 1971 युद्ध की वर्षगांठ के लिए दिल्ली में आयोजित हुए सरकारी कार्यक्रम में उनका नाम तक नहीं लिया गया.” हवाईअड्डे पर विमान दुर्घटना में लैटिन संगीत कलाकार, साथी, बेटा 9 की मौत इससे पहले गुरुवार को संसद के दोनों सदनों ने युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सैनिकों के बलिदान से “भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी” और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने उनके “निडर साहस के प्रदर्शन” की प्रशंसा की.
धखेबाज ने अरबपति की पत्नी को ऐसे बनाया अपना ‘शिकार’
इस महिला को यह पता लगाने में कई माह लगते हैं कि उसकी बातचीत जेल में बंद एक बहरूपिये (Impersonator)से हुई और उसके साथ करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जुलाई में अलर्ट किए जाने के बाद इस महिला ने बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. बाद में उसने इस चैट्स को इडी को सौंपा. नई दिल्ली : एक पूर्व अरबपति जेल में है. उसकी पत्नी, पति की जमानत (बेल) के लिए भुगतान को लेकर घंटों का समय चर्चा में बिताती है. पत्नी को लगता है कि उसकी बातचीत, देश के गृह सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हो रही है. वह गृह मंत्री के साथ बैठक के लिए भी कहती है और उसे बताया जाता है कि यदि उसका सहयोग मिला तो यह उचित समय पर (बैठक) होगी. वांछित परिणाम के बिना ही वह किए जाने वाले भुगतान के बारे में चर्चा करती है. वह अपनी ओर से पार्टी फंड में दी जाने वाली राशि को लेकर चर्चा करती है. इस महिला को यह पता लगाने में कई माह लगते हैं कि उसकी बातचीत जेल में बंद एक बहरूपिये (Impersonator) से हुई और उसके साथ करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जुलाई में अलर्ट किए जाने के बाद इस महिला ने बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया. बाद में उसने इस चैट्स को ईडी को सौंपा. इसने 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली और घोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस के समक्ष केस दर्ज कराया. यह कहानी कई ट्विस्ट से भरी है क्योंकि जो आदमी इस महिला को कॉल कर रहा था वह जेल से ऐसा कर रहा था. एक सेलफोन तक उसकी पहुंच थी और उसने ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था जो कि शीर्ष अधिकारियों के फोन नंबर ‘spoof’ करने की इजाजत दे रहा था. इन रिकॉर्डिंग्स में से 84 प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दिल्ली कोर्ट में सौंपी गई हैं ताकि सुकेश चंद्रशेखर पर शिकंजा कसा जा सके, जो कि वर्ष 2017 से जेल में है. जिस महिला ने इस ‘स्टिंग’ में मदद की, वह अदिति सिंह है जिनके पति शिविंदर सिंह, जो कि एक समय अपने भाई मालविंदर सिंह के साथ एक बड़ी फार्मा कंपनी रैनबेक्सी के को -ओनर (सह मालिक) थे. शिविंदर को वर्ष 2019 में मनी लांड्रिंग के आरोप में अरेस्ट किया गया था. सुकेश जिन सरकारी अफसरों का ‘रूप धरकर’ फोन पर बात कर रहा था, उसमें से किसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है क्योंकि 200 करोड़ की ‘डील’ का कोई भी हिस्सा सरकारी अधिकारी को नहीं दियाा गया था और मामले में कोई ‘घूस’ शामिल नहीं थी.आदित सिंह का पुलिस केस, सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ फाइल है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसे 200 करोड़ रुपये भुगतान करने की धमकी दी गई थी. NDTV ने उनसे कमेंट के लिए संपर्क किया और इस रिपोर्ट को अदिति या अदिति के वकील की प्रतिक्रिया मिलने के बाद अपडेट किया जाएगा. जून 2020 में अदिति सिंह ने उनसे बात करना शुरू किया जो उसे लगता था कि वे वरिष्ठ सरकारी अधिकारी है. सुकेश चंद्रशेखर अपनी ‘नकली पहचान’ को लेकर भी काफी विश्वास से भरा था. उसने गृह मंत्रालय के शीर्ष नौकरशाह अजय भल्ला, देश के विधि सचिव अनूप कुमार और कानून मंत्रालय के जूनियर ऑफिसर ‘अभिनव’ के तौर पर अदिति से कुछ बातचीत की. सुकेश और अदिति सिंह के फोन्स उनसे जुड़े अलग-अलग मामलों में टैप किए गए थे. इनकी बातचीत 11 माह से अधिक समय तक चली. जांचकर्ताओं के अनुसार, बाद की बातचीत को अदिति ने रिकॉर्ड किया था. उनकी बहन अरुंधति खन्ना भी टैप पर पेमेंट को लेकर चर्चा कर रही हैं. अपने अलग अलग ‘अवतारों’ में सुकेश चंद्रशेखर, सुप्रीम कोर्ट में जमानत की सुनवाई का हवाला देता है और उससे पहले पेमेंट की मांग करता है. अदिति की बहन, अरुंधति, अदालत की कार्यवाही को लेकर इस सीधे संदर्भ को लेकर ‘परेशानी’ (discomfort) महसू करती है और कहती हैं, ‘यदि तुम मुझ पर इतना दबाव बनाओगे तो मैं काम नहीं कर सकती, मैं तुम्हे पहले भी यह कह चुकी हूं और तुम पहले भी ऐसा कर चुके हैं. इससे केवल परेशानी और केवल परेशानी ही होगी. हमें नहीं पता कि तुम इस राशि का किसके लिए उपयोग कर रहे हूं. मैंने तुमसे यह कभी नहीं पूछा और न ही मुझे बताया गया है. मैं यह जानना भी नहीं चाहती क्योंकि यह हम पार्टी फंड के लिए दे रहे हैं. हम डोनेशन दे रहे हैं. तुम इस डोनेशन का किसके लिए इस्तेमाल कर रहे हो? इसे आप चुनाव के लिए इस्तेमाल करते हो या गंगा में बहाने के लिए या फिर पेड़ लगाने के लिए- यह पूरी तरह तुम्हारे ऊपर है. हमें यह नहीं पता, इसलिए हम नहीं पूछते.’ हवाईअड्डे पर विमान दुर्घटना में लैटिन संगीत कलाकार, साथी, बेटा 9 की मौत एक बातचीत में जेल से ‘पार्टिसिपेट’ करते हुए शिवेंदर सिंह ने अपनी पत्नी और विधि सचिव (Law Secretary)के बीच बैठक कराने को कहा था. अदिति सिंह को इस मीटिंग का ‘गृह सचिव अजय भल्ला’ द्वारा भी वादा किया गया था. उसने दावा किया था कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उसे निजी तौर पर उससे (अदिति से) बात करने का निर्देश दिया गया है. उसने कहा कि सरकारी अधिकारी ‘तुम्हारे साथ संपर्क में रहेंगे ताकि तुम्हारे पति की रिहाई हो सके.’ यह लगातार तुम्हारे सहयोग से ही संभव है जो अब कम हो रहा है. अदिति उसके साथ मीटिंग करना चाहती है. ‘अजय भल्ला’ कहते है कि यह सही समय पर होगा और गृह मंत्री के साथ बैठक को लेकर भी ऐसा ही होगा. अगस्त में NDTV ने बताया था कि अदिति सिंह ने सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ एक FIR दर्ज कराई है जिसमें सुकेश पर 30 किश्तों में 200 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया गया था. अपनी शिकायत में उन्होंने पैसों के लिए अनूप कुमार (लॉ सेक्रेटरी) और अंडर सेक्रेटरी अभिनव द्वारा फोन किए जाने की बात की, जिन पैसों को दो लोगों द्वारा एक सेडान में कई चरणों में ले जाया गया. अदिति ने अपनी शिकायत में कहा है, “ये लोग मुझे डराते थे, मुझे धमकाते थे. इसलिए धीरे-धीरे,
हवाईअड्डे पर विमान दुर्घटना में लैटिन संगीत कलाकार, साथी, बेटा 9 की मौत
कंपनी ने एक बयान में कहा, हेलिडोसा “लास अमेरिका हवाई अड्डे पर अपने एक विमान पर हुए दुखद दुर्घटना पर खेद व्यक्त करता है … जिसमें दुखद रूप से सभी चालक दल और यात्रियों की मृत्यु हो गई।” सैंटो डोमिंगो: प्यूर्टो रिकान के संगीत निर्माता “फ्लो ला मूवी” सहित नौ लोगों की बुधवार को मौत हो गई, जब एक निजी विमान डोमिनिकन गणराज्य की राजधानी सैंटो डोमिंगो में लास अमेरिका के हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, विमान के मालिक हेलिडोसा ने कहा। कंपनी ने एक बयान में कहा, हेलिडोसा “लास अमेरिका हवाई अड्डे पर अपने एक विमान पर हुए दुखद दुर्घटना पर खेद व्यक्त करता है … जिसमें दुखद रूप से सभी चालक दल और यात्रियों की मृत्यु हो गई।” संगीत निर्माता जोस एंजेल हर्नांडेज़, जो “फ्लो ला मूवी” से गए थे और “ते बोटे” जैसी हिट फिल्मों के लिए जाने जाते थे, पीड़ितों के बीच हेलिडोसा बयान में सूचीबद्ध थे। 38 वर्षीय, रेगेटन में एक प्रसिद्ध व्यक्ति बन गया था, जो कैरेबियन में लोकप्रिय संगीत शैली है, जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में अनुयायियों को भी प्राप्त किया है। कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी नागरिकों से करते थे ‘बैंक फ्रॉड’, US कोर्ट से 2 भारतीयों को 27 महीने की जेल स्थानीय मीडिया ने कहा कि मृतकों में हर्नांडेज़ का साथी और उनका बेटा शामिल हैं, और मृतकों में से दो चार और 13 साल की उम्र के नाबालिग थे। कोलंबियाई रेगेटन संगीतकार जे बल्विन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, “जोस एंजेल, हमेशा आपके अच्छे विचारों के लिए धन्यवाद।” “शांति से आराम करो,” उन्होंने कहा। और साथी प्यूर्टो रिकान रेगेटन संगीतकार डॉन उमर ने भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। “दुखद, आपका और आपके परिवार का नुकसान। सहयोग करने के अवसर के लिए धन्यवाद,” उन्होंने कहा। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि बोर्ड पर छह यात्री अमेरिकी नागरिक थे, और चालक दल दो पायलटों और एक फ्लाइट स्टीवर्ड से बना था। विदेश विभाग ने कहा कि वह उन रिपोर्टों से अवगत था जिसमें छह अमेरिकियों की मौत हो गई थी। एक अधिकारी ने कहा, “गोपनीयता के कारण, विशिष्ट मामलों पर हमारे पास और कोई टिप्पणी नहीं है।” स्थानीय मीडिया ने बताया कि गल्फस्ट्रीम विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जब उसने डोमिनिकन गणराज्य की राजधानी के पास एक अन्य हवाई अड्डे से अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के लिए उड़ान भरने के बाद एक खराबी के कारण आपातकालीन लैंडिंग करने का प्रयास किया। दुर्घटना के बाद लास अमेरिका हवाईअड्डे पर दो घंटे के लिए कामकाज ठप रहा लेकिन उसके बाद से सामान्य परिचालन फिर से शुरू हो गया।